स्पेशल फोर्सेज़ ने आतंकवादियों को प्रशासनिक ब्लॉक में ही सीमित कर दिया
शहीद हुए जवानों की लिस्ट- सेना ने जारी की (www.himalayauk.org)
जम्मू-कश्मीर के उरी में रविवार को सेना मुख्यालय पर आतंकी हमले में 17 जवान शहीद हुए। जवाबी कार्रवाई में सेना ने 4 आतंकियों को मार गिराया था। रविवार को DGMO की ओर से हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने की बात कही गई है। गौरतलब है कि इससे पहले 2 जनवरी को भी जैश-ए-मोहम्मद ने पठानकोट एयरबेस को निशाना बनाया था। सोमवार को उरी में हुए आतंकी हमले में शहीदों की लिस्ट जारी की गई है। सोमवार को शहीदों को श्रीनगर में पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी।
सुरक्षा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों के आकाओं ने तीन बड़ी योजनाएं बनाई थीं, इसके तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया. पहली योजना थी कि निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जाए.
इसके बाद बटालियन हेडक्वार्ट्स के प्रशासनिक ब्लॉक में मेडिकल एड युनिट में घुसकर वहां खूनखराबा करना और इसके बाद अंत में ऑफिसर्स मेस में घुसकर खुद को उड़ा लेना. हालांकि पैरा स्पेशल फोर्सेज़ को प्रशासनिक ब्लॉक में उतारे जाने के फैसले की वजह से आतंकी अपने इन नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए.
स्पेशल फोर्सेज़ ने आतंकवादियों को प्रशासनिक ब्लॉक में ही सीमित कर दिया और तेज़ी से किए ऑपरेशन में खत्म कर दिया. कुछ ही घंटों के अंदर ही चारों आतंकी को मार गिराया. वैसे इससे पहले ही निहत्थे सैनिकों पर गोलीबारी से काफी नुकसान हो चुका था.
आतंकवादियों ने बटालियन हेडक्वार्टर के फ्यूल डिपो में ढेरों ग्रेनेड फेंककर आग लगा दी थी. इससे लगभग सौ मीटर के दायरे में भीषण आग लग गई, जिसमें अधिकतर सैनिकों की जान गई.
उधर, खुफिया सूत्रों को यह आशंका जता रहे हैं कि उरी पर हुआ आतंकी हमला जैश-ए-मोहम्मद के अफजल गुरु स्क्वैड ने किया है. खास बात यह है कि यही आतंकी स्क्वैड है, जो पठानकोट हमले के लिए भी ज़िम्मेदार है. खुफिया एजेंसियों को आशंका थी कि पठानकोट हमले के नाकामयाब होने के बाद मसूद अजहर खुद को साबित करने के लिए कोई बड़ा आतंकी हमला करेगा.
आतंकवादियों के पास से बरामद नक्शों में पश्तून भाषा में लिखी मार्किंग्स भी मिली हैं. इसकी जांच एजेंसी कर रही है. सेना और दूसरी एजेंसी इस बात की जांच का रही की कैसे आतंकियों के पास बटालियन हेडक्वार्टर की इतनी डिटेल्स कैसे पहुंची.
वहीं, दूसरी ओर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को उरी हमले को लेकर हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजित डोवाल, आईबी डॉयरेक्टर, रॉ चीफ, गृह सचिव, रक्षा सचिव, बीएसएफ और सीआरपीएफ के डीजी समेत गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के सीनियर ऑफिसर मौजूद रहेंगे। उरी हमले को लेकर रविवार को भी गृह मंत्री ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी। कहा जा रहा है कि रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, पीएम मोदी से मिलकर हमले की पूरी जानकारी उन्हें देंगे। वहीं, स्थिति का जायजा लेने के लिए गृह सचिव राजीव महर्षि भी श्रीनगर के लिए रवाना हो चुके हैं।
सेना ने जारी की उरी हमले में शहीद हुए जवानों की लिस्ट
1)- सूबेदार करनैल सिंह (जम्मू-कश्मीर)
2)- हवलदार रवि पॉल (जम्मू-कश्मीर)
3)- सिपाही राकेश सिंह (बिहार)
4)- सिपाही जावरा मुंडा (झारखंड)
5)- सिपाही नईमन कुजुर (झारखंड)
6)- सिपाही उके जनराव (महाराष्ट्र)
7)- हवलदार एनएस रावत (राजस्थान)
8)- सिपाही गणेश शंकर (उत्तर प्रदेश)
9)- नायक एसके विदार्थी (बिहार)
10)- सिपाही बिस्वजीत घोरई (पश्चिम बंगाल)
11)- लांस नायक जी शंकर (महाराष्ट्र)
12)- सिपाही जी दलई (पश्चिम बंगाल)
13)- लांस नायक आरके यादव (उत्तर प्रदेश)
14)- सिपाही हरिंदर यादव (उत्तर प्रदेश)
15)- सिपाही टीएस सोमनाथ (महाराष्ट्र)
16)- हवलदार अशोक कुमार सिंह (बिहार)
17)- सिपाही राजेश कुमार सिंह (उत्तर प्रदेश)
गौरतलब है उरी हमले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इसके पीछे जो भी हैं उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा- हम इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं और देश को भरोसा दिलाते हैं कि इस हमले के पीछे जो भी हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उरी हमले में मारे गए जवानों को श्रृद्धांजलि देते हुए कहा कि देश उनकी सेवा को हमेशा याद रखेगा। मेरे विचार शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।