पुलवामा आतंकी हमले के बाद अब शोपियां में दूसरा आतंकी हमला


पुलवामा आतंकी हमले के बाद अब शोपियां में दूसरा आतंकी हमला हुआ है. पुलिस स्टेशन पर आतंकियों ने फायरिंग की है.
जम्मू कश्मीर सरकार के सलाहकार के विजय कुमार के मुताबिक हमले में मरने वालों की संख्या लगभग 40 है.

78 वाहनों के काफिले पर घात लगाकर पुलवामा में हमला,30 जवान शहीद

केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपने काम पर वापस लौट रहे थे। जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में लाटूमोड पर इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया।

पुलिस ने आत्मघाती हमला करने वाले वाहन को चलाने वाले आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है। उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है। उन्होंने बताया कि आतंकवादी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है। यह हमला श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर हुआ है।

विस्फोट में 20 से अधिक लोग घायल हो गये। धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और आस पास बिखरे क्षत-विक्षत शवों को देखा जा सकता है। सीआरपीएफ के महानिदेशक आर आर भटनागर ने बताया कि यह एक विशाल काफिला था तथा करीब 2500 सुरक्षाकर्मी विभिन्न वाहनों में जा रहे थे। काफिले पर कुछ गोलियां भी चलाई गई। 

यह काफिला जम्मू से तड़के साढ़े तीन बजे चला था और माना जा रहा था कि इसे सूर्यास्त तक श्रीनगर पहुंचना था। अधिकारियों ने बताया कि घाटी लौट रहे कर्मियों की संख्या अधिक थी क्योंकि राजमार्ग पर पिछले दो-तीन दिन से खराब मौसम और अन्य प्रशासनिक कारणों से कोई आवाजाही नहीं हो रही थी। आम तौर पर काफिले में करीब 1000 कर्मी चलते हैं किंतु इस बार कर्मियों की कुल संख्या 2547 थी।

पुलिस ने हमला करने वाली कार को चलाने वाले आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है. पुलिस ने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था.

खबर है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने आपात बैठक बुलाई है।  हमले के बाद मोदी सरकार एक्शन में आ गई है। एनएसए अजित डोभाल ने आपात बैठक बुलाई है। बैठक गृह मंत्रालय में चल रही है। बैठक में ज्वाइंट सेक्रेटरी और स्पेशल सेक्रेटरी हिस्सा लेकर आगे की रणनीति बना रहे हैं वहीं गृह सचिव को भूटान से वापस बुलाया गया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर से बात की है। साथ ही उन्होंने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से भी फोन पर बात की है।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह हमला पाकिस्तान समर्थक जैश-ए-मोहम्मद ने किया है. उन्हें कड़ा जवाब दिया जाएगा और मैं देश के लोगों को इसका आश्वासन देता हूं. देश उन वीर जवानों को श्रद्धांजलि देता है जो शहीद हुए.

भारत में अमेरिकी राजदूत केनेथ आई जस्टर ने पुलवामा हमले को लेकर कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के साथ आतंक का सामना करने और उसे हराने के लिए साथ खड़ा है.

उरी के हमले के बाद गुरुवार को आतंकियों ने पुलवामा में बड़ा हमला किया है। इस हमले में सीआरपीएफ 30 जवानों के शहीद होने की खबर है जबकि 45 जवान घायल बताए जा रहे हैं। बता दें कि 18 सितंबर 2016 में भी आतंकियों ने उरी में ग्रेनेड से हमला किया था। जिसमें 17 जवान शहीद हो गए थे। तब आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की ली थी। उससे पहले साल 2015 में गुरदासपुर में आतंकियों ने हमला किया था। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों को निशाना बना कर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। पुलवामा हमले पर CRPF के अधिकारी ने बताया कि काफिले में 70 वाहन थे और एक वाहन हमले की चपेट में आ गया। काफिला जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहा था। सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार आतंकियों ने पहले इस इलाके में रेकी की और फिर हाइवे खड़ी एक गाड़ी में बम प्लांट कर दिया। जिसके बाद सीआरपीएफ का वाहन भी आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आ गया।  सीआरपीएफ का यह काफिला उस वक्त हुआ जब वह जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहा था, इस काफिले में 2.5 हजार से अधिक जवान शामिल थे। बता दें कि इस आतंकी हमले में घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है जहां उनका इलाज शुरू हो गया है।  सीआरपीएफ के दिजी आर.आर भटनागर ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की अन्य कंपनियों को अवंतिपोरा भेजा गया। इलाके को चारों तरफ से घेर लिया गया है और जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर ट्रैफिक बंद कर, बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। उन्होने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। जांच जारी है। घायलों को भर्ती कराया गया है। काफिले में 2500 जवान थे। इस हमले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी दुख जताया है। राहुल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा, मैं जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले से बहुत दुःखी हूं, जिसमें हमारे बहादुर जवान शहीद हुए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं। हमारे शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों पर हमला नीच है। मैं इस नृशंस हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश बहादुर शहीदों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। घायल जल्दी ठीक हो सकते हैं।’

पीएम ने कहा, ‘पुलवामा में हुए हमले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह और शीर्ष अधिकारियों से बातचीत हुई है.’ वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर शोक जताया है. उन्होंने कहा, ‘मैं जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ पर हुए हमले से बहुत दुखी हूं. इस हमले में हमारे कई सैनिक शहीद हो गए और कई घायल हुए हैं. मेरी शहीदों के परिवार के लिए संवेदना है और मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’

राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इस हमले को आतंकियों की हताशा करार दिया है. जम्मू कश्मीर राजभवन के पीआरओ ने बयान जारी करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंक के लिए जिम्मेदार लोग अपनी मौजूदगी दिखाना चाहते हैं. इस हमले से साफ है कि आतंकियों को सरहद पार से मदद मिल रही है. राज्यपाल ने सुरक्षाबलों को सतर्क रहने के लिए भी कहा.

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह बीते 5 सालों में मोदी सरकार में 18वां बड़ा हमला है. 56 इंच का सीना कब जवाब देगा. वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने भी इस हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा कि देश शहीदों को सलाम करता है और हम शहीदों के परिवार के साथ खड़े हैं. हम घायलों की सेहत जल्द सही होने की प्रार्थना करते हैं. आतंकियों को इस हमले के लिए करारा जवाब दिया जाएगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *