2200 करोड रूपये की लागत से प्रोद्योगिकी केन्द्र प्रणाली टूल रूम
#सिडकुल सितारगंज में प्रोद्योगिकी केन्द्र प्रणाली टूल रूम (टीसीएमपी) के निर्माण का पूजा अर्चना के बाद आधारशिला रखी #देशभर में इस वर्ष 15 और तकनीकी केन्द्र खोलने का ऐलान #काशीपुर में भी एक टूल केन्द्र खोला जायेगा# मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि टूल केन्द्र का निर्माण कियाा जाना क्षेत्र के लिये उपलब्धि #सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि केन्द्र सरकार समूचे प्रदेश के औद्यौगिक विकास के लिये कार्य रही है #श्रम सेवा योजन मंत्री श्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल ने कहा कि इस टूल केन्द्र के निर्माण से यहा के बेरोजगार लोगों का रोजगार के सुनहरे अवसर मिलने के साथ आटोमोबाइल क्षेत्र में भी क्षेत्र का विकास होगा# www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal)
सितारगंज 14 नवम्बर- केन्द्रीय सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम मंत्री श्री कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत ने आज सिडकुल सितारगंज में प्रोद्योगिकी केन्द्र प्रणाली टूल रूम (टीसीएमपी) के निर्माण का पूजा अर्चना के बाद आधारशिला रखी। इस परियोजना पर लगभग 2200 करोड रूपये की लागत आयेगी जिसमें विश्व बैंक की 200 मिलियन अमेरिकी डाॅलर का ऋण भी शामिल है। टूल केन्द्र के बन जाने से यहां के युवाओं को तकनीकी प्रशिक्ष्ण प्राप्त करने का सुनहरा मौका मिलेगा तथा वे स्वरोजगार के लिये आत्म निर्भर हो सकेंगे।
श्री मिश्र ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह प्रौद्योगिकी केन्द्र उद्यम मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्थापित किये जाने वाले 15 केन्द्रों में एक है। यह केन्द्र क्षेत्र के विनिर्माण में विशेषकर सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यमों को तकनीकी एवं एवं कुशल श्रमशक्ति की आवश्यकताओं की पूर्ति करने में मील का पत्थर सावित होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने उद्योगों की सुविधा के लिये देशभर में इस वर्ष 15 और तकनीकी केन्द्र खोलने का ऐलान किया है। इन केन्द्रों का समयबद्ध तरीके से उद्घाटन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस तकनीकी केन्द्र के निर्माण से जहां युवक विभिन्न टेªडों में तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर विभिन्न कम्पन्यिों में रोजगार के अवसर प्राप्त करेंगे वही उद्यमियों को कुशल व दक्ष श्रमिक भी उपलब्ध होगें। श्री मिश्र ने कहा कि इन तकनीकी केन्द्र पर बीएससी,एमएससी,एमटेक ,वीटेक के लोग भी प्रवेश पाकर तकनीकी ज्ञान अर्जन कर सकेगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने उद्यमियों की सहूलियत के लिये कई कार्यक्रम चलाये है। प्रदेश में छोटी-छोटी औद्यांेगिक ईकाइयां स्थापित की जा रही है जिसमें इस जिले के काशीपुर में भी एक टूल केन्द्र खोला जायेगा। क्षेत्र की औद्येगिक बिषमताओं को दूर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में उद्योगों के विस्तार के लिये केन्द्र सरकार गंभीर है तथा उद्योगों के मामले में किसी भी प्रकार की शिकायत का मौका नही दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उद्योगों के विकास पर तेजी से कार्य किया जा रहा है तथा कलस्टर के रूप में उद्योग विकसित करने के लिये उन्होंने 30 करोड की धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा की । श्री मिश्र ने कहा कि प्रोद्योगिकी केन्द्र क्षेत्र के सामान्य इंजीनियरिंग तथा आॅटोमोबाइल उद्योगों को तकनीकी सहायता एवं दक्ष श्रमिक सहायता प्रदान करने के साथ ही टूल्स डाइज,मोल्ड और प्रीसिजन कम्पोनेंट आदि के डिजाइन एवं विकास और विनिर्माण के जरिये सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत केन्द्र सरकार तेजी से कार्य कर रही है । उद्योग स्थापना के कुछ कार्यक्रमों का सरलीकरण कर दिया गया है 14वें वित्त आयोग द्वारा उद्योगो कों धनराशि दी जा रही है।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि टूल केन्द्र का निर्माण कियाा जाना क्षेत्र के लिये उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि यहां के सिडकुल क्षेत्र आटोमोबाइल हब के रूप में विकसित हो रहा है। यह टूल केन्द्र 20 एकड क्षेत्र में विकसित होगा। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र के लिये विशेष औद्योगिक आस्थानों के निर्माण विकसित किये जाने की बात कही ताकि स्थानीय युवकों को रोजगार उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्किल डवलपमेंट का रोडमैप तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस टूल सेंटर के निर्माण से उद्योगों को मांग के अनुसार मेन पावर व प्रशिक्षित श्रमिकों,इंजीनियरों की कमी आसानी से पूरी की जा सकेगी। उन्होने कहा कि कौशल विकास के क्षेत्र में राज्य ने तरक्की है इस लिहाज से प्रदेश में हस्तशिल्प व दस्तकारी से सम्बन्धित औद्योगिक इकाईयों का विस्तार किया जाना जरूरी है । उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में औद्यौगिक शिल्प को मजबूती प्रदान के लिये 100 करोड की आश्यकता होगी। श्री रावत ने कहा कि नीति आयेाग के अनुसार हम व्यापारिक पारदशिर्ता के क्षेत्र में हम 23वें स्थान से 9वें स्थान में आये है जिसे और और अधिक सुधारने के लिये प्रयासरत है। ंउन्होंने कहा कि एमएसएमसी के अन्तर्गत प्रदेश ने सितम्बर से अक्टूवर तक 868 करोड पूंजी निवेश किये जाने का प्रयास किया है। श्री रावत ने प्रदेश में दो टूल रूम केन्द्र और स्थापित करने की बात कही । उन्होंने कहा कि जसपुर में टैक्सटाइल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से उद्योगों के विस्तार पर केन्द्र से हर सम्भव सहयोग देने की बात कही।
श्रम सेवा योजन मंत्री श्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल ने कहा कि इस टूल केन्द्र के निर्माण से यहा के बेरोजगार लोगों का रोजगार के सुनहरे अवसर मिलने के साथ आटोमोबाइल क्षेत्र में भी क्षेत्र का विकास होगा। युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में आगे बढने का मौका मिलेगा जिससे वे स्वरोजगार पा सकेगे। सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि केन्द्र सरकार समूचे प्रदेश के औद्यौगिक विकास के लिये कार्य रही है । इस टूल केन्द्र के निर्माण से यहां के युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण मिलने का मौका मिलेगा जिससे उनको रोजगार के लिये भटकना नही पडेगा।
ठस अवसर पर पर भारत सरकार अपर सचिव उद्योग सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी,मण्डलायुक्त डी0 सेंथिल पांडियन,जिलाधिकारी चन्द्रेश कुमार,एसएसपी संेिथिल अबुदई,जिला अध्यक्ष कांग्रेस नारायण सिंह बिष्ट समेत कई जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थें।