छोटी सी कोशिश कितना परिवर्तन ला सकती है, मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने क्यो कहा
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देहरादून 01 दिसम्बर, 2017(सू.ब्यूरो) मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को विशेषकर मुस्लिम भाईयों व बहनों को ईद-ए-मिलाद/मिलाद-उल-नबी(बारावफात) की बधाई व शुभकामनाएं दी हैं।
इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब नेे दुनिया को मानवता की राह दिखाई। उन्होंने कहा कि करूणा, दया, सहनशीलता तथा मानव सेवा के लिए भाई-चारे की राह पर चलने का उनका संदेश सदैव समाज को प्रेरणादायी रहेगा।
छोटी सी कोशिश कितना परिवर्तन ला सकती है, मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने क्यो कहा
देहरादून 01 दिसम्बर, 2017(सू.ब्यूरो)
पहाड़ में अब सगंध फार्मिंग के माध्यम से बंजर पड़े खेतों का पुनरुद्धार कर लोगों की आर्थिकी बढ़ाई जाएगी। यह बात शुक्रवार को चुन्डई पीड़ा, जयहरीखाल में ’’सगन्ध फार्मिंग द्वारा खाली पडे खेतो का पुनरूद्वार’’ संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आसवन संयत्र का भी उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि खाल ग्राम पीड़ा में बंजर पड़े खेतों में लेमन ग्रास के साथ ही सगंध पादपों की खेती कर कास्तकार अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कलस्टर बेस खेती पर जोर देने के साथ ही कृषि संबंधी पढ़ाई व अनुसंधानों पर ध्यान देने को कहा। इसके अलावा भांग के रेशे का उत्पादन, वर्षा के पानी का संग्रहण हेतु चालखाल बनाये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि पीड़ा ग्राम में बहने वाले गधेरे का पानी रोककर झील निर्माण कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस क्षेत्र को पर्यटन सर्किट के रूप में संवारने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि लोग अपने गांव घरों को न छोड़े, अपने पुराने घरों का जीर्णोद्धार कर पर्यटकों के माकूल बनाएं। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि उत्तराखण्ड में खेती का दायरा तेजी से घट रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे सामने दो प्रमुख चुनौतियां हैं। पहली ये कि हम कैसे पारंपरिक खेती के अलावा किसानों की आमदनी बढ़ाने के विकल्पों की तलाश करें और दूसरी चुनौती है कि हम कैसे बंजर होती जमीन का सदुपयोग करें। हम कैसे जमीन के मालिकों को विकल्प दें, जिससे उनकी जमीन आबाद रहे और आमदनी भी अच्छी हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ों में करकरा, कालाबांस, लैन्टाना आदि खरपतवारों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। ये हमारी पारंपरिक खेती के लिए हानिकारक है, लेकिन इन तमाम चुनौतियों के बीच सगंध पौधों की खेती एक वरदान की तरह हमारे सामने है। सगंध पौधों की खेती एक ऐसा विकल्प है, जिससे बंजर जमीन को भी आबाद किया जा सकता है,। किसानों की अच्छीखासी आमदनी भी हो सकती है और जंगली खरपतवारों की समस्या से भी निजात मिल सकती है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि उत्तराखंड में करीब 3746 किसानों द्वारा बंजर पड़ी 660 हेक्टेयर जमीन पर लैमनग्रास जैसे सगंध पौधों की खेती को अपनाया जा रहा है। एक छोटी सी कोशिश कितना परिवर्तन ला सकती है, इसका उदाहरण है कि आज उत्तराखण्ड में लेमनग्रास का वार्षिक उत्पादन 576 किलोग्राम तक पहुंच गया है। इससे किसानों की भी अच्छी आमदनी हो रही है। उन्होंने कहा कि जयहरीखाल का क्लस्टर भी कैप द्वारा संचालित उन्हीं क्लस्टरों में से एक है, जहां सगंध पौधों की खेती को नया आयाम देने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि यहां पर आज एरोमैटिक पौधों से तेल निकालने की आसवन केंद्र की भी शुरुआत हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि हम लैमनग्रास के जरिए बंजर भूमि को आबाद कर सकते हैं, और आमदनी भी प्राप्त कर सकते है, तो निश्चित रूप से पलायन रोकने की दिशा में यह क्रांतिकारी कदम साबित हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने, गांवों से पलायन रोकने और कृषि व संबंधित क्षेत्रों को मजबूती देने के लिए हमारी सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। सगंध खेती या ऐसे अन्य नए प्रयोगों के लिए अगर कोई किसान पहल करना चाहता है, और उसे कर्ज की जरूरत है तो मात्र 2 फीसदी के सस्ते ब्याज दर पर 01 लाख तक का कर्ज हासिल कर सकता है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक खेती से हटकर कुछ करने वाले किसानों को सरकार द्वारा भरपूर प्रोत्साहन दिया जाएगा।
कार्यक्रम में नैनीताल से आये कास्तकार किशन सिंह ने बताया कि कृषि उद्यानीकरण के तहत तेजपत्ता व तुलसी के तेल से वर्ष में 20 लाख कि आमदनी प्राप्त होती है, किंतु व्यवसायिक गतिविधियों में नैनीताल के पुलिस उपनिरीक्षक बाधा बन रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने उपनिरीक्षक को निलंबित करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त अल्मोड़ा के कृषक श्री रामानंद अग्रवाल व स्थानीय कास्तकार श्री वीरेंद्र भारती शर्मा ने कृषि के क्षेत्र में सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओ का लाभ उठाने का आह्वान किया। इन कास्तकारों ने उत्पादित फसलों के लिए हॉट बाजार के साथ ही सामग्री का समर्थन मूल्य निर्धारित किये जाने की माग की। कार्यक्रम में कृषि, उद्यान, जलागम सहित कई अन्य विभागों द्वारा स्टाल लगाकर लोगों को राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल, पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज, विधायक श्री दिलीप रावत, सचिव डी.सेंथिल पांडियन, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री शेलेन्द्र बिष्ट, जिला प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी श्री सुशील कुमार, एस.एस.पी. श्री जे.आर.जोशी सहित विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री आवास में ही सर्वप्रथम राज्य सरकार द्वारा आरम्भ की गई पर्यावरण सरंक्षण, जल संरक्षण व संचय आदि पहलों को प्रभावीरूप से लागू किया जाना चाहिये। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित उद्यान का विस्तृत निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री आवास स्थित उद्यान में वृक्षों की लेबलिंग की जाय, वृक्षों के नाम, उनकों कब लगाया गया, वृक्ष की आयु, उनका प्रचलित व बायोलाॅजिकल नाम तथा उनके औषधीय व अन्य उपयोगी गुण आदि सभी जानकारी उसमें प्रदर्शित हो। प्रत्येक वृक्ष का जीवन-परिचय व इतिहास की जानकारी उस वृक्ष पर लगी परिचय पटिका मिल जानी चाहिए। उन्होंने उद्यान में और अधिक सगन्ध व अन्य औषधीय पौधे लगाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि बाग को ओर अधिक विकसित किया जाय तथा इसके सौन्द्रीयकरण पर विशेष ध्यान दिया जाय। इसे एक आदर्श उद्यान के रूप में विकसित किया जाय। पौधों में अपनी विशेष रूचि के अनुरूप मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने उद्यान में कार्यरत कर्मियो से वहां के वृक्षों व पौधों की विस्तार से जानकारी प्राप्त की तथा पौधों को और अधिक विकसित करने हेतु अपनी जानकारी को साझा किया। उन्होंने पौधो के समुचित विकास हेतु सुझाव भी दिये। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री आवास में वाटर हारर्वेस्टिंग सिस्टम सुदृढ़ करने, ग्राउन्ड वाटर रिचार्ज सिस्टम प्रभावी बनाने व आवास में सोलर पैनल स्थापित करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात के दिनों में मुख्यमंत्री आवास में जमा होने वाला पानी का जरा भी अपव्यय न हो तथा वर्षा का जल पूरी तरह से मुख्यमंत्री आवास के दैनिक आवश्यकताओं के काम आ जाय इस उद्येश्य से ग्राउन्ड वाटर टैंक व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाय। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास में उरेडा के सहयोग से सोलर पैनल स्थापित किया जाय।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत कृषि, बागवानी, वृक्षारोपण जैसे विषयों में विशेष रूचि रखते है। राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि विकास, बागवानी, वृक्षारोपण, पर्यावरण सरंक्षण व जल संचयन हेतु चलाई जा रही योजनाओं प्रभावी क्रियान्वयन व निरन्तर माॅनिटरिंग पर मुख्यमंत्री का विशेष फोकस है।
इस अवसर पर सचिव उद्यान डाॅ.डी.सैंथिल पांडियन भी उपस्थित थे।
देहरादून, 01 दिसम्बर 2017, मा कैबिनेट मंत्री उत्तराखण्ड सरकार डाॅ हरक सिंह रावत द्वारा सर्वे चैक स्थित आई.आर.डी.टी आॅडिटोरियम के महिला प्रौद्योगिकी संस्थान में उत्तराखण्ड औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में मा मंत्री ने कहा कि वर्तमान में उत्तराखण्ड में कुल 176 आई.टी.आई है जिसमें केवल 148 सक्रिय हैं, स्वयं के भवन 64, किराये पर 56 तथा पी.पी मोड द्वारा संचालित होने वाली आई.टी.आई 43 हैं। उन्होने कहा कि हम 2 वर्ष तक नई आई.टी.आई नही खोलेंगे और वर्तमान में निष्क्रिय 28 आई.टी.आई को भी निरस्त कर देंगे साथ ही सक्रिय 148 आई.टी.आई गुणवत्ता हेतु कार्य करेगें। उन्होने कहा कि हमारा प्रयास है कि हम केवल नाम बढाने के लिए आई.टी.आई की घोषणा न करें, बल्कि जो आई.टी.आई वर्तमान में हैं उसमें पर्याप्त फेकल्टी , फर्नीचर, मशीनें, लैब, इत्यादि की आपूर्ति करते हुए उनकी गुणवत्ता सुनिश्चित करगें ताकि जो भी विद्यार्थी आई.टी.आई से डिप्लोमा लेगा वह केवल, बी.ए, एम.ए वाली डिग्री की तरह ने बनकर वास्तव में स्कील्ड होकर रोजगार प्राप्त कर सके।
उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिये कि भविष्य में जहां भी आई.टी.आई भवन/विद्यालय बने वह ऐसी जगह पर बने जहां या तो कोई हाईस्कूल व इन्टमीडिएट विद्यालय पूर्व में हो या आवागमन के सुलभ साधन उपलब्ध हो, जिससे विद्यालय में विद्यार्थी अधिक प्रवेश लें साथ ही लगातार अपनी उपस्थिति भी सुनिश्चित कर सकें। उन्होने अधिनस्थ अधिकारियों को 85 ऐसे कार्मिक जो प्रोन्नति की अहर्तता पूरी करते हैं उनको सम्बन्धित पदों पर प्रौन्नति की प्रक्रियापूरी करने तथा आई.टी.आई को आधुनिक कम्प्यूटर व नवोन्मेश तकनीक से लेस करते हुए उसकी दशा-दिशा सुधारने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर बैठक में वाइस चैयरमैन/अपर सचिव डाॅ पंकज कुमार पाण्डेय सहित विभाग के अधिनस्थ अधिकारी तथा क्रमिक उपस्थित थे।
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देहरादून, 01 दिसम्बर 2017, मुख्य विकास अधिकारी जी.एस रावत ने अवगत कराया है कि जिलाधिकारी के आदेशों के क्रम में ‘‘सरकार जनता के द्वार’’ कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपदीय अधिकारियों को सीधे ग्राम स्तर पर पंहुचकर चैपाल के माध्यम से ग्राम/ग्राम पंचायत की शिकायतों/समस्यांओ का स्थानीय स्तर पर निराकरण सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से प्रारम्भ किया गया है।
उन्होने अवगत कराया कि नवम्बर, दिसम्बर 2017 एवं जनवरी 2018 का भ्रमण रोस्टर तैयार कर जनपद में न्याय पंचायतवार सैक्टर प्रभारी नियुक्त किये गये है। उन्होने निर्देश दिये हैं कि सेक्टर प्रभारी प्रत्येेक माह की 25 तारीख तक गुणवत्ता पूर्वक विस्तृत निरीक्षण आख्या निर्धारित प्रारूप पर मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होने निर्देश दिये कि ग्राम पंचायत विकास अधिकारी/पटवारी/लेखपाल/ए.एन.एम/सींचपाल/वन रक्षक/आंगनबाड़ी /ग्राम चैकीदार/सम्बन्धित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/अध्यापिकायें/उद्यान सचल दल आदि समस्त फील्ड स्तरीय अधिकारी/कर्मचारीगण बैठक/ निरीक्षण के समय अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे तथा नियुक्त सेक्टर प्रभारी को सम्पूर्ण जानकारी/सहयोग उपलब्ध कराने के साथ-2 इनके कर्तव्यों का निर्वहन में सहायता करेंगे। उन्होने सम्बन्धित उप जिलाधिकारी/तहसीलदारों को निरीक्षण/भ्रमण के दौरान राजस्व विभाग से सम्बन्धित कर्मचारियों की उपस्थिति बनाये रखने तथा खण्ड विकास अधिकारी/प्रभारी सहायक विकास अधिकारी, सूचनायें सेक्टर अधिकारियों को उपलब्ध करायेंगे व सम्बन्धित ग्राम के प्रभारी सहायक विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत विकास अधिकारी को समस्त सूचनाओं सहित क्षेत्र भ्रमण के दौरान अपने क्षेत्र में उपस्थित रहने के निर्देश दिये। उन्होने बताया कि सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा प्रेषित भ्रमण आख्या में पाई गई समस्याओं के निराकरण हेतु जनपद स्तर पर प्रत्येक माह के द्वितीय बुधवार को जिलाधिकारी महोदय द्वारा जिला योजना की बैठक के साथ समीक्षा की जायेगी।
देहरादून, 01 दिसम्बर 2017, जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेशन ने अवगत कराया है कि जनपद में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-58 एवं 72 (हरिद्वार देहरादून) के निर्माण/चैड़ीकरण के लिए अर्जित किये ग्रामों के उन समस्त भू-धारक जिन्होने अपनी अर्जित भूमि/भवन आदि परिसम्पत्ति का अभी तक मूल प्रतिकर/आर्विटेटेªर न्यायालय द्वारा पारित निर्णय के अनुसार बढाई गई प्रतिकर की धनराशि प्राप्त नही की गई है, इस समाचार प्रकाशन के 10 दिन के अन्दर 12 दिसम्बर 2017 तक आवश्यक रूप से कार्यालय विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी देहरादून में उपस्थित होकर प्रतिकर प्राप्त कर लें। अन्यथा निर्धारित प्रतिकर की धनराशि को विवादित मानते हुए मा जिला जज न्यायालय देहरादून मे ंजमा कर दी जायेगी, जिसके लिए हितबद्ध व्यक्ति स्वंय जिम्मेवार होंगे। उन्होने बताया कि हितबद्ध व्यक्ति प्रतिकर भुगतान के समय नवीनतम खतौनी की नकल की मूल प्रति, दो नवीनतम पासपोर्ट साईज फोटो, पैनकार्ड तथा बैंक पासबुक/कैन्सिल चैक की प्रति, शपथपत्र निर्धारित प्रारूप पर तथा रसीदी टिकट साथ लायें।
हरिद्वार NEWS;
हरिद्वार। जिलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि नैनीताल स्थित राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार आगामी 03 दिसम्बर 2017 को प्रातः 10ः00 बजे से लक्सर के निरंजनपुर स्थित राजकीय इण्टर काॅलेज में बहुउद्देशीय विधिक साक्षरता शिविर एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जायेगा। जिसमें विधिक जानकारी देने के साथ ही सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी व योजनाओं से लाभान्वित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि शिविर में वृद्धावस्था, विधवा एवं विकलांग आदि पेंशन के फार्म भरवाये जायेगें, राजस्व विभाग से सम्बन्धित प्रमाण पत्र भी निर्गत किये जायेगें, विद्युत आपूर्ति कराने, चिकित्सा विभाग से सम्बन्धित प्रमाण पत्र आदि उपलब्ध कराने व अन्य विभागीय योजनाओं के लाभ दिये जायेगें। जिलाधिकारी ने सभी जिला स्तरीय एवं सम्बन्धित तहसील एवं ब्लाॅक स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे शिविर में अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित स्टाल लगाकर स्थानीय जनता कोे विभागीय योजनाओें की जानकारी देने के साथ ही मौके पर ही सभी पात्र लोगों को योजनाओं से लाभान्वित करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने स्थानीय जनता से कहा है कि वे अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर शिविर का लाभ उठाएं।
उत्तराखण्ड आईडल’ ऑडसिन दूसरा चरण 3 दिसम्बर को
हरिद्वार। निःशुल्क उत्तरांचल पब्लिक स्कूल द्वारा आयोजित उत्तराखण्ड आईडल का दूसरा चरण 3 दिसम्बर 2017 को नेहरू युवा केन्द्र में प्रातः 10: 00 से सायं 05ः00 बजे तक आयोजित किया जायेगा। जिसमें सभी स्कूलों के बच्चें प्रतिभाग करेंगे। पत्रकारों से वार्ता करते हुए चेयरमेन राजीव तुम्बड़िया ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ‘‘उत्तराखण्ड आईडल’’ नृत्य प्रतियोगिता का आयेाजन किया जा रहा है जिसमें पूरे शहर के स्कूलों के बच्चें प्रतिभाग करेंगे। यह दो चरण में आयोजित होती है जिसका पहला चरण 26 नवम्बर 2017 को हो चुका है। दूसरा चरण 3 दिसम्बर 2017 को आयोजित हो रही है जिसमें सभी बच्चे नृत्य प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं। इसका फाईनल 16 दिसम्बर 2017 को बंधन पैलेस निकट ट्रक यूनियन में किया जायेगा। जिसमें प्रथम आये बच्चे को ‘इण्डिया बैंस्ट मंच’ दिल्ली भेजा जायेगा जिसका सारा खर्च निःशुल्क उत्तरांचल पब्लिक स्कूल द्वारा वहन किया जायेगा। द्वितीय स्थान पर आये बच्चें को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित एवं प्रमाण पत्र दिये जायेंगे। कार्यक्रम संरक्षक प्रमोद कुमार पाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि यह बच्चों के हौंसेले हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिससे बच्चें बड़े उत्साहित रहते हैं। कार्यक्रम के संयोजक विश्वास सक्सेना ने बताया कि संस्था बच्चे की प्रतिभा को उभारने के लिए विगत वर्षो से इस विश्वसनीय कदम उठा रही है।
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भराडीसैंण में 07 दिसंबर से आयोजित होने वाले शीतकालीन विधानसभा सत्र को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू
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