आपको प्रायश्चित शोभा देता है, प्रतिशोध नहीं- योगेंद्र यादव

जेठमलानी ने अरुण जेटली को क्रूक यानी धुर्त कहा #पर जेटली ने मानहानि का केस दर्ज करवा दिया केजरीवाल पर# ’नकारात्मक राजनीति बहुत हो गई,;शत्रुघ्न सिन्हा #केजरीवाल ने कहा  “दुनिया की बड़ी से बड़ी भ्रष्टाचारी ताकतों से लड़ने की हिम्मत रखता हूं मैं, लेकिन जब अपने धोखा देते हैं तो दर्द होता है, #केजरीवाल को फिलहाल दिल्ली हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली# www.himalayauk.org (Web & Print Media) 

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और अब स्वराज इंडिया के संयोजक योगेंद्र यादव ने दिल्ली सरकार के बर्खास्त मंत्री और पूर्व आप नेता कपिल मिश्रा को एक खुला खत लिखा है. यह खत योगेंद्र यादव ने कपिल मिश्रा के माफी मांगने के बाद लिखा है. कपिल मिश्रा ने हाल ही में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण से माफी मांगी थी. यह माफी कपिल मिश्रा ने अपने उन बयानों के लिए मांगी थी जब योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी ने बाहर निकाला गया था. इस समय कपिल मिश्रा ने उन्हें गद्दार करार दिया था. अब कपिल मिश्रा को खुद पार्टी ने बाहर कर दिया है तब उन्होंने योगेंद्र यादव से माफी मांगी है. इस के बाद योगेंद्र यादव ने कपिल मिश्रा को यह खुला खत लिखा है.

एक खुला पत्र कपिल मिश्रा के नाम
कपिल भाई,
कल प्रेस कांफ्रेंस में आपकी क्षमायाचना सुनी. मुझे लगा कि प्रशांत जी और मुझसे (और साथ में आनंद जी और अजीत भाई से) माफ़ी मांगने की बजाय उन हज़ारों वॉलंटियर, लाखों समर्थकों और करोड़ों देशवासियों से माफ़ी मांगनी चाहिए थी जिनके साथ धोखा हुआ है. मुझे अच्छा लगा कि आपने भी शाम तक मेरी इस बात का समर्थन किया. गलती कौन नहीं करता, लेकिन माफ़ी मांगने की हिम्मत हर कोई नहीं करता. बहुत वक्त बीत गया है, फिर भी आपकी सार्वजनिक क्षमायाचना से कई दोस्तों के पुराने घाव भरने में मदद मिलेगी. जब हमें झूठे लांछन लगाकर पार्टी से निकाला गया उस वक्त (खासतौर पर केलिस्टा रिसोर्ट कांड में) आपकी और अपने कई साथियों की भूमिका देखकर मेरा इंसानियत से भरोसा हिल गया था. आपके विशेष अनुरोध पर मैं आपके चुनावक्षेत्र में कई बार प्रचार करने गया था. सोचिये मुझे कैसा लगा होगा जब आपके ही मुंह से गद्दारी का आरोप सुना? और आपका आदरणीय शांति भूषण जी पर हमला. अब भी याद कर सिहर उठता हूँ! आज आपने उस घटना के सच का इशारा तो किया, लेकिन कभी ठीक समझें तो उस काण्ड का पूरा सच देश के सामने रख दीजियेगा.

आज आपकी क्षमायाचना में मुझे उन कई पुराने साथियों की भी आवाज़ भी सुनी जो अपने किये पर शर्मिंदा महसूस करते हैं, चोरी-छुपे माफ़ी के सन्देश भेजते रहे हैं, लेकिन खुलकर बोल नहीं पाते. उसे सुनकर मेरे भीतर अगर कोई कड़वाहट बची थी तो वो धुल गयी.

’नकारात्मक राजनीति बहुत हो गई-शत्रुघ्न सिन्हा

बिहारी बाबू के नाम से मशहूर बीजेपी सासंद शत्रुघ्न सिन्हा ने आज ट्वीट कर उन लोगों पर निशाना साधा है जो बिना सबूत पेश किए एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं. शत्रुघ्न सिन्हा का कहना है, ‘’नकारात्मक राजनीति बहुत हो गई, अगर आरोप लगाने वालों के पास सबूत हैं तो सामने लाएं नहीं तो इस तरह से कीचड़ उछालने का काम बंद हो.’’ शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ट्वीट में लालू यादव, अरविंद केजरीवाल या सुशील मोदी के नाम का जिक्र करते हुए लिखा है, ‘’आप लोगों ने नकारात्मक राजनीति को चरम पर पहुंचा दिया है, अब बस कीजिए.’’ शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे लिखा, ‘’अब आपलोग अपनी ये बयानबाजी बंद कीजिए या पैक अप कर लीजिए. आपलोग मीडिया के लोगों को एक से बढ़कर एक और सनसनीखेज कहानियां गढ़कर जो दे रहे हैं वो अब बहुत हो चुका, अब इस तरह की राजनीति करना बंद कीजिए. मेरा कहना विशेषतः दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से है, जिन्होंने समाज के लिए बहुत कुछ कहा, वादे किए लेकिन क्या हुआ?’’ शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी को इमानदार पार्टी बताते हुए कहा कि बीजेपी हमेशा से इमानदारी और पारदर्शिता और सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करती है. उन्होंने कहा कि जबतक साक्ष्य ना हो किसी पर आरोप लगाना ठीक नहीं है. दरअसल पिछले कई दिनों से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर उन्हीं की सरकार में मंत्री रहे कपिल मिश्रा बिना कोई सबूत पेश किए हर दिन उनपर नए नए आरोप लगा रहे हैं. वहीं बिहार में बीजेपी नेता सुशील मोदी भी लालू प्रसाद यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं. ऐसे में शत्रुघ्न सिन्हा ने इस तरह की राजनीति पर ही अपनी नाराजगी जाहिर की है. 

##

वैसे आप राजनीति में मुझसे बहुत होशियार हैं, लेकिन अगर अन्यथा न लें तो एक सुझाव दूँ? ये रोज-रोज अरविन्द केजरीवाल के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस करनी बंद कर दीजिये. मैं नहीं कहता कि आपके सारे आरोप गलत हैं. कुछ आरोप वजनदार हैं, हालांकि बाकी का अभी कोई प्रमाण नहीं है. लेकिन दिन-रात आरोपों की झड़ी सुनने से आम आदमी पार्टी तो साफ़ नहीं होगी, ईमानदार राजनीति में जनता की जितनी भी आस्था बची है वो जरूर साफ़ हो जाएगी. यूँ भी अगर ये सब आपको पता था तो आप पिछले दो साल से वहां क्या कर रहे थे? आज आपको प्रायश्चित शोभा देता है, प्रतिशोध नहीं.

कपिल भाई, नकारात्मकता की राजनीति न देश के हित में है, न ही आपके हित में. पिछले दो साल से मैंने अपना अधिकांश समय गाँव-खेती-किसान के सवाल पर लगाया है. मेरा यकीन मानिये, आम आदमी पार्टी के नेताओं के कुकर्म इस देश की सबसे बड़ी समस्या नहीं है. जैसा फैज़ ने कहा था “और भी दुःख हैं ज़माने में … “
शुभकामनाओं सहित,
आपका अग्रज
योगेंद्र यादव

– राम जेठमलानी ने अरुण जेटली को क्रूक यानी धुर्त कहा पर जेटली ने मानहानि का केस दर्ज करवा दिया केजरीवाल पर

दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. अपनी ही पार्टी के पूर्वे नेता और मंत्री के आरोपों से घिरे केजरीवाल की मुश्किलें केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने बढ़ा दी हैं. जेटली ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर फिर एक ताजा मानहानि का केस दर्ज करवा दिया है. डीडीसीए मुकदमे में जिरह के दौरान केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी ने अरुण जेटली को क्रूक यानी धुर्त कहा था. इसी को लेकर अब अरुण जेटली ने केजरीवाल पर 10 करोड़ रुपये की मानहानि का नया केस ठोक दिया है. इससे पहले भी जेटली ने केजरीवाल पर मानहानि का केस दर्ज किया था. यह मुकदमा केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली हाईकोर्ट में दायर किया है. गौरतलब है कि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ पहले ही आयकर विभाग की जांच चल रही है. इसके साथ ही कपिल मिश्रा हर रोज एक नया आरोप लेकर सामने आ रहे हैं. ऐसे में केजरीवाल की मुश्किलें तो यकीनन बढ़ी हुई हैं.

दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को मानहानि के मामले में जेठमलानी की तरफ बहस के दौरान फाइनेंस मिनिस्टर जेटली के खिलाफ किए गए कमेंट को अपमानजनक करार दिया था। हाईकोर्ट के जज मनमोहन ने कहा कि अगर ऐसे कमेंट केजरीवाल के कहने पर किए गए हैं तो उन्हें पहले कठघरे में आना चाहिए और जेटली से बहस से पहले आरोप लगाने चाहिए।  जेटली के वकील राजीव नायर और संदीप सेठी ने कोर्ट के सामने इस मुद्दे को उठाया था और कहा था कि वह केजरीवाल की तरफ से इस बात पर सफाई चाहते हैं कि टिप्पणियां उनके कहने पर की गईं थी या जेठमलानी ने अपनी तरफ से ही टिप्पणियां की थीं। 

दिल्ली के सीएम ऑफिस में दिसंबर, 2015 में सीबीआई ने छापा मारा। केजरीवाल ने दावा किया था कि ऑफिस में DDCA के कथित घोटालों से जुड़ी फाइल आई थी। इसे रेड के दौरान सरकार ने सीबीआई के जरिए गायब करा दिया।  आप नेताओं का आरोप था कि जेटली के दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) प्रेसिडेंट रहते हुए कई आर्थिक गड़बड़ियां हुईं। जेटली 2010 से 13 तक क्रिकेट बॉडी के प्रेसिडेंट थे। इसके पहले वेटरन क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी और कीर्ति आजाद ने भी DDCA में आर्थिक गड़बड़ियों के आरोप लगाए थे। इसके चलते आजाद ने बाद में बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। जेटली ने लगातार घोटाले के आरोपों को खारिज किया। कथित घोटाले में नाम घसीटे जाने पर केजरीवाल और 5 आप नेताओं के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में क्रिमिनल और हाईकोर्ट में सिविल मानहानि केस फाइल किया।

बड़ी से बड़ी भ्रष्टाचारी ताकतों से लड़ने की हिम्मत रखता हूं मैं ; केजरीवाल 

जब अपने लोग पीठ में छुरा घोंपते हैं तो दर्द होता है. केजरीवाल ने कहा, “दुनिया की बड़ी से बड़ी भ्रष्टाचारी ताकतों से लड़ने की हिम्मत रखता हूं मैं, लेकिन जब अपने धोखा देते हैं तो दर्द होता है, बहुत दर्द होता है।” हमारे आंदोलन को पिछले कुछ दिनों में बड़े हमलों का सामना करना पड़ा। यह अच्छी खबर है, क्योंकि इससे यह बात साफ होती है कि हम उनके लिए बड़ा खतरा हैं।  लोग पूछ रहे हैं कि मैं आरोपों का जवाब क्यों नहीं दे रहा हूं। ऐसे बेकार आरोपों पर मुझे जवाब क्यों देना चाहिए? लोगों और यहां तक कि मेरे विरोधियों को भी इन आरोपों पर यकीन नहीं हो रहा है। अगर मेरे खिलाफ लगाया गया एक भी आरोप सही होता तो अब तक मैं जेल में होता। इस पार्टी का चंदा बेहद पवित्र है, जब तक मैं इस पार्टी की कमान संभाले हुए हूूं, भरोसा रखना इसे कभी अपवित्र नहीं होने दूंगा। कपिल मिश्रा के आरोपों को दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वाहियात बताया है. उन्होंने कहा कि उनके आरोप जवाब लायक भी नहीं है. यहां तक की उनके विरोधी भी उस पर विश्वास नहीं कर रहे हैं. 

केजरीवाल को फिलहाल दिल्ली हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली

केंद्रीय वित्तमंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता अरुण जेटली के ने आपराधिक मानहानि मामले में आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को फिलहाल दिल्ली हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है. हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल के पटियाला हाउस कोर्ट में चल रहे आपराधिक मानहानि के केस में समन रद्द करने की याचिका की जल्द सुनवाई से साफ इनकार कर दिया है. 
हाईकोर्ट ने कहा कि इस मामले में कोई अर्जेंसी दिखाई नहीं देती क्योंकि आपने समन को चुनौती देने में एक साल से ज्यादा का वक्त लगाया. कोर्ट ने कहा कि आपने खुद हाईकोर्ट में निचली अदालत के आदेश की कापी नहीं लगाई. कोर्ट ने कहा कि कोर्ट के आदेश की कापी लगाइए फिर सुनवाई होगी. इस मामले में अगली सुनवाई 26 सितंबर को होगी. 
इस केस में अरविंद केजरीवाल ने पटियाला हाउस कोर्ट में चल रहे आपराधिक मानहानि मामले को रद्द करने की मांग की है. पटियाला हाउस कोर्ट मे मामले की सुनवाई 5 अगस्त को है. केजरीवाल की ओर से हाईकोर्ट में जुलाई में सुनवाई की मांग की गई थी.

कपिल मिश्रा ने केजरीवाल और आप पर अब तक क्या-क्या आरोप लगाए? 

6 मई, शनिवार : कैबिनेट से निकाले जाने से पहले कपिल ने ट्वीट कर बता दिया था कि वो भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा खुलासा करने वाले हैं। 7 मई, रविवार : कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने मंत्री सत्येंद्र जैन से दो करोड़ रुपए नकद लिए हैं। शुक्रवार को केजरीवाल के घर पर मैंने ये घटना अपनी आंखों से देखी। मैंने पूछा कि ये क्या है तो केजरीवाल जी ने कहा कि राजनीति में कुछ बातें होती हैं, जो सही समय आने पर ही बताई जाती हैं। मैंने कहा कि आप क्षमा मांगें, गलतियां हो जाती हैं, लेकिन वह शांत रहे। मिश्रा ने कहा कि सत्येंद्र ने मुझे बताया था कि उन्होंने केजरीवाल के एक रिश्तेदार के लिए 50 करोड़ रुपए की लैंड डील करवाई है। 

8 मई, सोमवार:कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि सत्येंद्र जैन ने पर्सनली मुझे बताया कि उन्होंने केजरीवाल के साढ़ू के लिए छतरपुर में एक फार्म हाउस के लिए 50 करोड़ की लैंड डील कराई। इसके बाद मिश्रा को आप से सस्पेंड कर दिया गया।
-14 मई, रविवार:कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी की फंडिंग में गड़बड़ी के आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि फर्जी कंपनियों के जरिए आम आदमी पार्टी ने करोड़ों रुपए कालाधन चंदे के तौर पर लिया। फिर एक बैंक के साथ मिलकर इसे सफेद किया। इलेक्शन कमीशन और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को चंदे की गलत जानकारियां दी। इसके अलावा कपिल मिश्रा ने आप के पांच नेताओं – संजय सिंह, राघव चड्ढा, आशीष खेतान, सत्येंद्र जैन और दुर्गेश पाठक की विदेश यात्राओं की डिटेल पब्लिक करने की मांग की है। इसी मांग को लेकर वह अनशन पर भी बैठे। 19 मई, शुक्रवार: कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर हवाला कारोबार का आरोप लगाया। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *