गुजरात विधानसभा चुनाव – बिल्‍ली के भाग्‍य से छींका टूटेगा ?

#गुजरात विधानसभा चुनाव ओपिनियन पोल के मुताबिक दलित, आदिवासी और पटेल कांग्रेस के साथ #बीजेपी के आदिवासी वोट बैंक में कांग्रेस ने भारी सेंधमारी की है#वही पटेल ने नौजवानो को ऊर्जा दी# हार्दिक पटेल राजकोट में आयोजित एक रैली में प्रधानमंत्री और बीजेपी के मुखिया अमित शाह के खिलाफ जमीन आसमान एक किए हुए थे# चुनावी रैली में हार्दिक इसे करो या मरो की लड़ाई करार देते हैं# उन्‍होंने  रैली में कहा, ‘उनसे डरो मत, खड़े हो, मुकाबला करो, तुम उन्‍हें हरा सकते हो’. अगर बीजेपी जीतती है तो ये पाटीदारों के लिए मुंह की खाने वाली बात होगी#  कांग्रेस ने सोमवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया. घोषणापत्र में कई लोक-लुभावन वादे #www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal) by CS JOSHI- Editor;     19 दिसंबर को राहुल गॉधी के अध्‍यक्ष बनने की घोषणा होगी

चुनावों में वास्‍तविक मुद्दे जीएसटी, नोटबंदी और अर्थव्‍यवस्‍था की हालत है. लेकिन सौराष्‍ट्र और दक्षिण गुजरात के इलाकों में जाएं तो पता चलता है कि इस साल असली मोर्चाबंदी बीजेपी और पाटीदारों के बीच है. 

विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात में सियासी पारा चरम पर है और राजनीति के रण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दोनों ही एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं. राहुल गांधी, मोदी सरकार की नीतियों पर निशाना साध रहे हैं और मोदी गुजराती में भाषण देकर व ताबड़तोड़ रैलियां करके जनमत को बीजेपी के पक्ष में मोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. पीएम मोदी पर हमला करने के लिए राहुल गांधी ने जीएसटी को ब्रह्मास्त्र की तरह इस्तेमाल किया है. उन्होंने बीजेपी पर ‘नोटबंदी अस्त्र’ से भी हमला किया लेकिन जीएसटी अस्त्र कामयाब होता दिखाई दे रहा है. गुजरात विधानसभा चुनाव ओपिनियन पोल के मुताबिक जीएसटी से गुजरात के व्यापारी खुश नहीं हैं. लोकनीति और सीएसडीएस के साथ मिलकर एबीपी न्यूज़ ने एक सर्वे किया है जिसके मुताबिक 44 प्रतिशत व्यापारी जीएसटी से खुश नहीं हैं. हालांकि 37 प्रतिशत व्यापारी वर्ग जीएसटी से खुश हैं. इसी तरह 40 प्रतिशत व्यापारियों ने बीजेपी के पक्ष में वोट करने की बात कही जबकि 43 प्रतिशत व्यापारियों ने कहा कि वे कांग्रेस को वोट देना पसंद करेंगे. सर्वे से साफ है कि गुजरात के कारोबारी जीएसटी से खुश नहीं हैं. और तो और जीएसटी के बदले हुए स्वरूप से भी कारोबारी वर्ग संतुष्ट नहीं है. – सूरत में देश की सबसे बड़ी कपड़ा मंडी है – सूरत में जीएसटी के बाद 22 दिन कपड़ा कारोबार बंद रहा था – करीब 25 लाख हीरा कारोबारी भी हैं गुजरात में

गौरतलब है कि कांग्रेस ने जीएसटी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने अपने भाषणों में जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स बताया और मोदी सरकार की वित्तीय नीतियों पर सवाल उठाए. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम भी जीएसटी पर सवाल उठा चुके हैं. व्यापारियों के अलावा दलित-आदिवासी, पाटीदार-पटेल वोट कांग्रेस के साथ

एबीपी न्यूज ने लोकनीति और सीएसडीएस द्वारा किए गए ओपिनियन पोल सर्वे प्रसारित किया है। सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक सुधारों से गुजरात के व्यापारी खुश नहीं हैं। सर्वे में कहा गया है कि जीएसटी और नोटबंदी से गुजरात के व्यापारी नाराज हैं और अधिकांश व्यापारी कांग्रेस के साथ चले गए हैं। जीएसटी दरों में बदलाव से भी व्यापारी खुश नहीं हुए। सर्वे में कहा गया है कि 40 फीसदी व्यापारी बीजेपी को वोट कर सकते हैं जबकि 43 फीसदी व्यापारी कांग्रेस के साथ जा सकते हैं। पिछले सर्वे के मुकाबले बीजेपी को वोट करने वाले व्यापारियों की संख्या में तीन फीसदी की गिरावट हुई है, जबकि कांग्रेस को इस मामले में चार फीसदी का फायदा होता दिख रहा है।

सौराष्ट्र-कच्छ की कुल 54 सीटों पर गांवों में कांग्रेस आगे जबकि शहरों में बीजेपी आगे। बीजेपी को पटेल बहुल इस इलाके में 45 फीसदी और कांग्रेस को 39 फीसदी वोट। बीजेपी को 3 फीसदी वोट की बढ़त जबकि कांग्रेस को 3 फीसदी का नुकसान होता दिख रहा है।

– बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर की करारी हार होगी और जिग्नेश मेवाणी अपनी जमानत नहीं बचा पाएंगे। उनके मुताबिक चुनावों में हार्दिक पटेल कोई फैक्टर नहीं है।

आदिवासी वोटरों का भी झुकाव कांग्रेस के साथ दिख रहा है। बीजेपी से 18 फीसदी ज्यादा आदिवासी वोट बैंक भी कांग्रेस के साथ जाता दिख रहा है।

– दलित वोट बैंक कांग्रेस के साथ जाता दिख रहा है। बीजेपी से 18 फीसदी ज्यादा दलित वोट बैंक कांग्रेस के साथ जाता दिख रहा है।

– पाटीदार समुदाय बीजेपी से खिसक कर कांग्रेस की तरफ जा रहा है।

– कोली जाति का झुकाव बीजेपी के साथ होता दिख रहा है। परंपरागत रूप से यह जाति कांग्रेस के साथ रही है। कांग्रेस से 26 फीसदी ज्यादा कोली वोट बैंक बीजेपी के साथ जाता दिख रहा है।

– पटेल समाज का झुकाव कांग्रेस के साथ होता दिख रहा है। बीजेपी से 2 फीसदी ज्यादा पटेल वोट बैंक कांग्रेस के साथ जाता दिख रहा है।

– 40 फीसदी व्यापारी बीजेपी को वोट कर सकते हैं जबकि 43 फीसदी व्यापारी कांग्रेस के साथ जा सकते हैं।

– सर्वे के मुताबिक GST और नोटबंदी से गुजरात के अधिकांश व्यापारी नाराज। अधिकांश व्यापारी कांग्रेस के साथ। जीएसटी से 37 फीसदी व्यापारी खुश जबकि 44 फीसदी नाराज।

इस सर्वे एजेंसी का यह तीसरा ओपिनियल पोल है। इससे पहले 1 सितंबर को जारी पहले ओपिनियन पोल में कहा गया था कि बीजेपी को 59 फीसदी वोट और कांग्रेस को मात्र 33 फीसदी वोट मिलेंगे। इसके बाद 10 नवंबर को जारी दूसरे ओपिनियल पोल सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के वोट बैंक में गिरावट दर्ज की गई जबकि कांग्रेस के वोट प्रतिशत में इजाफा हो गया। फाइनल ओपिनियन पोल सर्वे 23 से 30 नवंबर के बीच 50 विधानसभा के 200 बूथों पर किया गया था। इसमें 3665 लोगों ने अपनी राय रखी थी। इस सर्वे के नतीजे बीजेपी को निराश करने वाले दिख रहे हैं।

 

बाक्‍स

राहुल गांधी कांग्रेस के 60वें अध्‍यक्ष होंगे. उन्‍हें 2013 में पार्टी का उपाध्‍यक्ष बनाया गया था.

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चल रही प्रक्रिया के तहत आज पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना नामांकन भर दिया है, राहुल गांधी का निर्विरोध चुनाव हो रहा है.कांग्रेस में सात वर्षों के बाद चुनाव होने जा रहे हैं. राहुल गांधी के नामांकन दाखिल करने के बाद कर्नाटक के सीएम सीएम सिद्दरमैया के साथ उनको गले मिलते हुए देखा गया. पार्टी सूत्रों के मुताबिक कमलनाथ, शीला दीक्षित, मोतीलाल वोरा और तरुण गोगोई ने राहुल गांधी के प्रस्‍तावकों के रूप में पहला सेट दाखिल किया. परिणाम की घोषणा 19 दिसंबर को होगी.

इससे पहले सोनिया गांधी ने लगातार 19 वर्षों तक अध्‍यक्ष रहकर रिकॉर्ड बनाया है. कांग्रेस के 133 वर्षों के इतिहास में वह सबसे अधिक समय तक इस पद पर रहीं.   28 दिसंबर 2017 को कांग्रेस पार्टी अपना 133वां स्‍थापना वर्ष मनाने जा रही है. उससे पहले 4 दिसंबर से राहुल गांधी को पार्टी का अध्‍यक्ष बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई. 28 दिसंबर 1885 को कांग्रेस की स्‍थापना की गई थी. तब से लेकर अब तक 59 लोग देश की सबसे पुरानी पार्टी के अध्‍यक्ष पद पर रह चुके हैं. राहुल गांधी कांग्रेस के 60वें अध्‍यक्ष होंगे. सोनिया गांधी अब तक कांग्रेस की अध्‍यक्ष थीं. वह कांग्रेस के इतिहास में सबसे लंबे समय तक पार्टी अध्‍यक्ष पद पर रहने का रिकॉर्ड बना चुकी हैं.  सोनिया गांधी 1998 में पहली बार कांग्रेस अध्‍यक्ष बनीं थीं. वह गांधी नेहरू परिवार में सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहने वाली शख्‍स हैं. उनसे पहले ये रिकॉर्ड उनकी सास और देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर था. कांग्रेस पार्टी को बने हुए करीब 133 साल हो चुके हैं. इतने सालों में सबसे ज्‍यादा समय तक पार्टी अध्‍यक्ष का पद गांधी नेहरू परिवार के किसी न किसी शख्‍स के पास ही रहा. मोतीलाल नेहरू से ये परंपरा शुरू हुई थी. राहुल गांधी उसी कड़ी का हिस्‍सा हैं.

 

वही दूसरी ओर गुजरात के मतदाताओं में पाटीदारों की संख्‍या 15 फीसदी है. इन पर से बीजेपी का भरोसा उठता दिख रहा है, जिसका पता इस बात से भी चलता है कि केंद्रीय मंत्री परषोत्‍तम रूपाला पिछले सप्‍ताह सूरत में आयोजित एक जनसभा को पुलिसवालों की संगीनों के साये में ही संबोधित कर सके. रूपाला बीजेपी के ऐसे पहले नेता हैं जो 2016 में सूरत के पास हुए अमित शाह के एक सम्‍मान कार्यक्रम में पाटीदारों द्वारा की गई तोड़फोड़ के बाद लोगों के सामने आने की हिम्‍मत दिखा सके हैं. पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के एक वरिष्‍ठ सदस्‍य ने कहा, ‘भूल जाओ कि कांग्रेस चुनाव लड़ रही है. असली लड़ाई बीजेपी और पाटीदारों के बीच है. हमारे लोग माहौल बनाएंगे, हमारे लोग अपने संसाधन लगाएंगे और वोटिंग वाले दिन हमारे लोग बूथों का कामकाज देखेंगे.

चुनावी रैली में हार्दिक इसे करो या मरो की लड़ाई करार देते हैं. उन्‍होंने सौराष्‍ट्र का दिल कहे जाने वाले राजकोट में अपने रोड शो में कहा, ‘ये पाटीदारों की इज्जत का सवाल है. अगर बीजेपी जीतती है तो ये पाटीदारों के लिए मुंह की खाने वाली बात होगी. अगर ऐसा हुआ तो हमारे होने पर ही सवालिया निशान लग जाएगा’.

बीजेपी पाटीदारों को लेकर चिंतित है क्‍योंकि सच्‍चाई ये है कि वे संतुलन बिगाड़ने का माद्दा रखते हैं. सौराष्‍ट्र में 48 निर्वाचन क्षेत्र हैं और पाटीदार का इन सीटों पर खासा असर है. 1995 के बाद हुए हरेक चुनाव में दो तिहाई पाटीदारों ने बीजेपी को वोट दिया है. 11 जिलों में फैले इस इलाके में बीजेपी की झोली में अच्‍छी खासी सीटें आईं.

इस बात के साफ संकेत मौजूद हैं कि पाटीदार बीजेपी के हाथ से फिसल रहे हैं. 26 अक्‍टूबर से नवंबर के बीच हुए लोकनीति-सीएसडीएस के सर्वेक्षण में पाया गया कि सौराष्‍ट्र में कांग्रेस और बीजेपी में कांटे की टक्‍कर है और दोनों के पास वोट 42 फीसदी है. सर्वेक्षण ये भी बताता है कि पाटीदार बड़ी संख्‍या में कांग्रेस की तरफ रूख कर रहे हैं.

कांग्रेस के घोषणापत्र की 10 बातें

कांग्रेस ने सोमवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया. घोषणापत्र में कई लोक-लुभावन वादे किए गए हैं. कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि अगर वे गुजरात में सत्ता में आए तो राज्य में पेट्रोल-डीजल के दाम 10 रुपए तक कम कर देंगे. साथ ही राज्य में बिजली का बिल आधा करने का भी वादा किया है. युवाओं को लुभाने के लिए कांग्रेस ने वादा किया है कि गुजरात के हायर एजुकेशन के छात्रों को स्मार्ट फोन और लैपटॉप दिए जाएंगे.

1. गुजरात के 25 लाख बेरोजगार युवाओं के लिए 32000 हजार करोड़ का पैकेज आंवटित करेंगे. हर बेरोजगार युवा को 4000 रुपए भत्ता दिया जाएगा.
2. गुजरात में संविदा पर भर्तियां बंद की जांएगी. फिलहाल जो लोग संविदा पर सरकार के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें स्थाई किया जाएगा.
3. महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध को निपटाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाया जाएगा.
4. हायर एजुकेशन के छात्रों को स्मार्टफोन दिए जाएंगे.
5. पेट्रोल और डीजल के दाम 10 रुपए प्रति लीटर कम किए जाएंगे.
6. राज्य में बिजली की दरें आधी की जाएंगी.
7. पाटीदार समाज के लोगों को शिक्षा और नौकरी में बराबर के अवसर मुहैया कराए जाएंगे.
8. एससी, एसटी और ओबीसी को मिल रहे आरक्षण में कोई छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा.
9. किसानों को 16 घंटे बिजली मुहैया कराई जाएगी.
10. किसानों को अधिकतम लोन मुहैया कराए जाएंगे.

पीएम मोदी ने आज (4 दिसंबर) अपनी दूसरी रैली सौराष्ट्र के भावनगर में की पीएम मोदी ने कहा कि नोटबंदी का रोना-रोने वाली कांग्रेस को देश की जनता ने जवाब दे दिया है. नोटबंदी के बाद कांग्रेस यूपी में हारी, हिमाचल में कांग्रेस का बोरिया-बिस्तर बंद हो चुके है. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी गुजरात के साथ झूठे वादे कर रही है. पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात किसी धमकी से नहीं डरता है. गुजरात कांग्रेस को बराबर पहचानता है. कांग्रेस में हिम्मत हो तो सच्ची बात करें. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने मुझे जेल भेजने का भी वादा किया था लेकिन वह वादा पूरा नहीं किया. जब कांग्रेस वो वादा पूरा नहीं कर सकी तो नए वादे कैसे पूरे करेगा. 

 

HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND (www.himalayauk.org)
Leading Digital Newsportal & Daily Newspaper, Publish at Dehradun & Haridwar.

Available in: FB, Twitter & whatsup Groups & All Social Media .

Mail; csjoshi_editor@yahoo.in & himalayauk@gmail.com  Mob. 9412932030 ;   

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *