स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री उत्‍तराखण्‍ड समीक्षा बैठक में व्‍यस्‍त- डेंगू से हालात काबू से बाहर

29-09-2016-copyप्रदेश के स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में विधान सभा सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री उत्‍तराखण्‍ड का बढ चढकर दावा- राजधानी में यह हालात है- दून अस्पताल ओपीडी में हर दिन औसतन 1200 मरीजों को पांच फिजिशियन देखते थे। दून अस्पताल में पांच फिजिशियन डाक्टर कार्यरत है। डेंगू और वायरल सीजन होने के कारण सैकड़ों मरीजों अस्‍पताल पहुंच रहे हैं। ओपीडी में बहुत लंबी लाइन लग रही है। दून अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. केके टम्टा ने बताया कि, अत्याधिक भीड़ होने के बावजूद सभी मरीजों को देखा जा रहा है। डा. प्रवीण पंवार साढ़े चार सौ मरीजों को देख रहे हैं। दून अस्पताल की मेडिसिन डिपार्टमेंट में लगी लंबी लाइन को देख कई मरीजों ने प्राइवेट क्लीनिक की ओर रुख करने में ही भलाई समझी। लाइन में केवल वो ही मरीज खड़े रहे, जो बेहद गरीब थे और उनके पास प्राइवेट क्लीनिक में जाने के लिए फीस नहीं थी। देहरादून शहर में 900 से ज्यादा लोग डेंगू की चपेट में हैं. ऐसे में फौज को भी मच्छरों की फौज का डर सता रहा है. शहर भर में युद्धस्तर पर फॉगिंग करायी जा रही है। इसके बाद भी शहर में डेंगू थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश में मरीजों की संख्या 1002 पर पहुंच गई है। अभी तक दून में सबसे ज्यादा मरीज सामने आए हैं। दून अस्पताल में मरीजों का दबाव इस कदर बढ़ गया है कि सभी बेड और अतिरिक्त लगाये गए बेड भी फुल हो गए है। दस से ज्यादा मरीजों का इलाज स्ट्रेचर पर ही किया जा रहा है। दून अस्पताल में इस समय साढ़े तीन सौ बेड हैं। इसके अलावा डेंगू में मरीजों की आमद से तीस बेड और बढ़ाये जा चुके हैं। लेकिन वह भी फुल हो चुके हैं। वहीं कई मरीज स्ट्रेचर पर ही लेटे हैं।
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देहरादून 29 सितम्बर, 2016(मी0से0
प्रदेश के स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, आयुष एवं यूनानी शिक्षा, समाज कल्याण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में विधान सभा सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में आगामी अक्टूबर माह से गाॅंधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय प्रारम्भ करने के निर्देश दिये, तथा गाॅंधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय को तुरन्त आरम्भ करने के लिए सेवानिवृत्त विशेषज्ञ तीन आई सर्जन नियुक्त कर आॅखों का ईलाज शुरू करने के निर्देश दिये। उन्होंने पैथालाॅजी लैब, ओ0टी0, सुरक्षा गार्ड आदि व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए अपर सचिव नीरज खैरवाल को गांधी शताब्दी चिकित्सालय परिसर में जाकर जायजा लेने के निर्देश दिये। अस्पताल में सीवर तथा पेयजल संयोजन आदि खर्चों हेतु वांछित धनराशि 9 करोड़ की स्वीकृति के लिए सचिव वित्त से दूरभाष पर बात की।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना में हड्डी से जुड़े उपकरणों यथा प्लेट्स, निडल्स, राॅड के क्रय का अनुबन्ध 10 दिन के अन्दर सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने योजना में अवशेष पात्रों को कार्ड जारी करने के लिए सम्बन्धित फर्म से अनुश्रवण करने के निर्देश दिये। ज्ञातव्य है कि योजना में अब तक 6 लाख से अधिक कार्ड बी0पी0एल0 परिवारों को जारी किये जा चुके हैं, जो योजना का लाभ उठा रहे हैं। विभागीय पी0जी0विशेषज्ञ चिकित्सकों के अस्पतालों मेंतैनाती के प्रस्ताव आज ही जारी करने के निर्देश मंत्री द्वारा दिये गये।
उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारियों से डेंगू के बारे में निरन्तर समीक्षा करते रहने के निर्देश महानिदेशक को दिये तथा सम्भावित स्वाईन फ्लू बिमारी से सतर्क रहने के निर्देश देते हुए स्वाइन फ्लू के लिए वांछित दवाईयाॅं पर्याप्त मात्रा में स्टोर रखने के निर्देश दिये। उन्होंने डेंगू के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों द्वारा निर्माणदायी विभागों से निरन्तर समन्वय बैठक करने के पूर्व आदेश के क्रम में जानकारी प्राप्त की तथा लगातार समीक्षा करने के निर्देश दिये साथ ही शासकीय अस्पतालों में एलाइजा टेस्ट की सुविधा तथा प्लेट्लेटस की उपलब्धता की भी निरन्तर समीक्षा करते रहने के निर्देश दिये।
उन्होंने आई0ई0सी0 के अन्तर्गत प्रस्तावित धनराशि जारी कर विभाग द्वारा संचालित स्वास्थ्य योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिये ताकि योजना का लाभ पात्र लोगों को अधिक से अधिक दिलाया जा सके। आगागी 2 अक्टूबर से आयोजित होने वाले द्वितीय चरण के विशेषज्ञ चिकित्सा शिविरों में दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये तथा महानिदेशक स्वास्थ्य को निर्देश दिये, कि मुख्य चिकित्साधिकारियों को आबंटित 50 हजार रूपये की वित्तीय अधिकार सम्बन्धित दिशा निर्देश भी जारी कर दें ताकि शिविरों में दवा की कमी न आयें।
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा पीपीपी मोड़ में काशीपुर में कार्डिएक्ट यूनिट तथा संयुक्त चिकित्सालय कोटद्वार में डायलसिस सेन्टर स्थापना हेतु 15 अक्टूबर तक टैण्डर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा 5 अक्टूबर से ए0एन0एम0 की नियुक्ति प्रक्रिया प्रारम्भ करने के निर्देश दिये गये। तथा ड्रग इंस्पैक्टरों के पदों के सृजन हेतु कैबिनेट के प्रस्ताव की तैयारियों के लिए जानकारी प्राप्त की गयी है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों को देय डी0ए0सी0पी0 मे वन टाइम रिलैक्सेसन पत्रावली की प्रगति पर जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कोटद्वार मेडिकल काॅलेज के निर्माण में शीघ्र कन्सलटैन्ट नियुक्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रदेश के चिकित्सालयों के आवासीय भवनों के निर्माण हेतु वांछित धनराशि पर भी तेजी से कार्रवाई के निर्देश दिये तथा गेस्ट फार्मासिस्टों की नियुक्ति तत्काल करने के निर्देश दिये। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा 108 आपात कालीन सेवा के भुगतान की समीक्षा के दौरान उनके संज्ञान में लाया गया कि संस्था को 2.74 करोड़ की राशि पूर्व में दी जा चुकी है तथा 6 करोड़ का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है जिस पर स्वास्थ्य में मंत्री ने वांछित धनराशि तुरन्त जारी करने के निर्देश दिये।
उन्होंने झण्डी चैड चिकित्सालय, मोटाढाक चिकित्सालय में अतिरिक्त कक्षों के निर्माण, नौगाॅव खाल चिकित्सालय के आवासीय भवनों के निर्माण, बी0डी0पाण्डे चिकित्सालय के आवसीय भवनों हेतु एन0एच0एम0 के अन्तर्गत धनराशि शीघ्र जारी करने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओम प्रकाश, अपर सचिव स्वास्थ्य नीरज खैरवाल, महानिदेशक स्वास्थ्य डाॅ0 कुसुम नरियाल, संयुक्त सचिव स्वास्थ्य अतर सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।

उत्‍तराखण्‍ड में हालात बहुत खराब है उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में डेंगू के मच्छर तेजी से डंक मार रहे हैं. देहरादून शहर में 900 से ज्यादा लोग डेंगू की चपेट में हैं. ऐसे में फौज को भी मच्छरों की फौज का डर सता रहा है. प्रदेश में डेंगू के मरीजों की संख्या एक हजार के ऊपर पहुंच गई है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों की, जिन्हें यहां पर सबसे बड़ा खतरा मच्छरों से बना हुआ है. राष्ट्रपति दौरे पर ‘डेंगू फोबिया’ का असर नजर आ रहा है. डेंगू के मच्छरों से बचने के लिए राष्ट्रपति के प्रवास स्थल आशियाना में कई दिन पहले से फॉगिंग शुरू हो गई थी. 
पुलिस महकमे ने भी राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात किए जा रहे पुलिसकर्मियों को मच्छरों  से निपटने के लिए फौगिग कराए हैं तथा राष्ट्रपति की सुरक्षा तैनात रहने वाले पुलिसकर्मियों को मच्छर के काटने से बचाने वाली क्रीम ऑडोमास लगाने को कहा गया है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जवानों को ओडोमॉस क्रीम भी बांटी गई है. ज्ञात हो कि प्रदेश में पिछले दो माह से डेंगू का प्रकोप जारी है, जिससे सबसे ज्यादा प्रभावित देहरादून जिला ही है. यहां हर रोज शहर के किसी न किसी कोने से डेंगू के नए मरीज सामने आ रहे हैं.
प्रदेश में पुलिस के कई अधिकारी और कर्मचारी भी डेंगू की चपेट में हैं. कई थाने ऐसे हैं, जहां सिपाही से लेकर दारोगा जी तक को डेंगू का डंक लग चुका है.

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