17 JULY 16; देहरादून प्रमुख समाचार


CM Photo 03, dt.17 July, 2016नरेंद्र नगर बाईपास में भारी भूस्खलन के चलते चपेट में आयी कार के परखच्चे उड़े…कार सवार चार युवको की मौके पर ही दर्दनाक मौत ….सभी युवक ऋषिकेश के थे….सडक बंद..लगातार बोल्डर गिरने से सडक खोलने का काम बाधित

#हरिद्वार, देहरादून, उत्तरकाशी नैनीताल में भारी वर्षा की सम्‍भावना  #हरिद्वार जिले में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 80 से0मी0 नीचे  #उत्‍तराखण्‍ड को प्रतिवर्ष लगभग 1800 करोड़ रूपए का विशुद्ध नुकसान  #हरिद्वार, देहरादून, उत्तरकाशी नैनीताल में भारी वर्षा की सम्‍भावना   #प्रत्येक व्यक्ति हर वर्ष एक-एक पेड अपने बेटी, बेटे, पोती, पोते के नाम से अवश्य लगाये #मुख्यमंत्री हरीश रावत ने  राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का औचक निरीक्षण  #वरिष्ठ पत्रकार डी.एस.कुंवर के पिता के निधन पर दुख व्यक्त  #उत्तराखण्ड राज्य देवभूमि का राज्य है तथा जिसमें 71 प्रतिशत वनीय क्षेत्र है #फिर भी वनों का दोहन होने के कारण हिमालय का ग्लेसियर पीघल रहा है  #सेन्टर वाटर कमीषन द्वारा प्राप्त वर्षा के आंकडे के अनुसार 2 बजे तक – 22.2 मिली मीटर तथा ऋशिकेष- 34.2 मिली मीटर वर्शा का आंकलन# www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal) SHREE NAGAR ACCIDENT

देहरादून 17 जुलाई, 2016
हरिद्वार जिले में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 80 से0मी0 नीचे है। उत्तराखण्ड शासन द्वारा लगातार जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। बाढ़ चौकियां सक्रिय की गयी है। नदी के डाउनस्ट्रीम में नदी किनारे पेट्रोलिंग की जा रही है। क्षेत्र में 6 जल पुलिस टीमे, 5 मोटर बोट/राफ्ट सहित उपलब्ध है।
मुख्यमत्री हरीश रावत प्रदेश में आपदा नियंत्रण के लिये संचालित राहत कार्यो का निरीक्षण करने के लिये राज्य आपातकालिन परिचालन केन्द्र सचिवालय पहुंचे। वहां उन्होने समस्त जिला अधिकारियों से प्रत्येक जनपद की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। रूड़की के पास दो गांवो मोहनपुरा तथा गोलभट्टा मे हुए जलभराव की जानकारी संयुक्त मजिस्टेªट रुडकी से प्राप्त की तथा जल भराव से प्रभावित परिवारो के आवास एवं भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये तथा पानी की निकासी तीव्र गति से करने के निर्देश दिये।
राज्य आपदा प्रबंधन केन्द्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार 16 जुलाई तक लोक निर्माण विभाग के अधीन पी0एम0जी0एस0वाई0 सहित कुल 237 मार्ग बाधित थे, किन्तु विगत रात्रि को हुयी भारी वर्षा से 256 सडकें और बंद हुयी, इसमें से 51 सड़के खोल दी गयी है तथा 442 सड़कों को खोलने का कार्य प्रगति पर है। इनमें से अधिकांश 381 सड़के ग्रामीण क्षेत्र की हैं। ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राज मार्ग (एनएच -108) तथा ऋषिकेश यमुनोत्री राष्ट्रीय राज मार्ग (एनएच-94) जानकी चटटी तक यातायात हेतु खुला है। ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राज्य मार्ग (एनएच-109) सोनप्रयाग गौरीकुण्ड के मध्य पार्किग व मुनकुठिया के पास तथा ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग (एनएच-58) लामबगड व कंचनगंगा के पास यातायात हेतु अवरुद्व है, खोलने की कार्यवाही गतिमान है। मार्गो की अद्यतन सूचना चूकण्नाण्हवअण्पद पर उपलब्ध है। लोक निर्माण विभाग द्वारा आपदा से प्रभावित अब तक कुल 1155 सड़कों में से 1004 सड़को में यातायात चालू करा दिया गया है। शेष अधिकतर ग्रामीण सड़कों में कार्य तेजी से गतिमान है। लोनिवि द्वारा आपदा से प्रभावित सड़कों को पूर्व की स्थिति में लाने हेतु वर्तमान में रू.10572 लाख का प्रांक्कलन प्रस्तुत किया गया है।
भूस्खलन से प्रदेश में वर्तमान तक कुल 1185 ग्रामों/तोकों में विद्युत आपूर्ति बाधित हुयी थी, इसमें से 1184 ग्रामों तोकों में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गयी है। शेष एक बचे कपकोट ब्लाॅक के लाठी ग्राम में कार्य प्रगति पर है। विद्युत विभाग द्वारा इन प्रभावित गांवों में विद्युत आपूर्ति सुचारू करने में रू. 167.28 लाख रूपये खर्च किए गए है।
विगत 1 जुलाई, 2016 को पिथौरागढ़ एवं अन्य जिलो में कुल 87 पेयजल योजनायें क्षतिग्रस्त हुयी थी, जिनमें पेयजल आपूर्ति बहाल कर दी गयी है। जल संस्थान द्वारा अतिवृष्टि से प्रभावित प्रदेश की कुल 559 योजनाओं में से 555 योजनाओं को अस्थायी रूप से चालू कर दिया गया है। संस्थान द्वारा इन योजनाओं को स्थायी रूप से बनाने हेतु 1289.68 लाख रूपये का प्रांक्कलन सचिव, आपदा को प्रस्तुत किया गया है। तथा इन क्षतिग्रस्त योजनाओं को अस्थायी रूप से बनाने के लिए 206.68 लाख रूपये का प्रांक्कलन प्रस्तुत किया गया है।
उत्तराखण्ड पेयजल निगम डीडीहाट द्वारा मानसून आपदा 2016 मंे क्षतिग्रस्त 76.00 लाख रूपये का प्रांक्कलन प्रस्तुत किया गया है। तथा 10 जनपदों में अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त 250 योजनाओं में से 245 योजनाओं को अस्थायी रूप से चालू कर दिया गया है। तथा इन योजनाओं को स्थायी रूप से चालू करने के किए 11.919 करोड़ रूपये का प्रस्ताव आपदा प्रबंधन को प्रस्तुत किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार कल सुबह तक हरिद्वार, देहरादून, उत्तरकाशी नैनीताल में भारी वर्षा की सम्‍भावना व्यक्त की गयी है।

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने  राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का औचक निरीक्षण

देहरादून 17 जुलाई, 2016 (सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से प्रदेश में भारी बारिश व भूस्खलन आदि घटनाओं से हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री रावत ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों से फोन पर बात की और जिलों में वास्तविक स्थिति का पता किया। बाद में मीडिया से अनौपचारिक वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में सामान्य स्थिति है। कहीं पर भी चिंता करने जैसी स्थिति नहीं है। कुछ स्थानों पर सामान्य क्षति हुई है। सभी अधिकारी फील्ड में लगे हुए हैं। नदियों के जलस्तर पर बारीकी से नजर रखी हुई है। हरिद्वार व ऊधमसिंहनगर जिलों में कुछ जगहों पर जलभराव हुआ है। प्रयास किया जा रहा है कि लोगों को असुविधा न हो।

उत्‍तराखण्‍ड को प्रतिवर्ष लगभग 1800 करोड़ रूपए का विशुद्ध नुकसान
देहरादून 17 जुलाई, 2016 (सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 14वें वित्‍त आयोग की संस्तुतियों से उत्‍तराखण्‍ड को हो रहे नुकसान की क्षतिपूर्ति का भरोसा दिलाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय वित्‍त मंत्री अरूण जेटली का आभार व्यक्त किया है। रविवार को मुख्यमंत्री श्री रावत ने  सीएम आवास में मीडिया से वार्ता करते हुए बताया कि नई दिल्ली में अंतर्राज्य परिषद की बैठक में केंद्रीय वित्‍त मंत्री ने इस बात को स्वीकार किया है कि 14 वें वित्‍त आयोग की संस्तुतियों को लागू किए जाने से जहां अन्य राज्यों को लाभ हुआ है वहीं उत्‍तराखण्‍ड को नुकसान हुआ है। इस नुकसान की प्रतिपूर्ति किए जाने का कोई तरीका जल्द ही निकाला जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने बताया कि उनके द्वारा अंतर्राज्य परिषद की बैठक में यह बात प्रमुखता से उठाई गई कि 14 वें वित्‍त आयोग की संस्तुतियों से उत्‍तराखण्‍ड को प्रतिवर्ष लगभग 1800 करोड़ रूपए का विशुद्ध नुकसान हो रहा है। केंद्रीय विŸा मंत्री अरूण जेटली ने इस बात को न केवल माना बल्कि इस नुकसान की प्रतिपूर्ति का नुकसान निकाले जाने के प्रति भी आश्वस्त किया है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने इसके लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इससे इस विŸाीय वर्ष में तो नहीं लेकिन अगले वर्षों में उŸाराखण्ड को लाभ होगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि बाह्य सहायतित योजनाओं में आर्थिक सहायता 90ः10 के अनुपात में किए जाने का अनुरोध भी पूर्व में केंद्र सरकार से किया गया है जिस पर कि विचार किया जा रहा है। हमने हिमालयी राज्यों को नेशनल इको सर्विस में योगदान के लिए ग्रीन बोनस दिए जाने का मामला भी उठाया है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने डाप्लर राडार व सीमांत क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण का मामले पर सकारात्मक आश्वासन दिया है। उन्होंने हमें 400 गांवों के पुनर्वास व विगत में भारी बरसात, बादल फटने व भूस्खलन से हुए 2000 करोड़ रूपए के नुकसान का मेमोरेंडम पृथक से देने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमने बैठक में पुंछी आयोग की संस्तुतियों पर भी अपना पक्ष रखा। पंचायतों में कौनसी प्रणाली होनी चाहिए इसका निर्णय राज्यों पर ही छोड़ा जाना चाहिए। हमने वन व पर्यावरण को संघीय सूची किए जाने की संस्तुति का भी विरोध किया है। इसे समवर्ती सूची में रखा जाना चाहिए। राज्य में फ्लोटिंग जनसंख्या व आपदा में पुलिस के उपयोग को देखते हुए पुलिस आधुनिकीकरण के लिए विशेष पैकेज दिए जाने की बात भी कही है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमने पूर्व में ही पर्वतीय क्षेत्रों में ब्राडबैंड कनेक्टीवीटी प्रभावी न होने के कारण सैटैलाईट कनेक्टीवीटी उपलब्ध करवाने का व स्पेक्ट्रम के चार्जेंज को माफ किए जाने का भी अनुरोध किया है।

वरिष्ठ पत्रकार डी.एस.कुंवर के पिता के निधन पर दुख व्यक्त

देहरादून 17 जुलाई, 2016 (सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वरिष्ठ पत्रकार डी.एस.कुंवर के पिता के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवारजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार, महानिदेशक सूचना विनोद शर्मा, अपर निदेशक सूचना डा.अनिल चंदोला ने भी श्री कुंवर के पिता के निधन पर शोक व्यक्त किया है।

रविवार को जनपद टिहरी गढ़वाल के तहसील नरेन्द्रनगर में कुमारखेड़ा के समीप हुई वाहन दुर्घटना

देहरादून 17 जुलाई, 2016 (सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को जनपद टिहरी गढ़वाल के तहसील नरेन्द्रनगर में कुमारखेड़ा के समीप हुई वाहन दुर्घटना में मृत लोगों के प्रति गहरा दृःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगतों की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घडी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
देहरादून 17 जुलाई 2016 श्रीमदभगवत सेवा एवं जन कल्याण समिति क्लेमेनटाउन एवं वन विभाग आशारोडी रैजं के संयुक्त तत्वाधान में हरेला पर्व के अवसर पर वन महोत्सव का आयोजन क्लेमेनटाउन के वार्ड नम्बर 3 में किया गया जिसमें वन मंत्री दिनेश अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में प्रतिभाग कर आम का वृक्ष रोपित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय जनता को सम्बोधित करते हुए मा. वन मंत्री ने कहा कि हरेला पर्व हरियाली एवं खुशहाली का पर्व है तथा सरकार द्वारा इस पर्व को पूरे उत्तराखण्ड प्रदेश में बडे धूम धाम से बनाया जा रहा है। उन्होने आम जनता से अपील की है कि प्रत्येक व्यक्ति हर वर्ष एक-एक पेड अपने बेटी, बेटे, पोती, पोते के नाम से अवश्य लगाये, जिससे की हमारे उत्तराखण्ड प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में हो रहे भूस्खलन कोे रोक सके। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य देवभूमि का राज्य है तथा जिसमें 71 प्रतिशत वनीय क्षेत्र है फिर भी वनों का दोहन होने के कारण हिमालय का ग्लेसियर पीघल रहा है तथा नदियों का जल स्तर कम होता जा रहा है, जिसकी रक्षा के लिए हम सभी प्रदेश वासियों को अधिक से अधिक वृक्षा रोपण करके नदियों के जल स्तर को बढाना है तथा पहाडों में हो रहे पलायन को रोकना है जिसके लिए हमें चैडी पतो वाले चारावाला वृक्षों एवं फलदार वृक्षों को रोपित करना है। उन्होने श्रीमदभगवत सेवा एवं जन कल्याण समिति क्लेमेनटाउन एवं वन विभाग आशारोडी रैजं के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इनके द्वारा क्षेत्र में जो एक लाख फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है जिसमें इनके द्वारा आम, जामून, नीम, रूद्राक्ष, बेलपत्र आदि के पेड लगाने का संकल्प लिया है जो प्रकृति की सुरक्षा एवं क्षेत्र में बन्दरो द्वारा किये जा रहे नुकसान से फलदार वृक्ष लगने से क्षेत्रीय जनता को इसका फायदा होगा।
इस अवसर पर क्षेत्रीय जनता द्वारा क्षेत्र में बन्दारों के आंतक से मां. मत्री को अवगत करते हुए बन्दरों के आंतक से निजात दिलाने की मांगी की गई। वन मंत्री द्वारा प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून वन प्रभाग पात्रों को निर्देश दिये है कि क्षेत्र में जो बन्दरों का आतंक है उससे से एक माह के भीतर बन्दरों के आतंक से निजात मिलनी चाहिए इसके लिए जो भी कार्यवाही की जानी है उसे तुरन्त करें। प्रभागीय वनाधिकारी ने मात्र मंत्री को अवगत कराया है। कि विभाग द्वारा बन्दरों को पडकने के लिए टेण्डर किये जा चुके है जिसके लिए बन्दरों को पडकने के लिए तुरन्त कार्यवाही की जायेगी। इस अवसर पर मा. मंत्री ने कहा कि क्षेत्र कि जो भी समस्या है वह अपने समस्या से उन्हे अवगत करा सकते है तथा उनकी समस्याओं को वह अपने स्तर से समाधान का प्रयास करेगें। उन्होने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता क्षेत्र का विकास करना है ।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य राजेश परमार, श्रीमदभगवत सेवा एवं जन कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रेम सिंह भण्डारी, सचिव नवीन जोशी, उपाध्यक्ष कैन्ट बोर्ड सुनील कुमार, प्रधान हरीप्रसाद भट्ट, वीरेन्द्र कुमार, बलराज मित्तल, रमेंश कुमार मंगू, मुकेश राठौर छाकुर सिंह मालती राय, निर्मला, लक्ष्मी मल, विनोद राय प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून वन प्रभाग पात्रों, क्षेत्रीय प्रभागीय वनाधिकारी गुलवीर सिंह सहित वन विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी सहित क्षेत्रीय जनता मौजूद थी।
—0—सेन्टर वाटर कमीषन द्वारा प्राप्त वर्षा के आंकडे के अनुसार 2 बजे तक – 22.2 मिली मीटर तथा ऋशिकेष- 34.2 मिली मीटर वर्शा का आंकलन
देहरादून 17 जुलाई 2016 आपदा परिचालन केन्द्र देहरादून से प्राप्त सूचना के अनुसार देहरादून में सेन्टर वाटर कमीषन द्वारा प्राप्त वर्षा के आंकडे के अनुसार 2 बजे तक – 22.2 मिली मीटर तथा ऋशिकेष- 34.2 मिली मीटर वर्शा का आंकलन किया गया तथा गंगा नदी का जल स्तर मायाकुण्ड ऋशिकेष अपराहन 02ः00 बजे तक 339.32 मीटर आंकलन किया गया। तहसील सदर के अन्तर्गत ग्राम द्वावारा रायपुर में भारी वर्शा से मकान के ऊपर पहाड का मलवा आने के कारण एक मकान दब गया है एवं किसी भी प्रकार की जनहानि पषुहानि नही है। ग्राम रायपुर में चलचला गांव का सम्पर्क मार्ग पूरी तहर से क्षतिग्रस्त हो गया है। खेत बह गये है तथा पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है तथा सम्बन्धित अधिकारियों को मौका मुयावना के निर्देष दिये गये है। जनपद देहरादून में भारी वर्षा के कारण जो सडक मार्ग बन्द है उनमें प्रा.ख.लो.नि.वि. देहरादून के कार्लीगाड सरोना मोटर मार्ग, लाम्बीगार किमाडी़ मोटर मार्ग, जन्तनवाला से धौलास मोटर मार्ग, क्यारकुली मोटर मार्ग,बार्लोगंज झडीपानी मोटर मार्ग मलवा आने कारण बन्द है। तथा अस्थाई खण्ड लो.नि.वि.ऋ़षिकेश के मालदेवता से गन्धकपानी रोड़ भारी बारिष से मलवा आने से बन्द हो गया है, जे0सी0बी0 द्वारा सड़क मार्ग को खोलने हेतु कार्यवाही गतिमान है। तथा अस्थाई खण्ड, लो0नि0वि0 सहिया के कालसी- चकराता मोटर मार्ग विजउ क्वेथा खतार मोटर मार्ग,बान्सु जखनोउ,मोटर मार्ग,मुन्षी घाटी देउ मोटर मार्ग बन्द है।
अस्थाई खण्ड लो.नि.वि. चकराता के क्वासी पडोरा मोटर मार्ग बन्द है,अणुचिल्हाड़ अपर मोटर मार्ग,हयो टगरी से मटियावा विस्तार मोटर मार्ग, मरलउ पडोरा मोटर मार्ग यातायात हेतु बन्द हैं जिन्हे लो.नि.वि द्वारा जे.सी.बी के माध्यम से मलबा हटाने का कार्य गतिमान है। प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजन के अन्तर्गत कालसी में ध्वैरा से देऊ मोटर मार्ग, लेल्टा से मण्डोल मोटर मार्ग, मसूरी से चकराता मोटर मार्ग, पिपरा-मीनस मोटर मार्ग, सवाई मोटर मार्ग, विष्वगिलानी से गोथानजोषी मोटर मार्ग, जी0पी0आर0आर0 156 से रणुमडोल मोटर मार्ग, 162 रागी मोटर मार्ग, चकराता मौरी मोटर मार्ग भारी वर्षा से मलवा आने के कारण बन्द है जिन्हे मलवा हटाने की कार्यवाही गतिमान है।

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