28 दिसंबर; कांग्रेस का स्थापना दिवस; कांग्रेस ने देदून में दिखायी ताकत
Himalayauk Newsportal & Print Media Report # Bureau
देहरादून, । रैली में कांग्रेस दिग्गज नेता और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। यह मार्च देहरादून स्थित कांग्रेस भवन से शुरू हुआ। मार्च के पहले राजीव भवन में सभा रखी गई। जिसमें केंद्र सरकार को नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर को लेकर हमला बोला। वहीं सीएए को काला कानून बताया गया। मार्च में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, किशोर उपाध्याय, इंदिरा हृदयेश, सहित कई विधायक और पूर्व विधायक शामिल हुए।
28 दिसंबर को कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया जाता है। कांग्रेस की स्थापना 28 दिसम्बर 1885 को गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय मुंबई में हुई थी।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह जी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के 135वें स्थापना दिवस पर कांग्रेस मुख्यालय, राजीव भवन देहरादून में ध्वजारोहण करते हुए।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में पार्टी मुख्यालय से ‘संविधान बचाओ-भारत बचाओ’पदयात्रा शुरू हुई। इससे पहले सभा को अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश, कांग्रेस सह प्रभारी राजेश धर्माणी, पूर्व मंत्री शूरवीर साजवान, हीरा सिंह बिष्ट, किशोर उपाध्याय, विधायक ममता राकेश, करण माहरा,पूर्व विधायक राजकुमार, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य, महानगर अध्यक्ष लालचन्द ने संबोधित किया।
सभा में वक्ताओं ने मोदी सरकार को जमकर कोसा। कहा भाजपा की केंद्र सरकार में देश के संविधान के विरूद्ध निर्णय लिए जा रहे हैं। इससे पूरे देश में अराजकता एवं दहशत का माहौल है। आम आदमी विषेशकर महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं तथा हर ओर भय का वातावरण बना हुआ है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस दौरान भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। मार्च को देखते हुए कई रुटों पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। ट्रैफिक डायवर्ट कर रैली को कमतर करने का भरपूर इंतजाम किया गया था । रैली में केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। मार्च के कारण कई जगह लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ा।
देहरादून, उमेश जोशी एडवोकेट , प्रदेश संयोजक विधि प्रकोष्ठ पीसीसी उत्तराखंड ने कहा है कि कांग्रेस की रैली से डर गए बीजेपी के मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का सितारगंज दौरा रद्द होने के बाद सवाल यह उठ रहरा है कि ऐसे कौन से कारण रहे कि सीएम का दौरा एकाएक रद्द करना पड़ा। हालांकि डीएम नीरज खैरवाल का कहना है कि आसमान साफ न होने के कारण उनका दौरा रद्द किया गया। जबकि कांग्रेसी नेता उमेश जोशी ने कहा है कि शूगर मिल बंदी समेत कई अन्य समस्याओं पर कांग्रेस का तीव्र विरोध देखते हुए सीएम ने अपना कार्यक्रम ऐन वक्त पर बदल दिया। ज्ञात हो कि 28 दिसंबर को देहरादून में कांग्रेस से विशाल रैली की, तथा जन समस्याओं की ओर जनता का ध्यान आकृष्ट किया, जिससे मुख्यमंत्री को अपना कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।
देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। बेरोजगारी का आलम यह है कि जिन युवाओं के पास नोटबंदी से पहले रोजगार था आज वे भी बेरोजगार हो चुके हैं। मंदी के मारे लोगों के व्यापार ठप हो चुके हैं। साहूकारों के कर्ज से दबे किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं। भाजपा सरकार में गरीब, अल्पसंख्यक, किसान महिलाए अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस की पदयात्रा राजपुर रोड स्थित प्रदेश कार्यालय राजीव भवन से रवाना हुई। गांधी पार्क-घंटाघर-पलटन बाजार-राजा रोड होते हुए पदयात्रा वापस कांग्रेस कार्यालय पहुंची और यहीं संपन्न हो गई।
देहरादून की रैली में काशीपुर से भी भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महिलाओ ने अधिवक्ताओ ने शिरकत की, जिसमे मुख्य रूप से पूर्व सासद केसी सिंह बाबा, पूर्व सांसद महेन्द्र सिंह पाल, उत्तराखण्ड कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एडवोकेट उमेश जोशी, वरिष्ठ नेत्री श्रीमती मुक्ता सिंह, मनोज जोशी एडवोकेट, महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल मो0 मुसर्रफ के अलावा भारी सख्या में कांग्रेस जनो ने भाग लिया
इस दौरान प्रदेश महामंत्री नवीन जोषी, गोदावरी थापली, प्रदेष सचिव दीप बोहरा, सुनेद्र सुषान्त बोहरा, सागर लाम्बा, उर्मिला थापा, सुरेंद्र पुण्डीर, दीप चैहान, रवीन्द्र खरोला, विकास थापा, अर्जुन सोनकर, महानगर प्रवक्ता डा प्रतिमा सिंह, गौरव गुलेरिया, डा अरविन्द चैधरी, प्रियाषु छाबडा, कपिल चैधरी, सतीष पन्त, पवन खरोला, विनोद नेगी, गोपाल थापा, मुकेष, भूपेंद्र नेगी आदि उपस्थित थे।