एम.डी.डी.ए. के साथ टपकेश्वर के विकास के लिये एक मिनी प्लान
देहरादून 14 सितम्बर, 2016 (सू.ब्यूरो)
बुधवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने टपकेश्वर मंदिर में वृद्ध एवं विकलांग लोगों के लिये लिफ्ट एवं नदी किनारे घाटों का शिलान्यास किया। लगभग रू0 155.71 लाख की लागत से लिफ्ट एवं लगभग रू0 40.79 लाख की लागत से नदी के किनारे घाट निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि इससे वृद्ध एवं विकलांग लोगों को मंदिर के दर्शन करने का अवसर मिलेगा एवं नदी के किनारे घाट निर्माण से श्रद्धालुओं को स्नान में आसानी होगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि मंदिर के दर्शन में विकलांग एवं वृद्धजनों को होने वाली परेशानी को देखते हुए उनके लिये लिफ्ट का निर्माण कराया जा रहा है। इसके लिये एम.डी.डी.ए. को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। उन्होंने कहा कि विकलांग एवं बजुर्गों की सहायता के लिये राज्य सरकार हमेशा तत्पर है। उन्होंने कहा कि टपकेश्वर के विकास के लिये एक मिनी प्लान बनाया जा रहा हैं। इसके लिये एम.डी.डी.ए. से अगले तीन वर्षों के लिये एक प्लान तैयार करने को कहा गया है। मंदिर के समीप की नदी में पानी की उपलब्धता बनी रहे इसके लिये सिंचाई विभाग एवं सौन्दर्यीकरण हेतु लो.नि.वि. को कहा गया है। उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर सहस्त्रधारा एवं लच्छीवाला के लिये एक प्लान तैयार किया जा रहा है। परन्तु इसके लिये आप स्वयंसेवी संस्थाओं एवं समितियों के सहयोग की भी आवश्यकता है। इनके बिना यह सब सम्भव नहीं है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के विकास में फेसिलिटेटर की भूमिका निभाती है। किन्तु इसमें आप सभी का सहयोग वांछित है।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. मीनाक्षी सुन्दरम ने बताया कि 16 लोगों की क्षमता वाली लिफ्ट में विकलांगों की व्हीलचेयर हेतु रैम्प भी तैयार किया जाएगा। यह लिफ्ट तीन माह में बनकर तैयार हो जाएगी।
कार्यक्रम में विधायक राजकुमार, संत श्री कृष्णागिरी जी एवं भरतगिरी जी, उपाध्यक्ष कैन्ट बोर्ड कौर, उपाध्यक्ष गोरखा कल्याण समिति गोदावरी थापली, अध्यक्ष टपकेश्वर सेवा दल समिति महेश कण्डवाल, एम.डी.डी.ए. मीनाक्षी सुन्दरम, एमडीडीए सचिव नवीन दुम्का, लाल चन्द शर्मा आदि उपस्थित थे।