पाकिस्तानियों, मैं तुम सबको रामायण सुनाता हूं ; काटजू ने क्‍यों कहा


मार्कंडेय काटजू ने कहा ‘पाकिस्तानियों, मैं तुम सबको रामायण सुनाता हूं तो मशहूर गायिका आशा भोंसले ने एक ट्वीट कर बॉलीवुड जगत में सनसनी फैला दी है

वही चीन को अंदेशा है कि फ्रांस से खरीदे जाने वाले परमाणु क्षमता युक्त राफेल लड़ाकू विमानों को भारत चीन एवं पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में तैनात करेगा ताकि वह अपनी निवारक क्षमता में इजाफा कर सके। गौरतलब है कि भारत फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदने की तैयारी में है।

आशा भोंसले ने अपने ट्वीट में लिखा है, “मैं गाली देनेवाले बहुत सारे कुत्तों को नहीं जानती जो मुझे फॉलो कर रहे हैं। उन्हें डिलीट कर दिया। दूध का दूध, पानी का पानी। मेरे कुछ सहयोगी भी इसी तरह की परेशानी झेल रहे हैं।” इसके कुछ देर बाद उन्होंने फिर एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, “मैंने गाली देनेवाले कुत्ते कहा। क्या मैंने पाकिस्तानी कहा? फिर पाकिस्तानी क्यों उदास हैं? गाली देनेवाला कोई भी हो सकता है?”

उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायधीश मार्कंडेय काटजू ने पाकिस्तान को चेतवानी देते हुए ट्वीट किया। शुक्रवार (30 अगस्त) को किए गए अपने ट्वीट में काटजू ने लंका दहन का जिक्र किया। काटजू ने लिखा, ‘पाकिस्तानियों, मैं तुम सबको रामायण का एक किस्सा याद दिलाना चाहता हूं। जब रावण के आदमियों ने हनुमान जी की पूंछ में आग लगा दी थी तो बदले में उन्होंने पूरी लंका ही दहन कर दी थी।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘हनुमान की पूँछ में लगन न पायी आग, सारी लंका जर गई गए निशाचर भाग’ इसके बाद उन्होंने लिखा, ‘इस कहानी से यह सीख मिलती है कि हमसे पंगा मत लेना। अगर तुम लोग भारत में आतंक फैलाने की कोशिश करोगे तो बदले में हम सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे। हरि ओम’ इससे पहले काटजू ने बिहार पर एक विवादित पोस्ट किया था। काटजू ने कहा था कि पाकिस्तान को कश्मीर के साथ-साथ बिहार भी लेना चाहिए। हालांकि, बाद में एक अखबार को दिए इंटरव्यू में काटजू ने स्वीकार किया था कि उन्होंने वह पोस्ट मजाक में लिखी थी गौरतलब है कि भारतीय सेना ने बुधवार (28 सितंबर) को लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पार करके पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में घुसकर कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। इसमें दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचा था। पाकिस्तान ने भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को झूठ बताया। उसने कहा कि भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक नहीं किया बल्कि युद्ध विराम तोड़ा था जिसका करारा जवाब दिया गया था और इस दौरान पाकिस्तान के 2 सिपाही मारे गए थे। पाकिस्तान ने उन सिपाहियों की तस्वीरें भी जारी की थीं। जिन सिपाहियों की मौत हुई वे दोनों हवलदार थे। उनमें से एक का नाम जुम्मा खान था और दूसरे का नाम नाइक इम्तियाज। उधर गुरुवार को पाकिस्तान पर ईरान ने भी हमला किया था। ईरान की सेना ने उसपर मोर्टार दाग दिए थे। ईरान की तरफ से ये मोर्टार बलूचिस्तान के इलाके में दागे गए थे। ईरान ने तीन मोर्टार दागे थे।

इस बीच बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान, फिल्म निर्माता और प्रोड्यूसर करन जौहर पाकिस्तानी कलाकारों के समर्थन में उतर आए हैं। सलमान खान ने पाकिस्तानी कलाकारों का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तानी कलाकार परमिशन लेकर भारत आते हैं, वो आतंकी नहीं हैं, वो कलाकार हैं। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कहा कि दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण संबंध जरूरी है। मशहूर फिल्मकार श्याम बेनेगल ने भी पाकिस्तानी कलाकारों का समर्थन करते हुए कहा, “हमलोग पाकिस्तानी अवाम के विरोधी नहीं है और न ही पाकिस्तान के लोग भारतीयों के खिलाफ हैं। दोनों सरकारें एक-दूसरे की विरोधी हैं। कलाकार यहां किसी कारणवश आते हैं। वो किसी प्रोजेक्ट में यहां आते हैं, इसमें उनकी क्या गलती है। पाकिस्तानी सरकार ने व्यक्तिगत रूप से किसी के साथ कुछ नहीं किया है।”

शेंजेन टेलीविजन के हवाले से सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने खबर दी है कि भारत फ्रांस में बने लड़ाकू विमानों को पाकिस्तान और चीन से सटे विवादित इलाकों में तैनात करेगा।
अखबार के मुताबिक, स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिप्री) की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक है। एशियाई क्षेत्र में हथियारों का ज्यादा आयात मुख्य रूप से इसलिए है क्योंकि पश्चिम एशिया में सुरक्षा माहौल अस्थिर है और चीन के पड़ोसियों से चिंताएं बढ़ रही हैं। शेंजेन टेलीविजन की रिपोर्ट के मुताबिक, राफेल लड़ाकू विमान उड़ान भरने की स्थिति में परमाणु हथियारों से लैस होते हैं और इसका मतलब यह है कि भारत की परमाण्विक निवारक क्षमता में बहुत सुधार आएगा।
शंघाई इंस्टीट्यूट्स फॉर इंटरनेशनल स्टडीज में दक्षिण एशिया अध्ययन के निदेशक झाओ गेनचेंग ने कहा, ‘भारत राफेल की तकनीक भी खरीदना चाहता है लेकिन फ्रांस ने इससे इनकार कर दिया, जिसका मतलब यह है कि फ्रांस की ऐसी कोई मंशा नहीं है कि वह भारत की सैन्य औद्योगिक व्यवस्था को बढ़ावा देने में उसकी मदद करे।’ अखबार ने सिप्री की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि एक अनुमान के तौर पर भारत नई रक्षा प्रणालियों पर 100 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च कर अपनी सैन्य क्षमताएं तेजी से बढ़ा रहा है, जबकि रूस, अमेरिका और इस्राइल जैसे अत्याधुनिक सैन्य उद्योग वाले कई अन्य देश भी भारत के बाजार से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।

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