यूपी में कौन जीत रहा है?

सात चरण के इस लंबे चुनाव के बाद यूपी में कौन जीत रहा है, यूपी के चौदह करोड़ मतदाताओं का विश्वांस किसने जीता, कोई कहता है कि हिन्दू ध्रुवीकरण हो गया है, जिससे बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर आयेगी. कोई बसपा और लोकदल की, कोई अखिलेश और राहुल की, किसी का समीकरण यह है कि नोटबंदी से बीजेपी को फायदा लेकिन बनिया समाज नाराज़. मुसलमान वोट बिखर गया इसलिए बीजेपी को फायदा. मुसलमान बसपा की तरफ कम गया इसलिए सपा को फायदा मगर सपा को हिन्दू वोट नहीं मिला.

पीएम मोदी ने आज उरई की रैली में कहा था कि बीएसपी का नाम बदलकर बहनजी संपत्ति पार्टी हो गया है. इस पर मायावती ने कहा कि न ही मैंने शादी की और न ही संपत्ति बनाई है. मायावती ने कहा कि न ही मैंने शादी की और न ही संपत्ति बनाई है पीएम मोदी जुमलेबाजी करना भूल जाएंगे. पीएम मोदी के नाम का आशय ही दलित विरोधी शख्सियत से है. पीएम मोदी नहीं जानते कि बीएसपी पार्टी बाद में है, एक आंदोलन पहले है. मैंने शादी नहीं की और पूरी जिंदगी अल्पसंख्यकों और दलितों के विकास में लगा दी. आज पीएम मोदी, बीएसपी और बीएसपी की सर्वोच्च नेता के बारे में अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे थे, इससे पता चलता है कि पीएम कितने दुखी हैं. उन्होंने आगे कहा कि दलित की बेटी हेलीकॉप्टर में घूमे इनको अच्छा नहीं लगता. इनकी मंशा इतनी थी कि नोटबंदी इलेक्शन से पहले कर दो बीएसपी कंगाल हो जाएगी.

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने बसपा को ‘बहनजी सम्पत्ति पार्टी’ करार देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए उन्हें ‘नेगेटिव दलित मैन’ बताया और कहा कि मोदी को दलितों द्वारा थोड़े-थोड़े आर्थिक सहयोग से अपने आंदोलन को बढ़ाया जाना अखर रहा है। मायावती ने सुलतानपुर में आयोजित चुनावी सभा में कहा ‘प्रधानमंत्री मोदी ने उरई में एक रैली में बसपा को ‘बहनजी सम्पत्ति पार्टी’ बताया है। मोदी पूरे प्रदेश में बसपा के बढ़ते जनाधार को देखकर इतने दुखी हैं कि वह उसकी परिभाषा को गलत तरीके से बताकर जनता को गुमराह बता रहे हैं। मोदी जुमलेबाजी करने में माहिर हैं। उन्हें जवाब जैसे को तैसा मिलेगा तो जुमलेबाजी करना भूल जाएंगे।’
उन्होंने कहा ‘मैं जुमलेबाजी करने में मोदी से दो कदम आगे हूं। देश के प्रधानमंत्री का पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है। नरेंद्र का मतलब होता है नेगेटिव, दामोदरदास का मतलब होता है दलित और मोदी का मतलब होता है मैन। ही इज नेगेटिव दलित मैन।’ उन्होंने कहा ‘अपने देश का जो प्रधानमंत्री है वह दलित विरोधी आदमी है। इसके नाम से ही जाहिर हो जाता है। इस आदमी को यह अच्छा नहीं लगता है कि पूरे देश के जो दलित हैं, वे अपनी कमाई में से थोड़ा-थोड़ा धन देकर अपने आंदोलन को आगे बढ़ाएं।’
मायावती ने कहा कि मोदी को यह मालूम नहीं है कि बसपा एक राजनीतिक दल बाद में है, एक आंदोलन पहले है। खुद उन्होंने दलित और कमजोर वर्ग के लोगों, मुस्लिमों, गरीबों को पैरों पर खड़ा करने के लिये पूरी जिंदगी समर्पित कर दी। ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार (20 फरवरी) को उरई में आयोजित जनसभा में बसपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि बसपा अब बहुजन समाज पार्टी नहीं बल्कि ‘बहनजी सम्पत्ति पार्टी’ बन गयी है। मायावती ने कहा कि नोटबंदी के बाद बसपा के खाते में जो 100 करोड़ रुपए जमा कराये गये थे, वे पूरे देश के दबे-कुचले लोगों द्वारा दिया गया सदस्यता शुल्क था। अगर वह अवैध रूप से एकत्र किया गया धन होता तो उसे बसपा के खाते में क्यों जमा किया जाता। बसपा इसी धन से चुनाव लड़ रही है।
उन्होंने कहा कि मोदी को यह अच्छा नहीं लग रहा है कि एक दलित की बेटी हवाई जहाज या हेलीकॉप्टर से घूमे। मोदी ने नोटबंदी इसीलिये की कि बसपा कंगाल हो जाए, लेकिन आप लोगों की मेहनत की कमाई मेरे पास थी, इसलिये मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई। मायावती ने कहा कि उन्होंने शादी नहीं की और अपनी पूरी जिंदगी दलित, शोषित, पिछड़े, अल्पसंख्यक समाज को उनके पैरों पर खड़ा करने के लिये समर्पित की है। इसी वजह से उत्तर प्रदेश में ही नहीं, बल्कि देश में कमजोर तबके के लोग उन्हें अपने आंदोलन की बहुत बड़ी धरोहर और सम्पत्ति भी मानते हैं।
बसपा अध्यक्ष ने अपने कार्यकर्ताओं का जिक्र करते हुए कहा ‘आप लोगों ने मुझे अपनी देवी, लक्ष्मी और भगवान माना, इसीलिये अपने खून पसीने से कमाया गया धन दिया। भाजपा एंड कम्पनी पहले अपने गिरेबां में झांके और बताए कि नोटबंदी से पहले के 10 महीने में आपके खाते में कितना पैसा जमा हुआ।’ उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने अपने नेताओं और धन्नासेठों का धन ठिकाने लगवा दिया। मोदी को ईमानदारी से बताना चाहिये कि नोटबंदी के बाद कितना काला धन एकत्र हुआ और कितने लोगों को सजा दी गयी। मायावती ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर भी हमला किया और राज्य की सपा सरकार पर कुशासन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बसपा प्रदेश में सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय की सरकार चलाएगी।

उरई की रैली में पीएम मोदी ने कहा कि आज बसपा पार्टी कहां से कहां पहुंच गई. जब 8 नवंबर को जब मैंने टीवी पर आकर कहा कि जिन बड़े-बड़े लोगों ने गरीबों को लूटा है, वही हजार और 500 के नोट गरीबों को लौटाने होंगे. जब मैंने नोटबंदी की और सपा और बसपा जो एक-दूसरे के घोर विरोधी हैं, एक साथ मिलकर नोटबंदी का विरोध करने लगे.

मायावती पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा, बहन जी ने कहा कि नोटबंदी को लेकर पूरी तैयारी नहीं की थी. सरकार ने नहीं की थी या आपने नहीं की थी. नोटबंदी से ज्यादा परेशानी इन्हें इस बात की है कि इन्हें तैयारी करने का मौका नहीं मिला. अब तो बीएसपी का नाम बदल गया है, बहुजन समाज पार्टी नहीं रह गया है. बीएसपी बहनजी संपत्ति पार्टी बन गई है.
यूपी के उरई में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 1992 में कश्मीर से कन्याकुमारी तक की एकता यात्रा लेकर चला था तो मुझे यहां आने का मौका मिला था. यूपी चुनाव किसकी सरकार बने और किसकी न बने, वहां तक सीमित नहीं है. बुंदेलखंड को तय करना है कि सपा-बसपा के चक्कर से निकलना है या नहीं. बुंदेलखंड के लोग किसी नेता की न सुनें. मेरी भी मत सुनिए, आप खुद सोचिए कि आपके साथ क्या हुआ. जो भी सरकारें आईं उन्होंने आपकी कोई गिनती ही नहीं की, लेकिन अब जो सरकार बनेगी उसमें बुंदेलखंड की आवाज को सुनने की व्यवस्था होगी. योजनाओं को लागू करने के लिए विशेष प्रावधान किया जाएगा. बुंदेलखंड विकास बोर्ड बनेगा, जिससे हर सप्ताह रिपोर्ट ली जाएगी.

पीएम मोदी ने कहा कि आज बसपा पार्टी कहां से कहां पहुंच गई. जब 8 नवंबर को जब मैंने टीवी पर आकर कहा कि जिन बड़े-बड़े लोगों ने गरीबों को लूटा है, वही हजार और 500 के नोट गरीबों को लौटाने होंगे. जब मैंने नोटबंदी की और सपा और बसपा जो एक-दूसरे के घोर विरोधी हैं, एक साथ मिलकर नोटबंदी का विरोध करने लगे.

मायावती पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा, बहन जी ने कहा कि नोटबंदी को लेकर पूरी तैयारी नहीं की थी. सरकार ने नहीं की थी या आपने नहीं की थी. नोटबंदी से ज्यादा परेशानी इन्हें इस बात की है कि इन्हें तैयारी करने का मौका नहीं मिला. अब तो बीएसपी का नाम बदल गया है, बहुजन समाज पार्टी नहीं रह गया है. बीएसपी बहनजी संपत्ति पार्टी बन गई है.

उन्होंने आगे कहा कि गरीब से गरीब मां-बाप से पूछोगे कि आपकी क्या इच्छा है, तो वे बच्चों की अच्छी शिक्षा की बात करेंगे. मैं उत्तर प्रदेश की सरकार को पूछना चाहता हूं कि क्या कारण है कि प्राथमिक शिक्षा में भारत के पहले 20 राज्यों में यूपी का नाम ही नहीं है. बुंदेलखंड की हालत तो और बुरी है. प्रति व्यक्ति आय में भी पहले 20 राज्यों में भी यूपी का नाम नहीं है. गरीबी ने यहां जड़ें जमाकर रखी हैं.

—रायबरेली / अमेठी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रमजान के साथ-साथ दीवाली में भी बिजली देने संबंधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि काशी जैसी पवित्र नगरी से चुने गए मोदी गलतबयानी करके जनता में अपना भरोसा खो चुके हैं. अखिलेश ने रायबरेली के ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी मनोज पाण्डेय के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा में कहा, ‘हम मानते हैं कि अगर गांव का गरीब किसान गंगा की तरफ हाथ करके कसम खाता है तो सच ही बोलता है. बताओ, जिसको काशी ने चुनकर भेजा है, हमें उस पर कितना भरोसा करना चाहिए.’

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने रविवार को फतेहपुर में आयोजित चुनावी रैली में कहा था कि प्रदेश की सपा सरकार हर काम में भेदभाव करती है. अगर वह रमजान में 24 घंटे बिजली देती है, तो उसे दीवाली में भी बिजली देनी चाहिए. अखिलेश ने पीएम के बयान पर कहा, ‘देश के प्रधानमंत्री यह क्या कहकर चले गए. उन्होंने कहा कि हम रमजान पर 24 घंटे बिजली देते हैं और दीवाली में नहीं. मोदी को पता नहीं है, वह सच बोलें. वाराणसी के सबसे बुजुर्ग विधायक हमारे दादा श्यामदेव चौधरी जी के कहने पर हमने काशी में 24 घंटे बिजली दी थी. हम प्रधानमंत्री से कहेंगे कि आप गंगा मैया के बेटे हैं तो उसकी कसम खाएं, और खुद से पूछें कि सपा वाराणसी में 24 घंटे बिजली दे रही है या नहीं.’

अखिलेश ने कहा, ‘मोदी जी काशी के लोगों ने आपको चुनकर भेजा है. आप दीवापली और रमजान की बात बाद में करिएगा. आपने न जाने कितनी और कैसी बातें कर दी हैं. अब देश के प्रधानमंत्री पर कोई भरोसा नहीं कर रहा है. हम कहते हैं कि अगर एक भी काम भाजपा ने किया हो तो बताओ.’

मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर किसानों का कर्ज माफ करने की बात कर रहे हैं. अगर वह कर्ज माफ करना चाहते हैं तो पहले भाजपा शासित छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड के किसानों का कर्ज माफ करें. अखिलेश ने मोदी सरकार को नोटबंदी के फैसले पर घेरते हुए कहा कि लोकतंत्र में जो जनता को दुख देता है, समय आने पर ऐसे लोगों को जनता सजा देती है.

उन्होंने कहा कि रेडियो पर ‘मन की बात’ आती है, लेकिन कोई भी मोदी के मन की बात नहीं समझ पाया. मुख्यमंत्री ने अपने चुनाव घोषणापत्र में किए गए वादों का जिक्र किया और कहा कि सपा ने प्रदेश में अपने पांच साल के कार्यकाल में सबको साथ लेकर चलने का काम किया है. उन्होंने लोगों से कहा, हम तो हवा के खिलाफ भी साइकिल चला लेते हैं. तेज हवा के विपरीत भी हमारा किसान साइकिल चला लेता है, सोचो अगर हवा पक्ष में हो तो साइकिल कितनी तेज चलेगी. पहले, दूसरे और तीसरे चरण में सपा की हवा चली है. इसे आगे बढ़ाना आपकी जिम्मेदारी है.

(www.himalayauk.org) HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND

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