UK;हरीश रावत से बढती नाराजगी-कैैबिनेट मंत्री समेत दिग्गजों ने छोडी कांंग्रेस
#उत्तराखण्ड कांग्रेस में सुनामी # 41 साल बाद कांग्रेस छोड़ रहा हूं- कांग्रेस के दिग्गज नेता यशपाल आर्य ने कहा # उत्तराखण्ड में भाजपा लगातार काग्रेस पर हावी #विभिन्न चुनावी सर्वेक्षणों में पिछड रही है कांग्रेस # हरीश रावत की एकला चलो की नीति से प्रशांत किशोर भी खिन्न होकर उत्तराखण्ड से चले गये#कांग्रेस के दिग्गजों ने भाजपा ज्वाइन # कांग्रेस के उत्साह और जो श को गायब # दलित वर्ग से ताल्लुक रखने वाले यशपाल आर्य की ग्रास रूट के नेताओं के रूप में बडी पकड #उनके कांग्रेस छोड कर भाजपा ज्वाइन करने से तराई में कांग्रेस को भारी नुकसान होगा#यशपाल आर्य राजस्व, सिंचाई, ग्रामीण निर्माण, सहकारिता, तकनीकी, सिचाई, ग्रामीण सडके, भारत नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजनाओं के कैबिनेट मंत्री #उत्तराखण्ड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनके कांग्रेस को खडा करने में सक्रिय योगदान # सिंचाई मंत्री यशपाल आर्य ने कुछ दिन पूर्व ही कहा था #जीतने वाले उम्मीदवारों पर ही कांग्रेस पार्टी को दांव लगाना चाहिए; जबकि अब मुख्यमंत्री हरीश रावत की मनमानी से परेशान होकर उन्होंने इस्तीफा देना ही उचित समझा#अपने 65वें जन्मदिन के मौके पर यशपाल आर्य ने कहा था #जिन लोगों का क्षेत्र में प्रभाव है. ऐसे उम्मीदवारों को ध्यान में रखना चाहिए #हरीश रावत ने उनकी सलाह की उपेक्षा कर दी थी# पुत्र संजीव आर्य की भी युवाओ में अच्छी पैठ है#वह सहकारी बैंकों के अध्यक्ष है#कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा अब भाजपा के लिए राह आसान करेगा#यमुनोत्री से कांग्रेस नेता केदार रावत ने भी भाजपा का दामन थाम लिया #भाजपा उन्हें यमुनोत्री से टिकट #कुमाऊं में पूर्व सीएम एनडी तिवारी के पुत्र राेहित शेखर भी भाजपा का दामन थाम रहे हैं# Execlusive Report: www.himalayauk.org (Leading Web & Print Media)
उत्तराखंड में कांग्रेस के दिग्गज नेता यशपाल आर्या बीजेपी में शामिल यशपाल ने कहा, “बहुत भारी मन से 41 साल बाद वह कांग्रेस छोड़ रहा हूं।” उन्होंने आगे कहा कि वे बीजेपी के कार्यकर्ता हैं और पार्टी जो बोलेगी वहीं करेंगे। गढवाल के एक और बडे कांग्रेसी नेता तथा पूर्व विधायक तथा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव भी केदार सिंह रावत भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। उनके यमुनोत्री से चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है।
वही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सोमवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती है। बीजेपी की इस पहली सूची में करीब 150 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा संभव है। बताया जा रहा है कि 20 जनवरी तक बीजेपी सभी उम्मीदवारों का ऐलान कर देगी।
विधानसभा चुनाव में बीजेपी सामाजिक न्याय और सोशल इंजीनियरिंग के जरिये जाति आधारित गणित, विकास और सामाजिक समरसता के चुनावी मंत्र के साथ सत्ता में लौटने के लिए कमर कस रही है। मुख्यमंत्री का कोई चेहरा नहीं होना, दूसरे दलों से आए नेताओं की भीड़ और नोटबंदी की चुनौती के बीच उत्तराखण्ड में भाजपा लगातार काग्रेस पर हावी होती जा रही है।
विभिन्न चुनावी सर्वेक्षणों में 15 फरवरी को होने जा रहे उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में पिछड़ने का संकेत मिलने के बाद कांग्रेस ने अब चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर का सहारा लिया है परन्तु हरीश रावत की एकला चलो की नीति से प्रशांत किशोर भी खिन्न होकर उत्तराखण्ड से चले गये-
पार्टी के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ग्रास रुट के करीब 15 हजार कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करने आ रहे हैं. उसके साथ-साथ 10 हजार 700 बूथ व ग्राम कांग्रेस और 300 बाजार कमेटियों के अध्यक्ष व महामंत्रियों के भी आने की उम्मीद जताई जा रही थी. वहीं राहुल गांधी के इस दौरे को लेकर प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह और जोश देखा जा रहा है. उसी दिन कांग्रेस के दिग्गजों ने भाजपा ज्वाइन कर कांग्रेस के उत्साह और जो श को गायब कर दिया-
16 जनवरी 2016 उत्तराखंड कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. हरीश रावत सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने दिल्ली में अपने पुत्र संजीव आर्य के साथ भाजपा का दामन थाम लिया. दिल्ली में आर्य ने आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है..
ज्ञात हो कि सिंचाई मंत्री यशपाल आर्य ने कुछ दिन पूर्व ही कहा था कि जीतने वाले उम्मीदवारों पर ही कांग्रेस पार्टी को दांव लगाना चाहिए. उन्होंने दावा किया था कि उत्तराखंड में कांगेस एक फिर वापसी करने जा रही है. विधानसभा चुनाव को चुनौती भरा मानने के बावजूद यशपाल आर्य ने फिर से कांग्रेस वापसी का दावा किया था. उन्होंने कहा है कि प्रत्याशियों के चयन को लेकर दिल्ली में स्क्रेनिंग कमेटी काम कर रही है. केन्द्रीय चुनाव समिति प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप देगी.
अपने 65वें जन्मदिन के मौके पर यशपाल आर्य ने कहा था कि जिन लोगों का क्षेत्र में प्रभाव है. ऐसे उम्मीदवारों को ध्यान में रखना चाहिए. साथ ही उन्होनें कहा है कि उम्मीदवारों के चयन के लिए मापदंड तय होने चाहिए. अपनी बात की हरीश रावत द्वारा लगातार उपेक्षा किये जाने से वह नाराज हो गये- इस चुनाव में जीताऊ युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए. फिर चाहे वे किसी भी राजनीतिक परिवार से जुडे़ ही क्यों न हों. वहीं यशपाल आर्य ने कहा था कि वे बाजपुर का प्रतिनिधिव्व कर रहे हैं और इसी सीट से चुनाव लड़ना उनकी पहली प्राथमिकता है.
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मौजूदा कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य मुख्यमंत्री की एकला चलो की नीति नाराज बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस में यशपाल आर्य अपने अलावा बेटे के लिए भी टिकट की मांग कर रहे थे. इसके अलावा यशपाल आर्य उधमसिंहनगर की सभी 9 सीटों पर टिकट बांटने की जिम्मेदारी चाह रहे थे.
कांग्रेस में रहकर सीएम हरीश रावत द्वारा लगातार की जा अपनी उपेक्षा से नाराज होकर ही यशपाल आर्य ने भाजपा से संपर्क साधा. अब जब भाजपा की पहली सूची आने वाली है तो यशपाल आर्य और उनके पुत्र संजीव आर्य भाजपा ज्वॉन करने की तैयारी कर है. दिल्ली में भाजपा के नेशनल प्रेसीडेंट तथा उत्तराखण्ड भाजपा के बडे नेता इस अवसर पर मौजूद थे- यशपाल आर्य कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहने के साथ ही कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा रहे हैं.
18 मार्च को जिस वक्त कांग्रेस के 9 विधायकों ने बगावत की थी, तब यशपाल आर्य के भी भाजपा में जाने की चर्चाएं थी. लेकिन बताया जाता है कि उस वक्त भाजपा की सरकार न बनते देख, हवा का रुख भांपते हुए यशपाल आर्य ने अपने कदम रोक लिए थे.
इसके अलावा यमुनोत्री से कांग्रेस नेता केदार रावत ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है. बताया जा रहा है कि भाजपा उन्हें यमुनोत्री से टिकट दे रही है. उधर कुमाऊं में पूर्व सीएम एनडी तिवारी के पुत्र राेहित शेखर भी भाजपा का दामन थाम रहे हैं. बताया जा रहा है कि रोहित को भाजपा लालकुंआ से टिकट दे सकती है.
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