Mahindra की मॉडिफाई इलेक्ट्रिक कार & पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटा & राष्ट्रगान का वीडियो अपलोड करे और तत्काल सर्टिफिकेट ले & Top National News 11 Aug 21
High Light# Landslide in Himachal Pradesh Kinnaur # पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटा, चपेट में रोडवेज़ की एक बस समेत कई गाड़ियां # Om Birla Meeting: सदन में चर्चा और संवाद को प्रोत्साहित करें # तालिबान की फौज ने वहां के करीब 60 फीसदी से ज्यादा जगहों पर अपना कब्जा कर लिया # बेसन, सूजी और मैदा को घरेलू उपाय से कीड़े लगने से बचाये # केजरीवाल को बरी कर दिया गया # Mahindra की इलेक्ट्रिक कार पूरी तरह से किया मॉडिफाई # राष्ट्रगान वीडियो अपलोड करे और तत्काल सर्टिफिकेट हासिल करे : रेलवे, टिकट पर यात्रा की तारीख बदलने की भी सुविधा
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पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटा, चपेट में रोडवेज़ की एक बस समेत कई गाड़ियां हिमाचल सरकार ने रेस्क्यू के लिए उत्तराखंड और हरियाणा सरकार से हेलिकॉप्टर मांगे
शिमला: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर ज़िले में एक बड़ा हादसा हुआ है. निगोसारी और चौरा के बीच में अचानक पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूट गया जिसकी चपेट में हिमाचल रोडवेज़ की एक बस समेत कई गाड़ियां आ गई. अब तक एक शव को बरामद किया गया है. अब भी 25-30 यात्री लापता हैं. छह बचाए गए हैं. सरकार की पहली प्राथमिकता यह जानने की है कि बस में कितने लोग सवार थे. इसके लिए जिस जगह से बस चली थी वहां से बस में सवार हुए यात्रियों लिस्ट मंगवाई गई है. एनडीआरएफ और स्वास्थय विभाग को अलर्ट पर रखा गया है.
हादसा दोपहर 12 बजकर 45 मिनट के आसपास हुआ. अभी भी हादसे की जगह पर लगातार पत्थर गिर रहे हैं जिससे राहत का काम शुरू करने में काफ़ी दिक़्क़त हो रही है
शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-5 पर ज्यूरी रोड के निगोसारी और चौरा के बीच अचानक एक पहाड़ दरक गया। एक बस और कुछ गाड़ियों पर चट्टानें गिरी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 50-60 से ज्यादा यात्री मलबे में फंस गए हैं, इनमें से 10 लोगों को निकाल लिया गया है। हादसे में 2 लोगों की जान भी गई है। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और NDRF की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। ITBP को भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुला लिया गया है।
मलबे में फंसी बस हिमाचल रोडवेज की है, जो मूरंग से हरिद्वार जा रही थी। एक बस, बोलेरो और 3 टैक्सियों पर चट्टानें गिरी हैं। हिमाचल सरकार ने रेस्क्यू के लिए उत्तराखंड और हरियाणा सरकार से हेलिकॉप्टर मांगे हैं। आर्मी ने भी अपने दो हेलिकॉप्टर भेजे हैं।
किन्नौर हादसे पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नजर बनाए हुए हैं, उन्होंने अधिकारियों से राहत बचाव कार्य तेज करने के लिए निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, ”मैंने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया है. एनडीआरएफ को भी अलर्ट पर रखा गया है। हमें सूचना मिली है कि एक बस और एक कार को टक्कर लग सकती थी. हमें इस पर विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है.”
किन्नौर में हुए हादसे को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल के मुख्यमंत्री से फोन पर बात की है. गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री से घटना की जानकारी ली. इसके साथ ही उन्होंने डीजी आइटीबीपी से भी बात की. गृहमंत्री ने प्रभावित इलाके में जल्द से जल्द सुविधाएं पहुंचाने के निर्देश दिए. इसके साथ ही लोगों को घटनास्थल से निकालने के निर्देश भी जारी किए.
किन्नौर में बस के ऊपर पहाड़ का मलबा गिर गया। जिसकी वजह से 2 कार के भी दबने की आशंका है। 40 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की जानकारी मिल रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किन्नौर में मलबे में दबी बस के ड्राइवर का फोन इस वक्त काम कर रहा है और उससे फोन के जरिये संपर्क किया गया। लैंडस्लाइड के बाद मलबे में HRTC की बस समेत कई गाड़ियां चपेट में आई हैं। 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं। जिसके बाद घटना स्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
डिप्टी कमिश्नर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और स्थानीय बचाव दलों को बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है. सादिक ने बताया कि पत्थर अब भी गिर रहे हैं जिससे बचाव अभियान में कठिनाई आ रही है. उन्होंने बताया कि अभी विस्तृत जानकारी का इंतजार है. एक अन्य स्थानीय अधिकारी ने बताया कि पहाड़ से अभी भी रुक रुक कर मलवा नीचे गिर रहा है. इसलिए राहत बचाव कार्यशुरू करने में दिक्कत आ रही है. प्रशासन पूरे मुस्तैदी से हादसे पर नजर बनाए हुए है.
किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ड्राइवर शॉक में है इसलिए स्पष्ट नहीं बता पा रहा है कि अंदर कितने लोग हैं। कभी 20 कभी 25 कह रहा है। अभी तक रेस्क्यू करना संभव नहीं है। एक छोटी गाड़ी के ड्राइवर को बचा लिया गया है। आईटीबीपी मौके पर पहुंच गई है। लेकिन अभी तक चट्टानों का खिसकना बंद नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि किन्नौर में निगुलसारी नामक स्थान है। उससे करीब 2 किलोमीटर पीछे रामपुर की तरफ भूस्खलन के कारण अभी एक बस दबी हुई है। पीएम मोदी से हिमाचल सीएम जयराम ठाकुर ने फोन पर बातचीत की और हालात के बारे में जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निगुलसेरी, किन्नौर में हुए दुखद हादसे को लेकर हमसे फोन पर स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने इस घटना पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए केन्द्र की ओर से हरसंभव सहायता का विश्वास जताया। हिमाचल की ओर से प्रधानमंत्री मोदी का हार्दिक आभार।
माचल प्रदेश के किन्नौर में भूस्खलन के चलते कई गाड़ियां मलबे में दब गई हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक बचाव कर्मियों ने 10 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है, जबकि 2 लोगों की लाशें मिली हैं। ये हादसा रेकांग पियो -शिमला हाइवे पर नुगुलसारी के पास हुआ। पहाड़ों से अचातक पत्थर के टुकड़े और मिट्टी का हिस्सा नीचे आ गया और सड़क से गुजर रहे कई वाहन इसके नीचे दब गये। सरकारी सूत्रों के मुताबिक मलबे में 1 बस, जिसमें करीब 40 यात्री सवार थे, एक ट्रक और कुछ गाड़ियां दबी हुई हैं। माना जा रहा है कि करीब 50 से 60 लोग इसमें फंस गये हैं। ITBP की तीन बटालियनें घटनास्थल पर पहुंच गई है और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई हैं।
Om Birla Meeting: सदन में चर्चा और संवाद को प्रोत्साहित करें
NEW DELHI (Bureau) लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल तक स्थगित होने के बाद स्पीकर ओम बिरला ने बैठक की. इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी शामिल हुए.गौरतलब है कि मानसून सत्र के लिए लोकसभा की बैठक बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. पेगासस जासूसी मामला, तीन केंद्रीय कृषि कानून को वापस लेने की मांग सहित अन्य मुद्दों पर विपक्षी दलों के शोर-शराबे की वजह से पूरे सत्र में सदन में कामकाज बाधित रहा और सिर्फ 22 फीसदी काम हुआ.
लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद सभी दलों के नेताओं से आग्रह किया कि जनता के कल्याण तथा उनके अभावों को दूर करने के लिए भविष्य में सदन में चर्चा और संवाद को प्रोत्साहित करें।
लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद पीएम मोदी और अमित शाह ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की भेंट. ये मुलाकात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के कक्ष में हुई. सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी स्पीकर बिरला से मिलने पहुंचे. इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस, अकाली दल, वाईएसआरसीपी, बीजू जनता दल समेत कई विपक्षी दलों के नेता भी पहुंचे स्पीकर बिरला से मिलने पहुंचे.
लोकसभा अध्यक्ष ने किया सभी दलों के नेताओं से आग्रह किया कि भविष्य में सदन में चर्चा और संवाद को प्रोत्साहित करें. उन्होंने कहा कि चर्चा और संवाद से ही जनता का कल्याण होगा. चर्चा से ही जनता के आभाव दूर हो सकते हैं.
इससे पहले ओम बिरला ने सुबह कार्यवाही शुरू होने पर बताया कि 17वीं लोकसभा की छठी बैठक 19 जुलाई 2021 को शुरू हुई और इस दौरान 17 बैठकों में 21 घंटे 14 मिनट कामकाज हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘सदन में कामकाज अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा.’’ उन्होंने बताया कि व्यवधान के कारण 96 घंटे में करीब 74 घंटे कामकाज नहीं हो सका.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘निरंतर व्यवधान के कारण महज 22 फीसदी कार्य निष्पादन रहा.’’ उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान संविधान (127वां संशोधन) विधेयक सहित कुल 20 विधेयक पारित किये गए. चार नये सदस्यों ने शपथ ली. उन्होंने बताया कि मॉनसून सत्र के दौरान 66 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गए और सदस्यों ने नियम 377 के तहत 331 मामले उठाये.
ओम बिरला ने कहा कि इस दौरान विभिन्न स्थायी समितियों ने 60 प्रतिवेदन प्रस्तुत किये, 22 मंत्रियों ने वक्तव्य दिये और काफी संख्या में पत्र सभापटल पर रखे गए. उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान अनेक वित्तीय एवं विधायी कार्य निष्पादित किये गए. इससे पहले बिरला ने सदन को चार पूर्व सदस्यों के निधन की जानकारी दी और उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के वक्तव्य के बाद वंदे मातरम की धुन बजाई गयी और सदन की बैठक को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
तालिबान की फौज ने वहां के करीब 60 फीसदी से ज्यादा जगहों पर अपना कब्जा कर लिया
अफगानिस्तान में स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है. तालिबान की फौज ने वहां के करीब 60 फीसदी से ज्यादा जगहों पर अपना कब्जा कर लिया है. अफगान अधिकारियों ने बताया कि तालिबान ने कुंदुज हवाई अड्डे स्थित सेना के स्थानीय मुख्यालय पर कब्जा कर लिया है. इसके साथ ही पूर्वोत्तर सूबे पर चरमपंथी संगठन का पूरा कब्जा हो गया है. हालांकि, अमेरिका और नाटो सैनिकों की वापसी के बीच बागियों के हमले जारी हैं.
हाल के हफ्तों में समूचे अफगानिस्तान में उग्रवादियों ने बढ़त हासिल की है और जिलों तथा बड़े ग्रामीण हिस्से पर नियंत्रण करने के बाद प्रांतीय राजधानियों की ओर अपना रूख किया है. वहीं वे देश की राजधानी काबुल में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को भी निशाना बना रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा और संयुक्त राष्ट्र की इस चेतावनी के बावजूद हमले हो रहे हैं कि सैन्य तौर पर जीत और सत्ता पर काबिज़ होने पर मान्यता नहीं दी जाएगी. तालिबान ने अफगान सरकार के साथ बातचीत की मेज़ पर लौटने की अपीलों को अनसुना कर दिया है.
उत्तरी सर-ए-पुल प्रांत की परिषद के प्रमुख मोहम्मद नूर रहमानी ने कहा कि तालिबान ने प्रांतीय राजधानी पर कब्जा कर लिया है. उनके मुताबिक, अफगान सुरक्षा बलों ने एक हफ्ते तक शहर को तालिबान के कब्जे में जाने से बचाने की कोशिश की लेकिन सर-ए-पुल शहर पर तालिबान का नियंत्रण हो ही गया.
उन्होंने कहा कि प्रांत से सरकारी बल पूरी तरह से पीछे हट गए हैं. रहमानी ने यह भी बताया कि सरकार समर्थक स्थानीय मिलिशिया के कई लड़ाकों ने बागियों के आगे बिना लड़े हथियार डाल दिए हैं जिससे उन्होंने पूरे सूबे पर कब्जा कर लिया है. तालिबान ने सर-ए-पुल के साथ ही पश्चिमी निमरोज़ प्रांत की राजधानी ज़रंज, उत्तरी जौज़जान प्रांत की राजधानी शेबरगान और अन्य उत्तरी सूबे तालकान की राजधानी जो इसी नाम से है, पर कब्ज़ा कर लिया है.
सर-ए-पुल की प्रांतीय परिषद के प्रमुख रहमानी ने बताया कि सूबे की राजधानी कई हफ्ते से तालिबान की घेराबंदी में है और अतिरिक्त सैन्य सहायता भेजी नहीं जा सकी. सोमवार को सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में दिख रहा है कि तालिबान के लड़ाके सर-ए-पुल के गवर्नर के दफ्तर के सामने हैं और जीत पर एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं.
अफगानिस्तान से अमेरिका और नाटो की फौजों के वापस जाने के बीच तालिबान ने लड़ाई तेज कर दी है जबकि अफगान सुरक्षा बलों और सरकारी सैनिकों ने जवाबी हमले किए हैं और अमेरिका की मदद से हवाई हमले किए हैं. लड़ाई में आम नागरिकों के हताहतो होने को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं.
विद्रोहियों ने दक्षिणी हेलमंद प्रांत की राजधानी लश्कर गाह को भी अपने कब्जे में ले लिया है, जहां उन्होंने पिछले सप्ताह शहर के 10 पुलिस जिलों में से नौ पर कब्जा कर लिया था. वहां भारी लड़ाई जारी है और अमेरिका तथा अफगान सरकार ने हवाई हमले किए हैं जिसमें एक स्वास्थ्य क्लीनिक और एक हाई स्कूल क्षतिग्रस्त हो गया है. रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने पुष्टि की है कि लश्करगाह शहर पर हवाई हमले किए गए हैं. उसने कहा कि बलों ने तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाया है जिनमें 54 लड़ाके मारे गए हैं और 23 अन्य जख्मी हुए हैं. इसमें क्लीनिक और स्कूल पर बमबारी करने का कोई जिक्र नहीं है.
शनिवार को तालिबान के लड़ाके जौज़जान प्रांत की राजधानी में घुस गए थे और प्रांत के 10 में से नौ जिलों पर कब्जा कर लिया. कंधार की प्रांतीय राजधानी कंधार शहर भी उनके घेरे में हैं. तालिबान ने रविवार को अंग्रेजी में एक बयान जारी कर कहा कि निवासियों, सरकारी कर्मियों और सुरक्षा बलों को उनसे डरने की जरूरत नहीं है.
बेसन, सूजी और मैदा को घरेलू उपाय से कीड़े लगने से बचाये
अक्सर लोग घर में बेसन, सूजी और मैदा को स्टोर करके रखते हैं. बारिश के मौसम में गर्मागरम पकौड़े, हलवा या समौसे खाने का कभी भी मन करे तो आप फटाफट बना सकते हैं. आप इन बेसन, सूजी और मैदा से कोई भी डिश (Dish) बनाकर खा सकते हैं. लेकिन कई बार बेसन, सूजी और मैदा को ठीक तरीके से स्टोर नहीं करने पर इसमें कीड़े (Worms) लग जाते हैं. ऐसे में आप चाहकर भी इन चीजों का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं और मजबूरी में फेंकना पड़ जाता है. दरअसल गर्मी और बारिश के मौसम में ज्यादातर चीजों में कीड़े हो जाते हैं. ऐसे में आपको इन्हें बड़ी सावधानी से स्टोर करने की जरूरत होती है. हालांकि आप कुछ घरेलू उपाय से बेसन, सूजी और मैदा को खराब होने और कीड़े लगने से बचा सकते हैं. जानते हैं इन्हें स्टोर करने का सही तरीका.
– फ्रिज या फ्रीजर में रखें- बेसन, सूजी और मैदा को खराब होने से बचाने के लिए आप इन्हें फ्रिज या फ्रीजर में स्टोर कर सकते हैं. आप किसी एयर टाइट कंटेनर में इन चीजों को भरकर रख दें. इससे कभी कीड़े नहीं लगेंगे. फ्रिज में लंबे समय तक इन्हें स्टोर किया जा सकता है. आप चाहें तो फ्रीजर में भी रख सकते हैं.
पुदीना की पत्तियां रखें- बेसन, सूजी या मैदा को स्टोर करते वक्त डब्बे में कुछ पुदीने की पत्तियां रख दें, इससे कीड़े लगने की दिक्कत नहीं होगी. ध्यान रखें पुदीने की पत्तियों को सुखाकर ही डब्बे में रखें.
तेजपत्ता रखें- तेजपत्ता की खुशबू से कीड़े नहीं लगते हैं आप बेसन, सूजी और मैदा में भी तेजपत्ता डालकर रख सकते हैं. जिस डब्बे में आप स्टोर कर रहे हैं उसमें 3-4 तेजपत्ता डाल दें. इससे कभी कीड़े नहीं लगेंगे.
नीम की पत्ते रखें- सूजी, बेसन और मैदा में कीड़े लगने से बचाने के लिए आप इसमें नीम की पत्तियां डाल दें. नींम की पत्तियों को डालने से पहले उन्हें सुखा लें उसके बाद ही किसी एयर टाइट कंटेनर में इन्हें डालकर रखें.
हल्का सा भून कर रखें- बेसन, सूजी और मैदा में कीड़े लगने से बचाने के लिए आप इन्हें थोड़ा रोस्ट करके स्टोर कर लें. आप सूजी को और बेसन को इस तरह स्टोर कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें मैदा को आपको भूनना नहीं है. इस तरह बेसन और सूजी लंबे समय तक चलेंगे.
केजरीवाल को बरी कर दिया गया
नई दिल्ली: मुख्य सचिव से मारपीट के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बरी कर दिया गया है. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ये जानकारी दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे सत्य की जीत बताया है. मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, “दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जी को मनगढ़ंत सीएस हमला मामले में कोर्ट ने बरी कर दिया.” इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीटकर पर लिखा, “सत्यमेव जयते”.
19 फरवरी 2018 की देर रात अंशु प्रकाश एक बैठक में सीएम केजरीवाल के आवास पर गए थे. 1986 बैच के आईएएस हैं अंशु प्रकाश दिल्ली सरकार के तत्कालीन मुख्य सचिव थे. बैठक के बाद अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया कि केजरीवाल के सामने आप ने उनके साथ मारपीट की. मेडिकल रिपोर्ट में भी मुख्य सचिव से मारपीट की पुष्टि हुई थी.
इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा, ”आज सत्य की जीत का दिन है. दिल्ली की अदालत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें तथाकथित सीएम मारपीट मामले में उन्होंने साजिश रची थी. आज अदालत ने कह दिया कि यह आरोप झूठे और बेबुनियाद थे. आज केस में अरविंद केजरीवाल ने बरी कर दिया. ”
मनीष सिसोदिया ने कहा, ”हम पहले दिन से कह रहे थे कि यह सब अरविंद केजरीवाल के खिलाफ षडयंत्र है, आज अदालत में भी यह साबित हो गया. दिल्ली की सरकार को गिराने की का षडयंत्र था. यह षडयंत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र, भारतीय जनता पार्टी और उनकी केंद्र सरकार के इशारे पर रचा गया था. उनके इशारे पर दिल्ली पुलिस ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मारपीट का एक झूठा मुकदमा दर्ज किया. इसके बाद उनके घर और दफ्चतर पर छापेमारी की गई. यह मुकदमा इतना झूठा था कि इस मामले में आज कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आरोप तय करने से भी मना कर दिया.”
उन्होंने कहा, ”अरविंद केजरीवाल आज देश में सबसे लोकप्रिय चुने हुए मुख्यमंत्री हैं, इसीलिए बीजेपी, प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार के इशारे पर यह षडयंत्र रचा गया. उनके खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज करवाई गई. इसके लिए केंद्र सरकार का पूरा सिस्टम अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार के खिलाफ इस्तेमाल किया गया.”
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में 18 मई 2018 को मुख्यमंत्री केजरीवाल से 3 घंटे पूछताछ की थी. केस में दाखिल चार्जशीट में सीएम और डिप्टी सीएम सहित 13 विधायकों आरोपी बनाए गए थे. मारपीट के आरोप में आप के दो विधायक प्रकाश जरवाल और अमानतुल्लाह खान जेल भी गए. जिन्हें बाद में जमानत पर रिहा किया गया था.
Mahindra की इलेक्ट्रिक कार पूरी तरह से किया मॉडिफाई
देश भर में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की डिमांड हाल ही में बहुत तेजी से बढ़ी है। Northway Motorsport ने कुछ समय पहले Mahindra की e2o Electric car की रेंज को दो गुना किया था। अब, कंपनी ने इस Electric car को पूरी तरह से modify कर इसे दमदार पावर से लैस बना दिया है। Northway Motorsport ने इस प्रोटोटाइप कार को E2O Type R नाम दिया है। इसमें मोटर (motor), बैटरी पैक (battery pack), इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर (instrument cluster) आदि को बदला गया है और साथ ही बाहरी बनावट को बदले बिना चौड़े टायर्स (Tyres) का इस्तेमाल करते हुए इसे बोल्ड और स्पोर्टी लुक (Bold & Sporty look) देने की कोशिश की गई है। पेट्रोल-डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। पूरे देश में ही कच्चे तेल के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर बने हुए हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात तो यह है कि अभी इसके दाम गिरने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में देश भर में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की डिमांड हाल ही में बहुत तेजी से बढ़ी है।
नॉर्थवे मॉटरस्पोर्ट के मालिक हेमंत दभाड़े ने अपने यूट्यूब चैनल (Youtube Channel) पर इस E2O Type R प्रोटोटाइप का एक वीडियो साझा किया है। उन्होंने बताया कि इस मॉडिफाइड इलेक्ट्रिक कार में कंपनी द्वारा विकसित पावरट्रेन का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें कंपनी द्वारा बनाया एडेप्टिव ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन और मोटर कंट्रोलर (Adaptive automatic transmission and motor controller) शामिल है। कंपनी ने इस कार में 22kWh की क्षमता के battery pack का उपयोग किया गया है। अभी फिलहाल इस कार की रेंज के बारे में किसी भी तरह की जानकारी साझा नहीं की गई है। कंपनी ने इस कार में इस्तेमाल की गई motor भी जबरदस्त power generate करने में सक्षम है। हेमंक के अनुसार, यह मोटर 1200 nm का पीक टॉर्क जनरेट कर सकती है, जो बेहद प्रभावित करने वाला आंकड़ा है। एक बार फिर, कार की टॉप स्पीड को लेकर भी जानकारी साझा नहीं की गई।
भारत इलेक्ट्रिक कार मार्केट के लिए बेहद होने जा रहा है क्योंकि देश में कुछ ऐसी मेड इन इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करने की तैयारी चल रही हैं जो ग्राहकों का काफी आकर्षित करेगी। ये इलेक्ट्रिक कारें ज्यादा पावरफुल होने के साथ कीमत भी किसी पेट्रोल डीजल वाली कार की रेंज में ही होगी। आइए जानते हैं भारत में ऐसी इलेक्ट्रिक कारों के बारे में, जिन्हें जल्द ही भारत में लॉन्च किया जा सकता है Mahindra eKUV100 पावरफुल बैटरी के कारण 147 किमी की रेंज तय करने में सक्षम होगी।कार को फास्ट चार्जिंग फीचर की वजह से 80 प्रतिशत चार्ज होने में इसे महज 50 मिनट का समय लगता है। इसकी कीमत 9 लाख रुपए तक हो सकती है।Mahindra eXUV300 को ऑटो एक्सपो में भी पेश किया जा चुका है। ये एक स्टाइलिश इलेक्ट्रिक SUV होगी, जो सिंगल चार्ज में 375 किमी की दूरी तय कर सकती है।Mahindra eXUV300 कंपनी की पॉपुलर सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी का इलेक्ट्रिक अवतार है। यह डिजाइन में XUV300 जैसी ही रहेगी, लेकिन कुछ अपडेट भी देखने को मिल सकते हैं।
यह इलेक्ट्रिक कार देश की सबसे छोटी एक थ्री-व्हीलर इलेक्ट्रिक कार होगी, जिसे इसी साल लॉन्च किया जा सकता है। इस कार में 2 लोगों के बैठने की व्यवस्था है।कंपनी ने इस इलेक्ट्रिक कार की शुरुआती कीमत 4.5 लाख रुपए तय की है। यदि सच में ऐसा होता है तो यह भारत में बिकने वाली सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार बन जाएगी, जिसे आप किसी हैचबैक जितनी कीमत में खरीद पाएंगे।इस कार में लिथियम-आयन बैटरी दी गई है और कार सिंगल चार्ज में 200 किलोमीटर की रेंज तय करने में सक्षम होगी।
राष्ट्रगान वीडियो अपलोड करे और तत्काल सर्टिफिकेट हासिल करे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में राष्ट्रगान का जिक्र किया था और rashtragaan.in के माध्यम से देशवासियों के लिए एक ऐसे प्लाटफॉर्म की घोषणा की थी, जहां आकर कोई भी नागरिक ‘जन-गण-मन’ का गान कर सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह कवायद सुपरहिट हो गई है। बड़ी संख्या में लोग इस वेबसाइट पर जाकर राष्ट्रगान गा रहे हैं, अपना वीडियो अपलोड कर रहे हैं और तत्काल सर्टिफिकेट हासिल कर रहे हैं। फेसबुक, ट्विटर समेत सभी इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ऐसे सर्टिफिकेट की मानो बाढ़ आ गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि 15 अगस्त तक करोड़ों देशवासी इस अनूठे अभियान का हिस्सा बन जाएंगे।
rashtragaan.in पर क्लिक करते ही जो पेज खुलता है, वहां ‘Proceed’ या ‘आगे बढ़ें’ पर क्लिक करें। (यहां 12 भाषाओं के विकल्प मौजूद हैं।) अगले पेज पर पूरा नाम, उम्र, देश और राज्य की एंट्री करना होगी। इसके बाद ‘चलो गाएं’ या ‘Let’s Sing’ पर क्लिक करें। क्लिक करते ही नया पेज खुलेगा और फ्रंट कैमरा चालू हो जाएगा।
इस अभियान के लिए तकनीक का शानदार उपयोग किया गया है। यह बहुत आसान है और कोई भी सामान्य इन्सान उपयोग कर सकता है। rashtragaan.in पर क्लिक करते ही जो पेज खुलता है, वहां ‘Proceed’ या ‘आगे बढ़ें’ पर क्लिक करें। (यहां 12 भाषाओं के विकल्प मौजूद हैं।) अगले पेज पर पूरा नाम, उम्र, देश और राज्य की एंट्री करना होगी। इसके बाद ‘चलो गाएं’ या ‘Let’s Sing’ पर क्लिक करें। क्लिक करते ही नया पेज खुलेगा और फ्रंट कैमरा चालू हो जाएगा।
गायन शुरू करने के लिए रिकॉर्ड बटन दबाएं। मोबाइल या डेस्कटॉप के फ्रंट कैमरे की मदद से सिंगर खुद को देख सकता है। ‘रिकॉर्ड करें’ पर क्लिक करते ही ‘जन-गण-मन’ की धुन चालू हो जाती है। आपको इस धुन के साथ गाना है। वीडियो अपने आप रिकॉर्ड हो जाएगा। राष्ट्रगान पूरा होने के बाद आप इसे सुन भी सकते हैं। अपलोड बटन दबाने पर वीडियो अपलोड हो जाएगा। दोबारा प्रयास करने के लिए पुन: आरंभ करें का विकल्प भी है। वीडियो अपलोड करते ही सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह कवायद इस लिहाज से भी बहुत पसंद की जा रही है कि इससे सभी लोगों को राष्ट्रगान का मौका मिल रहा है। दादा-दादी के साथ ही पोते-पोतियां भी इसका उपयोग कर रहे हैं।
रेलवे, टिकट पर यात्रा की तारीख बदलने की भी सुविधा
भारतीय रेल यात्रियों की सुविधाओं के लिए लगातार प्रयासरत है। वैसे तो रेलवे ने अपने यात्रियों के लिए काफी सुविधाएं पहले से ही मुहैय्या कर रखी हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में हम इन सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं कर पाते। अक्सर जब हमें ट्रेन से कहीं जाना होता है तो इसके लिए हम रिजर्वेशन तो कर लेते हैं, लेकिन जब अचानक से यात्रा की तारीख में बदलाव करना पड़ता है तो हम उस टिकट को कैंसिल करके दूसरी तारीख पर रिजर्वेशन कर देते हैं, जिससे पैसे तो कट ही जाते हैं साथ ही दूसरी टिकट के पैसे अलग लग जाते हैं। अगर आप भी कुछ ऐसा ही करते हैं, तो आप रेलवे के नियम की जानकारी से कोसों दूर है। दरअसल रेलवे, टिकट पर यात्रा की तारीख बदलने की भी सुविधा देता है। इस नियम के बारे में विस्तार से..
यात्री अपने यात्रा की तारीख बदलने के साथ-साथ अपना बोर्डिंग स्टेशन भी बदल सकता है। बोर्डिंग स्टेशन के लिए यात्री मूल बोर्डिंग स्टेशन के स्टेशन मैनेजर को लिखित में एप्लीकेशन देकर या ट्रेन के छूटने के कम से कम 24 घंटे पहले किसी कम्प्यूटराइज्ड रिजर्वेशन सेंटर पर जाकर यात्रा के बोर्डिंग स्टेशन को बदल सकता है। यह सुविधा ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनो ही तरह से मिलती है। ये तो हुआ बोर्डिंग स्टेशन बदलने का तरीका लेकिन यात्रा की तारीख को कैसे बदला जाए चलिए नीचे इसके बारे में जानते हैं।
अगर किसी कारणवश आपकी यात्रा की तारीख चेंज करना पड़ जाए तो उस टिकट को कैंसल करने की बजाए आप उसकी यात्रा की तारीख ‘Preponed’ या ‘Postponed’ कर दीजिए। भारतीय रेलवे की वेबसाइट के अनुसार टिकट काउंटर पर बुक किए गए टिकट की यात्रा की तारीख को सिर्फ एक ही बार बदला जा सकता है, भले ही सीटों की उपलब्धता कन्फर्म हो या आरएसी हो या फिर वेटिंग में हो। इसके लिए यात्री को रिजर्वेशन ऑफिस जाकर ट्रेन छूटने के 48 घंटे पहले अपना टिकट सरेंडर करना होगा। बातदें कि यह सुविधा सिर्फ ऑफलाइन टिकट पर ही निर्धारित शुल्क के भुगतान पर लागू होगी।
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