PM ने क्यो कहा-उत्तराखण्ड को मेरा नमन् & गुजरात और महाराष्ट्र का दल उत्तराखंड पहुंचा & Top UK News 29 Sep 20
29 Sep. 20: Himalayauk Newsportal & Print Media; Publish at Dehradun & Haridwar; Bureau Report:# प्रधानमंत्री ने विभिन्न नमामि गंगे परियोजनाओं- का वर्चुअल लोकार्पण किया #नर्सों के खाली पदों पर नियुक्ति के साथ ही नर्सिंग स्टाफ नर्स का पद नाम नर्सिंग अधिकारी किये जाने की कार्यवाही भी शीघ्र — मुख्यमंत्री # डोमेस्टिक टूरिज्म और वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत भ्रमण पर निकला गुजरात और महाराष्ट्र के छह टूर ऑपरेटरों का दल मंगलवार को उत्तराखंड पहुंचा # तीन चिकित्सालयों को कोविड-19 मरीजों के उपचार हेतु चिन्हित करते हुए स्वीकृति प्रदान # हरिद्वार – डेगू के विरूद्ध अभियान # जनपद चमोली– मंगलवार को जिले में 3 लोगों की रिपोर्ट कोराना पाॅजिटिव # ‘‘मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना पर प्राथमिकता से फोकस करेंः- जिलाधिकारी’’ # बद्रीनाथ धाम में बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का देश के मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आॅनलाइन लोकापर्ण #Presents by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: Mob 9412932030 ; CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR; Mail; himalayauk@gmail.com # ## ## # # # ##
प्रधानमंत्री ने विभिन्न नमामि गंगे परियोजनाओं- का वर्चुअल लोकार्पण किया
Himalayauk Newsportal & Print Media प्रधानमंत्री ने नमामि गंगे के अंतर्गत उत्तराखण्ड में 521 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण किया इन परियोजनाओं से प्रतिदिन 15 करोड़ लीटर से अधिक दूषित जल को गंगा में गिरने से रोका जा सकेगा।# प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन में 1 रूपए में कनेक्शन के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की सराहना की।# प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण किया।
हरिद्वार Himalayauk Newsportal & Print Media । प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज विभिन्न नमामि गंगे परियोजनाओं-230 करोड़ रूपये की लागत से बना 68 एम.एल.डी. क्षमता का एस.टी.पी., जगजीतपुर, हरिद्वार, 20 करोड़ रूपये की लागत से बना 27 एम.एल.डी. क्षमता का अपग्रेडेशन एस.टी.पी., जगजीतपुर, हरिद्वार, 13 करोड़ रूपये की लागत से बना 18 एम.एल.डी. क्षमता का अपग्रेडेशन एस.टी.पी., सराय, हरिद्वार, चण्डीघाट, हरिद्वार में गंगा के संरक्षण एवं जैव विविधता को प्रदर्शित करता ’गंगा संग्रहालय’, 158 करोड़ रूपये की लागत से बना 26 एमएलडी क्षमता का एस.टी.पी.,लकड़घाट, ऋषिकेश, 41 करोड़ रूपये की लागत से बना 7.5 एम.एल.डी. क्षमता का एस.टी.पी., चन्द्रेश्वर नगर,मुनिकीरेती, 39 करोड़ रूपये की लागत से बना 5 एल.एल.डी. क्षमता का एस.टी.पी., चोरपानी, मुनीकीरेती, 19 करोड़ रूपये की लागत से बने 1.01 एम.एल.डी. क्षमता के एस.टी.पी., बदी्रनाथ का वर्चुअल लोकार्पण किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे के अंतर्गत उत्तराखण्ड में 521 करोड़ रूपये की परियोजनाओं का वर्चुअल लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं के शुरू होने से उत्तराखण्ड से अब प्रतिदिन 15.2 करोड़ लीटर दूषित पानी गंगा नदी में नहीं बहेगा। लोकार्पित किए गए प्रोजेक्ट में जगजीतपुर हरिद्वार में 230 करोड़ रूपये की लागत से बना 68 एमएलडी क्षमता का एसटीपी, 20 करोड़ की लागत से बना 27 एमएलडी क्षमता का अपग्रेडेड एसटीपी, सराय हरिद्वार में 13 करोड़ की लागत से बना 18 एमएलडी क्षमता का अपग्रेडेड एसटीपी, चंडी घाट हरिद्वार में गंगा के संरक्षण और जैव विविधता को प्रदर्शित करता ‘गंगा संग्रहालय’, लक्कड़ घाट, ऋषिकेश में 158 करोड़ की लागत से बना 26 एमएलडी क्षमता का एसटीपी, चंद्रेश्वर नगर-मुनि की रेती में 41 करोड़ की लागत से बना 7.5 एमएलडी क्षमता का एसटीपी, चोरपानी, मुनि की रेती में 39 करोड़ की लागत से बना 5 एमएलडी क्षमता का एसटीपी और बद्रीनाथ में 19 करोड़ की लागत से बना 1.01 एमएलडी क्षमता का एसटीपी शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने रोविंग डाउन द गंगेज (तवूपदह कवूद जीम हंदहमे) व ग्राम पंचायतों और पानी समितियों के लिए बनाइ्र गई मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया। उन्होंने जल जीवन मिशन के लोगो (प्रतीक चिह्न) का भी अनावरण किया।
इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि चारधाम की पवित्रता को अपने में समेटे उत्तराखण्ड को मेरा नमन्। नमामि गंगे परियोजनाओं का उल्लेख करते हुये उन्होंने इसके लिये सभी को बधाई दी।
जल जीवन मिशन का उल्लेख करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत के हर घर तक पाइप से जल पहुंचाने का प्रयास है तथा मिशन का लोगो इसकी प्रेरणा देता है। गंगा का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि गंगा हमारी सांस्कृतिक वैभव, विरासत तथा जीवन को समृद्ध करती है। इसकी निर्मलता तथा अविरलता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमने नमामि गंगे मिशन को गंगा सफाई तक सीमित नहीं रखा है। उन्होंने कहा कि हमने सीवरेज प्लांट इस तरह बनाये हैं कि वे आगे के 10 साल की जरूरतों को पूरा करेंगे। हजारों गांवों को खुले में शौच से मुक्ति मिलने के साथ ही नदियां प्रदूषण मुक्त होंगी।
श्री मोदी ने कहा कि 30 हजार से अधिक परियोजनाओं का काम चल रहा है या पूरे हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में इस अभियान के तहत चल रहे प्रोजेक्टों से छह साल में सीवरेज क्षमता करीब चार गुना बढ़ गयी है। उन्होंने कहा कि 130 से ज्यादा ज्यादा नाले गंगा जी में गिरते थे, आज अधिकतर को रोक दिया गया है। पहले दर्शन, राफ्टिंग वालों को काफी परेशानी होती थी। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में ही 20 से ज्यादा नालों को बन्द किया जा चुका है। उन्होेंने कहा कि हरिद्वार कुम्भ के दौरान श्रद्धालुओं को निर्मल गंगा का अनुभव होगा तथा सैंकड़ों घाटों का सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे अभियान से जैविक खेती व आयुर्वेदिक खेती को भी बढ़ावा मिल रहा है।
नई सोच व नई एप्रोच से नमामि गंगे में मिली सफलता प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखण्डवासियों को बधाई देते हुए कहा कि मां गंगा हमारे सांस्कृतिक वैभव और आस्था से तो जुड़ी ही है, साथ ही लगभग आधी आबादी को आर्थिक रूप से समृद्ध भी करती है। नमामि गंगे मिशन, नई सोच और नई एप्रोच के साथ शुरू किया गया। यह देश का सबसे बडा नदी संरक्षण अभियान है। इसमें समन्वित रूप से काम किए गए। गंगा जी में गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए एसटीपी का निर्माण किया गया या किया जा रहा है, अगले 15 वर्षों की आवश्यकता के अनुसार एसटीपी की क्षमता रखी गई, गंगा के किनारे लगभग 100 शहरों और 5 हजार गांवों को खुले में शौच से मुक्त किया गया है और गंगा की सहायक नदियों को भी प्रदूषण से मुक्त रखने का काम किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले पैसा पानी की तरह बहाया जाता था, पर नतीजा उसके अनुरूप नहीं आता था। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन व दिशा-निर्देश देकर आज हमारी सरकार ने पाई-पाई को सही जगह पर लगाना सुनिश्चित किया है।
उत्तराखण्ड में 6 साल में सीवरेज ट्रीटमेंट क्षमता चार गुना हुई प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में नमामि गंगे के अंतर्गत लगभग सभी प्रोजेक्ट पूरे हो गए हैं। राज्य में 6 साल में सीवेज ट्रीटमेंट की क्षमता को 4 गुना कर दिया गया है। लगभग सभी नालों को टैप कर दिया गया है। इनमें चंद्रेश्वर नाला भी शामिल है। यहां देश का पहला 4 मंजिला एसटीपी शुरू हो चुका है। अगले वर्ष हरिद्वार कुम्भ मेले में श्रद्धालु गंगा की निर्मलता का अनुभव लेंगे। सैकड़ों घाटों का सौंदर्यीकरण किया गया है। साथ ही रिवर फ्रंट भी बनकर तैयार है। गंगा म्यूजियम से हरिद्वार आने वाले लोग गंगा से जुड़ी विरासत को समझ पाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि गंगा के निकटवर्ती पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण पर फोकस किया जा रहा है। यहां जैविक खेती और औषधीय पौधों की खेती की योजना है। आर्गेनिक फार्मिंग कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है। मिशन डॉल्फिन से डॉल्फिन संवर्धन में मदद मिलेगी।
श्री मोदी ने कहा कि पानी के इंतजाम में हमारी माताओं एवं बहनों को काफी कष्ट उठाना पड़ता है। जल शक्ति मंत्रालय माताओं एवं बहनों के इस कष्ट को दूर करने के लिये हर घर तक जल पहुंचाने के मिशन में जुटा है। उन्होंने कहा कि हर दिन एक लाख परिवारों को शुद्ध जल से जोड़ा गया है।
उत्तराखण्ड का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि सिर्फ एक रूपये में पानी का कनेक्शन देने का बीड़ा उत्तराखण्ड सरकार ने उठाया है। यह गरीब के घर तक पानी पहुंचाने का मिशन है तथा सरकार के काम करने में जो बदलाव आया है, यह उसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि पहले फैसले राजधानी में होते थे, लेकिन अब फैसले गांवों में लिये जाते हैं। उन्होंने कहा कि 02 अक्टूबर से 100 दिन का एक विशेष अभियान चलाया जायेगा, जिसमें हर स्कूल व हर आंगनबाड़ी को नल से जल से जोड़ा जायेगा।
जल जीवन मिशन में उत्तराखण्ड सरकार एक कदम आगेप्रधानमंत्री ने कहा कि पानी की महत्ता को माता-बहनों से अधिक कौन समझ सकता है। हमने जल से जुड़े मंत्रालयों को एक कर जलशक्ति मंत्रालय का गठन किया। जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल से जल का लक्ष्य लिया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड सरकार एक कदम और आगे बढ़ी है। उन्होंने केवल एक रूपए में पानी का कनेक्शन देने का बीड़ा उठाया है। वर्ष 2022 तक हर घर नल से जल देने का लक्ष्य रखा गया है। उत्तराखण्ड में कोरोना काल में भी पिछले 4-5 माह में 50 हजार परिवारों को पानी का कनेक्शन दिया गया है जो कि उत्तराखण्ड सरकार के संकल्प को दर्शाता है।
किसानों का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि हमने किसानों को समस्त बन्धनों से मुक्त किया है, वह अपनी उपज को कहीं भी बेच सकता है। उन्होंने कहा कि एमएसपी भी रहेगी व किसान को अपनी फसल को कहीं भी बेचने की आजादी भी रहेगी। उन्होंने सरकार द्वारा जनहित में उठाये गये कदमों जैसे-डिजीटल भारत, जी0एस0टी0, रक्षा खरीद, सर्जिकल स्ट्राइक, राम जन्मभूमि पूजन आदि का जिक्र करते हुये कहा कि कुछ स्वार्थी तत्व राष्ट्रहित व जनहित में उठाये गये कदमों का भी विरोध के लिये विरोध करते हैं। उन्होेंने कहा कि ऐसे तत्व अब अप्रासंगिक होते जा रहे हैं।
सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में नल से जल के लिए 2 अक्टूबर से अभियान जल जीवन मिशन ने गांवों में पानी की समस्या से मुक्त करने का अवसर दिया है। 2 अक्टूबर से जल जीवन मिशन के तहत अभियान चलाकर 100 दिनों में सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में नल से जल सुनिश्चित किया जाएगा। वर्ष 2014 के बाद देश हित में बहुत से बड़े काम किए गए। इनमें कृषि विधेयक, डिजीटल इण्डिया, जीएसटी, वन रैंक वन पेंशन शामिल हैं। वन रैंक वन पेंशन से उत्तराखण्ड के एक लाख से अधिक पूर्व सैनिक लाभान्वित हुए हैं। सर्जिकल स्ट्राइक से आतंकवाद को चोट पहुंचाई गई। राफेल से वायुसेना की ताकत काफी बढ़ी है। सरदार पटेल की मूर्ति राष्ट्रीय एकता और अखण्डता की प्रतीक है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से सारी दुनिया योग के महत्व से परिचित हुई। अयोध्या में रामजन्म भूमि मंदिर का भूमि पूजन किया गया। देश को ताकतवार बनाने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किया गया है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ’पी0एम0 रोइंग डाउन द गंगा’’ पुस्तक विमोचन तथा लघु फिल्म- जल जीवन का अनावरण भी किया।
प्रधानमंत्री के विभिन्न नमामि गंगे परियोजनाओं के वर्चुअल लोकार्पण से पूर्व श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, मंत्री जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार ने प्रधानमंत्री तथा वीडियो कांफे्रसिंग से जुड़े सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गंगा हमारी सांस्कृतिक विरासत है तथा हमारे आर्थिक जीवन का आधार है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में गंगा के पानी में शुचिता का प्रभाव दिखा है तथा इसे जन-जन तक जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि उद्गम से लेकर आखिरी छोर तक गंगा का पानी आचमन योग्य होगा। निश्चित रूप से अब परिणाम दिखाई देने लगे हैं। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे के तहत गंगा के किनारे बसे जितने भी शहर या गांव हैं, उनका गन्दा पानी गंगा में जाने से रोका जायेगा।
गंगा किनारे जैविक खेती और औषधीय पौधों की खेती को प्रोत्साहन उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के चिन्हित 16 नगरों हेतु स्वीकृत 19 योजनाओं में से 15 योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं। शेष कुम्भ से पहले पूरी हो जाएंगी। प्राथमिकता के इन नगरों में चिन्हित किए गए 135 नालों में से 128 टैप किए गए हैं शेष को कुम्भ से पहले टैप कर लिया जाएगा। गंगा किनारे उत्तराखण्ड राज्य के विभिन्न स्थानों पर 21 स्नान घाटों जिसमें भव्य चंडी घाट भी शामिल है और 23 मोक्षधामों का निर्माण किया गया है। गंगा नदी के कैचमेंट एरिया में जो कार्य कराए गए हैं, उनका लाभ आने वाले समय में अवश्य मिलेगा। गंगा के दोनों किनारों पर 5 से 7 किलोमीटर के क्षेत्र में जैविक खेती को विकसित करते हुए स्थाई कृषि प्रथाओं को भी नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत प्रोत्साहन दिया जा रहा है। नमामि गंगे कार्यक्रम में निर्मित एसटीपी से निकलने वाले शोधित जल को भी कृषकों को सिंचाई हेतु उपलब्ध कराया जा रहा है। गंगा जी की निर्मलता और अविरलता के लिए प्रधानमंत्री जी के भगीरथ प्रयासों के परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। यहां तक की गंगा मे डाल्फिन और महाशिर मछलियां भी पुनः दिखने लगी हैं। गंगा के किनारे आर्गेनिक खेती व औषधीय पौधों की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड के लिये दी गयी इन सौगातों के लिये आभार प्रकट किया तथा वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े सभी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि गंगा आदिकाल से ही प्राकृतिक सम्पदा ही नहीं है, बल्कि जन-जन की भावनाओं से जुड़ी है। जनसंख्या वृद्धि तथा अन्य कारणों से गंगा की शुद्धता प्रभावित हुई है। प्रधानमंत्री जी के कुशल मार्गदर्शन एवं सम्पूर्ण प्रयास की वजह से आज गंगा इतनी शुद्ध हुई है कि उसमें डालफिन आदि भी दिखाई देने लगे हैं। प्रधानमंत्री जी के भगीरथ प्रयास का ही यह परिणाम है।
हरिद्वार कुम्भ में गंगा का जल आचमन योग्य केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जल संचय व जल संरक्षण को लेकर जनचेतना का संचार हुआ है। यह आंदोलन जन जन का विषय बनने लगा है। वर्ष 2014 से नमामि गंगे एक मिशन मोड में काम कर रहा है। इसके लिए पर्याप्त बजट की व्यवस्था की गई। समन्वित एप्रोच पर काम किया गया। गंगा प्रवाह क्षेत्र में 315 परियोजनाएं अभी तक इसमें ली गई हैं। कुल 28854 करोड़ की स्वीकृति दी जा चुकी है। इनमें से 9 हजार करोड़ की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। इनके स्पष्ट परिणाम भी दिखाई देने लगे हैं। हाईब्रिड एन्यूटी प्रणाली अपनाई गई है। गंगा प्रहरी और अनेक संगठनों के माध्यम से नमामि गंगे को जन अभियान बनाया गया है। गंगा की शुचिता के साथ ही अविरलता पर भी ध्यान दिया गया है। इसके लिए ई-फ्लो अधिसूचना जारी की गई। अगले वर्ष हरिद्वार में कुम्भ मेले के समय गंगा जल आचमन योग्य होगा। रिसाईकिल पानी को रियूज करने का भी प्रयास किया जा रहा है। गंगा की सहायक नदियों पर भी प्रभावी काम कर रहे हैं।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड की राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य, विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेमचंद अग्रवाल, केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री श्री रतनलाल कटारिया सहित अन्य महानुभाव उपस्थित थे। इसके साथ ही उत्तराखण्ड के केबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, श्री मदन कौशिक, सांसद श्री तीरथ सिंह रावत, मेयर ऋषिकेश श्रीमती अनिता ममगाई, विधायक श्री आदेश चौहान विभिन्न स्थानों से वीडियो कान्फं्रेसिंग से कार्यक्रम में उपस्थित थे।
श्री रावत ने कहा कि बद्रीनाथ से देवप्रयाग तक पहले 135 नाले गिरते थे, इनमें से 128 नाले बन्द कर दिये गये हैं तथा शेष सात नालों को कुम्भ से पहले, सम्भवतः अगले ही महीने टैप कर दिये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चण्डीघाट सहित गंगा के किनारे 21 स्नानघाटों का निर्माण किया गया है। अर्थ गंगा के माॅडल का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि जन-जागरूकता के कारण गंगा के दोनों तटों पर आज आर्गेनिक खेती हो रही है, जिन्हें आर्गेनिक ब्लाॅक घोषित किया गया है। इसके लिये किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संयंत्रों का शोधित जल सिंचाई के काम आ रहा है तथा उसके बचे अवयव कम्पोस्ट खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
श्री रावत ने कहा कि आगमी मार्च में महाकुम्भ का आयोजन होना है। हमारा पूरा प्रयास है कि श्रद्धालु निर्मल गंगा में स्नान करके जायें।
इस अवसर पर जगजीतपुर, एसटीपी में श्री प्रदीप झा, अध्यक्ष गंगा सभा, श्री तन्मय वशिष्ठ, महामंत्री गंगा सभा, श्री ओम प्रकाश जमदग्नि, मा0 सांसद प्रतिनिधि, श्री आदेश चैहान, मा0 विधायक, रानीपुर, श्री सुरेश राठौर, मा0 विधायक, ज्वालापुर, श्रीमती अनीता शर्मा, मेयर, श्री सी0 रविशंकर, जिलाधिकारी, श्री विनीत तोमर, सी0डी0ओ0, श्री जय भारत सिंह, मुख्य नगर अधिकारी, श्री जगदीश लाल, सिटी मैजिस्ट्रेट, सी0जी0एम0 जल संस्थान, श्री आर0के0 जैन, परियोजना प्रबन्धक, निर्माण एवं अनुरक्षण, इकाई गंगा, हरिद्वार, श्री अजय कुमार, अधिशासी अभियन्ता, जल संस्थान, हरिद्वार(सीवरिंग) आदि उपस्थित थे।
नर्सों के खाली पदों पर नियुक्ति के साथ ही नर्सिंग स्टाफ नर्स का पद नाम नर्सिंग अधिकारी किये जाने की कार्यवाही भी शीघ्र — मुख्यमंत्री
देहरादून 29 सितम्बर, 2020 (सू.ब्यूरो) Himalayauk Newsportal & Print Media मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मंगलवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती मीनाक्षी जखमोला एवं महामंत्री श्रीमती कान्ति राणा ने भेंट की। उन्होंने नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन की विभिन्न समस्याओं एवं मांगों से सम्बन्धित मांगपत्र भी मुख्यमंत्री को सौंपा।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोविड-19 के इस संकट काल में नर्सिंग स्टाफ द्वारा कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है। महामारी के इस दौर में चिकित्सा सेवा से जुड़े कार्मिकों का मानवीयता का परिचय देते हुए कर्तव्यों का पालन करना सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन की विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्सों के खाली पदों पर नियुक्ति के साथ ही नर्सिंग स्टाफ नर्स का पद नाम नर्सिंग अधिकारी किये जाने की कार्यवाही भी शीघ्र की जायेगी।
र्सेज एसोसिएशन द्वारा अपने मांग पत्र में कोविड के कारण नर्सों की वेतन में की जा रही एक दिन की वेतन कटौती को रोकने, मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद स्टाफ नर्स का पदनाम नर्सिंग अधिकारी तथा सिस्टर का पदनाम वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी किये जाने का शासनादेश शीघ्र किये जाने, नर्सेज की पदोन्नतियां करने एवं रिक्त पदों पर नई भर्ती का अनुरोध किया है। उनके द्वारा मांग पत्र में वेतन विसंगति एवं सेवा नियमावली आदि से सम्बन्धित प्रकरणों के निस्तारण की भी अपेक्षा की गई है।
यूटीडीबी ने भारत भ्रमण पर निकले टूर ऑपरेटर्स का देहरादून पहुंचने पर किया स्वागत
वोकल फाॅर लोकल को बढ़ावा देने के लिए भारत भ्रमण पर है दल
देहरादून 29 सितंबर, 2020। Himalayauk Newsportal & Print Media डोमेस्टिक टूरिज्म और वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत भ्रमण पर निकला गुजरात और महाराष्ट्र के छह टूर ऑपरेटरों का दल मंगलवार को उत्तराखंड पहुंचा। यहां इस दल का स्वागत उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) के प्रतिनिधियों ने सोविनियर भेंट देकर किया। यह दल पर्यटन को प्रमोट करने के उद्देश्य से 36 दिन की भारत यात्रा पर निकला है।
मंगलवार को अपनी यात्रा के 12वें दिन यह दल देहरादून पहुंचा, दल 18000 किलोमीटर की यात्रा करेगा। बाद में यह दल देहरादून के स्थानीय डेस्टिनेशनों का भ्रमण करते हुए गंगा आरती के लिए हरिद्वार रवाना हुआ। इन छ सदस्यीय दलों में पवन दुबे, थाॅमस, नितिन गुप्ता, संजय पटेल, रितेश पारेख व राजीव शाह शामिल हैं।
पवन दुबे ने कहा कि हमारे द्वारा यह यात्रा डोमेस्टिक टूरिज्म/ट्रैवल इंडिया और वोकल फाॅर लोकल को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गयी है, अभी तक हम 5000 किलोमीटर की यात्रा कर चुके है। ‘‘उत्तराखण्ड देवों की भूमि है यहां जो एक बार आता है बार-बार आना चाहता है। कोविड-19 की महामारी के कारण लोगों का रोजगार छिना है उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन वोकल फाॅर लोकल को बढ़ावा देना ही उनका उददेश्य है।
देहरादून व हरिद्वार पहुंचने पर ट्रैवल इंडस्ट्री के साथियों का स्वागत विभिन्न ट्रैवल एसोसिएशन ने जोरदार तरीके से किया। जिसमें टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड, हरिद्वार के टूर आॅपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष अ भिषेक अहलूवालिया, दीपक भल्ला, अंजीत कुमार, अरविंद खनेजा, सुनील सैनी, दीपक कपूर, तुषार नाथ, चंद्र किशोर, चंद्र कांत शर्मा, राजेश भूमिहार, विजय शुक्ला, टैक्सी मैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरीश भाटिया, हरीश भाटिया, संजय शर्मा, इकबाल सिंह आदि साथियों ने गंगा जल और उत्तराखण्ड के अन्य स्मृती चिन्ह भेंट स्वरूप प्रदान किए।
तीन चिकित्सालयों को कोविड-19 मरीजों के उपचार हेतु चिन्हित करते हुए स्वीकृति प्रदान
हल्द्वानी 29 सितम्बर 2020 (सूचना)- Himalayauk Newsportal & Print Media जिलाधिकारी श्री सविन बंसल के प्रयासो से शासन ने जनपद के तीन चिकित्सालयों सेंट्रर हाॅस्पिटल, बृजलाल हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर व कृष्णा हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर को कोविड-19 मरीजों के उपचार हेतु चिन्हित करते हुए स्वीकृति प्रदान कर दी है। उन्होंने ने बताया कि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तराखण्ड शासन ने हल्द्वानी के सेंट्रल हाॅस्पिटल, बृजलाल हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर व कृष्णा हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर को समर्पित कोविड स्वास्थ्य केन्द्र (डीसीएचसी) कैटेगरी में शर्तों के साथ चिन्हित कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि चिन्हित तीनो चिकित्सालयों में कोविड-19 के रोगियों के उपचार की सूचनाओं को covid19.nhp.gov.in पोर्टल एवं कोविड फैसिलिटी एप पर अपलोड करने हेतु लाॅगइन आईडी के्रडेशियल एवं सम्बन्धित मोबाईल नम्बर, पासवर्ड उपलब्ध करा दिये गये हैं।
जिलाधिकारी श्री बंसल ने मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.भागीरथी जोशी को निर्देश दिए कि वे डीसीएचसी में चिन्हित चिकित्सालयों में कोविड-19 के रोगियों के उपचार की सूचनाऐं नियमित पोर्टल एवं एप पर अपलोड कराने के निर्देश दिए।
हरिद्वार – डेगू के विरूद्ध अभियान
हरिद्वार Himalayauk Newsportal & Print Media । जिलाधिकारी श्री सी0 रविशंकर के निर्देशों का पालन करते हुए डेगू के विरूद्ध अभियान के अन्तर्गत डे आॅफिसर श्री डाॅ0 वी0के0 सिंह यादव, मुख्य कृषि अधिकारी, हरिद्वार द्वारा डेंगू के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई के सम्बन्ध में सभी को सक्रिय करते हुये लगातार समन्वय स्थापित किया गया। अभियान से जुड़े लोगों को डेंगू के लार्वा के स्रोत और डेंगू के लार्वा को नष्ट करने तथा आवश्यक रसायन एवं कीट नाशक के बारे में जानकारी दी गयी। श्री यादव के नेतृत्व में जनपद हरिद्वार के सभी समस्त आवासीय क्षेत्रों, कबाड़ की दुकानों, पेट्रोल पम्प, गैस एजेंसियों, कार्यालयों तथा इन स्थानों पर रखे गये फ्रिज, कूलर, गमलों, ट्यूब-टायर, अन्य अनावश्यक वस्तुओं आदि में विशेष ध्यान केन्द्रित करते हुये, खासकर डेंगू पाॅजिटिव पाये गये व्यक्तियों के निवास स्थलों में, जनपद के समस्त नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत के नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत के सहयोग से सक्रिय रूप से जन-जागरूकता सहित छिड़काव का अभियान चलाया गया और कई स्थानों पर लार्वा नष्ट किया गया, जिसमें, मुख्य कृषि अधिकारी कार्यालय, हरिद्वार के समस्त कार्मिकों की विशेष भूमिका रही।
वृहद कार्यक्रम के तहत विभिन्न स्थानों में छिड़काव, लार्वा नष्ट करना तथा प्रचार प्रसार का कार्य किया गया। जिन-जिन स्थानों पर छिड़काव तथा लार्वा नष्ट करने की सघन कार्रवाई की गयी, उनमें से प्रमुख हैं- पतंजलि मार्केट, मेवाड़, बाज्जू हेडडी, लिमलीखेड़ा, रूड़की, बीज भण्डार मंगलौर, अतिथिनगर बहादराबाद, कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी कार्यालय बहादराबाद परिसर, कृषि विज्ञान केन्द्र धनौरी, कृषि निवेश केन्द्र चैडियाला, नगरपालिका लक्सर, विकास खण्ड नारसन, लण्ढौरा, नगर पंचायत झबरेड़ा, आदि में जनजागरण व लार्वा नष्ट करने व कीटनाशक छिड़काव का कार्य किया गया।
डेंगू का लार्वा पनपने की सम्भावित जगहों पर कीटनाशक छिड़काव तथा जन-जागरूकता अभियान चलाकर सभी ने मिशन के रूप में जिलाधिकारी के आदेशों का पालन किया, ताकि जनपद को डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से मुक्त किया जा सके।
जनपद चमोली– मंगलवार को जिले में 3 लोगों की रिपोर्ट कोराना पाॅजिटिव
जनपद चमोली Himalayauk Newsportal & Print Media । मंगलवार को जिले में 3 लोगों की रिपोर्ट कोराना पाॅजिटिव मिली। ये सभी बद्रीनाथ से हैं। इसके साथ ही जिले में कोविड वायरस से अब तक 974 लोग संक्रमित हुए है। हालांकि इनमें से 608 लोग स्वस्थ हो चुके हंै। स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों को इलाज के लिए कोविड अस्पताल में भर्ती कर दिया है।
कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल जांच का दायरा बढा दिया है। सभी संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। मंगलवार को संदिग्ध 252 व्यक्तियों के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गए। जिले से अभी तक 25325 व्यक्तियों के सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जा चुकें हैं जिसमें से 21778 सैंपल नेगेटिव तथा 974 सैंपल पाॅजिटिव मिले। जबकि 718 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है। जिले की सीमा में बाहर से आने वाले व्यक्तियों का ट्रू-नेट एवं एन्टिजन टेस्ट भी किया जा रहा है।
कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 4 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारटीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। इसके अलावा 1585 प्रवासियों को होम क्वारंटीन किया गया है। होम क्वारंटीन लोगों के मेडिकल जांच के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमें गांवों में घर-घर जाकर चैकअप कर रही है। इसके अलावा आशा के माध्यम से भी होम क्वारंटीन लोगों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है।
जिलाधिकारी ने सभी प्रवासियों को क्वारंटीन नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। वहीं शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही भी अमल में लाई जा रही है।
जिले में कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 35 एफआईआर, महामारी अनिनियम के तहत 675, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 02, सीआरपीसी-151 के तहत 66, डीएम एक्ट के तहत गिरफ्तारियां 62, महामारी अधिनियम के तहत 09, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 01, पुलिस एक्ट के तहत 1852 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इसके अलावा 2661 चालान और 95 वाहनों को सीज किया गया है।
जिले में आवश्यक सेवाओं के तहत खाद्यान की आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 2195.57 कुन्तल, चावल 1604.75 मसूर दाल 25.20 कुन्तल, चना दाल 43.47 कुन्तल, चीनी 74.14 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 1636.71, कुन्तल पीएम गरीब कल्याण गेहूं 3872.76 कुन्तल व दाल 558.61 कुन्तल त घेरलू गैस के 2344 गैस सिलेण्टर अवशेष है।
‘‘मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना पर प्राथमिकता से फोकस करेंः- जिलाधिकारी’’
देहरादून दिनांक 29 सितम्बर 2020 (जि.सू.का), Himalayauk Newsportal & Print Media; जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने यह निर्देश आयोजित डीएलआरसी (जिला स्तरीय समीक्षण समिति) की बैठक में बैंकर्स और लाईन डिपार्टमेंट को दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना राज्य सरकार की एक अति महत्वकांशी योजना है और कोविड-19 के दौरान अपने घर लौटे प्रवासियों को स्वरोजगार देने के उद्देश्य से प्रारंभ की गयी है। अतः इस योजना को विशेष प्राथमिकता से लिया जाय तथा बैंक स्तर पर योजना से सम्बन्धित लम्बित सभी आवेदनों को 15 अक्टूबर तक शत् प्रतिशत् निस्तारित करना सुनिश्चित करें। उन्होंनें इस सम्बन्ध में गठित की गयी आॅडिट कमेटी की नियमित बैठक करते रहने और बैंको के स्तर पर स्वरोजगार ऋण से सम्बन्धित लम्बित आवेदनों की पड़ताल करते हुए पेंन्डेंसी को शून्य स्तर पर लाने के निर्देश दिये। इस योजना में जिन बैंकों की परफाॅरमेंस सन्तोषजनक नही रही जिलाधिकारी ने उन बैंकों के डीजीएम से दूरभाष के माध्मय से सम्पर्क कर तत्काल सुधार करने के निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने स्ट्रीट वेन्डर कल्याण को समर्पित स्ट्रीट वेन्डर आत्मनिर्भर निधि (प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना) की सभी प्रकार की पैंडेंसी को भी 15 अक्टूबर तक हरहाॅल में निपटाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने सभी सार्वजनिक और प्राईवेट बैंकर्स को निर्देशित किया कि जिन बैंकों का सीडी रेशियो (ऋण जमा अनुपात) 35 प्रतिशत् से नीचे है वे तत्काल अपनी प्रगति में सुधार करते हुए पूर्व में दिये गये लक्ष्य के अनुरूप सुधार करें। उन्होंने विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं यथा प्रधानमंत्री सुरक्षा बिमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना और अटल पेंशन योजना के साथ ही रोजगार और स्वरोजगार की शासकीय योजनाओं जैसे मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजन, खादी ग्रामोद्योग ऋण योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, वीरचन्द्र सिंह गढवाली पर्यटन स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, स्टैण्ड अप इण्डिया, प्रधानमंत्री आवास योजना इत्यादि योजनाओं की प्रगति में भी लगातार सुधार करते हुए लोगों को योजनाओं का त्वरित और समुचित लाभ प्रदान करने के सम्बन्धित विभागों और बैंकर्स को निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त उन्होंने कृषि सैक्टर को बढावा देने के लिए गंभीरता से प्रयास करने तथा प्रधानमंत्री कृषि बिमा योजना और पशु एवं पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना पर भी विशेष फोकस करने के निर्देश दिये। उन्होने निर्देश दिये कि आगामी बैठक से पूर्व विभिन्न प्रकार की योजनाओं के लम्बित सभी आवेदनों की पेंन्डेंसी को परूी तरह से निपटायेगे।
जिलाधिकारी ने डिजिटल ट्रांजैक्शन को अधिक बढावा देने के लिए सभ्ीा बैंकों से इस सम्बन्ध मंे जरूरी भागीदारी करवाने की पहल करने के एलडीएम (लीड बैंक मैनेजर) को निर्देश दिये साथ ही कहा कि सभी बैंकर्स और विभाग लगातार समन्वय बनाते हुए सभी योजनाओं की प्रगति बढायें जिसमें लोगों को अधिकाधिक योजनाओं का लाभ मिल सके और वे आत्मनिर्भर हो सकें।
इस दौरान एनआईसी सभागार में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, उप महाप्रबन्धक (डीजीएम) आरबीआई तारीका तारीआ, डीडीएम नाबार्ड अजय सोनी, एलडीएम बी.एस मर्तोलिया सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी और बैंकर्स उपस्थित थे।
महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार के विरोध मे 2 मिनट का शोक व्यक्त करके अपना विरोध दर्ज क
DEHRADUN (BUREAU HGU) आज 29 सितंबर को महिला कांग्रेस दफ्तर मे महानगर अध्यक्ष कमलेश रमन के नेत्रत्व मे 19 वर्षीय मनीषा बाल्मीकि की सामूहिक बलात्कार के बाद हुई मृत्यु एवं महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार के विरोध मे 2 मिनट का शोक व्यक्त करके अपना विरोध दर्ज कराया.जिला हाथरस के थाना चंदपा अंतर्गत बुलगढ़ी निवासी कुमारी मनीषा वाल्मीकि की आज सफदरजंग अस्पताल मे मृत्यु हो गयी, उसे कल यहाँ अलीगढ़ से रिफर किया गया था.19 साल की मनीषा बाल्मीकि का सामूहिक बलात्कार कर उसकी जीभ काट दी गई, रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गयी.इतने जघन्य अपराध के बाद भी अभी तक किसी की भी गिरफ़्तारी नही की गयी.कमलेश रमन ने कहा की भाजपा सरकार के राज मे महिलाओं के खिलाफ अत्याचार चरम पर है इसका मतलब ये है कि बेटी को बचाना है पर भाजपा से और भाजपा के नेताओं से जबसे भाजपा सत्ता मे आयी है तबसे महिलाएं सुरक्षित नही है.डॉ प्रतिमा सिंह ने कहा कि महिलाओं और दलितोँ पर बढ़ रहे अत्याचार भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार भाजपा के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को खोखला साबित करती है.विरोध मे कमलेश रमन, डॉ प्रतिमा सिंह, अनुराधा तिवारी, सावित्री थापा,बबिता सिंह, मंजु चौहान, उदिमा टोलिया, अनूप पासी आदि मौजूद थे
बद्रीनाथ धाम में बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का देश के मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आॅनलाइन लोकापर्ण
चमोली 29 सिंतबर,2020(सू0वि0) Himalayauk Bureau नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत बद्रीनाथ धाम में बने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का देश के मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आॅनलाइन लोकापर्ण किया। बद्रीनाथ धाम में 18.23 करोड़ की लागत से पुल के पास एक एमएलडी और बद्रीनाथ मंदिर के पास 10 केएलडी का प्लांट तैयार किया गया है। पूरे उत्तराखंड राज्य में नमामि गंगे के तहत 520.65 करोड़ की लागत से आठ एसटीपी प्रोजेक्ट तैयार किए गए है। जिनका प्रधानमंत्री ने आॅनलाइन लोकापर्ण किया। क्लीन गंगा मिशन के तहत निर्धारित समय से एसटीपी तैयार करने पर प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार सहित नमामि गंगे की पूरी टीम को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे गंगा को उद्गम स्थल से ही स्वच्छ एवं निर्मल रखने में मदद मिलेगी। बद्रीनाथ में एसटीपी के लोकपर्ण कार्यक्रम में गढवाल सांसद श्री तीरथ सिंह रावत, बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र प्रसाद भट्ट, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, नमामि गंगा प्रोजेक्ट के प्रबंधक केके रस्तोगी आदि मौजूद रहे। कोविड के दृष्टिगत लोकापर्ण कार्यक्रम के दौरान शारीरिक दूरी का भी विशेष ध्यान रखा गया।
एसटीपी के लोकापर्ण के साथ ही बद्रीनाथ धाम में सीवरेज की वर्षो पुरानी समस्या दूर हो गई। गंगा नदी को उद्गत स्थलों से ही स्वच्छ बनाने के लिए नमामि गंगे के तहत बद्रीनाथ में सीवरेज शोधन संयत्र (एसटीपी) बनाकर सीवर नालों को टेप किया गया है और सीवरेज ट्रीटमेंट के बाद ही स्वच्छ जल को नदी में छोडा जाने लगा है। यहाॅ पर 18.23 करोड़ की लागत से एसटीपी बनाए गए है।
मा0 प्रधानमंत्री ने एसटीपी का लोकपर्ण करने के बाद संबोधित करते हुए कहा कि गंगा हमारी सांस्कृतिक वैभव, आस्था और विरासत तीनों का प्रतीक है। जो हमारे देश की आधी से भी अधिक आबादी को समृद्व करती है। इसलिए इसकी स्वच्छ एवं निर्मल रखना हम सभी का दायित्व है। कहा कि नई सोच एवं नई एप्रोच के साथ नमामि गंगे के तहत गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए वृहद स्तर पर चैहमुखी कार्य किए जा रहे है। गंगा में गंदे नालों को गिरने से रोकने के लिए एसटीपी का जाल विछाया गया है। गंगा नदी तट के गांवों को खुले में शौच मुक्त कर प्रदूषण को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए है। उन्होंने कहा कि प्रयाग राज कुंभ में गंगा की निर्मलता दुनिया भर के श्रद्वालु अनुभव कर चुके है और आने वाले हरिद्वार कुंभ में भी श्रद्वालुओं को इसका अनुभव होगा।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री को अभार व्यक्त करते हुए बताया कि उत्तराखंड राज्य में जो नए एसटीपी बने है वे सभी अत्याधुनिक बने है। इनमें साॅलिड वेस्ट का इस्तेमाल कम्पोस्ट के रूप में किया जाएगा। बताया कि राज्य में 135 नालों में से 128 नालों को रोककर सीवेज ट्रीटमेंट किया जा रहा है। जल्द ही शेष नालों में भी सीवेज की व्यवस्था की जाएगी। गंगा तट में औषधीय पौधों का रोपण के साथ ही जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सीवेज से शोधित जल का उपयोग सिंचाई एवं जैविक ठोस को कम्पोस्ट खाद के रूप में उपयोग किया जा रहा है।
मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा गंगा को निर्मल और स्वच्छ रखने के लिए गंगा के उद्गम स्थलों से ही एसटीपी स्थापित करने पर गढवाल सांसद श्री तीरथ सिंह रावत एवं बद्रीनाथ विधायक श्री महेन्द्र प्रसाद भट्ट ने भी प्रधानमंत्री का अभार व्यक्त किया।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कहा कि जिले में नामामि गंगे परियोजना का काम तय समय के भीतर बेहतर गुणवत्ता के साथ पूरा कराया गया है। कहा कि बद्रीनाथ में हर साल लाखों की संख्या में देश विदेश के श्रद्वालु आते है। गंगा को अविरल रखने के लिए यहां पर एसटीपी स्थापित होना एक बडी उपलब्धि है।
बदीनाथ में लोकपर्ण कार्यक्रम के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, मा0 राज्य मंत्री राम कृष्ण रावत, पूर्व बद्री केदार समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, सीडीओ हंसादत्त पांडे, एसडीएम अनिल चन्यिाल, नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर, संजीव कुमार वर्मा, प्रोजेक्ट इलेक्ट्रीकल मैनेजर सचिन कुमार, परियोजना अभियंता बबीता सिंह, अपर परियोजना अभियंता संदीप कुमार सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि पूरी दुनियां आने वाले समय में प्रयोग करने लायक पानी की उपलब्धता को लेकर चिन्तित है। ऐसे में एसटीपी की उपयोगिता दिनों-दिन बढती जा रही है। सीवर ट्रीटमेंट प्लांट से उपयोग के बाद बेकार हो चुके पानी को मशीनों से साफ कर फिर से प्रयोग लायक बनाया जाता है। हमारे घरों एवं बडी फैक्ट्रियों से निकलने वाला गंदा पानी बहकर सीधे नदी, तालाबों में मिलकर स्वच्छ पानी को भी दूषित कर देता है। इसको रोकने और दूषित जल को पुनः प्रयोग में लाने के लिए एसटीपी कारगर साबित हो रहा है। एसटीपी में दूषित जल को साफ करने के लिए भौतिक, रासायनिक और जैविक विधि का इस्तेमाल होता है और पानी को फिर से प्रयोग में लाने लायक बनाया जाता है। इससे निकलने वाली गंदगी का शोधन कर वातावरण के सहायक के रूप मेे किया जाता है। एसटीपी में जल को साफ करने की प्रक्रिया तीन चरणों में पूरी होती है। पहले चरण में ठोस पदार्थ को जल से अलग किया जाता है। फिर जैविक पदार्थ को एक ठोस समूह एवं वातावरण के अनुकूल बनाकर इसका प्रयोग खाद एवं लाभदायक उर्वरक के रूप में किया जाता है। इसके बाद ही स्वच्छ जल को नदी, तालाबों आदि में छोड दिया जाता है।
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