मोदी जी ‘फ़र्ज़ी गौरक्षक’ और ‘असली गौरक्षक’ का भेद बताने पर क्यूँ मज़बूर
कांगेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री पर तंज कसा- मोदी जी एक ही दिन में ‘फ़र्ज़ी गौरक्षक’ और ‘असली गौरक्षक’ का भेद बताने पर क्यूँ मज़बूर हुए ? RSS का दबाव है क्या ? असली गौरक्षकों /फ़र्ज़ी गौरक्षकों को एक्सपोज़ कौन करेगा ?- देश का प्रधानमंत्री त्वरित न्याय का आह्वान कर रहे हैं। भाजपा शासित राज्यों में पुलिस ही तथा कथित गौ रक्षकों को संरक्षण दे रही है कार्यवाही कौन करेगा ? अगर प्रमं जी वाक़ई में इन लोगों पर सख़्त कार्यवाही चाहते हैं तो स्वयं कार्यवाही में रुचि लें।
हैदराबाद: देशभर में दलितों पर हो रहे हमलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है. पीएम मोदी ने हैदराबाद में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘’दलितों पर हमला न करें. अगर हमला करना है तो मुझ पर करें. मुझ पर गोली चलाएं.’’पीएम ने आगे कहा, ‘’उन्हें प्रताड़ित करने का हक किसने दिया है ? ये दलितों की राजनीति करने वाले ठेकेदार जानते है कि मोदी सरकार जो काम कर रही है, ये बात अगर दलितों के गले उतर गई तो आने वाले 50 साल तक इस पार्टी को कोई तोड़ नहीं पाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘’हजारों साल से हमारे समाज में कुछ बुराइयां आई है, लेकिन महापुरुषों ने इन बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है, आजादी के 70 साल बाद भी हमारे समाज में बुराइयां है और वो विकृत रूप लेकर बाहर निकल रही है.’’
पीएम ने आगे कहा, ‘’मैं एक भारत श्रेष्ठ भारत और सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ ही इस देश को बेहद आशा और उम्मीद के साथ देख रहा हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘’बांटने की राजनीति को रोका जाना चाहिए. देश को प्रगति करने के लिए शांति एकता सद्भावना इस एक मूल मन्त्र को लेकर चलना होगा, उसके बिना हम कभी विकास नहीं कर पाएंगे.’’
इधर पीएम के बयान पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कई सवाल उठाए हैं. दिग्विजय ने ट्वीट करके कहा है, ”अगर प्रधानमंत्री जी वाक़ई में इन लोगों पर सख़्त कार्रवाई चाहते हैं तो स्वयं कार्रवाई में रुचि लें. बीजेपी शासित राज्यों में पुलिस ही तथाकथित गौ रक्षकों को संरक्षण दे रही है कार्रवाई कौन करेगा ? असली गौरक्षकों/फ़र्ज़ी गौरक्षकों को एक्सपोज़ कौन करेगा ? देश के प्रधानमंत्री त्वरित न्याय का आह्वान कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा, ‘’ हमें क्या हक मिला है कि हम दलितों को प्रताड़ित करें ? उन्होंने क्या कम दुख झेले हैं जो अब उन्हें प्रताड़ित किया जाए ? अगर किसी को हमला करना हैं तो मुझ पर करें, मुझ पर गोली चलाएं, लेकिन दलितों पर नहीं.’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलितों पर हमले और इसको लेकर राजनीति बंद करने की अपील करते हुए रविवार को कहा, ‘आप गोली मारना चाहते हैं तो मुझे मार दीजिए.’ भावुक अपील करते हुए पीएम मोदी ने लोगों से कहा कि वे दलितों की रक्षा और सम्मान करें, क्योंकि इस वर्ग की समाज द्वारा लंबे समय से उपेक्षा की गई है.
उन्होंने हैदराबाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर आपको कोई समस्या है, अगर आपको हमला करना है तो मुझ पर हमला करिए, मेरे दलित भाइयों पर हमला बंद करिए. अगर आपको गोली मारनी है, तो मुझे गोली मारिए, लेकिन मेरे दलित भाइयों को नहीं. यह खेल बंद होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर देश को प्रगति करनी है, तो शांति, एकता और सद्भाव के मुख्य मंत्र की उपेक्षा नहीं की जा सकती.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘देश के विकास का मुख्य स्रोत देश की एकता है.’ उनका यह बयान उस वक्त आया है, जब देश के कई हिस्सों में तथाकथित गौरक्षकों की ओर से दलितों और मुसलमानों के खिलाफ हिंसा करने को लेकर एनडीए सरकार को तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है.
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ ‘घटनाएं’ संज्ञान में आती हैं तो बहुत दुख होता है. उन्होंने कहा, ‘दलितों की रक्षा करना और उनका सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी होनी चाहिए.’ मोदी ने कहा कि समाज को जाति, धर्म और सामाजिक हैसियत के आधार पर बंटने नहीं देना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जो लोग इस सामाजिक समस्या का समाधान करना चाहते हैं, उनसे मैं ऐसी राजनीति छोड़ने का आग्रह करता हूं, जो समाज को बांटती हो. विभाजनकारी राजनीति से देश का कोई भला नहीं होगा.’