स्रोत यदि शुद्ध होगा तो शुद्धता की कल्पना- सीएम के उदाहरण की चर्चा चारो ओर
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार समाज एवं राज्य के हित के लिए नुकसानदायक है। यदि हम भ्रष्टाचार के प्रवाह को रोक सके तो एक नई गंगा निकलेगी, यह कार्य हमें करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि गोमुख पवित्र रहेगा तो गंगासागर तक हम गंगा की पवित्रता की कल्पना कर सकते हैं। स्रोत यदि शुद्ध होगा तो शुद्धता की कल्पना की जा सकती है। इसके लिए हमें अपने आचरणों को शुद्ध बनाना होगा।
मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार रोकने के लिए उदाहरण दिया है-
स्रोत यदि शुद्ध होगा तो शुद्धता की कल्पना की जा सकती है।
परन्तु कई आई0ए0एस0 विभागाध्यक्ष भी है, शासन में अपर सचिव भी है, सचिव भी है, अब इससे सहज ही अंदेशा लगाया जा सकता है कि इस नीति से स्रोत शुद्ध होगा- सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग में आईएएस विभाग में विभागाध्यक्ष भी है, शासन मे अपर सचिव भी है, सचिव भी है, किसी की हिम्मत है जो स्रोत को शुद्ध कर सके
हरिद्वार/देहरादून 21 अप्रैल, 2018(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को क्वान्टम विश्वविद्यालय, रूड़की के 10वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया। विद्यालय के छात्रों द्वारा स्वराज थीम पर देश भक्ति कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किये गए देशभक्ति से भरे इस कार्यक्रम से सभी को देशभक्ति की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह मंचन बताता है कि स्वतंत्रता आंदोलन की छाप हमारे इतिहास और भविष्य दोनों पर पड़ी है, जो आने वाले समय में भी धूमिल नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आज के युवा ही भविष्य के भारत का निर्माण करेंगे। आज का युग तकनीक का युग है। संचार व्यवस्थाएं और अन्य तकनीकें बड़ी तीव्र गति से विकास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा। देश का भविष्य शिक्षा पर ही निर्भर करता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया साथ ही उनके द्वारा लगाई गयी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. धनसिंह रावत, विधायक श्री प्रदीप बत्रा, जिलाधिकारी श्री दीपक रावत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री कृष्ण कुमार, श्री श्याम सुंदर गोयल, सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को राजपुर रोड स्थित मंथन सभागार में वन विभाग द्वारा आयोजित ‘सिविल सेवा दिवस’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आत्ममंथन ही हमें प्रगति के उच्च शिखर तक पहुंचा सकता है। जब सुशासन, अनुशासन, आत्मानुशासन, आत्मचिंतन समय-समय पर होता है तो उसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। उन्होंने कहा कि सत्य व सुशासन की बात सब जानते है, परन्तु इस सबंध में हमें दूसरों के बजाय अपने अन्दर भी देखना होगा। आत्म मंथन समय-समय पर जरूरी है। भ्रष्टाचार मुक्त शासन के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार की सोच स्पष्ट है कि जो भ्रष्टाचार की पकड़ में आया है उसे छोड़ा नहीं गया है। उन्होंने कहा कि सुशासन के लिए राज्य हित में अगर कोई निर्णय बदलना पड़ा तो उसमें कोई परहेज नहीं है। पिछले एक साल में सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार समाज एवं राज्य के हित के लिए नुकसानदायक है। यदि हम भ्रष्टाचार के प्रवाह को रोक सके तो एक नई गंगा निकलेगी, यह कार्य हमें करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि गोमुख पवित्र रहेगा तो गंगासागर तक हम गंगा की पवित्रता की कल्पना कर सकते हैं। स्रोत यदि शुद्ध होगा तो शुद्धता की कल्पना की जा सकती है। इसके लिए हमें अपने आचरणों को शुद्ध बनाना होगा।
इस अवसर पर प्रमुख वन संरक्षक श्री जयराज, प्रबन्ध निदेशक सिडकुल श्रीमती सौजन्या, जिलाधिकारी देहरादून श्री एस.ए. मुरूगेशन, अपर सचिव वन श्री धीरज पाण्डे, आईजी श्री अजय अंशुमन, वन संरक्षक अनुसंधान श्री संजय चतुर्वेदी एवं वन सेवा के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में मिस एशिया अवार्ड इंडिया-2017 की विजेता सुश्री आकांक्षा सिंह ने शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा शुरू किये गये ‘आपकी राय-आपका बजट’ तथा ‘देवभूमि डाॅयलाॅग’ जैसे कार्यक्रमों को समाज व युवाओं के हित में बताया तथा समाज में लड़कियों की आवाज बनने तथा उनका मार्गदर्शन करने की इच्छा जताई।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि सुश्री आकांक्षा ने अपनी दक्षता से प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने सुश्री आकांक्षा के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।