कोरोना के अहम लक्षण- कोरोना वायरस के हमले से शरीर को 14 दिन फीट रखना है & Top Natioal News 23 April 21

23 April 2021: National News: Himalayauk Bureau # ऑक्सीजन के लिए हाहाकार, स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई, सुप्रीम कोर्ट ने लिया खुद संज्ञान # कोरोना के मामलों के बीच वाराणसी में भी हाहाकार मचा हुआ # भारत ने अमेरिका का रुख किया तो उसने भी मदद करने से इनकार कर दिया. # संकट की घड़ी में रूस ने भारत के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया   # एवरेस्ट पर कोरोना वायरस की मौजूदगी # कोरोना संक्रमित व्यस्कों के इलाज के लिए दवा विराफिन को मंजूरी # ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की कमी की वजह से बहुत सी मौतें राहुल गांधी # # हर जगह ऑक्सीजन की क्राइसिस – एक्ट्रेस सुष्मिता सेन# कोरोना के अहम लक्षण-  कोरोना वायरस के हमले से शरीर को 14 दिन फीट रखना है   #

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ऑक्सीजन के लिए हाहाकार, स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई, सुप्रीम कोर्ट ने लिया खुद संज्ञान

सुप्रीम कोर्ट को खुद संज्ञान लेना पड़ा है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने आज कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर सुनवाई की और ऑक्सीजन की कमी को लेकर चिंता जताई है।  भारत में कोरोना वायरस संकट के बीच दवाई से लेकर ऑक्सीजन (Oxygen) तक के लिए हाहाकार मचा हुआ है। देश की स्वास्थ्य सेवाएं (health services) चरमरा गई हैं। कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से देश के हालात  गंभीर हो गए है

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे (Chief Justice Sharad Arvind Bobde) ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी की वजह से लोगों की मौत हो रही है। जानकारी के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट (SC) ने फिलहाल सुनवाई को 27 अप्रैल (27 April) तक के लिए टाल दिया है। इसी के साथ अब केंद्र सरकार (Central Government) को जवाब दाखिल करने के लिए और समय मिल गया है।

सीजेआई एसए बोबडे (CJI SA Bobde) की अध्यक्षता वाली अदालत (Court) की तीन-न्यायाधीश पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है। आज सुनवाई के दौरान वकील हरीश साल्वे (Advocate Harish Salve) ने सुप्रीम कोर्ट से एमिकस क्यूरी (Amicus curie) से हटने की इजाजत मांगी है। वकील का कहना है कि गुरुवार से मुझे लेकर हो रही टिप्पणी और हितों के टकराव जैसा मसला बताए जाने के चलते मैं एमिकस क्यूरी बनने के पक्ष में नहीं हूं। हरीश साल्वे को मामले से हटने की इजाजत ये मामला बहुत ही संजीदा है। मैं नहीं चलता हूं कि कोई शक की गुजाइश भी रहे। जिसके बाद मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने हरीश साल्वे को मामले से हटने की इजाजत दे दी है।

कोरोना के मामलों के बीच वाराणसी में भी हाहाकार मचा

बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच वाराणसी में भी हाहाकार मचा हुआ है. जहां एक तरफ कोरोना संक्रमितों के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं वहीं  ऑक्सीजन की कमी को लेकर भी परेशानियां बढ़ती नजर आ रही हैं,  वाराणसी में ऑक्सीजन की कमी को लेकर डीएम कौशल राज शर्मा ने  कि वाराणसी में ऑक्सीजन भरने का कोई सोर्स नहीं है. हालांकि हवा से ऑक्सीजन बनाने के छोटे प्लांट कुछ अस्पतालों में उपलब्ध हैं.  उन्होंने बताया कि चंदौली में ऑक्सीजन की सप्लाई होती है. ऑक्सीजन के एक बंद प्लांट को जिला प्रशासन के सहयोग से शुरू करवाया गया है.  जानकारी के मुताबिक वाराणसी में 1900 बेड मौजूद हैं और 1 बेड पर करीब 2 ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यता होती है.  ऑक्सीजन युक्त 1600 बेड पर पहले से ही मरीज हैं. वाराणसी में किसको ऑक्सीजन दिया जाए और किस अस्पताल को रोका जाए यह बेहद मुश्किल हो रहा है. नॉन कोविड को  पहले दिया जाए या कोविड को इसका समन्वय बनाना मुश्किल है. डीएम ने कहा कि वाराणसी में 5 हजार सिलेंडर की रिक्वायरमेंट है. पिछले साल की तरह स्थितियां होतीं तो हमारे पास रिसोर्स पूरी रहती, लेकिन इस बार यह कई गुना ज्यादा है. उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं को वाराणसी में बढ़ाने की पूरी कोशिश हो रही है.  

भारत ने अमेरिका का रुख किया तो उसने भी मदद करने से इनकार कर दिया.   

अमेरिका ने कोविड वैक्सीन में इस्तेमाल वाले कुछ जरूरी कच्चे माल के निर्यात पर लगी पाबंदी का बचाव किया है. कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए आवश्यक इन सामग्रियों के निर्यात पर भारत ने लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग की थी. लेकिन अमेरिका ने साफ कर दिया है कि बाइडन प्रशासन का पहला दायित्व अमेरिकी लोगों का पहला दायित्व अमेरिकी लोगों की आवश्यकताओं का ध्यान रखना है अमेरिका का यह रुख तब समय सामने आया है जब भारत ने उसके लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन पर लगी रोक हटा ली थी. पिछले साल ट्रंप के कार्यकाल के दौरान भारत ने  हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन के निर्यात पर पाबंदी को हटाकर अमेरिका को निर्यात किया था. लेकिन अब भारत को कोरोना वैक्सीन के लिए कच्चे माल की भारत को जरूरत  पड़ी है तो अमेरिका ने सबसे पहले अपने नागरिकों के वैक्सीनेशन का हवाला दिया है.  

संकट की घड़ी में रूस ने भारत के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने भारत को ऑक्सीजन और रेमडेसिविर मुहैया कराने का प्रस्ताव रखा है। अगले 15 दिनों में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की आयात की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जानकारी के अनुसार, रूस का कहना है कि वो हर हफ्ते तीन-चार लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति कर सकता है। इस संख्या को बाद में बढ़ाया भी जाएगा।

भारत में इस समय ऑक्सीजन की कमी है, जिस वजह से कोरोना मरीज अस्पतालों के बाहर ही ऑक्सीनज की वजह से दम तोड़ रहे हैं। हालांकि, सरकार ऑक्सीजन की कमी को दुरुस्त करने का पूरा प्रयास कर रही है। कोरोना वायरस की स्थिति, ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अहम बैठक कर जानकारी ली है। श में कोरोना वायरस से हर दिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं और जरूरी दवाओं से लेकर ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोरोना मरीजों की मौतें हो रही हैं, और अनेकों लोगों की सांसे अटकी हैं। ऐसे समय में भारतीय रेलवे के बाद अब इंडियन एयरफोर्स ने लोगों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। भारतीय वायुसेना ने ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाओं की आपूर्ति के लिए जिम्मेदारी उठाई है। विमानों में खाली सिलेंडर ही भेजे गए, ताकि समय बच सके। भरे सिलेंडर ट्रेन से जा रहे हैं। रेलवे ने ऑक्सीजन की भारी किल्लत के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन चलाई गई। इस ट्रेन के माध्यम से सबसे पहले ऑक्सीजन महाराष्ट्र भेजी गई है। जबकि दूसरी खेप उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ भेजी जा रही है।

एवरेस्ट पर कोरोना वायरस की मौजूदगी

दुनियाभर के लिए तबाही का सबब बने कोरोनावायरस का रास्ता विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) भी नहीं रोक पाई है। यह खतरनाक वायरस यहां भी पहुंच गया है। खबरों के मुताबिक नॉर्वे (Norway) के पर्वतारोही एर्लेंड नेस कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती तो करा दिया गया है, लेकिन माउंट एवरेस्ट पर कोरोना वायरस की मौजूदगी के बाद पर्वतारोहियों और नेपाल सरकार की चिंताए जरूर बढ़ गई हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नॉर्वे के पर्वतारोही एर्लेंड नेस (Erlend Ness) माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने के लिए आए थे। वे बेस कैंप में मौजूद थे, जहां कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए। नेस के दल में शामिल शेरपा भी कोरोना संक्रमित बताए गए हैं। नेस ने सोशल मीडिया पर मैसेज में बताया कि कई लोग बेस कैंप से आगे के लिए निकल चुके हैं। चाहता हूं कि पहाड़ की ऊंचाई पर मौजूद अन्य लोग कोरोना संक्रमित न हो। 8000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद संक्रमित व्यक्ति को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित निकालना बेहद मुश्किल है।

 उन्होंने आगे लिखा कि ऊंचाई पर सांस लेने में पहले से ही तकलीफ होती है। ऐसे में यहां कोरोना महामारी फैलती है तो इससे सभी के लिए गंभीर खतरा होगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल ने इस साल पहाड़ पर चढ़ने के लिए 377 परमिट जारी किए हैं। कोरोना वायरस मिलने के बाद माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप में हर कोई चिंतित है। वहीं नेपाल सरकार भी हालात पर नजर बनाए है

कोरोना संक्रमित व्यस्कों के इलाज के लिए दवा विराफिन को मंजूरी

देश में बेकाबू होते जा रहे कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी करने के लिए एक अहम निर्णय लिया गया है। इसके तहत कोरोना संक्रमित व्यस्कों के इलाज के लिए जायडस कैडिला की दवा विराफिन (Virafin) के इमरजेंसी यूज को मंजूरी दे दी गई है। यह मंजूरी ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India, DGCI) की ओर से दी गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देशभर में रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdisiver Injection) की कमी को लेकर हाहाकार मचा है। हालांकि डब्ल्यूएचओ (WHO) भी स्पष्ट कर चुका है कि यह इंजेक्शन केवल कुछ खास लोगों के अस्पताल में भर्ती रहने के समय को कम कर सकता है, लेकिन यह सोचना कि रेमडेसिवीर के बगैर मरीज की जान नहीं बच सकती, पूरी तरह से गलत है। डब्ल्यूएचओ के इस स्पष्टीकरण के बावजूद देशभर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग बनी है। कई जगह तो इस इंजेक्शन की कालाबाजारी करते भी लोग पकड़े गए हैं।

कोरोना जिस रफ्तार से बढ़ रहा है, उससे स्पष्ट है कि इस महामारी से लड़ने के लिए दवाओं के भी ज्यादा से ज्यादा विकल्पों की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में खबर आई है कि डीजीसीआई ने कोरोना संक्रमित व्यस्कों के लिए जायडस कैडिकल की विराफिन दवा को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी प्रदान कर दी है। अहमदाबाद की दवा कंपनी जायडस कैडिला ने अपने बयान में कहा है कि Pegylated Interferon alpha-2b, ‘Virafin’ के इस्तेमाल से कोरोना संक्रमित वयस्कों के इलाज में काफी मदद मिलेगी। अस्पतालों को विराफिन दवा मुहैया कराई जाएगी।

देश में पिछले 24 घंटे के दौरान 3,32,175 कोरोना के नए मामले सामने आए। इस दौरान 2,255 लोगों ने इस महामारी से लड़ते हुए दम तोड़ दिया। देश में अब तक कुल 1,86,927 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 24,21,970 सक्रिय मरीज हैं।

ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की कमी की वजह से बहुत सी मौतें राहुल गांधी

देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है। इस लहर के तहत बेड और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। देश के अलग-अलग राज्यों में ऑक्सीजन की कमी की वजह से कोरोना मरीज दम तोड़ रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से सोशल मीडिया के माध्यम से मोदी सरकार पर हमला बोला है।

लगातार देश में हो रही कोरोना मरीजों का जिम्मेदार राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को ठहराया है! कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा है कि कोरोना से मरीज का ऑक्सीजन लेवल गिर सकता है, लेकिन ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की कमी की वजह से बहुत सी मौतें हो रही हैं। भारत सरकार, ये आपकी वजह से हो रहा है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस की दूसरी लहर में लोगों के फेफड़ों पर अधिक असर देखने को मिल रहा है। जिस कारण कोरोना मरीजों का लेवल तेजी से गिर रहा है। यहि कारण है कि ऑक्सीजन की अधिक आवश्यकता पड़ रही है। साथ ही आपको बता दें कि दिल्ली, महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में अस्पतालों में बेड और दवाईयों की कमी, ऑक्सीजन की सप्लाई का संकट खड़ा हो गया है। महाराष्ट्र, दिल्ली समेत देश के 10 राज्यों में स्थिति ज्यादा नाजुक बनी हुई है। खबरों की मानें तो ऑक्सीजन की कमी के कारण दिल्ली के एक अस्पताल में 25 मरीजों की मौत हुई है। हालांकि, अस्पताल की ओर से कहा गया है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण इन मरीजों की मौत नहीं हुई। दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में भी कोरोना की वजह से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी हुई है। वहीं पीएमं नरेंद्र मोदी ने आज एक उच्च-स्तरीय बैठक की है। इस बैठक में देश के दस राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए।

हर जगह ऑक्सीजन की क्राइसिस – एक्ट्रेस सुष्मिता सेन

Oxygen Crisis  दिल्ली समेत देशभर में कोरोना (Coronavirus In India) से हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, मरीजों को अस्पतालों (Covid Hospitals) में बेड (Beds) और ऑक्सीजन भी नहीं मिल पा रहा है। जिस कारण लगातार कोरोना मरीजों की मौत हो रही है। खासकर दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट पैदा हो गया है। जिसे देखते हुए एक्ट्रेस सुष्मिता सेन (Actress Sushmita Sen) भी बेहद परेशान हो गई है। साथ ही मरीजों की हालत देखकर दुखी हैं और उन्होंने अस्पतालों के लिए मदद का हाथ (Extended Helping Hand) बढ़ाया है और इसमें लोगों की सहायता भी मांगी है।

सुष्मिता सेन ने एक पोस्ट किया है जिसमें एक न्यूज एजेंसी का एक वीडियो है। वीडियो में दिल्ली के शांति मुकंद अस्पताल के सीईओ सुनील सागर बता रहे हैं कि कैसे ऑक्सीजन का संकट बड़ा होता जा रहा है। ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों को डिस्चार्ज किया जा रहा है। इसी पर सुष्मिता ने लिखा है- ये दिल से दुखी करने वाला है, हर जगह ऑक्सीजन की क्राइसिस है। मैंने कुछ ऑक्सीजन सिलेंडरका इंतजाम कर लिया है इस अस्पताल के लिए लेकिन उन्हें मुंबई से दिल्ली नहीं भेज पा रही हूं, प्लीज इस काम में मेरी मदद कीजिए, कोई रास्ता निकालिए।

दिल्ली के कई अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती भीड़ के कारण अचानक ऑक्सीजन की कमी हो जा रही है। कोरोना के चलते इस वक्त गंभीर अवस्था में पहुंचने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है। 22 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना से एक दिन में मरने वालों का आंकड़ा 300 पार चला गया जो कि अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। बता दें कि कोरोना से लेकर ऑक्सीजन संकट जैसे मामले में बॉलीवुड के कई स्टार्स लगातार ट्वीट कर रहे हैं। कुछ ने कई जगहों पर सिलेंडर, बेड का इंतजाम भी करवाया। वहीं, दूर दराज इलाकों में फंसे एक्टर्स, छोटे-बड़े सेलेब्स के लिए भी कई स्टार्स मदद के लिए आगे आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर लगातार बेड और ऑक्सीजन, दवाओं के लिए नंबर, हेल्पलाइन पोस्ट हो रही हैं।

कोरोना के अहम लक्षण-  कोरोना वायरस के हमले से शरीर को 14 दिन फीट रखना है  

पूरी दुनिया में कोरोना ने तहलका मचाया हुआ है। वहीं इसको लेकर अबतक काफी रिसर्च भी की जा चुकी है। जिसमें कोरोना के अहम लक्षणों का पता चला है। अध्यन में बताया गया है कि कैसे कोरोना वायरस शरीर पर धीरे धीरे हमला करता है। वहीं इससे ठीक होने में 14 दिन लगते हैं।

पहले दिन – कोरोना संक्रमित होने वाले 88 प्रतिशत लोगों को पहले दिन बुखार और थकान महसूस होती है। कई लोगों को पहले दिन ही मसल्स में दर्द और खांसी भी होने लगती है। – दूसरे दिन से चौथे दिन बुखार और कफ दूसरे दिन से लेकर चौथे दिन तक बना रहता है। – पांचवा दिन कोविड के पांचवे दिन सांस लेने में परेशानी होती है। आमतौर में यह परेशानी बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों में देखने को मिलती है।

– छठा दिन छठे दिन भी इंसान को खांसी और बुखार की परेशानी देखने को मिलती है। वहीं इस दिन से छाती में दर्द, दबाब और खिंचाव महसूस होता है।  – सातवें दिन सातवें दिन कोरोना मरीज के सीने में तेज दर्द की दिक्कत होती है। सांस लेने में दिक्कत और चेहरा नीला पड़ने लगता है। – आंठवा दिन वहीं जिन लोगों को कोरोना के हल्के लक्षण नजर आते हैं वो सांतवे दिन से कम होना शुरू हो जाते हैं। हल्के लक्षण वाले रोगी इसे दिन से अच्छा फील करना शुरू कर देता है।

एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव हुए लोगों में या तो हल्के लक्षण देखने को मिल रहे हैं या फिर वे फिर वे एसिम्प्टोमैटिक हैं। ऐसे में अगर आपके शरीर में भी कोरोना के कुछ लक्षण दिख रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। न लक्षणों पर दें ध्यान – बुखार – लगातार खांसी आना – मुंह का स्वाद और सूंघने की शक्ति खत्म होना – थकावट, – बदन दर्द – सिरदर्द – गले में खराश इन लक्षणों को दिखने पर आप खुद को क्वारींटीन कर लें। इन लक्षणों के नजर आने पर खास प्रकार के इलाज की जरूरत नहीं है।  कोरोना के लक्षण दिखने पर सेल्फ आइसोलेट करना बेहतर ऑप्शन है। घर में सुरक्षित रहें, जब तक मेडिकल एडवाइज की आवश्यकता न हो तब तक किसी भी कारण बाहर न निकलें। कम से कम आप 14 दिनों के लिए सेल्फ आइसोलेशन में रहें। ऐसे में आप घर के सदस्यों से दूर रहें और सोशल नेटवर्क के माध्यम से संपर्क में रहें। ऐसा कमरें चूज करें जहां वेंटिलेशन के लिए खुली खिड़कियां हों – दवाई, खाना आदि सामान लेने के लिए लोगों के साथ फेस टू फेस कॉन्टेक्ट में आने से बच सकें – अपना पर्सनल सामान किसी के साथ भी शेयर न करें – नाक, मुंह पर हाथ लगाने के बाद हाथों को अच्छे से सेनिटाइज करें – ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं

अजवाइन की चाय भी सेहत के लिए बहुत लाभकारी होती है।   भूख बढ़ती है गर्मियों में अक्सर कम भूख लगने की दिक्कत होने लगती है। ऐसे में अजवाइन की चाय पीना फायदेमंद होता है। यह आपकी एनर्जी लेवल को बढ़ाता है। वेट लॉस अजवाइन में फाइबर मौजूद होता है। जिससे फैट कम होने में मदद मिलती है। इसे पीने से आपका वजन कम होता है। पथरी इसे पीने से पथरी की समस्या दूर होती है। माउथ फ्रेशनर यह माउथ फ्रेशनर की तरह भी काम करता है। इसके साथ ही दातों के दर्द की समस्या भी दूर होती है। पाचन सुबह एक कप अजवाइन की चाय पीने से आपका डाइजेशन भी बेहतर होता है। ऐसे बनाएं चाय इसे बनाने के लिए आप सबसे पहले 2 कप पानी पैन में उबाल लें। इससके बाद इसमें आधा चम्मच अजवाइन मिक्स करें। इसे आप कप में डाल लें और इसमें नींबू का रस और शहद मिक्स करें। आपकी अजवाइन की चाय तैयार है।

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