होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा संगठन स्थापना दिवस

होमगार्ड्स का वेतन बढ़ाकर 10 हजार  & नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवक भी पहुचे & DEHRADUN NEWS;  coverage by; www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal) Bureau; 

देहरादून 07 दिसम्बर, 2016(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा बुधवार को होमगार्ड्स एव नागरिक सुरक्षा मुख्यालय, ननूर खेड़ा में होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा संगठन के स्थापना दिवस पर आयोजित भव्य रैतिक परेड की सलामी ली गई। रैतिक परेड में कुल 6 प्लाटूनें सम्मिलित हुई जिनमें 5 सशस्त्र पुरष तथा 1 सशस्त्र महिला प्लाटून थी। परेड में गढ़वाल तथा कुमाऊ मण्डलों के जनपदों से आये हुए होमगार्ड्स सम्मिलित हुए।
परेड समाप्त होने के तत्काल उपरान्त मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा होमगार्ड्स तथा नागरिक सुरक्षा विभाग के 12 अधिकारियों को उत्कृष्ट कार्यो के लिए प्रमाण पत्र वितरित किए गए। प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले प्रमुख अधिकारी क्रमशः श्री राजीव बलोनी, प्रभारी डिप्टी कमाण्डेन्ट जनरल डा0 राहुल सचान, स्टाफ अधिकारी नरेन्द्र सिंह बिष्ट, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी श्यामेन्द्र कुमार साहू, गौतम कुमार आदि थे। तदुपरान्त मुख्यमंत्री द्वारा ड्यूटी पर दिवंगत 4 होमगार्डस स्वयंसेवकों की आश्रित पत्नियों को पाॅंच-पाॅंच लाख रूपये की बीमा सहायता राशि उपलब्ध करायी गयी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने अपने सम्बोधन में संगठन के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए होमगार्डस एवं नागरिक सुरक्षा संगठनों के कार्यो तथा उनके द्वारा वहन किये जाने वाले दायित्वों की अत्यन्त सराहना की गई। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अन्तर्जनपदीय संचरण के अवसर पर होमगार्ड्स को रू0 100 की अतिरिक्त राशि की जाती है तथा होमगार्ड्स स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण भत्ता ड्यूटी भत्ते की राशि के बराबर किया जाता है। इसके अतिरिक्त होमगार्ड्स का नियतन 6411 से बढ़ाकर 10 हजार किया जाता है। उक्त रिक्तियां तीन चरणों में भरी जायेंगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने रैतिक परेड के अवसर पर सभी कमाडर एवं प्रतिभागियों को शुभकामनाएं व बधाई देते हुए कहा कि रैतिक परेड का स्तर बहुत उच्च है। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि होमगार्ड्स ने उत्कृष्टता को अपना मानक बनाया है। रैतिक परेड में बेहतरीन प्रर्दशन के लिए सभी प्रतिभागी विशेषकर महिला प्रतिभागी बधाई की पात्र है। होमगार्ड्स के जवान प्रत्येक क्षेत्र में उच्च दक्षता व कर्तव्यनिष्ठा के साथ उच्च स्तरीय प्रदर्शन कर रहे है। राज्य के कठिन समय, दैवीय आपदाओं, कानून व्यवस्था व राहत कार्यो में होमर्गाड्स का योगदान सराहनीय है। होमगार्ड्स के जवान निष्काम भाव से अपने कर्तव्यों का पालन करते है। होमगार्ड्स के सहयोग से पुलिस बलों को भी अपने कर्तव्यों के पालन में सहायता मिलती है। लगभग 1200 होमगार्ड्स द्वारा अर्धकुम्भ मेले व कांवड़ यात्रा में सराहनीय सहयोग किया गया। इसके अतिरिक्त चारधाम यात्रा एवं प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में भी होमगार्ड्स की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। होमगार्ड्स अपने विभिन्न योगदानों के माध्यम से निरन्तर दक्षता का प्रदर्शन कर रहे हैं। श्री रावत ने कहा कि हमें सोशल प्रीपेडनेस के प्रयासों के अन्र्तगत किसी भी प्रकार की चुनौती के लिए अपनी तैयारी पूरी रखनी होगी। होमगार्ड्स वनाग्नि को नियंत्रित करने में वन विभाग व नागरिक संगठनों की सहायता कर रहे है। होमगार्ड्स के जवान कर्तव्य पालन के लिए अपने प्राणों कि आहुति दे रहे है। यातायात टैªफिक कन्ट्रोल में भी होमगार्ड्स के जवान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। राज्य सरकार द्वारा सरकारी उपक्रमों व संस्थानों में भी होमगार्ड्स व पीआरडी के जवानों की अधिक से अधिक तैनाती की जाएगी। राज्य सरकार का प्रयास है कि नागरिक सुरक्षा संगठनों और सरकार के मध्य अधिकाधिक संवाद स्थापित किया जाय। श्री रावत ने नागरिक सुरक्षा संगठनों के प्रयासों की भी प्रशंसा की । उन्होंने कहा कि राज्य के 5 जिलों में नागरिक सुरक्षा संगठन स्थापित किए जाएगंे। उत्तराखण्ड की विषम भौगोलिक स्थितियों तथा आपदाओं के प्रति अति सवेंदनशील होने के कारण नागरिक सुरक्षा की अवधारणा को मोटो या स्लोगन के रूप में प्रचलित करना होगा। हम ऐसे राज्य है जिसके सामने नाना प्रकार के प्राकृतिक वरदान व चुनौतियाॅं है। हमें सभी सुरक्षा संगठनों के मध्य बेहतर समन्वय के प्रयास करने होंगे। राज्य सरकार द्वारा होमगार्ड्स में महिलाओं के संख्या बढ़ाने प्रयास किए जा रहे है। सुरक्षा बलों में महिला व पुरूष अनुपात कम से कम 40ः60 का होना चाहिए। श्री रावत ने कहा कि पूर्व पुलिस कर्मियों की भांति पूर्व होमगार्डस के कल्याण हेतु प्रयास किए जाएगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा होमगार्ड्स विभाग की स्मारिका का विमोचन एवं नवनिर्मित केन्द्रीय प्रशिक्षण संस्थान थानौ के प्रशासनिक भवन का लोकापर्ण किया गया।
इस अवसर पर होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा मंत्री प्रीतम सिंह पंवार, जिलाधिकारी रविनाथ रमन, परिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वीटी अग्रवाल, कमाण्डेट जनरल होमगार्ड्स आर0 एस0 मीना, भारी संख्या में होमगार्ड्स तथा नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवक, राजकीय इन्टर कालेज व नवोदय विद्यालय से आये हुये बच्चे उपस्थित थे।

# ## DEHRADUN NEWS; 
देहरादून 07 दिसम्बर 2016, महामहिम राष्ट्रपति भारत, श्री प्रणब मुखर्जी के 9 दिसम्बर 2016 को प्रस्तावित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी में प्रस्तावित आगमन कार्यक्रम में शांति व्यवस्था एवं अन्य व्यवस्था की तैयारियों के सम्बन्ध में पुलिस लाईन में पुलिस विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से समस्त अधिकारियों एवं पुलिस के जवानों की ब्रिफिंग करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था, पुलिस महानिरीक्षक गढवाल, इन्टेलीजेंस एवं कानून व्यवस्था तथा पुलिस उप महानिरीक्षक कानून व्यवस्था एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित पुलिस अधिकारियों एवं जवानों को उनके दायित्वों को बताते हुए राष्ट्रपति भारत के आगमन के अवसर पर सभी आवश्यक सुरक्षा के इन्तजाम करते हुए कार्य करने के निर्देश दिये।
अपर पुलिस महानिदेशक ने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी/जवान दिये गये दायित्वों का पालन गम्भीरता एवं संजीदगी से करेंगे तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्यक्रम का अक्षरश्ः पालन करेगें। उन्होने सभी को अपने दायित्वों को ठीक से समझने, ड्यूटी प्वांईट की लोकेशन समझते हुए मिनट टू मिनट सभी कार्यक्रम को सफलता से सम्पादित करेगें तथा वी.वी.आई.पी ड्यूटी में किसी भी तरह की लापरवाही क्षम्य नही होगी।
जिलाधिकारी रविनाथ रमन ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को कार्यक्रम के शिड्यूल के अनुसार निर्देश दिये कि कर्तव्य पालन में किसी भी तरह की डिलाई न बरती जाए तथा सभी अधिकारी अपने सम्बन्धित सहायक तथा अन्य अधिकारियों के साथ आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें। उन्होने 8 दिसम्बर को जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट, पोलो ग्राउण्ड मसूरी तथा आई.ए.एस एकेडमी मसूरी में होने वाली माॅकड्रिल में निर्धारित समय पर पंहुचते हुए कार्यक्रम के अनुसार अपने दायित्वों सम्पादित करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था, इन्टेलीजेंस व गढवाल तथा पुलिस उपमहानिरीक्षक कानून व्यवस्था एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भी अधिकारियों/जवानों को ब्रिफ किया।

देहरादून 07 दिसम्बर 2016, ‘सशस्त्र सेना झंड़ा दिवस’ के अवसर पर जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी डी.के कौशिक ने जिलाधिकारी रविनाथ रमन को जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में सशस्त्र सेना झंडा दिवस की प्रतीक झंडी लगाकर सशस्त्र सेना झंडा दिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि हमें अपनी सेनाओं द्वारा किए गए बलिदान एवं त्याग को हमेशा याद रखना चाहिए। उन्हीं के इरादों से देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। जिलाधिकारी ने इस दौरान वीर सैनिकों/वीरगति प्राप्त सैनिकों के आश्रितों/सेवानिवृत्त, वद्ध व असहाय सैनिकों एवं उनके आश्रितों के कल्याणार्थ एकत्र की जाने वाली सहयोग राशि में अपना योगदान दिया। उन्होंने लोगों से भी इस कार्य में सहयोग की अपील की।

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