गोमुख से गंगासागर तक माँ गंगा अविरल याेजना 20 सित से- डॉ. प्रणव पण्ड्या
#निर्मल गंगा जन अभियान का पांचवां चरण २० सितम्बर से #गोमुख से गंगासागर तक २५२५ किमी की दूरी # पुण्यसलिला माँ गंगा को निर्मल व अविरल बनाये रखने की योजना # पाँचवां चरण २० सितम्बर से #स्वच्छता से होगा समाज का पुनर्निर्माण : डॉ पण्ड्या निर्मल गंगा #जन अभियान का पांचवां चरण २० सितम्बर से शुरू करने की बडी घोषणा अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या जी द्वारा की गयी- #www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal & Daily Newspapers) publish at Dehradun & Haridwar; CS JOSHI-EDITOR
हरिद्वार 14 अगस्त।
अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि निर्मल गंगा जन अभियान के अंतर्गत गोमुख से गंगासागर तक २५२५ किमी की दूरी तय करने वाली पुण्यसलिला माँ गंगा को निर्मल व अविरल बनाये रखने की योजना के अंतर्गत पाँचवां चरण २० सितम्बर से प्रारंभ होगा। इसके अंतर्गत उद्गम से लेकर समुद्र में विलय तक गंगा के तटों पर वृहत स्तर पर सफाई अभियान एवं वृक्षारोपण किये जायेंगे। इस योजना में गायत्री परिवार के लाखों परिजन जुटेंगे।
डॉ. पण्ड्या गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में रामकृष्ण हॉल में आयोजित निर्मल गंगा जन अभियान की राष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रथम सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पतित पावनी की समग्र स्वच्छता को
लेकर शांतिकुंज में एक अलग से प्रकोष्ठ स्थापित किया जायेगा, जो इस अभियान में जुटे स्वयंसेवियों को निरंतर मार्गदर्शन देगा। उन्होंने कहा कि गंगा के तटों एवं घाटों को शुद्ध बनाये रखने के लिए भागीरथी के निकटवर्ती गांवों में गंगा प्रज्ञा मण्डलों का गठन किया जाएगा। प्रत्येक घर में देवस्थापना एवं गंगाजल प्रतिष्ठित करने की योजना है जिसमें हर आयु-वर्ग के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी तथा स्कूल, कॉलेजों के विद्यार्थियों को भी इस अभियान में जोड़ा जायेगा।
डॉ. पण्ड्या ने कहा कि गंगा में सिवर लाइन, घाटों में साबुन व अन्य कूड़ा-करकट डालने से रोकने के लिए व्यापक जनजागरण किया जाएगा और इसके लिए दस हजार से अधिक साइकिल यात्रा निकाली जायेंगी। गंगा के दोनों तटों में बड़ी संख्या में वृक्षारोपण भी किये जायेंगे। उन्होंने गंगा के निकट बायो डायेस्टर, केमिकल शौचालय बनाने की बात भी कही।
निर्मल गंगा जन अभियान की संगोष्ठी में वरिष्ठ कार्यकर्त्ता कालीचरण शर्मा, केपी दुबे आदि ने भी अपने विचार रखे जिसमें देश के कोने-कोने से आये प्रतिनिधि मण्डलों ने भाग लिया।