मोदी सरकार की दूसरी पारी का एक साल पूरा & Top News 30 May 20
30 MAY 20# High Light # Himalayauk Newsportal & Print Media # पीएम नरेंद्र मोदी का देश के नाम पत्र # मध्य प्रदेश में लॉकडाउन 15 दिन और बढ़ेगा. # पूरे भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 1,74,170 # मरीजों में लक्षण नहीं मिल रहे हैं # संक्रमित हो चुके मरीजों में धूम्रपान करने वालों की हालत गंभीर # ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ सभी संबंध समाप्त करने की घोषणा की # ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ सभी संबंध समाप्त करने की घोषणा की
पीएम नरेंद्र मोदी का देश के नाम पत्र
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात में लॉकडाउन समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. राज्यों के सुझाव पर लॉकडाउन पर फैसला होगा. इस बैठक के दौरान पीएमओ और गृह मंत्रालय के अधिकारी भी मौजूद थे. प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के बीच आज फिर से करीब एक घंटे तक मुलाकात चली. सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी के साथ हुई बैठक में मोदी सरकार-2 के एक साल पूरे होने पर भी चर्चा हुई. शुक्रवार को भी दोनों नेताओं के बीच करीब दो घंटे तक बैठक हुई थी. कल लॉकडाउन का आखिरी दिन है ऐसे में आज की ये बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन का चौथा चरण का कल 31 मई को आखिरी दिन है. चौथा लॉकडाउन 18 मई से 31 मई तक के लिए लगाया गया था. इससे पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल, 15 अप्रैल से 3 मई और 4 मई से 17 मई तक के लिए लॉकडाउन का एलान किया गया था.
देश में जानलेवा कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. पिछले 24 घंटों में 265 लोगों की मौत हुई है, जो एक दिन में मौत का सबसे बड़ा आंकड़ा है. वहीं पिछले एक दिन में सबसे ज्यादा सात हजार 964 मामले भी सामने आए हैं. इतना ही नहीं 11 हजार 264 लोग एक दिन में ठीक हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अबतक एक लाख 73 हजार 763 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं 4971 लोगों की मौत हो चुकी है. 82 हजार 370 लोग ठीक भी हुए हैं.
कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच पीएम मोदी ने के दूसरे कार्यकाल (2.0) का पहला साल आज पूरा हो गया है। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की जनता के नाम पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने पिछले 1 साल की सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया है।
पीआईबी के मुताबिक, पीएम मोदी ने लिखा कि मेरे प्रिय स्नेहीजन, आज से एक साल पहले भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय जुड़ा। देश में दशकों बाद पूर्ण बहुमत की किसी सरकार को लगातार दूसरी बार जनता ने ज़िम्मेदारी सौंपी थी। इस अध्याय को रचने में आपकी बहुत बड़ी भूमिका रही है। ऐसे में आज का यह दिन मेरे लिए, अवसर है आपको नमन करने का, भारत और भारतीय लोकतन्त्र के प्रति आपकी इस निष्ठा को प्रणाम करने का। यदि सामान्य स्थिति होती तो मुझे आपके बीच आकर आपके दर्शन का सौभाग्य मिलता। लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से जो परिस्थितियां बनी हैं, उन परिस्थितियों में, मैं इस पत्र के द्वारा आपके चरणों में प्रणाम करने और आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। बीते वर्ष में आपके स्नेह, शुभाषीश और आपके सक्रिय सहयोग ने मुझे निरंतर एक नई ऊर्जा, नई प्रेरणा दी है। इस दौरान आपने लोकतंत्र की जिस सामूहिक शक्ति के दर्शन कराए वह आज पूरे विश्व के लिए एक मिसाल बन चुकी है। कुलगाम सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया जम्मू-कश्मीर में कुलगाम जिले के वानपोरा इलाके में आज सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने इस मुठभेड़ में दो आंकियों को ढेर कर दिया है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला बारूद बरामद किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ऑपरेशन को अंजाम दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों को वानपोरा इलाके में आतंकियों के छुपे होने की गुप्त सूचाना मिली थी। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। जब आतंकियों ने खुद को सुरक्षाबलों से घिरा देखा तो उनपर फायरिंग कर दी। वहीं सुरक्षाबलों ने भी मोर्चा संभालकर आतंकियों की गोलीबारी का जवाब देना शुरू कर दिया और दो आतंकियों में मार गिराया। फिलहाल अभी सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी है। जीटीबी अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित किया गया देश की राजधानी दिल्ली के जीटीबी अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित किया गया है। इस जीटीबी अस्पताल में कोरोना वायरस की पुष्टि और संदिग्ध मरीज़ों को भर्ती करने के लिए 500 बेड हैं। शनिवार को इसकी जानकारी दिल्ली सरकार ने दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली में पांचवा ऐसा अस्पताल है जिसे कोविड अस्पताल घोषित किया गया है। बिहार विधानसभा चुनाव में प्रवासी मजदूरों का पलायन नहीं बनेगा मुद्दा भारत में कोरोना वायरस (कोविड-19) संकट के बीच मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आज एक साल पूरा हो गया है। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक न्यूज चैनल से बातचीत की। इस मौके पर राजनाथ सिंह ने प्रवासी मजदूरों की समस्या को लेकर कहा कि केंद्री की मोदी सरकार की तरफ से मजदूरों के लिए ट्रेन चलाई गईं और उन्हें घर पहुंचाया गया। बिहार चुनाव पर इसका कोई असर नहीं होगा। बिहार चुनाव में प्रवासी मजूरों के पलायन का मुद्दा नहीं होगा।
बिहार में प्रवासी मजदूरों की देखभाल के सावल उन्होंने कहा कि बिहार में लगातार सीएम नीतीश कुमार की सरकार प्रवासी मजदूरों की चिंता कर रही है। मजदूरों की देखभाल की जा रही है। इस तरह का दावा कोई सरकार नहीं कर सकती लेकिन हम फुल प्रूफ हैं। लेकिन किसी की नीयत पर संदेह नहीं किया जा सकता है। सीएम अरविंद केजरीवाल को सता रही इन दो चीजों की चिंता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कोरोना वायरस को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज कोई ये नहीं कह सकता कि एक महीना या दो महीने और लॉकडाउन कर लो तो कोरोना ठीक हो जाएगा। कोरोना रहेगा, अगर कोरोना रहेगा तो कोरोना का इलाज करने का इंतजाम करना पड़ेगा। हमारी पूरी सरकार इस समय कोरोना के मरीज़ों का इलाज करने पर ध्यान दे रही है। दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मुझे दो चीजों पर चिंता होगी। अगर दिल्ली के अंदर कोरोना वायरस की वजह से मौत का आंकड़ा बढ़ने लगा तो। दूसरा मान लीजिए कि कोरोना के 10,000 मरीज़ हैं और हमारे पास 8,000 बेड हैं तो ये हमारे लिए चिंता का विषय है।
पीएम मोदी ने दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष में भारत की एकता और अखंडता के लिए बोल्ड फैसलें लिए भारत में कोरोना वायरस महामारी संकट के बीच मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आज एक साल पूरा हो गया है।
इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पत्रकारों से बातचीत की और मोदी सरकार की उपलब्धियों का गिनाया। जेपी नड्डा ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में जो 7 दशक का गैप था उसको पूरा करने का प्रयास हुआ। पहले कार्यकाल में मोदी जी ने इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया, साथ ही लंबे समय से जिन रिफॉर्म्स का इंतजार था वो किए। दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष में भारत की एकता और अखंडता के लिए बोल्ड फैसलें लिए।
जेपी नड्डा ने आगे कहा कि अन्य देशों के मुकाबले भारत ने मोदी जी के नेतृत्व में कोरोना की लड़ाई इस तरह से लड़ी जिसमें भारत की स्थिति संभली हुई रही। कोरोना की लड़ाई में जनभागीदारी, जनसहयोग, सबको साथ लेकर चलना और समय पर बोल्ड फैसलें लेना ये मोदी जी की खासियत रही है।
मध्य प्रदेश में लॉकडाउन 15 दिन और बढ़ेगा.
भोपाल: मध्य प्रदेश में लॉकडाउन 15 दिन और बढ़ेगा. राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका एलान किया है. यानी राज्य में अब लॉकडाउन-5 लागू होगा. देश में लागू लॉकडाउन-4 का कल आखिरी दिन है. इस बीच मध्य प्रदेश के सीएम ने राज्य में इसे बढ़ाने का एलान कर दिया है.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ”लॉकडाउन की तारीख हम 15 जून तक बढ़ाने वाले हैं. पूरी तरह से हम सभी चीजों को नहीं खोल सकते हैं क्योंकि हमें कोरोना वायरस से निपटना है.” केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के अब तक 7645 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. वहीं इस वायरस से अब तक 334 लोगों की मौत हो चुकी है. इलाज के बाद 4269 लोग रिकवर हुए हैं.
पूरे भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 1,74,170
भारत में लगातार कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। देश में कल 29 मई को अबतक सबसे अधिक रिकॉर्ड 8 हजार 134 मामले सामने आये हैं। इसके बाद पूरे भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 1,74,170 हो गई है। भारत में महाराष्ट्र-दिल्ली में कोरोना वायरस से हालात खराब होते जा रहे हैं। महाराष्ट्र में अभी तक 62228 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इसके अलावा तमिलनाडु में 20246, दिल्ली में 17386 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है।
कोरोना वायरस के तेजी से मामले बढ़ने के कारण कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों की सूची में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। गुजरात को पीछे छोड़कर दिल्ली टॉप तीन प्रभावित राज्यों में शामिल हो गया है। दूसरी तरफ भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1,74,170 है। इनमें से 85 हजार 873 मामले एक्टिव हैं यानि अस्पतालों में उपचार चल रहा है। जबकि 82 हजार 627 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। जबकि 4 हजार 980 लोगों की मौत हो चुकी है।
बीते शुक्रवार को तो 7,466 नए मामले सामने आए थे। दिल्ली में आज भी 1 हजार से अधिक मामले सामने आये महाराष्ट्र के बाद दिल्ली कोरोना वायरस का केंद्र बनता जा रहा है। दिल्ली में शुक्रवार को भी 1 हजार से अधिक कोरोना वायरस संक्रमित मिले थे। वहीं आज दिल्ली में 1105 मामले सामने आये हैं। आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में 29 मई को 2682, दिल्ली में 1105, तमिलनाडु में 874, गुजरात में 372, पश्चिमी बंगाल में 277 और राजस्थान में 298 मामले आए हैं।
भारत ने कल तुर्की को पीछे छोड़ा कोरोना वायरस के मामलों में भारत ने कल तुर्की को पीछे छोड़ दिया है। आंकड़ों के मुताबिक तुर्की में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 1.60 लाख है। जबकि भारत में पिछले 24 घंटे में 8 हजार नए मामले आने के बाद 1 लाख 73 हजार 491 हो गई है। इसके बाद कोरोना वायरस से प्रभावित देशों की सूची में 9वें स्थान पर पहुंच गया है।
मरीजों में लक्षण नहीं मिल रहे हैं
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित हजारों में मरीजों में लक्षण नहीं मिल रहे हैं। इसके कारण कोरोना वायरस के तेजी से फैलने का खतरा पैदा हो गया है। देश में 28 फीसदी मरीजों में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं मिले। जबकि कोरोना वायरस की जांच में संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। भारत में 22 जनवरी से लेकर 30 अप्रैल तक कोविड-19 से संक्रमित हुए कुल 40,184 मरीजों में कम से कम 28 फीसदी इस बीमारी के बिना लक्षण वाले रोगी थे। ऐसे में कम या बिना लक्षण वाले मरीजों से कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने की चिंता पैदा हो गयी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों द्वारा अन्य संगठनों के साथ किये गये अध्ययन के अनुसार जिन लोगों की जांच की गयी और जो संक्रमित पाये गये उनमें एक बड़ा हिस्सा ऐसे लोगों का था जो संक्रमितों के संपर्क में आये थे। लेकिन उनमें इस बीमारी के लक्षण नजर नहीं आ रहे थे।
इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईजेएमआर) में प्रकाशित इस अध्ययन के मुताबिक कुल संक्रमित व्यक्तियों में करीब 5.2 फीसद स्वास्थ्यकर्मी हैं। इस अध्ययन के अनुसार बिना लक्षण वाले 28.1 फीसद मरीजों में 25.3 फीसद, संक्रमितो के सीधे और अधिक जोखिम वाले संपर्क रहे लोग थे जबकि 2.8 फीसद बिना पर्याप्त सुरक्षा के संक्रमितों के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्यकर्मी थे। आईसीएमआर के राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान के निदेशक और इस अध्ययन के लेखकों में एक मनोज मुरहेकर ने कहा लेकिन गैर लक्षण वाले संक्रमित लोगों का हिस्सा 28.1 फीसद से भी अधिक हो सकता था और यह हमारे लिए चिंता का विषय है।
मुरहेकर ने बताया कि इस अध्ययन में सामने आया कि सत्यापित मामलों का हिस्सा संक्रमितों के संपर्क में आये बिना लक्षण वाले मरीजों में सवार्धिक था, यह गंभीर श्वसन संक्रमण वाले मरीजों, अंतरराष्ट्रीय यात्रा पृष्ठभूमि वाले मरीजों या संक्रमित स्वास्थ्यकर्मियों से दो-तीन गुणा अधिक है। बाईस जनवरी से लेकर 30 अप्रैल तक 10,21,518 लोगों का कोरोना वायरस को लेकर परीक्षण किया गया। जहां मार्च में रोजाना 250 जांचें होती थीं वहीं अप्रैल के आखिर तक 50000 हो गयीं। इस दौरान 40,184 संक्रमित पाये गये यानी जितने लोगों का परीक्षण हुआ । कोरोना वायरस का हमला सबसे अधिक (63.3फीसद) 50-59 साल के उम्र के लोगों में था जबकि सबसे कम (6.1 फीसद)10 साल से कम उम्र में था। पुरूषों में यह 41.6 फीसद जबकि महिलाओं में 24.3 फीसद था।
संक्रमित हो चुके मरीजों में धूम्रपान करने वालों की हालत गंभीर
कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके मरीजों में धूम्रपान करने वालों की हालत गंभीर है। धूम्रपान करने वाले लोगों के कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद हालत गंभीर हो जाती है। धूम्रपान नहीं करने वाले मरीजों की तुलना में धूम्रपान करने वाले कोविड 19 संक्रमित मरीजों की जान जाने का अधिक खतरा रहता है। राजीव गांधी कैंसर इंस्टीट्यूट एवं रिसर्च सेंटर (आरजीसीआईआरसी) के डायरेक्टर सर्जिकल ओनकोलॉजी के डॉ. एके दीवान ने कहा कि कोविड-19 श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी है। क्योंकि धूम्रपान करने वालों के फेफड़े और श्वसन तंत्र में पहले से ही दिक्कतें रहती हैं, इस कारण से धूम्रपान करने वालों में कोविड-19 संक्रमण के गंभीर होने का खतरा अन्य लोगों की तुलना में बढ़ जाता है। ऐसे लोगों को सांस लेने में ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी कहा है कि तंबाकू का इस्तेमाल कोविड-19 बीमारी के लक्षणों के गंभीर होने का खतरा बढ़ा देता है। धूम्रपान नहीं करने वालों की तुलना में, धूम्रपान करने वाले मरीजों पर कोविड-19 के दुष्प्रभाव का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे लोगों को आईसीयू में भर्ती करने, वेंटीलेटर पर रखने की जरूरत ज्यादा होती है और स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है।
आरजीसीआईआरसी के हेड ऑफ थोरैसिक ओनकोसर्जरी डॉ. एलएम डारलोंग ने कहा कि तंबाकू भारत में कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। पुरुषों में होने वाले करीब 40 प्रतिशत और महिलाओं में होने वाले 20 प्रतिशत कैंसर का संबंध तंबाकू से है। इनमें फेफड़े का कैंसर, हेड एंड नेक कैंसर और मुंह के कैंसर का सीधा संबंध तंबाकू के इस्तेमाल से है। वहीं फेफड़े के कैंसर के 80 प्रतिशत मामले भी इसी के कारण होते हैं। कोविड 19 के गंभीर लक्षणों को नहीं कर पाते सहन डॉ. दीवान ने कहा कि यह भी देखने में आया है कि कोविड-19 के कारण जान गंवाने वालों में ऐसे लोग ज्यादा हैं, जिनका धूम्रपान से सीधा संबंध रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि धूम्रपान से दिल, डायबिटीज, हाइपरटेंशन, क्रोनिक रेस्पिरेटरी डिजीज या कैंसर जैसी कोई बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मरीज कोविड-19 के गंभीर लक्ष्णों को सहन नहीं कर पाते। इसलिए इस स्वास्थ्य संकट के दौरान धूम्रपान छोड़ना बहुत जरूरी है।
कोरोना वायरस के फैलाव में अहम भूमिका डॉ. दीवान ने आगे कहा कि मुंह के कैंसर का अहम रिस्क फैक्टर होने के साथ ही चबाने वाले तंबाकू कोविड-19 के प्रसार में भी भूमिका निभाते हैं। तंबाकू चबाने से ज्यादा लार बनती है और लोग सार्वजनिक स्थानों पर थूकते हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने भी लोगों को इस बारे में चेतावनी दी है कि सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से कोविड-19 वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसी कारण से सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर थूकना प्रतिबंधित किया है। 26.7 करोड़ कर रहे तंबाकू का सेवन ग्लोबल एडल्ट टबैको सर्वे (जीएटीएस) इंडिया 2016-17 के मुताबिक करीब 26.7 करोड़ लोग या 15 साल या इससे ज्यादा उम्र के 29 प्रतिशत भारतीय किसी ना किसी रूप में तंबाकू का सेवन कर रहे थे। इस कारण से दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में सबसे ज्यादा तंबाकू का सेवन होता है।
हर साल 80 लाख से अधिक की होती है मौत डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, तंबाकू हर साल 80 लाख से ज्यादा लोगों की जान लेता है। इनमें से 70 लाख मौत सीधे तंबाकू के सेवन से होती है और करीब 12 लाख लोग ऐसे होते हैं जो धूम्रपान नहीं करते हैं, लेकिन सेकंड हैंड स्मोक का शिकार होते हैं। दुनिया के 1.3 अरब तंबाकू प्रयोग करने वालों में से 80 प्रतिशत लोग कम एवं मध्यम आय वाले देशों के हैं।
ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ सभी संबंध समाप्त करने की घोषणा की
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ सभी संबंध समाप्त करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ उन सुधारों को आगे नहीं बढ़ा पाया जिनकी बेहद जरूरत थी। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि जब चीन से कोरोना वायरस फैलना शुरू हुआ, तो डब्ल्यूएचओ ने दुनिया को इस बारे में गुमराह किया। ट्रंप ने आरोप लगाया कि डब्ल्यूएचओ कोरोना वायरस महामारी की जिम्मेदारी चीन पर डालने में विफल रहा। ट्रंप ने शुक्रवार को चीन को दंडित करने के उपायों की घोषणा करते हुए कहा डब्ल्यूएचओ पर चीन का पूरा नियंत्रण है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा चूंकि वे बेहद जरूरी सुधारों को आगे नहीं बढ़ा पाए, ऐसे में हम आज से विश्व स्वास्थ्य संगठन से सभी संबंध समाप्त कर रहे हैं और उसके दिए जाने वाले कोष को अन्य वैश्विक और जिम्मेदार संगठनों को स्थानांतरित करेंगे।
ट्रंप ने कहा दुनिया चीन से इस वायरस पर जवाब चाहती है। इस मामले में पारदर्शिता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन ने एक ऐसी वैश्विक महामारी फैलाई है जिसमें एक लाख से अधिक अमेरिकियों की जान गई है। राष्ट्रपति ने चीन पर आरोप लगाया कि वह डब्ल्यूएचओ पर दबाव डाल रहा है जिससे इस वायरस के बारे में दुनिया को गुमराह किया जा सके। अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के लिए मैदान में हैं। इस महामारी से निपटने के प्रयासों को लेकर ट्रंप की भी लगातार आलोचना हो रही है। वहीं चीन ने अमेरिका के आरोपों को खारिज करते हुए अमेरिकी नेताओं से कहा है कि वे महामारी का इस्तेमाल राजनीतिक मकसद से नहीं करें। दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों का आंकड़ा 58,71,347 पर पहुंच गया है। अभी तक यह महामारी 3,60,000 लोगों की जान ले चुकी है।
कोरोना वायरस की शुरुआत दिसंबर मध्य में चीन के वुहान शहर से हुई थी। इस बीच, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दावा किया है कि ट्रंप के इस कदम से इस महामारी को हराने के वैश्विक प्रयासों को झटका लगेगा। डब्ल्यूएचओ को धन उपलब्ध कराने में अमेरिका सबसे आगे है। डब्ल्यूएचओ के सदस्यता शुल्क और विशेष कार्यक्रमों के तहत स्वैच्छिक रूप से 45 करोड़ डॉलर का योगदान करता है।
केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार की दूसरी पारी का आज एक साल पूरा
नई दिल्ली (Himalayauk Web & Print Media): केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार की दूसरी पारी का आज एक साल पूरा हो गया है. इस मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इस दौरान नड्डा ने सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी है. इसके अलावा उन्होंने कोरोना संकट से लड़ाई में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर भी बात की है. नड्डा ने कहा कि हमारी सरकार ने 70 साल की कमियां 6 साल में दूर की हैं.
जेपी नड्डा ने कहा कि ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के दूसरे कार्यकाल के प्रथम वर्ष पूर्ण होने पर उनको अपनी ओर से और करोड़ों कार्यर्ताओं की ओर से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं. आज हम जब एक साल पूरा कर रहे हैं तो पूरा विश्व कोरोना के साये में है. अन्य देशों के मुकाबले भारत ने नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में कोरोना के खिलाफ लड़ाई इस तरह लड़ी जिसमें भारत की स्थिति संभली हुई है.” उन्होंने कहा कि ”लॉकडाउन के समय भारत की कोरोना टेस्ट की क्षमता सिर्फ 10,000 टेस्ट प्रतिदिन थी और आज ये क्षमता 1.60 लाख टेस्ट प्रतिदिन है. आज देश में करीब 4.50 लाख पीपीई किट्स प्रतिदिन देश में बन रहे हैं. करीब 58,000 वेंटिलेटर्स देश में बन रहे हैं.”
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए शनिवार को कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को कोविड-19 और इससे जुड़े संकट के बारे में बुनियादी समझ नहीं है और न ही उन्होंने इसका समुचित अध्ययन किया है जिसके कारण वह भ्रमित करने वाली बातें कहते रहते हैं. नड्डा ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संवाददाताओं से यह बात कही. उनसे कोरोना वायरस से निपटने के तौर-तरीकों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सवाल उठाये जाने के बारे में पूछा गया था. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘राहुल गांधी को इन सभी चीजों (कोविड-19) की समझ कम है, वह इन सब चीजों को समझा नहीं पाते और इसलिये भ्रमित करने वाली बातें कहते रहते हैं.’
राहुल पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि कभी वह (राहुल गांधी) कहते हैं कि लॉकडाउन जल्दी क्यों नहीं लगाया, कभी कहते हैं कि लॉकडाउन कोरोना से लड़ने का उपाय नहीं है. वह राजनीति के लिये बार-बार बयान बदलते हैं. नड्डा ने कहा कि कोविड-19 और इससे जुड़े संकट के बारे में उन्हें बुनियादी समझ नहीं है और उन्होंने समचित अध्ययन नहीं किया है. इन विषयों के बारे में उनकी जानकारी भी सीमित है. इसलिये समझदारी नहीं बन पाती है. ऐसे में उनकी बातें राजनीति से प्रेरित होती हैं. उन्होंने कहा कि चूंकि वह (राहुल) राजनीतिक दल के नेता हैं तो जो बोलना चाहते हैं वो बोल सकते हैं. कांग्रेस पार्टी की राजनीति करने की आदत है.
80 करोड़ लोगों के राशन की व्यवस्था की गई- जेपी नड्डा
नड्डा ने कहा कि ”1.70 लाख करोड़ का प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज दिया गया. उसके माध्यम से 80 करोड़ लोगों के राशन की व्यवस्था की गई. 20 करोड़ महिलाओं के जनधन खातों में 500 रुपये की मदद, बुजुर्गों और दिव्यांगों को आर्थिक सहायता और मनरेगा मजदूरी में वृद्धि की गई.” उन्होंने कहा कि ”20 लाख करोड़ रुपये का आत्मनिर्भर भारत पैकेज दिया गया. इस पैकेज के माध्यम से ये प्रयास हुआ है कि कैसे हर सेक्टर को आत्मनिर्भर बनाकर मुख्यधारा में खड़ा किया जाए और कैसे उन्हें रियायतें दी जाएं.”
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, ”दूसरे कार्यकाल के पहले साल में बहुत डिसाइसिव फैसले लिए गए हैं. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35A को निरस्त किया गया यह प्रधानमंत्री की इच्छा शक्ति का नतीजा था और इसके सूत्रधार हमारे गृह मंत्री अमित शाह बने, जिन्होंने उसे कार्यरूप दिया.” उन्होंने कहा, ”वर्षों से नागरिकता संशोधन बिल लटकाया जा रहा था. प्रधानमंत्री ने फैसला लिया और इस फैसले के कारण आज CAA लागू हुआ और उनको मुख्यधारा में शामिल होने का मौका मिला.”
100 से ज्यादा देशों को मदद करते हुए दवाइयां पहुंचाई- नड्डा
नड्डा ने कहा कि ”कोरोना के खिलाफ लड़ाई में 100 से ज्यादा देशों को मदद करते हुए उन्हें दवाइयां भी पहुंचाई है. इस लड़ाई में प्रधानमंत्री के एक-एक आह्वान को देश ने सुना और उसका समर्थन किया. इसके लिए मैं देश की जनता का धन्यवाद देता हूं.”
Presents by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: Mob 9412932030 ; CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR; Mail; himalayauk@gmail.com
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