उत्तराखंड की बदहाल स्वास्थ्य सेवा; चेतावनी सभा
उत्तराखंड की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर देहरादून मे चेतावनी सभा का आयोजन; www.himalayauk.org (Newsportal)
जैसा कि आपको पता है कि हम लोग विगत कई दिनों से दून अस्पताल सहित पूरे उत्तराखंड की बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं की खस्ताहाल हालत को लेकर स्वास्थ्य विभाग / सरकार को जगाने का काम कर रहें है। हमारे ही प्रयासों से दून अस्पताल की पैथोलॉजी में 6 और लैब तकनीशियन और कंप्यूटर ऑपरेटर तैनात हो पाए हैं और मरीजो की थोड़ी सी मुश्किल कम हुयी हे।
इसी क्रम में आज एक चेतावनी सभा का आयोजन किया गया जिसका मकसद शासन/ प्रशासन पे दबाव बनाया जा सके ताकि बदत्तर हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को पटरी पे लाया जा सके और गरीब मरीजों को वक़्त पे इलाज मिल सके।
FRI के डॉ सूरज राणा ने कहा कि सरकार को दून अस्पताल के डॉ पे OPD का बोझ कम करना पड़ेगा ताकि वो मरीजो को ढंग से देख सके।
रणबीर चौधरी ने सुझाव दिया कि सरकार को भी दिल्ली की तर्ज पे मोहल्ला क्लीनिक को बढ़ावा देना पड़ेगा ताकि दून अस्पताल का बोझ कम हो सके।
अनूप नौटियाल ने कहा कि सारी दवाईया और टेस्ट मुफ्त होने चाहिए। उन्होने कहा कि प्रदेश के ज़रूरतमंद और गरीब लोगों के हित में हमारे द्वारा सरकार को शीघ्र ही जनता की राय लेकर एक स्वास्थ्य विज़न डॉक्यूमेंट तैयार कर सौंपा जायेगा।अगर हम लोगों की मांगे जल्द पूरी नही होती हैं तो आने वाले समय में पूरा स्वास्थ्य आंदोलन उक्त विजन डॉक्यूमेंट के आधार पर चलाया जायेगा।
गिरीश ध्यानी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज बनने के बाद से दून जिला अस्पताल को ख़त्म कर दिया है जिससे मरीजों को भारी असुविधा हो रही है। हमारी सरकार से मांग है कि जल्द ही हमें जिला अस्पताल दें।
इस मौके पर कमल देवराड़ी, विजय पंवार, सुनीता सिंह, नवीन कोठियाल, अब्दुल रहमान, विशाल कुमार, सोनिया बेनीवाल, प्यारे नौटियाल, अरुण,मंजू शर्मा विजयपाल रावत, ज्ञान रावत, उमंग देवरानी, सी ऍम लूथरा, दिनेश पेटवाल, हेमलता पन्त, अमर यादव, आदि उपस्थित रहे।
कमल देवराड़ी