सिंचाई विभागों के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के प्रति उपेक्षात्मक व्यवहार
#सिंचाई विभागों के सेवानिवृत्त कर्मचारी अपनी मांगे मा० न्यायालय में लम्बित होने के कारण सरकारी आवासों में अध्यासित सिंचाई विभागों के सेवानिवृत्त कर्मचारी #इनको भी अवैध की श्रेणी में दर्शाया#सेवानिवृत्त कर्मचारियों की लगभग तीन दर्जन से अधिक याचिकाऐं मा० उच्च न्यायालय में लम्बित#सिंचाई विभाग के सरकारी आवासों में अध्यासित सेवानिवृत्त कर्मचारियों को यथावत रखने हेतु मोर्चा द्वारा किया गया तहसील में प्रदर्शन# www.himalayauk.org (Newsportal
विकासनगर-जनसंघर्ष मोर्चा कार्यकर्ताओं द्वारा तहसील विकासनगर में मोर्चा अध्यक्ष एवं जी०एम०वी०एन० के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में घेराव/प्रदर्शन कर माननीय मुख्यमन्त्री को सम्बोधित ज्ञापन एस०डी०एम० विकासनगर श्री हरिगिरी को सौंपा।
नेगी ने कहा कि सिंचाई विभाग डाकपत्थर, देहरादून के सरकारी आवासों में सिंचाई विभागों के सेवानिवृत्त कर्मचारी अपनी मांगे मा० न्यायालय में लम्बित होने के कारण सरकारी आवासों में अध्यासित हैं। अभी हाल ही में किसी घटना के घटित होने के फलस्वरूप विभाग द्वारा सरकारी आवासों का सत्यापन किया जा रहा है तथा इसी कडी में इन आवासों में अध्यासित सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी आवास रिक्त करने सम्बन्धी नोटिस जारी किये गये हैं, तथा इनको भी अवैध की श्रेणी में दर्शाया गया है।
उल्लेखनीय है कि विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारियों की लगभग तीन दर्जन से अधिक याचिकाऐं मा० उच्च न्यायालय में लम्बित हैं। पूर्व में एक मामले में मा० उच्च न्यायालय से लेकर मा० उच्चतम न्यायालय तक इनके पक्ष में फैसला दे चुका है कि ’’इन कर्मचारियों को पेंशन व अन्य भत्तों, ग्रेच्युटी का भुगतान करे‘‘, लेकिन इन सभी आदेशो के विपरीत सरकार द्वारा मा० उच्च न्यायालय की युगलपीठ में विशेष याचिका दाखिल की गयी है जो कि अभी तक मा० उच्च न्यायालय में लम्बित है। इन तथ्यों के साथ-साथ इन कर्मचारियों के बच्चे भी अध्ययनरत हैं।
इसके अतिरिक्त उक्त अध्यासित कर्मचारियों द्वारा बिजली/पानी इत्यादि के तमाम बिल विभाग को भुगतान किये जा रहे हैं।
नेगी ने कहा कि इन आवासों में अध्यासित सेवानिवृत्त कर्मचारियों की वजह से इन आवासों की देखरेख भली प्रकार हो जाती है तथा वहीं दूसरी ओर बाहरी /असामाजिक तत्वों द्वारा उक्त आवासों में अवैध रूप से अध्यासित होने के कारण क्षेत्र में अपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने का खतरा भी रहता है।
नेगी ने कहा कि जनसंघर्ष मोर्चा मा० मुख्यमन्त्री से मुलाकात कर सरकारी आवास में अध्यासित सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों को मा० न्यायालय के निर्णय तक उक्त आवासों में ही अध्यासित रहने हेतु आग्रह करेगा।
घेराव/प्रदर्शन में- मोर्चा महासचिव आकाष पंवार, विजयराम शर्मा, डॉ० ओ०पी० पंवार, दिलबाग सिंह, यमन चौधरी, वाई०पी० त्यागी, सरोज गांधी, प्रवीण षर्मा, इदरीश, जयदेव नेगी, राम सिंह तोमर, आषा सक्सेना, नरेन्द्र तोमर, फरहाद आलम, हाजी जामिन, विमला आर्य, जयकृत नेगी आदि थे।