नोट बैंक में जमा करने पर इनकम टैक्स रिटर्न दिखाना पडेगा
180 देशों में भारत का काला धन #काली कमाई के नोट बैंक में जमा करने पर ७ साल तक की सजा # www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal)
०९ नवम्बर २०१६ से ५०० तथा हजार के नोट चलन में बंद होने से इन्हें बैंक में जमा करना ही एकमात्र विकल्प बचा है। यदि यह नोट भ्रष्टाचार या टैक्स चोरी की काली कमाई के है तो ऐसे जमा करने वाले को सात साल तक की सजा भी हो सकती है।
भ्रष्टाचार नियंत्रण तथा सरल आयकर कानून सहित ३८ पुस्तकों के लेखक तथा कानून के जानकर नदीम उद्दीन एडवोकेट ने उक्त जानकारी देते हुये बताया कि बैंक में नोट जमा करते ही यह धन जमाकर्ता के रिकॉर्ड में आ जायेगा और आयकर विभाग तथा सतर्कता विभाग, लोक आयुक्त आदि इसकी जानकारी लेकर यह जांच करने में सक्षम हो जायेंगे कि यह धन भ्रष्टाचार या कर चोरी से कमाया तो नहीं है। यदि धन का जमाकर्ता खातेदार हिसाब नहीं दे पाता है और वह लोक सेवक (सरकारी कर्मचारी आदि) है या उसके परिवार का सदस्य है तो इसे आय के अनुपात से अधिक सम्पत्ति माना जा सकता है जिसके लिये भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा १३(१) (ई) के अन्तर्गत सात वर्ष तक सजा हो सकती है जो एक वर्ष की सजा से कम नहीं होगी। इसके अतिरिक्त इस पर आयकर तथा पैनल्टी का भुगतान भी करना होगा।
यदि यह धन अन्य किसी व्यक्ति द्वारा जमा किया जाता है और वह आयकर विभाग के अधिकारियों को इसका हिसाब नहीं दे पाता है तो इस पर टैक्स तथा आयकर अधिनियम की धारा २७१(१) (सी) के अन्तर्गत टैक्स की तिगुनी तक पैनल्टी उससे वसूली जा सकती है जो इस धन की १२० प्रतिशत तक हो सकती है। इसके अतिरिक्त कर चोरी के लिये आयकर अधिनियम की २७सी (१) के अन्तर्गत सात साल तक की सजा भी हो सकती है।
श्री नदीम ने ५०० व १००० के पुराने नोट जमा करने व बदलने वालों को सलाह दी है कि वह जमा करने से पूर्व इसके स्त्रोतों का हिसाब बनाकर रखें ताकि भविष्य में अनावश्यक परेशानी न हों। इसके अतिरिक्त उन्होंने आम आदमी को आगाह किया है कि वह किसी अन्य के नोटों को अपने बैंक खाते मे जमा नहीं करायें ताकि उन्हें भविष्य में टैक्स अधिकारियों की कार्यवाही का सामना न करना पडे।
#180 देशों में भारत का काला धन
वर्ल्ड बैंक द्वारा जारी किए गए 1999 के आंकड़ों के मुताबिक, देश में मौजूद कुल जीडीपी का 20.7 प्रतिशत पैसा काला धन था। वहीं 2007 में इसका साइज बढ़कर 23.2 प्रतिशत हो गया। कुल 180 देशों में भारत का काला धन है। इसमें से 70 हजार करोड़ रुपए तो सिर्फ स्विस बैंक में ही है। इस बैंक में भारत का सबसे ज्यादा काला धन है। सभी बैंकों में कुल मिलाकर कितना काला धन है इस बात की जानकारी नहीं हो सकी है। ब्लैक मनी उस धन को कहा जाता है जो गलत तरीके से कमाया जाता है और जिसपर सरकार की कोई निगरानी नहीं होती और उसपर इनकम और बाकी टैक्स नहीं भरे जाते।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के नाम संबोधन में 500 और 1000 रुपए के नोटों को मंगलवार रात 12 बजे के बाद बंद किए जाने का ऐलान किया। इसे ब्लैक मनी पर लगाम लगाए जाने की कोशिश बताई जा रहा है। इसके अगले दिन यूपी के बरेली में 500 और 1000 रुपए के नोट जलाने का मामला सामने आया। पुलिस ने बताया कि यूपी के बरेली में बुधवार को 500 और 1000 रुपए के जले हुए नोट पाए गए हैं। कथित तौर पर एक कंपनी के कर्मचारी बोरियों में भरकर नोटों को लाए और उसके बाद उन्हें परसा खेड़ा रोड सीबी गंज में जलाया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रथम दृष्टया, करेंसी नोटों को पहले फाड़ा गया, नष्ट करने की कोशिश की गई और फिर आग लगा दिया गया।
आईएएनएस के मुताबिक पुलिस ने घटनास्थल से नोटों के बचे हुए टुकड़ों को इकट्ठा कर लिया है और इस बात की जानकारी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को दे दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात को 500 और 1000 रुपए जैसे बड़े नोटों को बंद करने का ऐलान किया था। इसके बाद से ही कहा जा रहा था कि उनके इस ऐलान से काला धन रखने वालों को ब्लैक मनी को ठिकाने लगाने का समय भी नहीं मिला। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अब 500 और 2000 के नए नोट जारी करेगी।