पंचायत चुनावों में रणनीतिक चूक, सिद्धू के साथ कोई बैठक नहीं- RJ, & पंजाब फतह के लिए केजरीवाल ने चला ब्रह्मस्त्र Top National News 29 June 21
29 JUNE 2021# Himalayauk Newsportal & Print Media # Top High Light# शरीर के लिए विटामिन बी12 की कमी से आपको कई गंभीर समस्याएं # ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत # पंचायत चुनावों में अच्छी सफलता पाने के बाद भी रणनीतिक चूक # सिद्धू और ‘कैप्टन’ के मतभेदों के कारण राज्य में कांग्रेस पार्टी की ‘संभावनाओं’ पर विपरीत असर #पंजाब फतह के लिए केजरीवाल ने चला ब्रह्मस्त्र # पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक – बड़ा घोटाला बच सकता था # Presents by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: Mob 9412932030 ; CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR; Mail; himalayauk@gmail.com#
स्वस्थ शरीर के लिए सभी विटामिन और पोषक तत्व जरूरी हैं. शरीर को काम करने के लिए प्रोटीन, खनिज और विटामिन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. ऐसे में अगर किसी भी एक विटामिन की कमी हो जाए तो इसकी वजह से शरीर में कई तरह की परेशानी पैदा हो सकती हैं. शरीर के लिए विटामिन बी12 भी ऐसा ही जरूरी पोषक तत्व है जिसकी कमी से आपको कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसे ‘कोबालामाइन’ के रूप में भी जानते हैं. विटामिन बी12 दिमाग के नॉर्मल तरीके से काम करने, शरीर में रेड ब्लड सेल्स और डीएनए के निर्माण के लिए बहुत जरूरी है. विटामिन बी12 की कमी से शरीर में तंत्रिका से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं. शरीर में कमजोरी और एनीमिया के शिकार हो सकते हैं.
एक्सपर्ट्स का कहना है कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन बी-12 बहुत जरूरी है. जिन लोगों में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है उनका वजन तेजी से कम होने लगता है. मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं. त्वचा का रंग पीला पड़ने लगता है और एनीमिया के शिकार हो सकते हैं. तंत्रिका पर असर होने की वजह से ऐसे लोगों में भ्रम की स्थिति रहती है. ऐसे में आपको शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने से रोकने के लिए अपने आहार पर ध्यान देने की जरूरत है. 18 साल से ज्यादा के लोगों को रोजाना 2.4 माइक्रोग्राम विटामिन बी12 का सेवन करना चाहिए.
अगर आप नॉनवेज खाते हैं जो आपके लिए विटामिन बी12 के कई सोर्स हैं. आप चिकन, मीट, मछली और अंडों से विटामिन बी12 पा सकते हैं. इसके अलावा पशु उत्पादों में भी विटामिन बी 12 पाया जाता है. अंडे में विटामिन बी2 और बी12 अच्छी मात्रा में होता है. अगर आप दिन में दो अंडे खाते हैं तो इससे दैनिक जरूरत की 46 प्रतिशत मात्रा पूरी हो जाती है.
शाकाहारी चीजों में विटामिन बी12 थोड़ा कम होता है लेकिन फिर भी आपको डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे- दूध, दही और पनीर खाना चाहिए. इससे आप विटामिन बी12 की कमी को दूर कर सकते हैं. इसके अलावा बादाम, काजू, टोफू,जई और नारियल के दूध में भी विटामिन बी12 पाया जाता है.
अगर आपके शरीर में विटामिन बी-12 की कमी है तो आपको शराब बिल्कुल नहीं पीनी चाहिए. शराब से विटामिन बी12 का लेवल और कम हो सकता है. साथ ही आपको ज्यादा फोलिक एसिड लेने से भी बचना चाहिए.
ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत
अयोध्या में जमीन खरीद में घोटाले का आरोप लगाने वाली आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को कोतवाली में तहरीर दी है. इसके अंतर्गत ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की गई है.
अयोध्या: आम आदमी पार्टी ने अयोध्या कोतवाली सिटी में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है. साथ ही सबूत के तौर पर दस्तावेज भी सौंपे. आम आदमी पार्टी के लीगल विंग के प्रभारी जेके शुक्ला ने कहा कि, इन चंदा चोरों को चंदा चोरी करने नहीं देंगे. अगर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो कोर्ट जाएंगे. आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह द्वारा अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए जमीन खरीदने में घोटाले और भ्र्ष्टाचार का आरोप लगाने के बाद आज अयोध्या कोतवाली में मुकदमा दर्ज करने को लेकर तहरीर दे दी गयी.
आप कार्यकर्ताओं और यूपी लीगल विंग के प्रभारी अधिवक्ता जेके शुक्ला ने अयोध्या कोतवाली नगर में जाकर तहरीर दी. कोतवाली प्रभारी सुरेश पांडेय को सौंपी. इस तहरीर में मंदिर ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के अलावा सुल्तान अंसारी ट्रस्टी अनिल मिश्रा मेयर के रिश्तेदार रवि तिवारी और दीप नारायण उपाध्याय हरीश पाठक उनकी पत्नी कुसुम पाठक को आरोपी बनाया है. संजय सिंह ने अपनी तहरीर में धोखाधड़ी जालसाजी, आपराधिक साजिश. आपसी विश्वास को भंग करना समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इन सभी की भूमिका को भी स्पष्ट करते हुए इनके ऊपर बन रहे अपराधों को अपनी तहरीर में दर्शाया है.
अयोध्या पुलिस ने कैमरे के सामने कुछ कहने से इनकार किया, लेकिन कोतवाली सिटी प्रभारी सुरेश पाण्डेय ने बताया है कि तहरीर मिल गयी है. इस मामले में जांच के बाद ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
आप के अधिवक्त जेके शुक्ल ने कहा कि, आप लोगों को मालूम है कि, 2020 के नोटिफिकेशन से ट्रस्ट बना. भारत सरकार के इस ट्रस्ट में देश के करोड़ों हिंदुओं ने चंदा दिया और इन ट्रस्ट वालों ने चंदा चोरी किया और अपना घर बना लिया. शुक्ला ने कहा कि, गमन करते हुये हेराफेरी की, डॉक्यूमेंट में 2 करोड़ की जमीन साढ़े 18 करोड़ में बेच दिया. इसके खिलाफ आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने सबसे पहले आवाज उठाई है.
यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर बवाल
यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर बवाल मचा है। पंचायत चुनावों में सदस्यों के लिहाज से पिट कर तीसरे नंबर पर रहने वाली बीजेपी ने अब तक 20 जिलों में अपने निर्विरोध अध्यक्ष बनवा लेने में सफलता हासिल कर ली है। वाराणसी और गोरखपुर जैसे जिले जहां बीजेपी की हार राष्ट्रीय सुर्खियां बनी थीं वहां भी इसने अपना अध्यक्ष बनवा लिया है।
उत्तर प्रदेश में बिना मतदान के ही सत्तारुढ़ बीजेपी ने झांसी, गाजियाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, मुरादाबाद, बुलंदशहर, बिजनौर, मऊ, ललितपुर, भदोही, आगरा आदि जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा कर लिया है। इन जिलों में या तो विरोधी प्रत्याशी नामांकन नहीं कर सका या उसका पर्चा ही खारिज कर दिया गया है।
पंचायत चुनावों में अच्छी सफलता पाने के बाद भी अध्यक्ष के चुनावों में मिली मात पर एसपी मुखिया अखिलेश यादव ने अपने 11 जिला अध्यक्षों को हटा दिया है। इनमें बलरामपुर, मऊ, गोरखपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गोंडा, नोएडा, श्रावस्ती, आगरा व ललितपुर के जिलाध्यक्ष शामिल हैं।
अखिलेश के मुताबिक़, इन जिला अध्यक्षों की रणनीतिक चूक की वजह से एसपी प्रत्याशी नामांकन नहीं कर सके।
बागपत से आरएलडी प्रत्याशी ममता किशोर ने जहां अपना नामांकन वापस होने की स्थिति में परिवार संग आत्मदाह करने की धमकी दे डाली है, वहीं पीलीभीत से खबर आ रही है कि यहां से समाजवादी पार्टी समर्थित प्रत्याशी प्रवक्तानंद ने अपना नाम वापस ले लिया है, जिससे इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी दलजीत कौर का निर्विरोध चुने जाना तय है। सपा हो या आरएलडी, सभी बीजेपी पर गंभीर आरोप लगा रही हैं।
मंगलवार को नामांकन वापसी के दिन सबसे पहले शाहजहांपुर से एसपी प्रत्याशी वीनू सिंह खुद ही बीजेपी में शामिल हो गयीं। वीनू सिंह ने अपना नामांकन वापस लेकर बीजेपी प्रत्याशी ममता यादव के निर्विरोध अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बागपत से आरएलडी प्रत्याशी ममता किशोर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें धमकी दी है कि अगर प्रशासन ने उनका नामांकन जबरन वापस किया तो वो परिवार के साथ आत्महत्या कर लेंगी। वीडियो में ममता किशोर के पति कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि वे इस समय 400 किलोमीटर दूर राजस्थान के भरतपुर में हैं और उन्होंने नाम वापसी का कोई प्रस्ताव नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने पर्चा वापस किया तो वो परिवार के साथ मिलकर आत्मदाह कर लेंगे, जिसकी जिम्मेदारी बागपत जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार की होगी।
ममता किशोर ने नामांकन वाले दिन अपने पति के साथ बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी, लेकिन करीब चार घंटे बाद ही आरएलडी से नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता के पति ने आरोप लगाया था कि उन्हें पिस्तौल की नोक पर जबरन बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह के आवास पर ले जाया गया और धमकी दी गई कि अगर सदस्यता ग्रहण नहीं की तो झूठे मामले में फंसाकर जेल भेज देंगे। बीजेपी ने इन आरोपों का खंडन किया था।
बाग़पत में नामांकन से ठीक पहले एसपी-आरएलडी की संयुक्त प्रत्याशी को जबरन बीजेपी में शामिल करा दिया गया था। हालांकि इसके महज घंटे भर बाद वो फिर से वापस आ गयीं और आरएलडी प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरा था। आरएलडी प्रत्याशी ममता किशोर के पति ने तब मीडिया के सामने रोते हुए कहा था कि उन्हें जबरन स्थानीय सांसद व मुंबई के पुलिस कमिश्नर रहे सत्यपाल सिंह के घर ले जाकर बीजेपी में शामिल करा दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीलीभीत से समाजवादी पार्टी समर्थित प्रत्याशी प्रवक्तानंद ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया है। आरोप है कि वे बीजेपी नेताओं के साथ पहुंचे और अपना नाम वापस ले लिया। उन्होंने बीजेपी जॉइन कर ली है। सपा प्रत्याशी के नाम वापस लेने के बाद इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी दलजीत कौर का निर्विरोध चुने जाना तय है। सपा नेता मंजीत सिंह यादव का कहना है कि बीजेपी पंचायत अध्यक्ष चुनाव जीतने के लिए हर तरह का हथकंडा अपना रही है। उन्होंने बीजेपी पर अपने विरोधी प्रत्याशियों को झूठे मामलों में फंसाने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया।
कुल 75 जिलों में से 19 जिलों में पंचायत अध्यक्ष का निर्विरोध चुना जाना तय है, जिसमें अब बीजेपी प्रत्याशियों की संख्या 18 हो गई है। सपा की बात करें तो उसके केवल एक ही प्रत्याशी का निर्विरोध चुना जाना तय हुआ है। 29 जून को नाम वापसी के बाद निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की जाएगी। इसके बाद बची हुई सीटों पर तीन जुलाई को मतदान होगा और इसी दिन नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।
सुरेन्द्र गुर्जर सलारपुर – बागपत से रालोद की जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी ममता किशोर 400 किलोमोटर दूर राजस्थान में हैं। फिर उनका पर्चा कैसे और किसने वापस ले लिया? खेला होबे ये चल क्या रहा है ??
ममता किशोर के आरएलडी से पर्चा भरने के बाद सुरक्षा के नजरिए से उन्हें राजस्थान के भरतपुर में भेज दिया गया। मंगलवार को जब आरएलडी प्रत्याशी भरतपुर में थीं तभी जिला प्रशासन ने उनके नामांकन वापस लेने की सूचना दे दी।
पहले ही 17 जिलों में विरोधियों को नामांकन न करने देकर अपने निर्विरोध अध्यक्ष बना चुकी बीजेपी ने मंगलवार को कई जिलों में विरोधियों का नामांकन वापस करा दिया। सबसे अजब कहानी बाग़पत में रच दी गयी जहां प्रतिपक्ष की प्रत्याशी के सैकड़ों किलोमीटर दूर राजस्थान के भरतपुर में होने के बावजूद उनकी नामांकन वापसी दिखा बीजेपी प्रत्याशी के अध्यक्ष बनने का मैदान साफ कर दिया गया।
प्रशासन के इस हथकंडे के बाद बाग़पत के एसपी नेता व पूर्व मंत्री कुलदीप उज्ज्वल ने आरोप लगाया कि फर्जी महिला को ममता किशोर बनाकर पर्चा वापस कराया गया। उन्होंने कहा कि हमारी प्रत्याशी ममता किशोर तो भरतपुर राजस्थान में हैं फिर जिला प्रशासन ने किससे नामांकन वापस कराया।
जिला प्रशासन के इस कदम के विरोध में एसपी नेता ने कार्यकर्ताओं से धरना-प्रदर्शन करने को कहा और बड़ी तादाद में एसपी व आरएलडी के कार्यकर्ता बाग़पत कलेक्ट्रेट पहुंच गए थे। गौरतलब है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में एसपी व आरएलडी ने मिलकर पंचायत चुनाव लड़ा था और अब अध्यक्ष पद के लिए संयुक्त प्रत्याशी उतारे गए हैं।
पीलीभीत में भी एसपी के प्रत्याशी स्वामी प्रवक्तानंद ने अपना नाम वापस ले लिया। स्वामी प्रवक्तानंद बीजेपी से ही एसपी में आए थे। इस तरह पीलीभीत में बीजेपी प्रत्याशी डॉ. दलजीत कौर का अध्यक्ष बनना तय हो गया है। बहराइच में अंतिम समय के चंद मिनट पहले एसपी प्रत्याशी नेहा अजीज ने नाम वापस ले लिया। यहां भी बीजेपी प्रत्याशी मंजू सिंह निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष बन गयी हैं।
बहराइच मे पूर्व मंत्री व मटेरा से विधायक यासर शाह पर दबाव बनाकर एसपी प्रत्याशी का नामांकन वापस हुआ है।
. सिद्धू और ‘कैप्टन’ के मतभेदों के कारण राज्य में कांग्रेस पार्टी की ‘संभावनाओं’ पर विपरीत असर
राहुल गांधी ने कहा है कि सिद्धू (Navjot Sidhu) के साथ उनकी कोई बैठक तय नहीं है सिद्धू और ‘कैप्टन’ के मतभेदों के कारण राज्य में कांग्रेस पार्टी की ‘संभावनाओं’ पर विपरीत असर
नई दिल्ली:पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धूकी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ मुलाकात के मामले में नया ट्विस्ट आ गया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि सिद्धू (Navjot Sidhu) के साथ उनकी कोई बैठक तय नहीं है जबकि एक दिन पहले पंजाब कांग्रेस के नेता (सिद्धू) की टीम ने इस बारे में दावा किया था. सोमवार को नवजोत सिद्धू की टीम की ओर से कहा गया था कि वह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात करेंगे.
क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने मुलाकात के लिए समय मांगा था. गौरतलब है कि सिद्धू के सीएम अमरिंदर सिंह के साथ विभिन्न मुद्दों पर गंभीर मतभेद रहे हैं. इस सिलसिले में राहुल से मुलाकात करके सिद्धू अपना पक्ष रखना चाहते थे. पंजाब में अगले वर्ष चुनाव (Punjab Assembly polls 2022) होने हैं, ऐसे में सिद्धू और ‘कैप्टन’ के मतभेदों के कारण राज्य में कांग्रेस पार्टी की ‘संभावनाओं’ पर विपरीत असर पड़ सकता है.
सिद्धू ने इससे पहले कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी की ओर से इस मुद्दे के समाधान के लिए गठित तीन सदस्यीय समिति से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा था. पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने भी दिल्ली में पिछले सप्ताह इस समिति से मुलाकात की थी. हालांकि ‘गांधी परिवार’ के साथ उनकी संभावित बैठक नहीं हो पाई थी. वैसे, कांग्रेस पार्टी यह स्पष्ट कर चुकी है कि पंजाब विधानसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह ही सीएम पद के लिए उसका चेहरा होंगे.
वही दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंचे। यहां केजरीवाल ने तीन बड़े एलान किए। सबसे पहला और बड़ा एलान कि पंजाब में अगर आम आदमी पार्टी की सरकार बन जाती है तो राज्य के हर परिवार को 300 यूनिट तक ‘मुफ़्त बिजली’ मिलेगी।
दूसरा और तीसरा एलान भी बिजली से जुड़ा है। दूसरे एलान में केजरीवाल ने कहा है कि पुराने बकाया बिलों को माफ़ कर दिया जाएगा और जिनके कनेक्शन काट दिए गए हैं, उन्हें बहाल किया जाएगा और तीसरा एलान यह कि 24 घंटे बिजली दी जाएगी। केजरीवाल ने समझाया कि पंजाब में लोगों के घर 24 घंटे बिजली आएगी और 300 यूनिट तक बिजली के इस्तेमाल पर बिल भी नहीं आएगा।
‘मुफ़्त बिजली’ को लेकर केजरीवाल बेहद आक्रामक रहे हैं। दिल्ली में पहली बार सरकार बनाने के बाद उन्होंने अपने ‘बिजली माफ़, पानी हाफ़’ के नारे को लागू किया और इसमें जो भी बिजली कंपनियां आड़े आईं केजरीवाल उनसे भिड़ गए। केजरीवाल ने बिजली कंपनियों को इसके लिए मज़बूर कर दिया कि वे दिल्ली वालों को 200 यूनिट तक मुफ़्त बिजली दें।
केजरीवाल ने ठान लिया है कि पंजाब में सरकार बनानी है और ‘मुफ़्त बिजली’ को उन्होंने अपना ब्रह्मस्त्र बना लिया है तो यह सवाल ज़रूर उठता है कि जब दिल्ली के लोग लगातार दो बार आम आदमी पार्टी को उसके वायदों को पूरा करने के लिए बड़ी जीत दिला सकते हैं तो पंजाब में ऐसा क्यों नहीं हो सकता। दिल्ली में आम आदमी पार्टी तीन बार सरकार बना चुकी है लेकिन पहली बार में यह सरकार कांग्रेस के साथ गठबंधन करके बनी थी।
आम आदमी पार्टी को उम्मीद है कि कांग्रेस में चल रहे झगड़ों, अकाली दल के पिछले चुनाव में ख़राब प्रदर्शन और बीजेपी से अलग होने के बाद उसके पास यह बड़ा मौक़ा है जब वह अपने सपने को साकार कर सकती है।
पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक – बड़ा घोटाला बच सकता था
पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक को आखिरकार सेंट्रम और भारत पे ने खरीदने की पेशकश कर दी है। रिजर्व बैंक ने इसे मंजूरी भी दे दी है। पर अगर 8 साल पहले शिकायतों पर रिजर्व बैंक ने ध्यान दिया होता तो इतना बड़ा घोटाला बच सकता था। मजे की बात यह है कि रिजर्व बैंक का अधिकारी ही PMC में जनरल मैनेजर यानी जीएम बन गया।
घोटालों में फंसे सहकारी बैंक पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (PMC) की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। अब इस पर पहले वाला प्रतिबंध बढ़ा दिया गया है। यह 31 मार्च 2021 तक लागू रहेगा। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इससे अभी भी जमाकर्ताओं को पूरा पैसा पाने के लिए इंतजार करना होगा।
वैसे बैंक के रिकंस्ट्रक्शन और इसमें हिस्सेदारी खरीदने के लिए अब तक 4 एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) मिले हैं। RBI ने अभी यह नहीं बताया है कि किन कंपनियों या निवेशकों ने PMC बैंक में हिस्सेदारी खरीदने के लिए EoI जमा किया है। पर यह माना जा रहा है कि अगर ऐसा होता है तो यह जमाकर्ताओं के फायदे में होगा। RBI ने शुक्रवार को कहा कि PMC Bank ने हिस्सेदारी खरीदने के लिए प्रस्ताव मांगे थे। इसके लिए 15 दिसंबर तक आवेदन भेजने की तारीख थी। इसमें 4 निवेशकों ने हिस्सा लिया है जिन्होंने आवेदन भेजा है।
हाल में रिजर्व बैंक ने PMC पर प्रतिबंधों को दिसंबर तक बढ़ा दिया है। घोटाले में फंसे PMC Bank के जमाकर्ताओं को पैसे मिलने का रास्ता साफ हो गया है। इसे स्माल फाइनेंस बैंक के रूप में चलाया जाएगा। वर्ष 2019 में जब PMC बैंक का घोटाला उजागर हुआ तो सितंबर 2019 में रिजर्व बैंक ने PMC बैंक के निदेशक मंडल को खत्म कर दिया। बैंक पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए।
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, RBI को घोटाले के संकेत बहुत पहले मिले थे। अगर समय से अमल हुआ होता तो यह घोटाला रोका जा सकता था। क्योंकि 8 साल पहले ही एक व्यक्ति ने बैंक में हो रहा जालसाजी के बारे में RBI को चिट्ठी लिखकर आगाह किया था। 28 जनवरी 2011 को PMC के एक कर्मचारी ने रिजर्व बैंक के मुख्य महाप्रबंधक ए उदगता को एक पत्र लिखा। इसमें उसने बैंक द्वारा एचडीआईएल और DHFL के साथ डील की जानकारी दी थी।
HDIL और DHFL वधावन की कंपनियां थीं। बैंक के कर्मचारी ने अपने लेटर में कहा था कि PMC बैंक ने HDIL के साथ मिलकर अपने डिपॉजिट्स में हेरफेर की। बदले में HDIL की पूरी ब्लैक मनी PMC बैंक के कैश डिपॉडिट में दिखाया गया। इस बढ़ी हुई कैश लिमिट की जानकारी RBI को नहीं दी गई। इस लेकर में बैंक के NPA के बारे में भी खुलासा किया गया था।
इसके मुताबिक, PMC बैंक का बुरा फंसा कर्ज यानी NPA 9% था, लेकिन बैंक ने इसे केवल 1% दिखाया। PMC बैंक ने अपने सिस्टम में 250 करोड़ रुपए का बोगस डिपॉजिट दिखाया। बैंक ने NPA करने वाली कंपनियों जैसे कि DHFL और HDIL को बडी मात्रा में नया लोन दिया। यह लोन इन कंपनियों के डायरेक्टर्स के रिश्तेदारों या पार्टनर के नाम पर दिए गए। बैंक के लोन बुक को बढ़ाने का लिए नकली डिपॉजिट दिखाए गए।
हालांकि RBI ने इसी लेटर के आधार पर 7 मार्च 2011 को इस मामले की जांच करने का आदेश PMC के CEO को दिया। उनको बाद में इस केस मे गिरफ्तार किया गया। यह घोटाला उस समय सामने नहीं आया, क्योंकि RBI ने जिस व्यक्ति को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा था, वह खुद घोटालेबाजों के साथ मिला हुआ था और इस साजिश में शामिल था। इस मामले में ऑडिटर लकड़ावाल ऑडिटर का रोल भी जांच के घेरे में है। इस मामले में ऑडिटर्स बैंक की गड़बड़ी पकड़ने में नाकाम रहे और इसे टॉप रेटिंग दे दी।
रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक, उसका कोई भी रिटायर या इस्तीफा देने वाला अधिकारी निजी कंपनियों में काम नहीं कर सकता है। लेकिन कांबले ने इस्तीफा देकर पीएमसी बैंक में काम किया।
एल.एन कांबले रिजर्व बैंक में सहकारी बैंकों के सुपरविजन विभाग में थे। वे जनवरी 2012 में रिटायर हुए और मार्च 2012 में पीएमसी बैंक में जनरल मैनेजर बन गए। हालांकि कांबले ने कहा कि उनके पास पीएमसी में जाने के लिए सभी तरह की मंजूरियां रिजर्व बैंक से मिली थीं। वे पीएमसी मे मानव संसाधन यानी एचआर और ट्रेनिंग विभाग में थे। कांबले 2012 से 2019 तक पीएमसी बैंक में थे। उन्होंने अक्टूबर 2019 में इस्तीफा दे दिया था।
जांच में पता चला कि पीएमसी बैंक के सीईओ जॉय थॉमस ने पर्सनल असिस्टेंट से शादी करने के लिए अपना धर्म परिवर्तन कर नाम जुनैद खान कर लिया। अपनी पत्नी को पुणे में 9 फ्लैट गिफ्ट में दिए।
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