वेनेजुएला के बाद अब ऑस्ट्रेलिया भी मोदी की राह
मोदी बड़े भ्रष्टाचार में लिप्त ;मेरे पास पीएम मोदी से जुड़ी कुछ पर्सनल जानकारी है पीएम डरे हुए हैं, राहुल गांधी का सनसनीखेज आरोप-
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को संसद के केंद्रीय हॉल में पत्रकारों से बातचीत की। सदन की कार्रवाई स्थगित होने के बाद हॉल में आए राहुल गांधी को तृणमूल कांग्रेस समेत विपक्षी सांसदों का भी साथ मिला। राहुल ने कहा है कि अगर उन्होंने अपना पंडोरा बॉक्स (यूनानी कथाओं वाला पिटारा) खोल दिया तो संसद में भूकंप आ जाएगा। राहुल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी बड़े भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और कई सारे राज बाहर आएंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल के साथ कांग्रेस के 15-20 सांसद मौजूद रहे।
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एक तरफ भारत के लोग नोटबंदी के फायदे नुकसान गिनने में लगे हैं वहीं वेनेजुएला के बाद अब ऑस्ट्रेलिया भी अपने देश में नोटबंदी का ऐलान कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने अपने यहां के सबसे बड़े नोट यानी 100 डॉलर के नोट को बंद करने का फैसला ले लिया है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार के मुताबिक, यह फैसला कालेधन की रोकथाम के लिए लिया गया है। ऑस्ट्रेलिया के राजस्व और वित्तीय सेवा के मंत्री केली ओ डवेयर ने ABC Radio से बातचीत करते हुए कहा, ‘हम लोग कालेधन को खत्म करने के लिए अपनी तरफ से हरसंभव कोशिस करेंगे।’ ऑस्ट्रेलिया में 100 डॉलर के 300 मिलियन नोट चलन में हैं। वहां की करेंसी का 92 प्रतिशत हिस्सा 50 और 100 डॉलर के रूप में मौजूद है।
मंत्री के मुताबिक, वहां भी ज्यादा पेमेंट फिलहाल कैश में हो रही हैं और उनकी जीडीपी में कालेधन का प्रतिशत 1.5 है। पिछले हफ्ते वेनेजुएला ने भी नोटबंदी का ऐलान किया था। उन्होंने धन छिपाकर रखने वालों को मजा चखाने के लिए 100-bolivar को बंद कर दिया था। वेनेजुएला इस वक्त 700 प्रतिशत मुद्रास्फिति से जूझ रहा है।
मोदी सरकार ने 8 नवंबर को नोटबंदी का फैसला लिया था। ऐलान किया गया था कि 500 और 1000 रुपए के नोट चलने बंद हो जाएंगे और 2000 और 500 के नए नोट चलाए जाएंगे। तब से लोग अपने कालेधन को सफेद करने के लिए नए-नए पैंतरे अपना रहे हैं। जिनमें से ज्यादातर को पकड़े जा रहे हैं। भारत में 500-1000 रुपए के नोट बंद होने से 15.44 लाख करोड़ रुपए की करेंसी बंद हो गई थी। जो कि सर्कुलेशन में मौजूद कुल रुपयों का 86 प्रतिशत थी। जिसमें से 12.44 लाख करोड़ रुपए विभिन्न बैंकों में जमा करवाए जा चुके हैं। (यह आंकड़े 10 दिसंबर तक के हैं) यानी अब 3 लाख करोड़ रुपए आने बाकी हैं।
;;पीएम डरे हुए हैं
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को संसद के केंद्रीय हॉल में पत्रकारों से बातचीत की। सदन की कार्रवाई स्थगित होने के बाद हॉल में आए राहुल गांधी को तृणमूल कांग्रेस समेत विपक्षी सांसदों का भी साथ मिला। राहुल ने कहा है कि अगर उन्होंने अपना पंडोरा बॉक्स (यूनानी कथाओं वाला पिटारा) खोल दिया तो संसद में भूकंप आ जाएगा। राहुल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी बड़े भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और कई सारे राज बाहर आएंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल के साथ कांग्रेस के 15-20 सांसद मौजूद रहे। वहां कांग्रेस व अन्य दलों के सांसदों की मौजूदगी से मीडियाकर्मियों को सिर्फ एक बेंच पर बैठकर राहुल की बात सुननी पड़ी। प्रेस मीट में राहुल के निशाने पर मुख्य रूप से पीएम मोदी ही रहे। राहुल बोले कि प्रधानमंत्री मोदी उनसे डरे हुए हैं और उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं दिया जा रहा। राहुल ने कहा, ”पीएम डरे हुए हैं, अगर उन्होंने मुझे बोलने दिया तो पोल खुल जाएगी। मेरे पास पीएम मोदी से जुड़ी कुछ पर्सनल जानकारी है, जो मैं लोकसभा में बताना चाहता हूं लेकिन मुझे बोलने नहीं दिया जा रहा।”
राहुल ने आरोप लगाया कि पिछले एक महीने से पूरा विपक्ष लोकसभा में चर्चा चाहता है, मगर पीएम और सरकार ऐसा नहीं चाहते। उन्होंने कहा, ”पीएम बाहर जाकर बोलते हैं, हमें क्यों नहीं बोलने दिया जा रहा। यह पहली बार देखा जा रहा है कि संसद में सत्ता पक्ष के लोग ही सदन नहीं चलने दे रहे हैं। सदन में हमें बोलने देना चाहिए, यह हमारा हक है।” उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि ”प्रधानमंत्री इस बात से घबराये हुए हैं कि अगर मुझे बोलने दिया गया तो मेरे पास ऐसी सूचनाएं हैं कि उनका गुब्बारा फट जायेगा।”
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री पॉप कंसर्ट में बोल रहे हैं, जनसभा में बोल रहे हैं लेकिन सदन में नहीं बोल रहे हैं। इतिहास में पहली बार सत्ता पक्ष के लोग चर्चा को रोक रहे हैं। आमतौर पर विपक्ष ऐसा करता रहा है और सत्ता पक्ष कामकाज चलाने का प्रयास करता है। प्रधानमंत्री बहाने बनाना छोड़कर सदन में आए और चर्चा हो।
राहुल गांधी के साथ तृणमूल कांग्रेस के संदीप बंदोपाध्याय, कल्याण बनर्जी, माकपा के पी. करूणाकरण, राकांपा के तारीक अनवर, आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन, एआईयूडीएफ के बदरूद्दीन अजमल आदि मौजूद रहे।