आपकी सरकार क्या काम कर रही है- सुप्रीम कोर्ट? & संक्रमण से लड़ने के लिए रोबोट तैयार Top News 30 March 20
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बोबड़े ने केंद्र सरकार से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी – सुनवाई बुधवार को #लद्दाख कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में अभी तक कामयाब # किस राज्य में कितने मरीज ठीक हुए? # केंद्र सरकार ने कहा है कि उसका कोई आगे का प्लान नहीं है लॉक डाउन बढ़ाने का #कोरोना वायरस जैसे संक्रमण से लड़ने के लिए भारत पूरी तरह से तैयारी # संक्रमण से लड़ने के लिए रोबोट तैयार #प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी फिटनेस को लेकर सोमवार को वीडियो जारी किया है #गूगल ने अपने सर्च इंजन में रखा वरियता क्रम में- BY: www.himalayauk.org (Uttrakhand Leading Newsportal & Daily Newspaper) Publish at Dehradun & Hariwar Mail us; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030## Special Bureau Report..
कोरोना वायरस को लेकर पूरे भारत में लॉक डाउन है और जिसके बाद से कई जगहों से मजदूरों का और गरीबों का पलायन शुरू हो गया है। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में इसको लेकर एक याचिका दायर की। जिस पर आज सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की और केंद्र से जवाब तलब किया। याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बोबड़े ने केंद्र सरकार से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी और पूछा है कि क्या आपके पास साधन है और आपकी सरकार क्या काम कर रही है और वहीं इस मामले की अब सुनवाई बुधवार को होगी। सीजीआई बोबड़े ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई की। जिसके बाद सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें स्थिति को कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं और इसको लेकर वह एक रिपोर्ट केंद्र की तरफ से कोर्ट में दाखिल करेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि देश में लॉक डाउन होने के बाद दिल्ली ही नहीं तमाम शहरों के मजदूर घरों से बाहर निकलकर अपने घरों के लिए जाने लगे और इसको लेकर एक पलायन शुरू हो गया। जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। भारत में कोरोना जैसे संक्रमण की वजह से 1142 लोग इसके संपर्क में आ गए हैं और वहीं अब तक इस संक्रमण की वजह से 26 लोगों की मौत हो गई है और 95 लोग ठीक बताए जा रहे हैं।
वही दूसरी ओर किस राज्य में कितने मरीज ठीक हुए? महाराष्ट्र में 25, केरल में 16, उत्तर प्रदेश में 11, हरियाणा में 17, कर्नाटक में 5, दिल्ली में 6, तमिलनाडु में 4, लद्दाख में तीन, राजस्थान में तीन, हिमाचल प्रदेश में दो, उत्तराखंड में दो, तेलंगाना, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और आंध्र प्रदेश में एक-एक मरीज ठीक हुआ है. किस राज्य में कितनी मौत हुई? सबसे ज्यादा 7 मौत महाराष्ट्र में हुई. इसके बाद गुजरात में पांच, कर्नाटक में तीन, मध्य प्रदेश और राजधानी दिल्ली में दो-दो, केरल, तेलंगाना, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, पश्चिम बंगाल, बिहार और हिमाचल प्रदेश में एक-एक मौत हुई है. देश के 27 राज्यों में फैले एक जानलेवा वायरस की वजह से अबतक 1140 लोग संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, 27 लोगों की मौत हो चुकी है. दो राज्यों केरल और महाराष्ट्र में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है.
लद्दाख कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में अभी तक कामयाब
कोरोना से जारी जंग में इस समय लद्दाख से अच्छी खबर आ रही है. यहां तेजी से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में प्रशासन अभी तक कामयाब रहा है. पिछले 10 दिनों में लद्दाख में कोई भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है. वहीं लद्दाख में सामने आये 13 मामलों में से चार कोरोना निगेटिव हो चुके हैं जबकि बाकी का उपचार चल रहा है. लद्दाख के कमिश्नर सेक्रेटरी रिगजिन सैंफल के अनुसार प्रदेश में बड़ी सक्रियता से कोरोना के खिलाफ जंग लड़ी जा रही है. इसलिए पिछले दस दिनों में एक भी नया मामला सामने नहीं आया है. लद्दाख में ही सब से पहले लॉकडाउन और कम्युनिटी आइसोलेशन का इस्तेमाल हुआ और आज इस के अच्छे नतीजे भी दिख रहे हैं. लद्दाख में लेह और कारगिल में अभी भी 10 गांव लॉकडाउन में हैं जहां लोगों को बाहर जाने की अनुमति नहीं है. इस पर सख्ती से पालन भी हो रहा है. इस के साथ-साथ हवाई सेवाओं को बंद करने से भी कोरोना की लड़ाई में मदद मिली है. साथ ही कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए कोविड-19 लैबोरेटरी भी शुरू हो गई है. लद्दाख के सांसद जामयांग के अनुसार लद्दाख में टेस्टिंग की सुविधा ना होने के कारण कोरोना सैंपल पुणे भेजे जा रहे थे जिस से रिजल्ट आने में देरी हो जाती थी. लेकिन अब यह सभी टेस्ट लद्दाख में ही हो सकेंगे.
केंद्र सरकार ने कहा है कि उसका कोई आगे का प्लान नहीं है लॉक डाउन बढ़ाने का
कोरोना वायरस के चलते देशभर में लोग डाउन के बाद अब बड़ी राहत की खबर आई है केंद्र सरकार ने कहा है कि उसका कोई आगे का प्लान नहीं है लॉक डाउन बढ़ाने का। बता दें कि लोग डाउन जो है 14 अप्रैल को खत्म होने वाला है इस दौरान सभी लोग अपने घरों में बंद है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा का कहना है कि लॉक डाउन अवधि बढ़ाने की कोई योजना नहीं है। मैं इस तरह की रिपोर्टों को देखकर आश्चर्यचकित हूं। लॉक डाउन का विस्तार करने की ऐसी कोई योजना नहीं है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने रिपोर्टों पर कहा कि लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है। गौबा ने लॉकडाउन अवधि के विस्तार की रिपोर्टों को खारिज कर दिया। गौबा ने रिपोर्ट में कहा कि ऐसी रिपोर्टों को देखकर मुझे हैरानी हुई कि लॉकडाउन का विस्तार करने की कोई योजना नहीं है। 24-25 मार्च की मध्यरात्रि को 21 दिन का तालाबंदी लागू हो गई। राजीव गौबा ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के लॉकडौन की घोषणा की थी। सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों के भारी पलायन को देखते हुए लॉक डाउन को सख्ती से लागू करने को कहा है। लॉक डाउन को लागू करने और प्रवासी श्रमिकों को लॉक डाउन की अवधि के दौरान किसी भी कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़े इसको लेकर आदेश दिए हैं। बता दें कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं भारत में 1142 मामले संक्रमित लोगों के सामने आ चुके हैं। वहीं 31 लोगों के अब तक मौत हो चुकी है। भारत में 95 लोग इस संक्रमण से ठीक भी हो गए हैं।
कोरोना वायरस जैसे संक्रमण से लड़ने के लिए भारत पूरी तरह से तैयारी
कोरोना वायरस जैसे संक्रमण से लड़ने के लिए भारत पूरी तरह से तैयारी लगातार कर रहा है। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली एक प्राइवेट सॉफ्टवेयर कंपनी ने रोबोट तैयार किए हैं। खबर के मुताबिक इस सॉफ्टवेयर कंपनी के बनाए गए ह्यूमनॉइड रोबोट से कोरोना मरीजों को दवाई दी जाएगी। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के प्राइवेट सॉफ्टवेयर कंपनी ने कोविद19 आइसोलेशन वार्ड में मरीजों को दवाई देने के लिए शहर के कई सरकारी अस्पतालों में रोबोट दान किए हैं। इसमें से चार रोबोट वर्तमान में काम कर रहे हैं। लेकिन वहीं दूसरी तरफ अस्पताल के डीन का कहना है कि जब तक प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं मिली है। अनुमति मिलते ही इन्हें काम पर लगा दिया जाएगा। बता दें कि इसके अलावा स्पेन में सरकार ने कोरोना मरीजों की और आम लोगों की टेस्टिंग के लिए 80000 से ज्यादा रोबोट को तैयार किया है, जो वहां पर हर दिन लोगों की टेस्टिंग करेंगे। क्योंकि बाहर विदेशों में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वहां की सरकारें लगातार लोगों की टेस्टिंग कर रहे हैं और उसके बाद उनका इलाज किया जा रहा है। बता दें कि कोरोना वायरस जैसे संक्रमण से लड़ने के लिए भारत में पूरी तरह से तैयारी कर ली है और वहीं अब तक लॉक डाउन के बाद से भारत में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ी है। और अब तक 1100 से ज्यादा मरीज इस संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। अबतक 1000 लोग एक्टिव बताए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ इस संक्रमण की वजह से 31 लोगों की मौत हो चुकी है और 95 लोग संक्रमण से ठीक हो गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी फिटनेस को लेकर सोमवार को वीडियो जारी किया है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी फिटनेस को लेकर सोमवार को वीडियो जारी किया है। पीएम मोदी ने वीडियो के जरिए देशवासियों को बताया है कि खुद को फिट रखने के लिए कौनसे योग कर रहे हैं। इसके साथ ही देशवासियों से भी फिट रहने के लिए योग करने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रविवार को मन की बात (MannKiBaat) कार्यक्रम के दौरान फिटनेस दिनचर्या के बारे में पूछा था। जिसका जवाब देते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इसको लेकर जल्द वीडियो जारी करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार सुबह वीडियो जारी किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब मुझसे फिटनेस दिनचर्या के बारे में पूछा गया तो मैंने योग वीडियो को साझा करने के बारे में सोचा। मुझे उम्मीद है कि आप भी नियमित रूप से योगाभ्यास करना शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं न तो फिटनेस विशेषज्ञ हूं और न ही चिकित्सा विशेषज्ञ। योग का अभ्यास करना कई वर्षों से मेरे जीवन का एक अभिन्न अंग रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे यकीन है कि आप में से कई लोगों के पास फिट रहने के अन्य तरीके भी हैं। जिन्हें आपको दूसरों के साथ भी साझा करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से वृक्षासन योग करते हुए का वीडियो शेयर किया गया है। जिससे पैरों की मांसपेशिया मजबूत होती हैं। इसके अलावा चक्कर और मोटापा के मरीजों को भी लाभ होता है। इसके अलावा गठिया में भी लाभ मिलता है।