UK- सल्ट विधानसभा सीट उपचुनाव -नतीजों ने चौंकाया &बेड और आक्सीजन की तलाश में दिल्ली से उत्तराखंड & Top UK News 2 May 21
2 May 2021: Himalayauk Bureau: # अल्मोड़ा जिले की सल्ट विधानसभा उपचुनाव :बीजेपी के महेश जीना ने सल्ट उपचुनाव में जीत दर्ज : मूुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना से संक्रमित हैं तो घबराएं नहीं — बेड और आक्सीजन की तलाश में दिल्ली से उत्तराखंड # वही दूसरी ओर उत्तराखंड में कोरेाना का संक्रमण लगातार बढ़ा :पीआरसीआई देहरादून चैप्टर ने पत्रकारिता एवं जनसंपर्क के छात्रों के लिए यंग कम्युनिकेटर क्लब ’वाईसीसी’ की घोषणा की #जनपद चमोली में रविवार को कोरोना के 223 नए मामले #उत्तराखण्ड सरकार करोना काल मे पब्लिक स्कूलों की फीस पर रोक लगाए इं० डीपीसी रावत # # # # ## #
विधायक उम्मीदवारों को सहानुभूति का भी पूरा फायदा मिला ; बीजेपी के महेश जीना ने सल्ट उपचुनाव में जीत दर्ज
देहरादून. अल्मोड़ा जिले की सल्ट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने बाजी मार ली है. बीजेपी के महेश जीना ने सल्ट उपचुनाव में जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस की गंगा पंचोली को बड़े अंतर से मात दी. सल्ट उपचुनाव में जीत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बधाई दी है.
हाल में गंगोत्री सीट से विधायक गोपाल रावत के निधन के बाद इस वक्त गंगोत्री सीट खाली है. इस सीट पर अक्टूबर 2021 तक विधानसभा का उपचुनाव होना है. ऐसे में देखना होगा कि बीजेपी गोपाल रावत के परिवार से किसे चुनाव में उतारती है. उत्तराखंड में अब तक हुए 3 उपचुनाव के रिजल्ट से साफ है कि विधायक उम्मीदवारों को सहानुभूति का भी पूरा फायदा मिला
सीएम रावत ने महेश जीना को जीत की शुभकामनाएं दी. रावत ने ट्वीट कर कहा कि मैं भगवान बदरी विशाल और बाबा केदार से आपके सफल कार्यकाल की मंगल कामना करता हूं.
तीरथ रावत ने एक और ट्वीट में कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि स्वर्गीय श्री सुरेन्द्र सिंह जीना जी के अधूरे कार्यों और सल्ट विधानसभा क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के स्वप्न को साकार करने में आप महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
सल्ट विधानसभा उपचुनाव में प्रचंड मतों से जीत हासिल करने पर भाजपा प्रत्याशी माननीय श्री महेश चंद्र जीना जी को हार्दिक शुभकामनाएं। मैं भगवान बदरी विशाल और बाबा केदार से आपके सफल कार्यकाल की मंगल कामना करता हूं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि स्वर्गीय श्री सुरेन्द्र सिंह जीना जी के अधूरे कार्यों और सल्ट विधानसभा क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के स्वप्न को साकार करने में आप महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। साथ ही मैं सल्ट विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
अल्मोड़ा जिले की सल्ट विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को मतदान हुआ था. बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के पिछले साल नवंबर में कोविड से निधन के बाद सल्ट सीट रिक्त हुई थी. बीजेपी ने जहां दिवंगत विधायक के बड़े भाई महेश जीना को टिकट दिया है, वहीं कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनावों में बहुत कम अंतर से हारी पंचोली पर ही भरोसा जताया.
साल 2020 में सल्ट विधायक सुरेंद्र सिंह जिला का निधन हो गया था. इसके बाद यह सीट खाली हो गई थी. जीना को उनके भाई के निधन के बाद सहानुभूति मिली. यही सहानुभूति वोट में तब्दील हुई और बीजेपी इलेक्शन जीतने में कामयाब हुई. इस इससे पहले उत्तराखंड में थराली सीट के विधायक मगन लाल शाह का निधन हो गया था और इस सीट पर उनकी पत्नी ने चुनाव लड़ा. थराली सीट के उपचुनाव में मुन्नी देवी अपने पति की जगह चुनाव लडक़र विधानसभा पहुंचीं. इसके बाद साल 2019 के जून में पिथौरागढ़ से विधायक रहे और कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत का निधन हो गया था. इस सीट पर उपचुनाव उनकी पत्नी चंद्रा पंत ने लड़ा और यहां भी सहानुभूति के साथ चंद्रा पंत को वोट मिले.
बेड और आक्सीजन की तलाश में दिल्ली से उत्तराखंड– मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना से संक्रमित हैं तो घबराएं नहीं
Dehradun Presents by Himalayauk Newsportal मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नागरिकों से अपील की कि वे कोविड की गाइडलाइन का पालन करें और अफवाहों पर कतई ध्यान न दें। यदि कोरोना से संक्रमित हैं तो घबराएं नहीं, समझदारी और संयम के साथ चिकित्सक की सलाह और कोविड की गाइडलाइन का पालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए सरकार ने टोल फ्री नंबर और वाट्सएप नंबर जारी किए हैं। इनके माध्यम से चिकित्सकों से परामर्श लिया जा सकता है। अधिकारियों को कोरोना संक्रमितों की मदद सुनिश्चित करने के साथ ही नियमित रूप से सैनिटाइजेशन और साफ-सफाई पर ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि सभी मंत्रियों को जिलेवार जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। विधायकों को कोविड संबंधी कार्य कराने के लिए विधायक निधि से एक करोड़ रुपये तक व्यय करने की स्वीकृति दी गई है। विधायकों से अपेक्षा की गई है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड की रोकथाम को हरसंभव प्रयास करें, ताकि सुदूरवर्ती क्षेत्रों के निवासियों को भी लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं सभी जिलों के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से लगातार संपर्क में हैं। साथ ही कोविड अस्पतालों का दौरा कर जमीनी स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। एंबुलेंस, आक्सीजन, दवा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को समय से पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से राज्यवासियों के नाम अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे कोविड की गाइडलाइन का पालन करें और अफवाहों पर कतई ध्यान न दें।
वही दूसरी ओर उत्तराखंड में कोरेाना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को राज्य में 5606 नए मामले आए जबकि 71 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई। सबसे ज्यादा 2580 मामले देहरादून, 628 हरिद्वार और 567 ऊधम सिंह नगर से आए। वहीं अबतक कुल 191620 मामले आ चुके है, इनमें से 131144 स्वस्थ हुए जबकि विभिन्न अस्पतालों में भर्ती 2802 की मौत हुई।
कोरोना वायरस के संक्रमण में सीमांत क्षेत्र की त्यूणी तहसील में एक ही परिवार के पांच सदस्यों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद त्यूणी क्षेत्र के ग्राम बौराड़ (कूणा) में कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर अब 54 हो गई।
सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत के कारण गैस रिफिलिंग प्लांट संचालक चांदी काट रहे हैं. अस्पताल में ऑक्सीजन उपलब्ध न होने के कारण पेशेंट के परिजन खुद ही ऑक्सीजन का सिलेंडर लेने के लिए निकल पड़ते हैं. ऐसे में ऑक्सीजन विक्रेता मुंह मांगे दाम वसूल रहे हैं. हॉस्पिटल और बेड (Hospital And Bed) की तलाश में लोग दिल्ली से उत्तराखंड के दूर-दराज के इलाकों में पहुंच रहे हैं. दिल्ली के मुखर्जी नगर में रहने वाले राकेश शर्मा की पत्नी रीता शर्मा (Rita Sharma) को जब दिल्ली और उसके आस-पास तमाम कोशिशों के बावजूद किसी भी हॉस्पिटल में ऑक्सिजन बेड नहीं मिल पाया तो वह उत्तराखंड के चंपावत में एक प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंचे. हालांकि, यहां पहुंचने तक रीता शर्मा की हालत इतनी बिगड़ गई कि वेंटिलेटर पर रखने के कुछ घंटे बाद उन्होंने दम तोड़ दिया. हॉस्पिटल अथॉरिटी के मुताबिक, 56 साल की रीता शर्मा को बुधवार देर रात हॉस्पिटल लाया गया. उनका ऑक्सिजन स्तर लगातार गिर रहा था. वेंटिलेटर में रखने के बाद भी उनकी हालत में कुछ सुधार नहीं हुआ और उन्होनें दम तोड़ दिया.
हॉस्पिटल अथॉरिटी ने बताया कि ऑनलाइन सर्च कर राकेश शर्मा के परिवार ने हॉस्पिटल में बात की और ऑक्सिजन बेड की उपलब्धता का पता चलने पर वह मरीज को चंपावत लेकर आए. दिल्ली-एनसीआर से लगातार हॉस्पिटल में ऑक्सिजन बेड की उपलब्धता की जानकारी लेने को फोन आ रहे हैं. सामान्य स्थिति में उत्तराखंड के पिथौरागढ़, चंपावत जैसे दूर के इलाकों से गंभीर मरीज को दिल्ली या देहरादून रेफर किया जाता रहा है. मेडिकल सुविधाओं की कमी को लेकर लोग सड़कों पर भी उतरते रहे हैं और पहाड़ों से पलायन की एक बड़ी वजह यह भी है. लेकिन कोरोना के कहर में दिल्ली-एनसीआर में जिस तरह हाहाकार मचा है उसमें पहाड़ों की ये मेडिकल सुविधाएं भी उम्मीद की किरण की तरह लग रही हैं. हालांकि, उत्तराखंड में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. शनिवार को उत्तराखंड में कोरोना के 5493 नए मामले आए हैं. पहाड़ी राज्य में अब एक्टिव केस की संख्या 51127 हो गई है और अब तक कोरोना से 2731 लोगों की मौत हो गई है.
इससे पहले कोरोना संक्रमित यूपी के पूर्व स्पेशल डीजी होशियार सिंह बलवारिया को भी बेहतर इलाज के लिए नोएडा से उत्तराखंड के काशीपुर लाया गया. हालांकि, इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई थी. उत्तराखंड में फिलहाल देश के उन राज्यों में है, जहां सबसे तेजी से कोरोना के मामले बढ़े हैं. जनसंख्या की तुलना में उत्तराखंड से आगे केरल, महाराष्ट्र और कर्नाटक हैं.
ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने और कालाबाजारी रोकने के लाख दावे तो कर रहा है, लेकिन धरातल पर स्थिति दावों से बिल्कुल उलट नजर आ रही है.
पीआरसीआई देहरादून चैप्टर ने पत्रकारिता एवं जनसंपर्क के छात्रों के लिए यंग कम्युनिकेटर क्लब ’वाईसीसी’ की घोषणा की
देहरादून, 2 मई 2021-पब्लिक रिलेशन काउंसिल ऑफ इंडिया (पीआरसीआई) देहरादून चैप्टर द्वारा आज दूसरा स्थापना दिवस मनाया गया जिसकी अध्यक्षता पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के सचिव विकास कुमार एवं राष्ट्रीय प्रतिनिधि पंकज तिवारी ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर पीआरसीआई देहरादून चैप्टर द्वारा जनसंपर्क एवं पत्रकारिता के छात्रों के लिए यंग कम्युनिकेटर क्लब ’वाईसीसी’ को भी लांच किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री एमबी जयराम, चेयरमैन, चीफ मेंटर पीआरसीआई द्वारा वाईसीसी देहरादून को लांच किया गया। श्री एमबी जयराम ने कहा कि उत्तराखंड में सैकड़ों की तादात में हमारे पत्रकारिता एवं जनसंपर्क के छात्र-छात्राएं हैं और ऐसे में यंग कम्युनिकेटर क्लब छात्र-छात्राओं को अपने हुनर निखारने का अवसर प्रदान करता है। वाईसीसी समय-समय पर छात्र-छात्राओं के लिए वर्कशॉप, सेमिनार का आयोजन करते रहता है जिससे पत्रकारिता एवं जनसंपर्क से जुड़े छात्रों के लिए रोजगार परक स्किल डेवलपमेंट को बढावा मिले एवं छात्र छात्राओं को अपने कॉलेज और यूनिवर्सिटी से प्लेसमेंट में सहायता मिलती है एवं इंडस्ट्री में भी उनके कार्यों को सराहा जाता है।
पीआरसीआई देहरादून के अध्यक्ष श्री करुणाकर झा सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी और कहा कि यह बहुत ही खुशी की बात है कि हम पीआरसीआई देहरादून चैप्टर का दूसरी वर्षगांठ मना रहे हैं। पत्रकारिता एवं जनसंपर्क के छात्रों के लिए गत 2 वर्ष बहुत ही मुश्किल भरा रहा है सभी कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी महामारी के वजह से बंद है ऐसे में छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और इंडस्ट्री एक्सपोजर भी बहुत कम हो चुका है इन परिस्थिति में रोजगार परक शिक्षा भी एक चुनौती बन चुका है। इस हालात में में पत्रकारिता एवं जनसंपर्क के छात्र छात्राओं से विनती करूंगा कि वे अपने स्किल डेवलपमेंट पर ध्यान दें और उनको इंडस्ट्री के हिसाब से अपने आपको तैयारी करना चाहिए ताकि मौजूदा हालात में उन्हें समस्याओं का समाधान जैसे तरीकों से अपनी कौशल को निखारना चाहिए और रोजगार परक हुनर को विकसित करना चाहिए।
पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के उपाध्यक्ष श्री शिशिर प्रशांत ने सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकार एवं पत्रकारिता इस वक्त बहुत ही कठिन दौर से गुजर रहा है। कोविड-19 की वजह से रिपोर्टिंग करना एवं अपने आपको बचा के रखना भी बहुत ही कठिन हो गया है लेकिन इन तमाम परिस्थितियों के बावजूद अनेकों पत्रकार अपना साहस दिखाते हुए रिपोर्टिंग कर रहे हैं और कुछ पॉजिटिव समाचार भी हम तक पहुंचाने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं। मैं उन तमाम पत्रकार बंधुओं का धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस महामारी के वक्त में चैबीसों घंटे अपने विभिन्न वीटो के लिए काम कर रहे हैं और हम तक समाचार पहुंचा रहे हैं। महामारी के इन हालातों में जब चारों तरफ से नकारात्मक समाचार सुनने को मिलता है ऐसे में हमारे जो भविष्य के लीडर छात्र-छात्राएं हैं उनको सकारात्मक सोच रखना बहुत ही मुश्किल हो रहा है परंतु ध्यान रखें हर अंधेरे के बाद उजाला होता है हर रात के बाद सुबह होती है इसी तरह यह कोविड-19 का भी अंत होगा और हम पहले की भांति अपने दफ्तर जाया करेंगे छात्र-छात्राएं अपने कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करना शुरू कर देंगे।
पीआरसीआई के नेशनल सीनियर वाइस प्रेसिडेंट श्री सीजे सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि अगर हमें अपने जीवन में सफल होना है तो हमें खुद को आत्मनिरीक्षण करना होगा एवं सभी विकल्पों को ध्यान में रखते हुए शब्दों का चयन भी परिस्थितियों के हिसाब से करना होगा तभी हम एक जनसंपर्क के क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस वक्त नौकरी और काम करने के तरीकों में काफी बदलाव आ चुका है। हमें चाहिए कि हालातों को सामना करने के लिए अब इंडस्ट्री के मांग के हिसाब से अपनी कौशल एवं योग्यता का विकास करें!
इस वेबीनार में पीआरसीआई के तरफ से श्री एमबी जयराम, डॉ विनय कुमार नेशनल प्रेसिडेंट, श्री सीजे सिंह नेशनल वाइस प्रेसिडेंट, श्री करुणाकर झा अध्यक्ष पीआरसीआई देहरादून चैप्टर, श्री शिशिर प्रशांत उपाध्यक्ष पीआरसीआई देहरादून चैप्टर, श्रीमती चिन्मय प्रवीण नेशनल वाईसीसी चेयरपर्सन, श्री विकास कुमार सचिव पीआरसीआई देहरादून चैप्टर, श्री पंकज तिवारी नेशनल रिप्रेजेंटेटिव, पीआरसीआई देहरादून चैप्टर, श्री गौरव कांत जयसवाल, जोनल रिप्रेजेंटेटिव पीआरसीआई देहरादून चैप्टर एवं वाईसीसी के सदस्य स्वाति जोशी, अमन रावत, मेघा, अनुष्का राय एवं सुमित गौड़ आदि मौजूद रहे।
जनपद चमोली में रविवार को कोरोना के 223 नए मामले
चमोली 02 मई,2021 (सू0वि0) Himalayauk Bureau: जनपद चमोली में रविवार को कोरोना के 223 नए मामले सामने आए। रविवार को गोपेश्वर से 38, पोखरी से 37, कर्णप्रयाग से 36, घाट से 36, जोशीमठ से 34, गैरसैंण से 22 तथा थराली, देवाल, नारायणबगड व अन्य स्थानों से 20 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली। स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है। जिले में अब तक 5399 लोग कोरोना से संक्रमित हुए है। जिसमें से 3910 लोग स्वस्थ्य हो चुके है। जबकि 1296 केस एक्टिव हैं।
कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है। जनपद वासियों को संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी रखने एवं मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। जिला अस्पताल सहित गौचर, कर्णप्रयाग एवं जोशीमठ में भी ट्रू-नाॅट मशीन से भी कोविड टेस्ट किया जा रहा है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए जा रहे है। रविवार को 372 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जिले से अभी तक 116622 व्यक्तियों के सैंपल की जांच की गई। जिसमें से 111223 सैंपल नेगेटिव तथा 5399 सैंपल पाॅजिटिव मिले और 878 लोगों की रिर्पोट आनी बाकी है।
गौचर बैरियर 690 तथा गैरसैंण बैरियर पर 453 बाहरी प्रदेशों से आने वाले नागरिकों का रैपिड एंन्टीजन टेस्ट किया गया। कोविड संक्रमण के उपचार के लिए 87 मरीजों कोविड सेंटर में रखा गया है। इसके अलावा 1184 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। मेडिकल टीम द्वारा होम आइसोलट मरीजों की नियमित जाॅच की जा रही है। ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीमों द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना संक्रमण की नियमित जानकारी दी जा रही है।
कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में गैरसैंण में कुशरानी बिचली गांव को 19 अप्रैल से, घाट कुरूड में 127 टीए बटालियन गढवाल राइफल कैंप 26 अप्रैल से तथा गौचर के भट्टनगर में रेलवे कन्सट्रेक्शन कपंनी डीबीएल परिसर को 27 अप्रैल से कन्टेनमेंट जोन बनाया गया।
जिले में कोविड नियमों का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। पुलिस द्वारा रविवार तक मास्क न पहनने पर 3460, सोशल डिस्टेसिंग का उल्लंघन करने पर 1663, पुलिस एक्ट के अन्तर्गत 106 सहित कुल 5229 व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस दौरान पुलिस के माध्यम से 12543 मास्क का वितरण भी किया गया।
उत्तराखण्ड सरकार करोना काल मे पब्लिक स्कूलों की फीस पर रोक लगाए इं० डीपीसी रावत
पूर्व लोकसभा प्रत्याशी पौड़ी – इं० डीपीसी रावत ने कहा कि करोना काल मे पब्लिक स्कूलों की फीस पर पच्चास प्रतिशत रोक लगनी चाहिये। क्यो कि अधिकतर स्कूलों ने अपने सभी स्टाफ की पच्चास प्रतिशत सैलरी कम कर दी हैं। और अभिभावकों से पूरी फीड वसूल रहे हैं!
इं० डीपीसी रावत ने कहा कि सरकार ने पिछले साल से लेकर अब तक इस मामले मे मौन बर्त पर है। स्कूलों से मध्यम बर्गीय परिवारों को बड़ा बोझ पड़ रहा है, क्यो कि अभिभावकों का रोजगार भी छिन चुका है। और जो बच्चे स्कूल फीस नही भर पा रहे हैं उनके अभिभावकों पर स्कूल लगातार दबाब व बच्चो को स्कूल से निकाल देने की धमकी दी जा रही हैं। अभी 2020- 21 के दौरान बहुत से स्कूलों ने बच्चो को स्कूल सर्टिफिकेट भी नही दिए हैं स्कूल के तरफ से कहा जाता है कि पहले पिछले साल से लेकर अब तक की पूरी फीस जमा करे। तभी आपको एडमिशन व स्कूल सर्टिफिकेट मिलेगा।
इं० डीपीसी रावत ने कहा कि सरकारी स्कूलों की इतनी बत्तर हालाता है कि तभी तो मध्यम बर्गीय परिवारों को मजबूरन पब्लिक स्कूलों की तरफ जाना पड़ता हैं। और इन स्कूलों की इतनी लूट मची है। प्रदेश मे पिछले 20 सालों से शिक्षा पर कोई भी बिकास नही हुआ है जिसका नतीजा आज देखने को मिल रहा है।
इं० डीपीसी रावत ने कहा प्रदेश मे अशासकीय (पब्लिक) इंटर कालेजो का भ्रष्टाचार चरम पर है. सरकार को जितने भी अशासकीय (पब्लिक) इंटर कालेज है उनके स्कूलों में मैनेजर है उनकी सम्पत्ति की जांच होनी चाहिए एवं विद्यालयों की प्रबन्ध समिति के खातों की वा नियुक्तियों की भी गहराई से जांच होनी चाहिये। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री निशंक और अब तीरथ सिंह रावत भी इस बिभाग के मंत्री रह चुके हैं पर आजतक कोई भी कार्रवाई नही हुई।
इं० डीपीसी रावत ने कहा कहा कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी देंगे ताकी इस परिवारों को कुछ राहत मिले।
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