उत्तराखण्ड में पूंजी निवेश को बढ़ावा देने के रेड कारपेट
चारधाम यात्रा सुरक्षित # मुख्यमंत्री ने दुःख व्यक्त किया# 10 करोड़ से अधिक का क्लियरेंस मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा #हरिद्वार में रोजगार मेले का आयोजन # जनपद चमोली की नगर पंचायत थराली के गठन हेतु राजस्व ग्राम थराली, देवराडा, भेटा तथा सिमलसैण को प्रस्तावित#राष्टी्रय फलक पर पहुँची चकबन्दी जागर यात्रा # www.himalayauk.org (Web & Print Media) publish at Dehradun & Haridwar: CS JOSHI- EDITOR
देहरादून 22 मई, 2017(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनपद नैनीताल में हुई सड़क दुर्घटना (बस संख्या यू.ए. 12-7108) में मृतकों के प्रति गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगतों की आत्मा की शांति की प्रार्थना की है तथा दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने दुर्घटना में घायल हुए लोगो के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ईश्वर से कामना की है। (संलग्न राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र से प्राप्त रिपोर्ट। )
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य आंदोलनकारी एवं सल्ट ब्लाॅक की पूर्व प्रमुख श्रीमती कमला रावत के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
पाण्डुकेश्वर के समीप बाधित मार्ग खुला
महाराज बोले, चारधाम यात्रा पुरी तरह सुरक्षित
देहरादून, २२ मई, २०१७। चारधाम सुरक्षित यात्रा के लिए प्रदेष सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है। भू-स्खलन से बीच-बीच में बाधित होने वाले मार्गों को खोलने की कार्यवाही लगातार गतिमान है। उक्त बात आज यहां प्रेस को जारी अपने एक बयान में उत्तराखण्ड के पर्यटन मंत्री श्री सतपाल जी महाराज ने कही।
पर्यटन मंत्री श्री सतपाल जी महाराज ने कहा कि बदरीनाथ, केदारनाथ, यमनोत्री व गंगोत्री यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्री बिना किसी भय के यात्रा पर आयें। क्योंकि सरकार द्वारा यात्रियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। उन्होने बताया कि बदरीनाथ में पाण्डूकेष्वर के पास बाधित मार्ग को बीआरओ ने खोल दिया है। यात्रा मार्ग में भू-स्खलन से होने वाली बाधा को दूर करने के लिए राज्य सरकार पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है। जहां-जहां यात्रा मार्ग बाधित हैं वहां पर उन्हे तेजी के साथ खोला जा रहा है। जिला प्रषासन, पुलिस, आईटीवीपी व बीआरओ लगातार इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं। पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने कहा कि प्रधानमत्री श्री नरेन्द्र मोदी और महामहिम राश्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के चारधाम यात्रा पर आने के बाद तीर्थयात्रियों में यहां आने के लिए जबरदस्त उत्साह है। उन्होने कहा कि चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की तादात लगातार बढ रही है। चारधाम यात्रियों की बढती संख्या और मानसून सीजन को देखते हुए यात्रा मार्ग पर भू-स्खलन क्षेत्र में जेसीबी और डोजर तैनात किये गये हैं ताकि यात्रा मार्ग बाधित न होने पाये।
श्री सतपाल जी महाराज ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि अभी यात्रा अपने प्रारम्भिक चरण में है और अब तक लगभग ६ लाख से अधिक तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर आ चुके हैं। उन्होने सख्त निर्देष जारी करते हुए कहा कि यात्रा मार्ग पर यात्रियों से तय मूल्य से अधिक पैसा लेने का यदि किसी ने दःुसाहस किया तो उस पर कार्यवाही की जायेगी। श्री महाराज ने कहा कि यात्रियों के स्वास्थ्य जांच के लिए डाक्टरों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
उत्तराखण्ड में पूंजी निवेश को बढ़ावा देने के रेड कारपेट बिछाया गया है। इज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत 10 करोड़ तक के क्लीयरेंस का अधिकार जिलाधिकारियों को दिया गया है। 10 करोड़ से अधिक का क्लियरेंस मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा दिया जाता है। सोमवार को सचिवालय में बेलजियम के राजदूत श्री जेन लुयकस के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मुख्य सचिव श्री एस.रामास्वामी से मिला।
मुख्य सचिव ने बताया कि उत्तराखंड में पूंजी निवेश की पर्याप्त संभावनाएं हैं। यहां का पर्यावरण, कानून व्यवस्था, कनेक्टिविटी, मानव संसाधन और सिंगल विंडो सिस्टम से क्लीयरेंस पूंजी निवेश के अनुकूल है। बेल्जियम के राजदूत ने उत्तराखंड में जड़ी जड़ी बूटी, खाद्य प्रसंस्करण, मसाले, मूंहम ट्रीटमेंट, स्मार्ट सिटी, आदि में पूंजी निवेश की इच्छा जताई। इसके अलावा जो भारतीय कंपनी उत्तराखंड में अपनी इकाई लगाना चाहती है, उसे तकनीकी सपॉर्ट भी देगी। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में वानिकी, आर्गेनिक खेती, सगंध और औसधीय पौधों की खेती, जल विद्युत और सौर ऊर्जा, पर्यटन, ऊर्जा आदि क्षेत्रों में पूंजी निवेश की संभावना है। बेल्जियम के ट्रेड काउंसेलर और उत्तराखंड की प्रमुख सचिव उद्योग का एक वर्किंग ग्रुप बनाया जाएगा, जिससे कि पूंजी निवेश के लिए उत्तराखंड और बेल्जियम के बीच एमओयू की कार्यवाही पूरी की जा सके।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री रणवीर सिंह, प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री उमाकांत पंवार, प्रमुख सचिव उद्योग श्री मनीषा पंवार, प्रमुख सचिव सिंचाई श्री आनंद बर्धन, सचिव वित्त श्री अमित नेगी, सचिव पर्यटन श्री मीनाक्षी सुंदरम, एमडी सिडकुल श्री आर.राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
चमोली 22 मई,2017(सू.वि.)
अधिशासी अधिकारी/उप जिलाधिकारी सीएस डोभाल ने बताया कि जनपद चमोली की नगर पंचायत थराली के गठन हेतु राजस्व ग्राम थराली, देवराडा, भेटा तथा सिमलसैण को प्रस्तावित किया गया है। नगर पंचायत की जनसख्ंया के आधार पर 04 वार्डो में विभाजन किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रस्तावित वार्ड सं0 1 भेंटा की सीमा पूरब में छमेल गधेरा, पश्चिम में नारायण गधेरा, उत्तर में चैण्डा गांव और सिनई मल्ली गांव एवं दक्षिण में पिण्डर नदी तक निर्धारित की गयी है। जिसकी कुल जनसंख्या 1096 है। वार्ड सं0 2 देवराड गांव की सीमा पूरब में धारी गधेरा, पश्चिम में भेटा नाला, उत्तर में जिला परिषद का पुराना अस्पताल तथा दक्षिण में रहुरौली एवं प्रबन्धन महकमा कौमिनल फाॅरेस्ट तक निर्धारित की गयी है। जिसकी कुल जनसंख्या 1097 है। वार्ड सं0 3 अपर बाजार थराली की सीमा पूरब में धारी गधेरा, वैरकण्डे/गधेरा सिवई नाला, पश्चिम में भेंटा नाला, तथा प्रणमति नदी, उत्तर में पिण्डर नदी व थराली डुंग्री मोटर मार्ग एवं दक्षिण में महकमा जिला परिषद सड़क/पुराना अस्पताल से होते हुए पिण्डर नदी तक निर्धारित की गयी है। जिसकी कुल जनसंख्या 1241 है। वार्ड सं0 4 थराली गांव की सीमा पूरब में वन विश्राम क्षेत्र सोनगाड गधेरा, पश्चिम में सूनागांव व ईरीचक सूना व मैन गांव की सरहद, उत्तर में कुराड मोटर मार्ग, थनगिरा गांव एवं कुराड गांव की सरहद एवं दक्षिण में पिण्डर नदी तथा थराली डुंग्री मोटर मार्ग तक निर्धारित की गयी है। जिसकी कुल जनसंख्या 1215 है।
अधिशासी अधिकारी/उप जिलाधिकारी ने बताया कि नव सृजित नगर पंचायत थराली के परिसीमन पर जिस किसी को उक्त वार्डो के विभाजन के प्रस्ताव में सुझाव या आपत्तियां है, वे अपने सुझाव व आपत्तियां 15 दिनों के अन्दर अधिशासी अधिकारी/उप जिलाधिकारी कार्यालय थराली को भेज सकते है।
चमोली 22 मई,2017(सू.वि.)
जिलाधिकारी आशीष जोशी ने बताया कि आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्य इन्सीडेन्ट रिस्पोन्स सिस्सटम के तहत किया जायेगा। आपदा के समय जिले में 6 स्थानों पर स्टैजिंग एरिया चिन्हित किये गये है जहाॅ से राहत एवं बचाव कार्यो को चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि तहसील जोशीमठ के लिए स्टैजिंग एरिया गांधी मैदान जोशीमठ, तहसील चमोली, घाट व नन्दप्रयाग के लिए तहसील परिसर चमोली, तहसील पोखरी व जिलासू के लिए स्टैडियम पोखरी, तहसील कर्णप्रयाग के लिए राइका मैदान कर्णप्रयाग, तहसील गैरसैंण व आदिबद्री के लिए रामलीला मैदान गैरसैंण तथा तहसील थराली, देवाल, नारायणबगड के लिए तहसील परिसर थराली को स्टैजिंग एरिया चिन्हित किया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि तहसील अन्तर्गत किसी आपदा के घटित होने पर तत्काल इन्सीडेन्ट रिस्पोन्स सिस्टम क्रियाशील हो जायेगा तथा राहत एवं बचाव कार्यो हेतु आवश्यक सामग्री, उपकरण आदि स्टैजिंग एरिया से घटना स्थल हेतु रवाना किये जायेंगे।
चमोली 22 मई,2017(सू.वि.)
सांसद/सभापति रक्षा स्थायी समिति, मेजर जनरल बीसी खण्डूडी एवीएसएम (सेवा निवृत्त) अगामी 30 मई को गौचर पहुॅचेंगे। यह जानकारी देते हुए जिला कार्यालय के प्रभारी अधिकारी ने बताया कि सांसद श्री खण्डूडी गौचर नगर पंचायत सभागार में प्रात 10ः00 बजे से जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक लेगें। बैठक के उपरान्त वे रूद्रप्रयाग के लिए प्रस्थान करेंगे।
हरिद्वार में रोजगार मेले का आयोजन
हरिद्वार जिला सेवायोजन अधिकारी विनीता बड़ोनी ने अवगत कराया कि एकम्स ड्रग्स एण्ड फार्मा लि0 सिडकुल हरिद्वार द्वारा 26 मई 2017 को जिला सेवायोजन कार्यालय परिसर हरिद्वार में रोजगार मेले का आयोजन प्रस्तावित है। जिला सेवायोजन कार्यालय हरिद्वार/उत्तराखण्ड में पंजीकृत इच्छुक पुरूष अभ्यर्थी कम्पनी द्वारा निर्धारित शर्तों एवं चयन प्रक्रियानुसार रोजगार मेले में भाग ले सकते हैं। पदनाम-तकनीशियन/हेल्पर। शैक्षिक योग्यता-तकनीशियन: आईटीआई पास-फिटर, वैल्डर, प्लम्बर, केवल अनुभवी। हेल्पर – हाईस्कूल व इण्टर पास किसी भी स्ट्रीम में। आयु -18 से 30 वर्ष। वेतन कम्पनी की सेवा एवं शर्ताें के आधार पर। रोजगार मेले में प्रतिभाग करने हेतु अभ्यर्थी दिनांक 25 मई 2017 तक जिला सेवायोजन कार्यालय हरिद्वार में रजिस्ट्रेशन करायें।
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राष्टी्रय फलक पर पहुँची चकबन्दी जागर यात्रा
दिल्लीः गरीब क्रांति अभियान, उत्तराखंड के द्वारा दिल्ली के जंतर- मंतर पर चकबंदी जागर यात्रा ’’लौट चलें गाँवों को‘‘ प्रवासी लोगों को संदेष देने के लिये कि गाँवों के विकास के आपकी अहम भ्ूामिका हो सकती है यदि श्ाहरों में सम्पन्न हो चुके लोग अपने गाँवों को लौटते हैं तो यहाँ पर बडी मात्रा में निवेष हो सकता है इसी उ्देष्य को लेकर आयोजन किया गया. दिल्ली के गर्मी भरे मौसम के बाबजूद जैसे-जैसे दिन चढता गया, लोगों का आना जारी रहा और चकबंदी जागर यात्रा प्रारंभ हुई. युवा गायक और चकबंदी कार्यकर्त्ता सुरेन्द्र सेमवाल ने सूणा मेरा उत्तराखण्यिूँं अब जरूरी ह्वे गे चकबन्दी गीत से कार्यक्रम की षुरूआत की। जागर यात्रा, हुडके और थाली की थाप चकबंदी के नारों से पूरा जंतर मंतर गूंज उठा. सभी लोग जोश के साथ सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए एक सुर में चकबंदी के नारों के जागर भी लगा रहे थे.। हुडका और थाली का बजना जंतर मंतर पर अन्य कार्यक्रमों में आये हुये लोगों के लिए कौतुहल का विषय बना रहा, जो की सभी का ध्यान अपनी और आकर्षित कर रहा था. इस मौके पर दिल्ली एनसीआर में रहने वाले उत्तराखंडी प्रवासी, समाजसेवी, गरीब क्रांति अभियान के सदस्य बडी संख्यां में पहुंचे. सबसे पहले एक-२ कर लोगों ने अपनी बातें सामने रखी और चकबंदी को उत्तराखंड के पहाडी जिलों के लिए लाभकारी बताया. और साथ ही चकबंदी की जानकारी भी दी . इससे पलायन को रोका जा सकता है.। कल्जीखाल से आये पत्रकार जगमोहन डांगी जी ने कहा कि वो बहुत वर्षों से चकबंदी प्रणेता श्री गणेश सिह ’गरीब‘ जी के साथ मिलकर इस विषय पर लगातार काम कर रहे हैं और आगे भी उनका प्रयास जारी रहेगा. गरीब क्रांति अभियान (दिल्ली) के सदस्यों ने इस स्वर में कहा कि अब हमें पूरे उत्तराखण्ड में जनसहयोग से ऐसे कार्यक्रम अधिक से अधिक आयोजित करने हैं ताकि उत्तराखण्ड में खेती किसानी की नई संस्कृति बनाने के लिये हमारे द्वारा भूमि सुधार की कडी में चकबन्दी जनजागरण का जो कार्य किया जा रहा है इससे लोगों में जागरूकता आये। गायक शंकर ढोंडियाल जी ने बताया कि उन्होंने चकबंदी जन-जागरण के लिए एक गीत तैयार किया है, जो कि २९ मई को पौडी म आयोजित होने वाले कार्यक्रम समृद्धि की उम्मीद जगाती चकबन्दी में रिलीज किया जायेगा।. अनूप सिह रावत ने चकबंदी की बात आगे बढाते हुए कहा कि चकबंदी हो जाने से स्वरोजगार के साधन बढ जायेंगे और युवाओं को खेती और बागवानी से हमारे पहाडों में रोजगार सृजित हो सकता है और फिर गाँव के नौजवान को मजबूरी में पलायन नही करना पडेगा। अनोप नेगी ने कहा कि चकबंदी हो जाने से पहाड की आर्थिकी का मजबूत कर इसके सांस्कृतिक विरासत को बचाने के साथ ही सामरिक सुरक्षा भी की जा सकती है। संजीव नेगी ने कहा कि पहाड में चकबंदी हो जाने से वहां की महिलाओं को राहत मिलेगी और खेती करने में आसानी होगी।. हेमंत नेगी ने चकबंदी की सम्पूर्ण जानकारी लोगों को दी और कहा कि उनका लगातार प्रयास है कि किसानों को खेती से अच्छी आय प्राप्त हो इसके लिए वो उनसे सीधे तौर पर पहाडी अनाज खरीदकर प्रवासियों तक पहुंचा रहे हैं. अभियान के संयोजक मंडल के सदस्य अनूप पटवाल ने कहा कि अभी सरकार को राज्य हित में षीघ्र ही चकबन्दी का मैनुअल पास कर इसकी षुरूआत कर देनी चाहिये ताकि वर्शो पहले जो लोग गाँव छोडकर षहरों में अपना स्थाई ठिकाना बना चुके हैं वे भी अपने गाँवों को संवारने के लिये आगे आयेंगें लेकिन इसके लिये चकबन्दी के रूप में आधार तो तैयार हो। साथ ही आर्थिक रूप से पिछडे लोगों के लिये भी चकबन्दी एक उम्मीद के रूप में सामने आयेगी। अभियान के प्रचार-प्रसार के सदस्य शिव सिह रावत ने लगातार युवाओं को इस मुहिम से जुडने के लिए आह्वान किया। हिन्डोलाखाला टिहरी से आयी ग्राम प्रधान रोशनी चमोली ने बताया की उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर स्वेच्छिक चकबंदी की है और उससे उन्हें खेती करने में आसानी एवं आमद भी ज्यादा हो रही हैं, और षीघ्र ही अपने क्षेत्र में चकबंदी जागर यात्रा का आयोजन करेंगी।. समाजसेवी भारत रावत जी अपने बच्चों के साथ जंतर मंतर पहुंचे थे. जो कि आने वाली पीढी को पहाड के मुद्दों से परिचित करने के लिए अच्चा प्रयास है.। इसी तरह जंतर-मंतर पर जागर यात्रा चलती रही. प्रदीप खुदेड जी बहुत से अपने कविवर मित्रों के साथ पहुंचे और सभी ने कहा कि वो अपनी कलम से चकबंदी की बात को जन-२ तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।. हिमालयन न्यूज के अमित गुसाईं ने चकबंदी के नारों से लोगों को ऊर्जावान किया. फिर बहुत से लोग जो सुबह से अन्य उत्तराखंडी कार्यक्रमों में गए हुए थे वो भी पहुँचने लगे. उनमे पूर्व राज्य मंत्री धीरेन्द्र प्रताप, गोकुल नेगी, जय सिंह रावत हरपाल नेगी ने लोगों को बताया की पूर्व सरकार ने इस विषय पर काफी काम किया जिसे अब न* सरकार को आगे बढाना चाहिए। समाजसेवी दिग्मोहन नेगी जी ने भी चकबंदी पर अपनी बात रखी और कहा कि वो भी अपने क्षेत्र सतपुली में लोगों को चकबंदी के लिए प्रेरित कर रहे हैं।. उदय ममगा* जी ने भी चकबंदी को उत्तराखंड के पहाडी जिलों के लिए उपयोगी बताया. जयपाल रावत जी ने भी इस विषय पर अपनी बात रखी. वरिष्ट पत्रकार चारू तिवारी जी ने भूमि बंदोबस्त कानून के बारे में जानकारी दी और कहा की चकबंदी से भू माफियों से भी पहाड को बचाया जा सकता है. सभी लोंगों ने अंत में इस मुहीम को आगे बढाने का आह्वान किया और अपने-२ गाँवों तक इसको पहुंचाने की बात कही. इस मौके पर आशीष सुन्द्रियाल, मुकेश ध्यानी, दिनेश ध्यानी, सोहन रावत, राहुल सती, सुदर्शन रावत, निकेश रावत, बलवंत सिह, प्रदीप रावत, देवेश रावत, किरन केंथोला, सुनील थपलियाल, करण रावत, और अन्य युवाओं ने चकबंदी जागर यात्रा को सफल बनाने में योगदान दिया। कार्यक्रम का संचालन विनोद मनकोटी ने किया।
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