Happy New Year 2022 सूर्य संवेदना पुष्पे, दीप्ति कारुण्य गंधने। लब्ध्वा शुभं नववर्षेऽस्मिन कुर्यात्सर्वस्य मंगलम्‌- CS JOSHI

सूर्य संवेदना पुष्पे, दीप्ति कारुण्यगंधने। लब्ध्वा शुभं नववर्षेऽस्मिन कुर्यात्सर्वस्य मंगलम्‌।।
भावार्थः
जिस तरह सूर्य प्रकाश देता है, संवेदवा करुणा
को जन्म देती है, पुष्प सदैव महकता रहता है,
उसी तरह आने वाला हमारा यह नूतन वर्ष आपके लिए हर दिन,
हर पल के लिए मंगलमय हो।

Happy New Year 2022
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें!

नव वर्ष में अपने प्रियेजानो के सुख, स्वास्थ्य और भाग्य के लिए प्रार्थना करते हैं।

ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, साल में 12 महीने होते हैं और हर साल 1 जनवरी को नए साल के पहले दिन के रूप में चुना गया है। इसलिए पूरी दुनिया में 1 जनवरी को नया साल मनाया जाता है।  दुनिया भर में जाति और संस्कृति के भेदभाव के बावजूद सभी लोग नए साल को बड़े हर्सोल्लास के साथ मनाते हैं।

नया साल इस बात का प्रतीक है कि बीते हुए साल को अलविदा कहने और नए साल का स्वागत करने का समय  गया है 1 जनवरी को नया साल मनाने की शुरुआत 15 अक्तूबर 1582 में हुई थी। पहले नया साल कभी 25 मार्च को, तो कभी 25 दिसंबर को लोग मनाते थे। रोम के राजा नूमा पोंपिलस ने रोमन कैलेंडर में बदलाव कर दिया जिसके बाद जनवरी को साल पहला महीना माना गया। प्राचीन रोमन कैलेंडर में 10 महीने और 304 दिन होते थे और वसंत ऋतू के प्रारंभ में नया साल मनाया जाता था। इस परंपरा को रोम के संस्थापक रोमुलस द्वारा आठवीं शताब्दी ईसा पूर्व में बनाया गया था। 1713 ईसा पूर्व के दौरान, रोम के दूसरे राजा नुमा पोम्पिलियस ने रोमन कैलेंडर में दो अन्य महीनों को जोड़ा, जिन्हें जनवरी और फरवरी नाम दिया गया। लेकिन उस समय भी रोमन कैलेंडर का सूर्य के साथ सही तालमेल में बैठा। फिर 46 ईसा पूर्व सम्राट ‘सीज़र’ ने अपने समय के प्रमुख प्रमुख खगोलविदों और गणितज्ञों से परामर्श करके इस मामले को सुलझाने का फैसला किया। इसके बाद सभी विशेषज्ञों द्वारा विचारविमर्श के बाद सीज़र द्वारा ‘जूलियन कैलेंडर’ लागू किया गया, जो आधुनिक ग्रेगोरियन कैलेंडर के समान था। जिसे आज अंग्रेजी कैलंडर के नाम से भी जाना जाता है। सम्राट सीज़र ने 1 जनवरी को वर्ष के पहले दिन के रूप में स्थापित किया, जिसके बाद रोम के लोगों ने एक दूसरे को उपहार दिए और नए साल का जश्न मनाने लगे।

हिमालय गौरव उत्तराखंड “हिमालयायुके” ; वर्तमान परिचय :एक नजर#चंद्रशेखर जोशी मुख्य सम्पादक (शासन से राज्य स्तरीय मॉन्यता प्राप्त#वरिष्ठ पत्रकार; संसद सचिवालय नई देल्ली द्वारा प्रदत्त प्रमाण पत्र #National President: National Digital Media Journalist Union, New Dehli # अध्यक्ष उत्तराखंड; भारत के लघु एवम मध्यम समाचार पत्रो का महासंघ, नई देल्ली#सचिब; स्टेट प्रेस क्लब उत्तराखंड #फ्री लांसर; देश के अनेक राज्यो में लीडिंग समाचार पत्रों में प्रकाशित आलेख#राष्ट्रीय अध्यक्ष; नेशनल वेब मीडिया जर्नलिस्ट यूनियन, नई देल्ली#सामाजिक गतिविधियां#अध्यक्ष उत्तराखंड; राष्ट्रीय संत सृरक्षा परिषद (संत सहयोगी प्रकोष्ठ) मुख्यालय; अंकलेश्वर भरोच, गुजरात#अध्यक्ष उत्तराखंड; राष्टीय सशक्त हिन्दू महासंघ, संस्थापक प्रो0 स्व0 राजिंदर सिंह जी “रज्जु भैया”, RSS, नागपुर #संस्थापक अध्यक्ष; मा दशम विद्या पीताम्बरा-श्री बगुलामुखी मंदिर, निर्माणाधीन (नन्दा देवी एनक्लेव बंजारावाला देहरादून) #प्रेस सचिव : षड्दर्शन साधु समाज, कुरुक्षेत्र हरियाया# पूर्व केंद्रीय महासचिब : कूर्मांचल परिषद देहरादून #पूर्व महासचिब; पर्वतीय रामलीला कमेटी, देहरादून #संस्थापक सदस्य; डॉ0 भीमराव अंबेडकर स्मारक ट्रस्ट सोसाइटी ——-अनेकों सक्रिय गतिविधियाप्रदेश मुख्यालय; नन्दा देवी एन्क्लेव बंजारावाला देहरादुन उत्तराखंडमो0 9412932030 Mail: himalayauk@gmail.com

सादर अभिवादन, मैं चन्द्रशेखर जोशी सामाजिक तथा मीडिया जगत से सम्बद्ध हूॅ। वर्तमान में सामाजिक तथा मीडिया तथा पूर्व में राजनैतिक क्षेत्र में काम करने के फलस्वरुप अनेकों वरिष्ठ व केन्द्रीय नेताओं द्वारा सराहा गया हूं। विगत लोकसभा तथा विधानसभा चुनावों में अनेकों नेताओं द्वारा मेरे कार्यो को सराहा गया। मेरे सामाजिक कार्यो का कुछ विवरण निम्नांकित है।

नाम : चन्द्रशेखर जोशी
पिता का नाम : स्व0 देवीदत्त जोशी
पितामह (दादा) का नाम : स्व0 त्रिलोक चन्द्र जोशी (20 वर्षो तक ग्राम प्रधान रहे)
पितामह की ओर से मूल रुप से : ग्राम बरसायत कोली, पो0 पतेत, डीडीहाट जनपद पिथौरागढ़
जन्म का मूल पता : कुण्ड़ेश्वरी – काशीपुर जिला ऊधम सिंह नगर, उत्तराखण्ड
वर्तमान स्थाई पता : नंदा देवी एनक्लेव, 567, 3/08, बंजारावाला, टी-स्टेट,निकट अग्रवाल बिल्डर, देहरादून (उत्तराखण्ड)
शैक्षिक व तकनीकी योग्यता : स्नातकोत्तर व कम्प्यूटर डिप्लोमा

अनुभव : मीडिया प्रभारी- उत्तराखण्ड जैविक उत्पादन बोर्ड
विदेश अनुभव : साढ़े चार वर्ष खाड़ी देश में कार्य किया
अरबी भाषा धाराप्रवाह।

सम्प्रति : मुख्य ग्रुप सम्पादक- हिमालयायूके डाॅट ओआरजी (न्यूज पोर्टल) &
– ”हिमालय गौरव उत्तराखण्ड“ दैनिक समाचार पत्र –
उत्तराखण्ड राज्य मुख्यालय पर राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त-सम्पादक (देहरादून, उत्तराखण्ड)
प्रान्तीय अध्यक्ष- आई0एफ0एस0एम0एन0 महासंघ, उत्तराखण्ड, देहरादून
पूर्व राज्य ब्यूरो प्रभारी- सौभाग्य टीवी चैनल,
फ्री लांसर- राष्ट्रीय, प्रादेशिक स्तर की अनेक पत्र-पत्रिकाएं। अमर उजाला, बरेली एवं अनेक पत्र-पत्रिकाएं
पूर्व नैशनल चैयरमैन (कम्यूनिकेशन अफेयर्स)- आई0एफ0एस0एम0एन0 महासंघ, उत्तराखण्ड, देहरादून (इंडियन फैडरेशन आफ स्माल एण्ड मीडियम न्यूज पेपर्स, नई दिल्ली )
संस्थापक सदस्यः पर्वतीय रामलीला कमेटी, धर्मपुर, देहरादून
पूर्व केन्द्रीय महासचिव- कूर्माचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद, देहरादून, उत्तराखण्ड
पूर्व राष्ट्रीय महासचिव- जय माॅ पीताम्बरी साधना एवं दिव्य योग ट्रस्ट, देहरादून, उत्तराखण्ड

सामाजिक क्रियाकलाप
1; पूर्व केन्द्रीय महामंत्री- स्थानीय निकाय तथा पंचायत प्रकोष्ठ, उत्तराखण्ड क्रांति दल
2.उत्तराखण्ड क्रांति दल -पूर्व प्रदेश प्रवक्ता (स्था.नि.प्रकोष्ठ) तथा पूर्व केन्द्रीय मीडिया प्रबन्धन समिति व मीडिया प्रभारी उत्तराखण्ड
3.पूर्व प्रदेश प्रमुख महासचिव व प्रवक्ता- जनता दल यूनाइटेड, उत्तराखण्ड
4.पूर्व प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता तथा अध्यक्ष-कुमाऊॅं मण्डल – समता पार्टी
5.पूर्व सदस्य-अनुशासन समिति तथा सदस्य- चुनावी घोषणा पत्र समिति – समता पार्टी-उत्तराखण्ड
6.पूर्व प्रदेश अध्यक्ष- भारतीय दलित समाज पार्टी -उत्तराखण्ड
7.पूर्व संयोजक:श्री जार्ज फर्नांण्डिस द्वारा गठित लोक मंच द्वारा आयोजित
”नैशनल कांफ्रेंस आन इम्प्लायमेंट जेनरेशन“ में दिल्ली में अनेक साथियों सहित भाग लिया व उत्तराखण्ड प्रदेश का संयोजक नियुक्त हुआ था।
पूर्व के संक्षिप्त सामाजिक धार्मिक जनहितकारी संघर्ष-ः (समस्त कार्यो की फोटो उपलब्ध हैं)
1- काशीपुर जिला ऊधम सिंह नगर में रेलवे हाल्ट बनाने की मांग को लेकर 11 मई, 2002 को रेल रोको आन्दोलन मेरे द्वारा शुरु किया गया।
2- अम्बेडकर जयंती समारोह काशीपुर में मेरे नेतृत्व में प्रथम बार मनाया गया।
3- मेरे नेतृत्व में काशीपुर में आईजीएल के समीप अम्बेडकर पार्क प्रस्तावित कराया गया।
4- मेरे नेतृत्व में कुमायूं मण्डल में शराब विरोधी आन्दोलन सफलतापूर्वक चलाया गया।
5- सम्पूर्ण राज्य से भलीभांति वाकिफ तथा जनता से व्यापक सम्पर्क
6- उत्तराखण्ड राज्य में पिथौरागढ़ जनपद से पितामह की ओर से सम्पर्क। तराई – ऊधम सिंह नगर में जन्म भूमि तथा कर्म भूमि के नाते विस्तृत सम्पर्क। वर्तमान में राजधानी देहरादून में विगत 21 वर्षो से निवास व वर्तमान कर्म क्षेत्र। इसके अलावा देहरादून- गढ़वाल मण्डल में वैवाहिक सम्बन्ध व देहरादून में स्थायी निवास।

7- कुमाऊॅ मण्डल -उत्तराखण्ड राज्य में गैस वितरण का कार्य कुमाऊॅं मण्डल विकास निगम से लेकर इण्डियन आॅयल कार्पोरेशन द्वारा निजी क्षेत्र को देने से सैकड़ों कर्मचारियों के बेरोजगार होने की आशंका उत्पन्न होने पर तथा स्थानीय जनता के आक्रोशित होने पर उनकी लड़ाई को दिल्ली तक पहुंचाया तथा तत्कालीन एनडीए संयोजक माननीय जार्ज फर्नांडिस के माध्यम से तत्कालीन श्रीमान राम नाईक पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री भारत सरकार से कार्रवाई करवायी, जिससे कर्मचारियों में हर्षोल्लास व्याप्त हुआ।
8- जिम कार्बेट नैशनल पार्क मंें वन्य जीव जन्तुओं की हत्या का सिलसिला नहीं रूकने पर तत्कालीन एनडीए संयोजक श्रीमान जार्ज फर्नांडीस व तत्कालीन पर्यावरण व वनमंत्री श्रीमान टी0आर0 बालू- को अवगत कर सख्त कार्यवाही की मांग कर जनता को जागरुक किया। एनडीए के तत्कालीन संयोजक श्रीमान जार्ज द्वारा कार्रवाई हेतु पर्यावरण व वनमंत्री को पत्र लिखा। क्षेत्रीय जनता को लाभान्वित किया।
9- उत्तराखण्ड राज्य गठन के पश्चात प्रशिक्षित बेरोजगारों द्वारा रोजगार देने की मांगों को लेकर चलाये जा रहे धरने को पूर्ण समर्थन देकर आन्दोलन को आगे बढ़ाया।
10- उत्तराखण्ड में हर वर्ग के साथ व्यापक सम्पर्क।
11- काशीपुर में रेलवे की जमीन पर कब्जा कर रहे प्रोपर्टी डीलरों के खिलाफ आवाज उठायी।
12- काशीपुर जनपद ऊधम सिंह नगर स्थित इण्डिया ग्लायकोल्स लि0 के रसायनयुक्त जल से कई मौतें होने पर उ0प्र0 सरकार व उत्तराखण्ड सरकार तथा श्रीमान जार्ज साहब तत्कालीन रक्षामंत्री के समक्ष मामले को रख कर आवाज उठाई, जिससे उद्योग उचित कदम उठाने को तैयार हुआ।
13- एक सम्पादक के नाते देवभूमि उत्तराखण्ड राज्य की हर समस्या व हर वर्ग से प्रत्यक्ष जुडाव। तत्कालीन पूर्व रक्षामंत्री श्रीमान जार्ज से अनेक समस्याओं के निवारण हेतु कार्रवाई करवायी।
15- देहरादून में श्रीरामलीला शुरू करायी, होली, दीपावली आदि अनेक के कार्यक्रम कराये, लोकजन कल्याण हेतु कालीमठ तथा माॅ भद्रकाली मंदिर में विशाल हवन कराने में सहयोग दिया।
16- माॅ पीताम्बरी, बगलामुखी की निराहार साधना में लीन रहने वाले सत्य साधक पं0 बिजेन्द्र पाण्डे जी महाराज की सेवा तथा मार्च 2016 तथा नव0 2016 में लोक कल्याण के लिए काली मठ जनपद रूद्रप्रयाग तथा भद्रकाली मंदिर जनपद बागेश्वर में जनकल्याण के लिए 24 घण्टे के विशाल हवन में सहभागिता/सहयोग।
17- जनकल्याण के लिए माॅ दशम विद्या भगवती मंदिर की स्थापना स्थान बंजारावाला, देहरादून में तत्पर/प्रयासरत, शिलान्यास का कार्य श्री प्रकाश पंत जी तत्कालीन मान0 कैबिनेट मंत्री, उत्तराखण्ड सरकार के कर कमलो से दि0 25 मार्च 2017 को सम्पन्न कराया। यह भावना तथा श्रद्वा
16- वर्तमान में हर समस्या पर पैनी नजर। जनता के साथ सीधा संवाद। सम्पूर्ण उत्तराखण्ड से सम्पर्क। क्षेत्रीय भाषाओं की पूर्ण जानकारी।
17- लोकसभा चुनाव के दौरान डिजीटल मीडिया में अपनी जिम्मेदारी का मजबूती से निर्वहन। विगत लोकसभा चुनाव में सटीक अनगिनत आलेख देशभर के वेबमीडिया में प्रुकाशित किये, जिसे हजारो-लाखो लोगों द्वारा सराहा गया।
पूर्ण आस्था तथा देवआशीर्वाद से देवभूमि उत्तराखण्ड में जनसेवा जारी हैं (चन्द्रशेखर जोशी) मो0 9412932030

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