आडवाणी,मुरली मनोहर के बाद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को भी घर रवाना किया
मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक किसी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. इससे मौजूदा सांसद और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन खासी नाराज हैं. उन्होंने एक पत्र जारी करते हुए कहा कि वह इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. साथ ही उन्होंने सवाल भी किया कि अभी तक प्रत्याशी का ऐलान क्यों नहीं किया गया है.
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन खासी नाराज- लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी- मीडिया को पत्र जारी किया
इंदौर (Indore) से भाजपा के द्वारा अपना उम्मीदवार उतारने में देरी को लेकर सुमित्रा महाजन (Sumitra Mahajan) ने घोषणा की है कि वह लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने पार्टी को लिखे अपने पत्र में कहा कि इंदौर से आखिर उम्मीदवार की घोषणा क्यों नहीं की गई है।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने लाल कृष्ण आडवाणी से उनके घर पर मुलाकात की है. शुक्रवार सुबह हुई इस मुलाकात में दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की गई. बता दें, गुरुवार को आडवाणी ने एक ब्लॉग लिखा था. नेशन फर्स्ट, पार्टी नेक्स, सेल्फ लास्ट शीर्षक से लिखे गए इस ब्लॉग में आडवाणी ने अपने राजनीतिक सफर के बारे में लिखा था.
एक पत्र जारी करते हुए उन्होंने इस बात का ऐलान किया. सुमित्रा महाजन ने सवाल किया कि उनकी पार्टी ने इंदौर लोकसभा सीट से अभी तक प्रत्याशी का ऐलान क्यों नहीं किया है, क्या पार्टी को किसी तरह का संकोच हो रहा है. उन्होंने पूछा कि अनिर्णय की स्थिति क्यों है?
लोकसभा स्पीकर ने कहा कि शायद पार्टी को निर्णय लेने में कोई संकोच हो रहा है, मैंने पहले ही ये फैसला उनपर छोड़ दिया था. इसलिए वह ऐलान कर रही हैं कि वह खुद चुनाव नहीं लड़ेंगी, ताकि पार्टी बिना किसी संकोच के साथ निर्णय ले सके. सुमित्रा महाजन इंदौर लोकसभा सीट से लगातार 8 बार चुनाव जीत चुकी हैं. उनकी उम्र 75 पार हो चुकी है, इसलिए ऐसी बातें सामने आ रही थी कि पार्टी इस बार उन्हें टिकट नहीं देना चाहती है. हालांकि, उनकी जगह उम्मीदवार कौन होगा, इस पर अभी तक फैसला नहीं हुआ है.
मध्य प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों पर इस बार चार चरण में चुनाव हो रहे हैं. मध्य प्रदेश में 29 अप्रैल, 6, 12 और 19 मई को मतदान होगा.
गौरतलब है कि इससे पहले भी टिकट को लेकर कई वरिष्ठ नेता सवाल उठा चुके हैं. भारतीय जनता पार्टी ने इस बार किसी भी 75+ उम्र वाले नेताओं को टिकट नहीं दिया है. इनमें लालकृष्ण आडवाणी की गांधीनगर, मुरली मनोहर जोशी का कानपुर, शांता कुमार का हिमाचल प्रदेश से टिकट काटा गया है. आडवाणी की जगह इस बार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह चुनाव लड़ रहे हैं.
सुमित्रा महाजन से पहले मुरली मनोहर जोशी भी टिकट ना मिलने से खफा हो चुके हैं. मुरली मनोहर जोशी ने तब कहा था कि उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के लिए कहा गया है, लेकिन वह इस बात से खफा थे कि पार्टी अध्यक्ष ने उन्हें खुद इस बात की जानकारी नहीं दी थी.
आडवाणी के बहाने वाड्रा का BJP पर निशाना, कहा- वरिष्ठों का सम्मान न करना शर्मनाक
गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट से टिकट कटने के बाद भारतीय जनता पार्टी के ‘लौह पुरुष’ लालकृष्ण आडवाणी ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी. लालकृष्ण आडवाणी के ब्लॉग के बाद देश की राजनीति में भूचाल-सा आ गया है, विरोधी पार्टियां भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साध रही हैं. अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ने भी फेसबुक पोस्ट लिख आडवाणी के पक्ष में बात रखी है. उन्होंने लिखा कि अगर हम अपने वरिष्ठों की सलाह को नहीं मानते हैं तो ये शर्मनाक है.
सुमित्रा महाजन (Sumitra Mahajn) 9वीं, 10वीं, 11वीं, 12वीं, 13वीं, 14वीं, 15वीं व 16वीं लोकसभा में इंदौर से सांसद रह चुकी हैं। आपको बता दें कि हाल ही में मध्य प्रदेश के खेल एंव युवा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा था कि इंदौर की जनता के साथ भाजपा भी सुमित्रा महाजन (Sumitra Mahajan) जी से थक गई है। इसी लिए वह उनका टिकट जारी करने में इतना समय लगा रही है। जीतू पटवारी ने भाजपा पर तंज करते हुए कहा था कि चौकीदार ने आडवाणी, मुरलीमनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं को घर रवाना कर दिया है। इंदौर लोकसभा सीट पर 7वें चरण में 19 मई को चुनाव होगा।