केजरीवाल जब भी यहां से प्रचार शुरूआत करते हैं तो ……
अच्छा प्रदर्शन करती है- आम आदमी पार्टी – बुराड़ी एरिया पूर्वांचल बहुल एरिया माना जाता है. पिछले कुछ चुनावों में बुराड़ी इलाका आप का गढ़ रहा है # दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन की 200 बीघा ‘काली ज़मीन’ #www.himalayauk.org (Web & Daily Newspaper) publish at Dehradun & Haridwar:
केजरीवाल ने लोगों को एक तरह डराया कि अगर एमसीडी में आम आदमी पार्टी हार गई तो बिजली पानी महंगे हो जाएंगे. उन्होंने एक बीजेपी नेता द्वारा बताई गई एक बात का हवाला दिया और कहा कि मुझे बताया गया कि अगर एमसीडी में बीजेपी या कांग्रेस की सरकार आ गई तो बिजली पानी के विभाग जो अभी दिल्ली सरकार के पास हैं वे नगर निगम को ट्रांसफर हो जाएंगे,
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अधीन एक जो एक सीक्रेट ग्रुप काम कर रहा है वह संदिग्ध वित्तीय लेनदेन के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के रडार के नीचे आ गया है. मीडिया सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आ रही है. दिल्ली सरकार के विजिलेंस विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली सरकार ने स्कूलों में जारी भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए एक खुफिया यूनिट का निर्माण किया था, फीडबैक यूनिट नाम का ये ग्रुप सीधे मुख्ममंत्री अरविंद केजरीवाल के नीचे काम करता था. मीडिया सूत्रों के मुताबिक फीडबैक यूनिट को 1 करोड़ रुपये का गुप्त सेवा निधि आवंटित किया गया था, लेकिन स्टिंग ऑपरेशन पर केवल 50,000 रुपये खर्च किए. कालका पब्लिक स्कूल में दाखिले को लेकर मांगे जाने वाली रिश्वत की शिकायत के आधार पर जांच के लिए करीब 50 हजार रुपए खर्च किए गए. ये पैसा एसीबी के क्लर्क कैलाश चंद के नाम पर जारी किया गया था.
लेकिन जब रिकॉर्ड की जांच की गई तो पाया गया कि इस नाम को कोई कर्मचारी एसीबी में काम ही नही करता. ‘डीएनए’ को मिले दस्तावेजों से ये खुलासा हुआ है.सूत्रों के मुताबिक पिछले महीने सीबीआई ने इस मामले में एक केस भी दर्ज किया है. सूत्रों के मुताबिक इस खुफिया विभाग में इंटेलिजेंस ब्यूरों के कुछ रिटायर्ड अधिकारी, इन्कम टैक्स और दूसरी जांच एंजेन्सियों के अधिकारी इस खुफिया यूनिट का हिस्सा थे, जिन्हें पैसे और व्हीकल की सहायता की गई थी.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल एमसीडी चुनाव में बुराड़ी में अपनी पहली पब्लिक मीटिंग की हैं. पिछले कुछ चुनावों से आम आदमी पार्टी को बुराड़ी काफी रास आया है. ऐसा माना जा रहा है कि जब-जब अरविंद केजरीवाल बुराड़ी से चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हैं पार्टी अच्छा प्रदर्शन करती है. दिल्ली का बुराड़ी एरिया पूर्वांचल बहुल एरिया माना जाता है. पिछले कुछ चुनावों में बुराड़ी इलाका आप का गढ़ रहा है. बुराड़ी में ऑटो चालकों का एक बहुत बड़ा समूह रहता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह आप का परंपरागत वोट बैंक है. एमसीडी चुनाव में विभिन्न पार्टियों के स्टार प्रचारकों के मैदान में उतरने का सिलसिला शुरू होने के साथ ही राजनीतिक तापमान में भी तेजी आने लगी है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के लिए शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत की. उन्होंने अपनी पहली चुनावी जनसभा में बीजेपी और कांग्रेस को जमकर निशाना बनाया. उन्होंने जहां एमसीडी में सत्तासीन बीजेपी की खामियां गिनाईं वहीं दिल्ली सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं. केजरीवाल मीडिया को भी निशाना बनाने से नहीं चूके. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के बुराड़ी में एक जनसभा को संबोधित कर अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की. यह इलाका आम आदमी पार्टी का सबसे मजबूत वोट बैंक माना जाता है. जनसभा में आई भीड़ ने इस बात की तस्दीक की. हालांकि केजरीवाल के लिए आज आई भीड़ अहम है क्योंकि पंजाब चुनाव में हार और उसके बाद पार्टी के बवाना विधायक के बीजेपी में शामिल हो जाने से आम आदमी पार्टी बैकफुट पर थी. ऐसे में इस जनसभा में आई भीड़ से वह कुछ राहत की सांस ले रही होगी. अहम बात यह रही कि केजरीवाल ने बीजेपी, कांग्रेस, अमित शाह, शीला दीक्षित सबके नाम लिए लेकिन कहीं भी उन्होंने पीएम मोदी का नाम नहीं लिया. असल में इससे यह संकेत मिलता है कि केजरीवाल फिलहाल पीएम मोदी के दम बीजेपी को मिली जबरदस्त जीत से समझे हैं कि मोदी से इस समय भिड़ने में नुकसान ही होगा फायदा नहीं. इसलिए पहले जहां पीएम मोदी की आलोचना करते थे, कोसते थे, 11 मार्च के बाद से ऐसा बंद सा हो गया है. शायद केजरीवाल उसी रणनीति पर चल रहे हैं जिस पर दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में चले थे. यानी केवल अपने काम का बखान और पीएम मोदी पर हमले से परहेज़.
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बीजेपी को इस बार एमसीडी में पटखनी देने का दावा करने वाली आप पूरी तैयारी में दिख रही है. आम आदमी पार्टी ने उम्मीदवारों के ऐलान में भी बाजी मार ली है और अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुराड़ी से अपने चुनाव कैंपेन का आगाज भी कर रहे हैं.
दूसरी तरफ, उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं करने के बावजूद कांग्रेस ने अपने चुनाव कैंपेन की शुरूआत कर दी है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह इस बार कांग्रेस के स्टार प्रचारक के तौर पर दिल्ली में दिख रहे हैं.कांग्रेस की तरफ से चाट पर चर्चा के जरिए भी वोटरों को खींचने की कोशिश हो रही है. लेकिन, बीजेपी चुनावी कैंपेन में लगने के बजाए अभी उधेड़-बुन में ही फंसी हुई है. एमसीडी चुनाव में बीजेपी की तरफ से 42 बड़े स्टार प्रचारकों की लिस्ट तो जारी हो गई है. लेकिन, पार्टी अबतक 42 उम्मीदवारों का चयन नहीं कर पाई है.
यूं तो बीजेपी के लिए सभी 272 सीटों पर उम्मीदवारों का चयन बड़ी चुनौती है. लेकिन, लाख मगजमारी के बावजूद मामला इस कदर उलझ गया है कि इस गुत्थी को सुलझाने में पसीने छूट रहे हैं.
अब नोमिनेशन में महज तीन दिन का और वक्त है तो गुत्थी सुलझानी ही पड़ेगी. 27 मार्च से नोमिनेशन शुरू है और 3 अप्रैल आखिरी दिन है, लेकिन, बीजेपी अब तक उम्मीदवारों की सूची जारी करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है. काफी उहापोह और कई दौर की चली बैठकों के बाद बीजेपी की तरफ से उम्मीदवारों के नाम को कई इलाकों में तय किया जा चुका है. लेकिन, अभी भी बीजेपी को कांग्रेस की सूची जारी होने का इंतजार है.
ये इंतजार यूं ही नहीं है. इस इंतजार के जारी होने के पीछे वो डर है जो बीजेपी आलाकमान के फरमान के बाद पार्टी के प्रदेश के नेताओं के भीतर घर कर गई है. पार्टी आलाकमान ने फरमान जारी कर दिया कि मौजूदा पार्षदों और उनके रिश्तेदारों को टिकट नहीं मिलेगा. इस फरमान के बाद बीजेपी के मौजूदा पार्षदों के भीतर असंतोष भी है और डर भी. कुछ तो निर्दलीय भी खड़े हो रहे हैं तो कुछ विकल्प तलाश रहे हैं. इसी डर से लगता है बीजेपी अबतक अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं कर पाई है.
बीजेपी को लगता है कि टिकट कटने पर ज्यादातर पार्षद और उनके रिश्तेदार कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं. इसी डर से बीजेपी अबतक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं कर पाई है.
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केजरीवाल ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को निशाना बनाते हुए कहा कि ”मैं आपको (अमित शाह) चैलेंज करता हूं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र आदि में आपकी सरकार है. दो साल में हमारी सरकार के काम से तुलना कर लो, डिबेट कर लो. दूसरे राज्य छोड़ो, यहीं देख लो 10 साल में बीजेपी ने एमसीडी में एक काम बता दो, जो किया हो. बिजली के रेट आधे करने पर मेरा मजाक उड़ाते थे लेकिन देखो मैंने किए. लेकिन यह मीडिया वाले अच्छा काम नहीं दिखाते. बस हमारे खिलाफ ही दिखाते हैं. पूरे देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली में है. दो साल में एक रुपया बिजली का नहीं बढ़ने दिया. अमित शाह को चैलेंज है गुजरात में, मुंबई में बिजली सस्ती करके दिखा दें.” उन्होंने दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि ”पानी फ्री करने के लिए कहा तो मेरा मजाक उड़ा, लेकिन मैंने करके दिखाया. कहते थे केजरीवाल दिल्ली जल बोर्ड का भट्टा बैठा देगा. लेकिन दिल्ली जल बोर्ड ने 178 करोड़ का मुनाफा कमाया. इस साल के अंत तक दिल्ली के हर घर में पाइपलाइन से पानी आ जाएगा. दो साल में 309 कॉलोनियों में पीने का पानी पहुंचाया. पानी के पुराने बिल माफ किए. दो साल में दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायापलट कर दिया. नए सरकारी स्कूलों में स्विमिंग पूल बन रहे हैं लिफ्ट लग रही हैं.” उन्होंने कहा कि ”दो साल से दिल्ली का सीएम हूं. एक बार भी विदेश नहीं गया. बस मदर टेरेसा के लिए गया. मैं दूसरे नेताओं की तरह नहीं हूं. मैं खुद नहीं टीचर्स को भेजता हूं जिससे वे आपके बच्चों को और बढ़िया पढ़ाएं.” केजरीवाल ने कहा कि ”150 मोहल्ला क्लिनिक एयर कंडिशंड हैं ‘एक दम फन्ने खां’. पूरे देश में सबसे ज्यादा न्यूनतम मजदूरी कर दी है. बीजेपी कांग्रेस वालों ने बहुत विरोध किया. सब बुजुर्ग और महिलाओं की पेंशन 2500 रुपये महीना कर दी है. हमने दिल्ली सरकार में करप्शन बंद कर दिया, इसलिए हमारे पास पैसा ही पैसा है.” उन्होंने बीजेपी की निंदा करते हुए कहा कि ”रानी झांसी रोड बीजेपी की एमसीडी 2006 से बना रही है, आज तक नहीं बनी. दिल्ली देश की राजधानी है, चारों तरफ कूड़ा ही कूड़ा, मच्छर ही मच्छर. पिछले साल मैंने 7500 रुपये एमसीडी को दिए, बीजेपी वालों के हाथ पैर जोड़े लेकिन ये नहीं माने सफाई नहीं कराई. एक साल दे दो मैं दिल्ली को साफ कर दूंगा.”
अपना भाषण खत्म करते-करते केजरीवाल ने लोगों को एक तरह डराया कि अगर एमसीडी में आम आदमी पार्टी हार गई तो बिजली पानी महंगे हो जाएंगे. उन्होंने एक बीजेपी नेता द्वारा बताई गई एक बात का हवाला दिया और कहा कि मुझे बताया गया कि अगर एमसीडी में बीजेपी या कांग्रेस की सरकार आ गई तो बिजली पानी के विभाग जो अभी दिल्ली सरकार के पास हैं वे नगर निगम को ट्रांसफर हो जाएंगे, जैसे पहले होते थे, जब दिल्ली में विधान सभा नहीं थी. उन्होंने कहा कि पूरे देश में बीजेपी कांग्रेस वालों को बिजली पानी महंगे करने में दिक्कत हो रही है इसलिए ऐसा किया जा सकता है. इसके बाद उन्होंने जनता से कहा कि आप इस षड्यंत्र को कामयाब न होने देना और नगर निगम में आम आदमी पार्टी को ही वोट देकर आप की ही सरकार बनवाना. केजरीवाल जानते हैं कि दिल्ली में बिजली पानी के दाम इतना बड़ा मुद्दा हैं कि इसके दम पर उन्होंने दिल्ली से शीला दीक्षित की सरकार की विदाई करवा दी थी और सरकार में आते ही सबसे पहले बिजली पानी सस्ते किए.