उत्तराखंड के कई जिलों में तेज भूकंप झटके
भूकंप के तेज झटके – देहरादून के पास था केंद्र- भूकंप के झटके 7 DEC. TIME 8.50 बजे महसूस किए गए
भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के ऋषिकेश से 92 किलोमीटर दूर था. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई है. रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में 10 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए. उत्तराखंड के कई जिलों में तेज भूकंप झटके महसूस किए गए. बागेश्वर और रुद्रप्रयाग में सबसे ज्यादा तेज झटके
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और आसपास के शहरों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसके अलावा उत्तराखंड के चमोली, उत्तरकाशी, नई टिहरी, देहरादून और हरिद्वार में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए.
दिल्ली में तीव्र भूकंप के झटके महसूस किए गए. बताया जा रहा है कि दिल्ली के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इस भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई है. ये भूकंप 8.49 मिनट पर आया. इसका केंद्र उत्तराखंड बताया जा रहा है. हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों से भी भूकंप के झटके की सूचना मिली है.
देश की राजधानी में बुधवार देर शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। यूरोपियन मैडिटैरियन सीज्मोलॉजिकल सेंटर के मुताबिक, भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के देहरादून से 121 किमी दूर पूर्व में था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5 थी। दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड के अलावा हरियाणा और पंजाब में भी झटके महसूस किए गए। बता दें कि इसी साल जून में भी दिल्ली में भूकंप आया था। रेक्टर स्केल पर उसकी तीव्रता 5 मापी गई थी।हिमालयन बेल्ट की फॉल्ट लाइन के कारण एशियाई इलाके में ज्यादा भूकंप आते हैं। इसी बेल्ट में हिंदूकुश रीजन भी आता है। 2015 के अप्रैल-मई में नेपाल में आए भूकंप के कारण करीब 8 हजार लोगों की मौत हुई थी। हिमालयन फॉल्ट लाइन पर भारत सरकार की मदद से अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक स्टडी की थी। यह स्टडी यूएस जर्नल लिथोस्फीयर और जेजीआर में छपी थी। इस स्टडी को लीड कर चुके जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च के सी.पी. राजेंद्रन के मुताबिक, हिमालय 700 साल पुरानी फॉल्ट लाइन पर मौजूद है। यह फॉल्ट लाइन ऐसे मुहाने पर पहुंच चुकी है, जिसकी वजह से कभी भी वहां ऐसा भूकंप आ सकता है जो पिछले 500 साल में नहीं देखा गया
HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND (www.himalayauk.org) C S JOSHI= EDITOR
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