INDIA; संयोजक के लिए नीतीश के पक्ष में माहौल, सीट बंटवारे का फॉर्मूला प्रमुख मुद्दा- Today Top Story

Dt 31 August 202 # ये बैठक दो दिन (31 अगस्त-1 सितंबर) चलेगी। शरद पवार ने कहा कि बैठक में 28 पार्टियों के करीब 63 नेता शामिल होंगे। # 4 बजे राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसमें वे अडाणी मुद्दे पर बोलेंगे। इसके बाद 8 बजे उद्धव ठाकरे डिनर होस्ट करेंगे। कल यानी 1 सितंबर को सुबह 10 बजे से आधिकारिक बैठक शुरू होगी। इसमें गठबंधन का लोगो (LOGO) और कन्वीनर (संयोजक) का नाम सामने आ सकता है। # मल्लिकार्जुन बन सकते हैं इंडिया के अध्यक्ष#संजय निरुपम बोले- कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनें… #गठबंधन करके आप सोच रहे हैं कि आपका मिसाइल लॉन्च हो जाएगा.’ #विपक्षी गंठबंधन में 28 दल शामिल # बैठक में गठबंधन के लिए संयोजक के नाम का ऐलान # शरद पवार ने कहा, ”देश की जनता बदलाव चाहती है, # तृणमूल कांग्रेस की बड़ी भूमिका रहेगी #संजय राउत ने बड़ा बयान दिया -2024 में इंडिया गठबंधन को कोई हरा नहीं सकता जीत दर्ज करने के बाद, सभी नेता (विपक्ष के) प्रधानमंत्री का फैसला करेंगे  # बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने  कहा, घमंडिया गठबंधन करके आप सोच रहे हैं कि आपका मिसाइल लॉन्च हो जाएगा. #’ भाकपा नेता डी राजा ने इंडिया गठहबंधन पर कहा, ‘हम लोग का एक ही काम है बीजेपी को हराना # बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा,  सांसद चुने जाएंगे वही पीएम चुनेंगे. जो पीएम होगा वह मोदी जी से ईमानदार होगा # इंडिया गठबंधन की मुंबई बैठक में 5 राज्यों के मुख्यमंत्री और 27 पार्टियों के करीब 80 नेताओं के पहुंचने की उम्मीद #अगर लालू सहमत हो जाते हैं, तो नीतीश के नाम की घोषणा मीटिंग के बाद हो सकती है. #1998 में जब एनडीए की सरकार बनी, तो उस वक्त गठबंधन के संयोजक जॉर्ज केंद्र में मंत्री बनाए गए. जॉर्ज विभाग बंटवारे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे.  अटल सरकार में 10 सीटों वाली समता पार्टी को रक्षा, कृषि और रेल जैसे महत्वपूर्ण विभाग मिले थे.  # सबसे प्रमुख ये तय होना है कि कौन सा दल, कहां से, कितनी सीटों पर चुनाव (सीट शेयरिंग) लड़ेगा। गठबंधन में शामिल दल कई राज्यों में एक-दूसरे के विरोधी हैं। इससे पहले कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा था- लोकसभा चुनाव I.N.D.I.A. गठबंधन को जीत मिलने के बाद ही PM पद के लिए नाम तय किया जाएगा। चुनकर आए सांसद ही PM चुनेंगे #

जॉर्ज और नीतीश के बगलगीर रहें चंद्रशेखर जोशी

HIGH LIGHT # 2024 में आम चुनाव होने में एक साल से भी कम समय बचा है. विपक्षी इंडिया गठबंधन और सत्तारूढ़ एनडीए में चुनावी गतिविधियां तेज होने लगी है. देश भी इस मुकाबले के लिए उत्सुक है. लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया टुडे-सीवोटर ने एक सर्वे किया है, जिसमें लोगों ने बताया कि एनडीए की सबसे बड़ी नाकामी क्या है? विफलता की दृष्टि से बढ़ते दाम, बेरोजगारी, नोटबंदी और सांप्रदायिक दंगे जैसे मुद्दों पर जनता के जवाब चौंकाने वाले हैं.  सर्वे में बढ़ते दाम और महंगाई एनडीए सरकार की बड़ी विफलता है. बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर 17 प्रतिशत जनता ने एनडीए सरकार को घेरा है. सर्वे में मोदी सरकार की दूसरी सबसे बड़ी नाकामी बेरोजगारी रही है. वहीं धीमा आर्थिक विकास के मुद्दे पर भी बढ़चढ़ कर लोगों ने अपनी राय दी है. सर्वे के मुताबिक, 12 प्रतिशत लोगों का मानना है कि धीमा विकास मोदी सरकार की तीसरी सबसे बड़ी नाकामी है.  #कोविड-19 महामारी के दौरान सरकार के इससे निपटने की व्यवस्था #एनडीए सरकार की विफलता की श्रेणी में चौथे नंबर पर रखा है. वहीं 2018 में नोटबंदी करने से हुई परेशानी को भी लोगों ने मोदी सरकार की नाकामियों की लिस्ट में रखा है. सर्वे में लोगों ने नोटबंदी को सरकार की नाकामी बताया है. #सांप्रदायिक दंगे जैसे गंभीर मुद्दे को लेकर लोगों ने खुलकर अपनी बात रखी. लोगों का मानना है कि सांप्रदायिक दंगे और अल्पसंख्यक समाज में डर का भाव मोदी सरकार की विफलताओं में शामिल है. एनडीए के 9 साल के शासन के दौरान सांप्रदायिक दंगे और अल्पसंख्यकों में डर जैसे कारण को 5 फीसदी लोगों ने सरकार की विफलता बताया है. 

By Chandra Shekhar Joshi Chief Editor www.himalayauk.org (Leading Newsportal & Daily Newspaper) Publish at Dehradun & Haridwar. Mail; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030 — कलयुग तारक मन्त्र- राधे राधे

मायानगरी मुंबई में विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. की अहम बैठक आज से शुरू होने जा रही है। बैठक के पहले दिन समन्वय समिति की घोषणा की जा सकती है। देखना यही होगा कि इसका अध्यक्ष किसे बनाया जाता है। बैठक से पहले मुंबई में नीतीश कुमार के समर्थन में पोस्टर लगे हैं। पोस्टर पर लिखा है, “देश मांगे नीतीश”। बता दें, नीतीश कुमार की पीएम पद की उम्मीदवारी पर बिहार से लगातार बयान आते रहे हैं। हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री कहते रहे हैं कि उन्हें कुछ नहीं चाहिए।

 एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मुंबई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “दो दिन चलने वाली I.N.D.I.A. की बैठक में देशभर के 28 दलों के 63 प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह गठबंधन एक वैकल्पिक मंच के रूप में उभरेगा और देश में परिवर्तन लाने में कामयाब होगा।”

संजय निरुपम बोले- कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनें…

संजय निरुपम ने कहा, “भारत की राजनीति बदल रही है. विपक्षी दल अब एकजुट हो गए हैं और वे इतने शक्तिशाली हैं कि वे भाजपा सरकार को हटा देंगे. मुंबई बैठक में एजेंडा तय होगा और समन्वय समिति की भी घोषणा होगी. सभी कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनें… जीत दर्ज करने के बाद, सभी नेता (विपक्ष के) प्रधानमंत्री का फैसला करेंगे.

शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘जैसे जैसे बैठकें होती जाएंगी वैसे-वैसे महंगाई कम होती जाएगी. 2024 में इंडिया गठबंधन को कोई हरा नहीं सकता. इसे हराना नामुमकिन है. जैसे-जैसे विपक्ष का इंडिया गठबंधन आगे बढ़ेगा, हमारी ताकत देखकर चीन सीमाओं से पीछे हटना शुरू कर देगा.’  

जॉर्ज और नीतीश के बगलगीर रहें चंद्रशेखर जोशी =- विराट सभा का संचालन करते चंद्रशेखर जोशी

भाजपा के पास सिर्फ एक ही विकल्प

विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के पास पीएम पद के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, जबकि भाजपा के पास सिर्फ एक ही विकल्प है। I.N.D.I.A. में घटक दलों के विचार भले ही भिन्न-भिन्न हैं, लेकिन लोकतंत्र एवं संविधान को बचाने का लक्ष्य समान है। – उद्धव ठाकरे, शिवसेना (यूबीटी) के नेता 

एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि मल्लिकार्जुन खरगे को इंडिया के अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित किए जाने की संभावना है. इसके साथ ही संयोजक पद के लिए नीतीश कुमार और ममता बनर्जी के बीच मुकाबला है.  सूत्रों ने कहा, “संयोजकों के पद भी प्रस्तावित किए गए हैं पर चर चर्चा की जाएगी. कांग्रेस ने संयोजक पद का मुद्दा पूरी तरह से सहयोगी दलों की सहमति के ऊपर छोड़ दिया है.”

मीटिंग में 11 सदस्यों की कॉर्डिनेशन कमेटी पर फैसला होना है.

महागठबंधन का नया थीम सॉन्ग भी रिलीज किया जाएगा. सूत्रों ने कहा, “इंडिया के पुराना थीम सॉन्ग को खारिज कर दिया गया है. अब एक नया थीम सॉन्ग बनाया जाएगा और यह कई भाषाओं में होगा. संविधान की प्रस्तावना में लिखा ‘हम भारत के लोग’ का इस्तेमाल किया जाएगा.”

महाराष्ट्र के मुंबई में विपक्षी गठबंधन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) की बैठक होने वाली है. इससे पहले एयरपोर्ट और मीटिंग वाली जगह के बाहर भगवा झंडे लगाए गए हैं. ये झंडे उद्धव ठाकरे गुट की ओर से लगाए गए और कहा कि हिंदुत्व ही हमारी पहचान है. भारतीय कामगार सेना (यूबीटी) के सचिव संतोष कदम ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि हमने मुंबई एयरपोर्ट पर भगवा झंडे लगाए हैं. ये हमारी पहचान है.

उन्होंने कहा, “हिंदुत्व हमारी पहचान है और भारत में रहने वाले सभी हिंदू हैं. बाकी बचे हुए गठबंधन के साथी भी इससे सहमत होंगे.” वहीं, तमाम विपक्षी नेताओं के स्वागत वाले पोस्टरों से मुंबई की सड़कें पटी पड़ी हैं. इस पोस्टर्स पर बोल्ड अक्षरों में जुड़ेगा भारत, जीतेगा भारत लिखा हुआ है. जिन नेताओं के पोस्टर्स लगाए हैं उनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री औऱ तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी, सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला शामिल हैं. 

अखिलेश यादव, बिहार से मुख्यमंत्री झारखंड से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तमिलनाडु से एमके स्टालिन, दिल्ली से अरविंद केजरीवाल, पंजाब से मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ ही सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे आज मुंबई पहुंचेंगे। उद्धव ठाकरे नेताओं के लिए रात्रिभोज का आयोजन करेंगे।

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘कोई कहे राहुल, कोई कहे नीतीश, कोई कहे ममता… अरविंद केजरीवाल की पार्टी तो पहले से ही कह रही है कि उनको पीएम बनना चाहिए. पीएम की एक कुर्सी होती है, यहां तो चटाई की नौबत है. जब तक नेतृत्व स्थिरता के साथ काम नहीं करें तो देश आगे कैसे बढ़ेगा. आज दल मिल रहे हैं, दिल नहीं मिल रहे हैं. मोदी जी के नेतृत्व में हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यव्स्था बनेंगे. कांग्रेस पार्टी की मिसाइल में तेल नहीं है. घमंडिया गठबंधन करके आप सोच रहे हैं कि आपका मिसाइल लॉन्च हो जाएगा.’

जेडीयू सूत्रों के मुताबिक गठबंधन में शामिल 5 नेता संयोजक पद के लिए नीतीश कुमार के नाम पर सहमत हैं, लेकिन आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने अघोषित वीटो लगा दिया है. लालू के विरोध की वजह से ही संयोजक को लेकर अब तक तस्वीर साफ नहीं हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक गठबंधन के भीतर संयोजक का पद सबसे महत्वपूर्ण होगा. सीट बंटवारे से लेकर मेनिफेस्टो फाइनल करने की जिम्मेदारी संयोजक पर ही होगी.

भाकपा नेता डी राजा ने इंडिया गठहबंधन पर कहा, ‘हम लोग का एक ही काम है बीजेपी को हराना. इंडिया गठबंधन में पीएम पद को लेकर कोई असंजस नहीं है. पहले भी गठबंधन हुआ है और पीएम बने है.’

CPI महासचिव डी राजा ने कहा, “INDIA गठबंधन का प्राथमिक उद्देश्य देश को बचाना, संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता संघवाद को बचाने के लिए सामूहिक रूप से लड़ना और भाजपा को हराना है. देश बहुत संकट में है. देश अनेक संकटों में है और देश को भाजपा-आरएसएस के चंगुल से मिलकर मुक्त कराना है. विपक्ष के एक साथ आने का यही प्राथमिक उद्देश्य है. हमें विश्वास है कि भाजपा को सत्ता से हटा दिया जाएगा.”

कर्नाटक में जीतने के बाद कांग्रेस में कोर वोट के लौटने का भरोसा

INDIA का लोगो बनकर तैयार है. सूत्रों से जानकारी मिली है कि लोगो पर सिर्फ मुहर लगना बाकी है. तृणमूल कांग्रेस की बड़ी भूमिका रहेगी. इसके डिज़ाइन में देश की अस्मिता और विभिन्नता दोनों को एक साथ पेश किया गया है. हर दल के अस्तित्व को साथ रखकर चलने के लिए खास मीडिया और सोशल मीडिया स्ट्रैटेजी भी बनाई जाएगी. देशभर में गठबंधन के लिए सही लोग सही ढंग से बीजेपी के खिलाफ बात करेंगे और मुद्दे उठाए जाएंगे.

NDA का मुकाबला करने के लिए विपक्ष के 28 दल साथ आए हैं. विपक्षी गठबंधन की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई थी. जबकि दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई थी. इसी बैठक में गठबंधन को ‘INDIA’ नाम दिया गया था लेकिन मुंबई में होने वाली बैठक में 28 विपक्ष दलों के नेता शामिल होंगे.

मुंबई में होने वाली INDIA गठबंधन की बैठक में तय किया जाएगा कि इस गठबंधन को किस तरह आगे ले जाना है. गठबंधन के संयोजक से लेकर इसके हेड ऑफिस तक पर विचार मंथन होगा. लेकिन इन सभी सवालों के बीच सबसे जरूरी सवाल ये है कि क्या विपक्षी दलों के बीच गठबंधन की तरफ से पीएम पद के नाम पर सहमति बन पाएगी?

गोदी मीडिया और बीजेपी के लोग चिंता ना करें। विपक्ष से INDIA का जो भी प्रधानमंत्री होगा वो मोदी जी से लाख गुणा अच्छा, सच्चा, ईमानदार और जनता के प्रति वफ़ादार होगा;’ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव 

नीतीश के नाम पर कौन-कौन नेता सहमत हैं? इंडिया गठबंधन में अब कुल 28 दल शामिल हैं. बीएसपी, इनेलो, एआईयूडीएफ समेत 5 और दलों को शामिल कराने की कवायद चल रही है.

राहुल गांधी- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी नीतीश कुमार को संयोजक बनाने पर सहमत हैं. शरद पवार- एनसीपी चीफ शरद पवार नीतीश कुमार को खुलकर खुद से बेहतरीन दावेदार बता चुके हैं. इंडिया गठबंधन में नीतीश कुमार के बाद पवार ही सबसे बड़े दावेदार हैं सीताराम येचुरी- सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी भी नीतीश कुमार के पक्ष में हैं. नीतीश जब बीजेपी से अलग हुए थे, तब येचुरी ही सबसे पहले उन्हें फोन लगाकर बधाई दी थी. येचुरी नीतीश के सहारे बंगाल में लोकसभा की सीट भी पाना चाहते हैं.  डी राजा- सीपीआई के डी राजा भी नीतीश की पहल की तारीफ कर चुके हैं.  अरविंद केजरीवाल- गठबंधन के भीतर कई आम आदमा पार्टी को लेकर असहज है, लेकिन नीतीश की पैरवी की वजह से आप इंडिया गठबंधन में शामिल है. केजरीवाल भी नीतीश के सहारे अधिक सीट पाने की कोशिश में हैं. इसलिए उनका भी समर्थन नीतीश को है.

आरजेडी सूत्रों के मुताबिक लालू यादव नीतीश कुमार को संयोजक बनाना चाहते हैं, लेकिन उनकी मांग है कि नीतीश सीएम की कुर्सी छोड़ दिल्ली जाएं. इंडिया गठबंधन का मुख्यालय दिल्ली में ही बनाने की बात हो रही है.

बिहार में जातिगत सर्वे पर भाजपा लगातार ऊहापोह में है।

AAP सांसद राघव चड्‌ढा ने कहा कि हम PM पद के लिए इस गठबंधन से नहीं जुड़े हैं। अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री बनने की रेस में नहीं हैं। हम इस गठबंधन से इसलिए जुड़े हैं ताकि बेहतर भारत का ब्लूप्रिंट तैयार हो सके। अगर कोई पार्टी ये कहती है कि हमने पीएम पद के लिए INDIA अलायंस को जॉइन किया है, तो इसका मतलब है कि हमारे पास पीएम बनने लायक कई चेहरे हैं।

बिहार डिप्टी CM और RJD लीडर तेजस्वी यादव ने कहा- हम सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए एकजुट हुए हैं। इस देश के लोगों को गठबंधन चाहिए। हर कोई जानता है कि पीएम चुनने की प्रक्रिया क्या है। सांसद मिलकर अपना पीएम चुनेंगे। हमारा ये गठबंधन पीएम मोदी से ज्यादा ईमानदार और लोगों के प्रति वफादार होगा।

 बिहार के मुख्यमंत्री ने I.N.D.I.A. का कन्वीनर बनने से मना कर दिया है। 28 अगस्त को उन्होंने कहा, ‘मैं कुछ भी नहीं बनना चाहता, ये बात मैं बार-बार कहता आया हूं। मेरी ऐसी कोई इच्छा नहीं है। मैं बस सभी को एकजुट करना चाहता हूं।

मुंबई में होने वाली तीसरी मीटिंग में सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा होनी है। इसमें 11 सदस्यीय कोऑर्डिनेशन कमेटी को भी अंतिम रूप दिया जाएगा। इसमें कांग्रेस, TMC, DMK, आप, JDU, RJD, शिवसेना (यूबीटी), NCP, झारखंड मुक्ति मोर्चा, समाजवादी पार्टी और CPI(M) से एक-एक सदस्य होंगे। गठबंधन में शामिल अन्य छोटे दलों को समिति में जगह नहीं मिलेगी।

2024 लोकसभा चुनावों को देखते हुए संयुक्त विरोध प्रदर्शनों और रैलियों को आयोजित करने के एक अन्य पैनल की घोषणा करने की भी संभावना है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी दलों के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखने के लिए एक संयुक्त सचिवालय की भी जल्द घोषणा की जाएगी।

बैठक के दौरान सभी पार्टियों के आपसी मतभेद को दूर किया जाएगा। खासकर उन राज्यों में जहां वे सीधे चुनावी लड़ाई में हैं। केरल में कांग्रेस और लेफ्ट, पश्चिम बंगाल में लेफ्ट और TMC, पंजाब और दिल्ली में AAP और कांग्रेस, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर में PDP और नेशनल कॉन्फ्रेंस एक-दूसरे के धुर-विरोधी हैं। ऐसे में इस मसलों को सुलझाना होगा।

बैठक में सीट बंटवारे का फॉर्मूला प्रमुख मुद्दा है। सहमति इस बात पर है कि भाजपा के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार हो। 2019 में जिस पार्टी का प्रत्याशी दूसरे नंबर पर था, उसे मजबूत दावेदार माना जाएगा। पिछली बार कांग्रेस 209, TMC 19, SP 31, RJD 19, NCP 15 सहित इंडिया के 26 में से 14 दल 326 सीटों पर दूसरे नंबर पर थे। BJD, YSRC, BRS जैसे जो दल साथ नहीं हैं, वहां ऐसे उम्मीदवार को मजबूत दावेदार माना जाएगा, जिससे भाजपा को फायदा न हो।

MP, UP, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, बंगाल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल और झारखंड में SC-ST 26.8% व OBC करीब 42% हैं। इन्हीं राज्यों में I.N.D.I.A के दल सरकार में हैं या मजबूत विपक्ष की भूमिका में हैं।

गठबंधन में कांग्रेस, TMC, DMK, AAP, JDU, RJD, JMM, NCP (शरद गुट), शिवसेना (उद्वव गुट), SP, एनसी, PDP, CPM, CPI, RLD, MDMK, केएमडीके, वीसीके, आरएसपी, सीपीआई-एमएल (लिबरेशन), फॉरवर्ड ब्लॉक, आईयूएमएल, केरल कांग्रेस (जोसेफ), केरल कांग्रेस (मणि), अपना दल (कामेरावादी) और एमएमके शामिल हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने I.N.D.I.A में कुछ और राजनीतिक पार्टियों के शामिल होने की बात कही है। 27 अगस्त को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि NDA की पिछली बैठक में शामिल होने वाले 38 दलों में से चार विपक्षी गठबंधन के संपर्क में हैं। जल्द ही वे I.N.D.I.A. के साथ जुड़ जाएंगे।

विपक्षी दलों के I.N.D.I.A. गठबंधन की तीसरी बैठक में सपा प्रमुख अखिलेश यादव, RLD प्रमुख जयंत चौधरी और अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल की मौजूदगी में यूपी की 80 लोकसभा सीटों के बंटवारे का प्लान पेश करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश ने जो प्लान बनाया है उसमें 60% सीटें यानी 48 सीट खुद अपने लिए रखी है। जबकि 40% यानी 32 सीटें दूसरे दलों को देने का प्रस्ताव दिया है। 

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