सृजन घोटाले के तार उप मुख्यमंत्री से जुड़ गए
बिहार के चर्चित सृजन घोटाले के तार राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की चचेरी बहन रेखा मोदी से जुड़ गए हैं। उन पर करोड़ों रुपये का भुगतान सृजन के खाते से लेने के आरोप लगे हैं। इस घोटाले में अब तक केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, भाजपा के पूर्व सांसद शाहनवाज हुसैन, झारखंड से भाजपा सांसद निशिकांत दूबे, भाजपा से निलंबित किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष विपिन शर्मा के नाम जुड़ चुके हैं। इन लोगों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से सृजन की दिवंगत सचिव मनोरमा देवी या उनके बेटे अमित कुमार या बहू प्रिया से संबंध रहे हैं। नए खुलासे में रेखा मोदी का नाम जुड़ा है। जानकार कहते हैं कि इस घोटाले में अभी और कई बड़ी मछलियों का नाम उजागर होना बाकी है। सृजन घोटाले की जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली है और इस सिलसिले में दर्ज एफआईआर और दूसरे जरूरी कागजातों का बारीकी से अध्ययन कर रही है। साथ ही घोटाले से जुड़े सरकारी व बैंक अधिकारियों, कर्मचारियों, सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के पदधारकों और फायदा लेने वाले लोगों की सूची बनाकर इनकी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा जुटाने में लगी है। मामले की जांच एएसपी सुरेंद्र मल्लिक की अगुआई में 15 सदस्यीय सीबीआई टीम कर रही है। पहले इस मामले की जांच बिहार एसआईटी और आर्थिक अपराध की ईकाई कर रही थी।
जांच एजेंसियों को पता लगा है कि सृजन के कर्ता-धर्ता अफसरों और राजनेताओं को खुश करने के लिए उनके परिजनों को बड़ी मात्रा में गिफ्ट दिया करते थे। इनमें से अधिकांश हीरे की ज्वेलरी होती थी। इन ज्वेलरी की खरीद के लिए सृजन के खाते से रेखा मोदी को भुगतान होता था, फिर रेखा मोदी उन्हें अपनी कंपनी के जरिए या नकद हीरे व्यापारी को देती थीं। पटना के जालान जेम्स के मालिक रवि जालान ने कबूल किया है कि रेखा मोदी ने उन्हें हीरों की खरीद के बदले कई बार भुगतान किया है। फिलहाल रेखा मोदी पटना से फरार हैं। उनके घर पर कोई यह बताने में सक्षम नहीं है कि वो कहां हैं। रेखा मोदी और सृजन की सचिव मनोरमा देवी के बीच रिश्ते काफी मधुर थे। यह बात भी सबको पता है मगर उनके रिश्ते सुशील मोदी से अच्छे नहीं हैं। साल 2005 में भी सुशील मोदी को रेखा मोदी की वजह से बदनामी झेलनी पड़ी थी। रेखा मोदी ने एक बार अपने ही भाइयों पर कपड़े फाड़ने के आरोप लगाए थे।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर अपने भाई की कंपनियों के जरिए काले धन को सफेद करवाने का आरोप लगाया. तेजस्वी ने कहा कि सुशील मोदी ने भ्रष्टाचार कर खुद करोड़ों की बेनामी संपत्ति अर्जित कर ली है और वे अपना काला धन अपने भाई आरके मोदी की कंपनियों के जरिए सफेद करवाते हैं.
सुशील मोदी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार के खिलाफ बेनामी संपत्ति को लेकर लगातार खुलासा करते रहे हैं. माना जाता है कि इसी के इनाम के तौर पर उन्हें अप्रत्याशित रूप से दोबारा उपमुख्यमंत्री का पद मिला है. तेजस्वी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सुशील मोदी के बड़े भाई आरके मोदी बड़े बिल्डर हैं. देश के कई शहरों में आरके मोदी की कंपनी मॉल, अपार्टमेंट और मकान बनाने का काम कर रही है.
सुशील मोदी अपने भाई के व्यवसाय को पूरी तरह अलग बताते हैं लेकिन हकीकत यह है कि आरके मोदी की बेनामी कंपनियों के जरिए ही मोदी अपनी काली कमाई को सफेद करते रहे हैं. संवाददाता सम्मेलन में राजद नेता जगदानंद सिंह ने पत्रकारों से कहा कि सुशील मोदी के भाई का कोलकाता के एक ही पते पर कई कंपनियां हैं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में सुशील मोदी पहली बार बिहार के उपमुख्यमंत्री बने थे और वित्तमंत्री का जिम्मा भी उन्होंने ही संभाला था. वित्तमंत्री रहते सुशील मोदी ने बिहार के खजाने की हिफाजत नहीं की.
सिंह ने बताया कि वर्ष 2006 में सुशील मोदी ने दिल्ली में आरके मोदी की कंपनी से करीब 14.50 लाख रुपये में एक फ्लैट खरीदा. उसका पावर ऑफ अटार्नी आरके मोदी को दे दिया. फ्लैट खरीदते समय यह नहीं बताया गया कि किस माध्यम से भुगतान किया जा रहा है. इस फ्लैट को वर्ष 2010 में 85 लाख रुपये में बेच दिया गया.
राजद नेता ने बताया कि फ्लैट बेचने के दौरान बताया गया कि यह भुगतान चेक के माध्यम से लिया गया, लेकिन खरीदने के समय राशि किस रूप में दी गई, यह नहीं बताया गया. उन्होंने कहा कि मोदी ने पिछले कार्यकाल में बिहार के खजाने का दुरुपयोग किया. उन्होंने केंद्र सरकार से पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है. उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता सुमो पिछले दो महीने से लालू प्रसाद के परिवार पर बेनामी संपत्ति को लेकर लगातार निशाना साध रहे हैं.