मोदी के खिलाफ ‘फतवा’

साक्षी महाराज के खिलाफ एफआईआर -महाराज का विवादित बयान

हिमालयायूके न्‍यूज पोर्टल प्रस्‍तुति 

CAPTION; The Prime Minister, Shri Narendra Modi gifts to the Prime Minister of Portuguese Republic, Mr. Antonio Costa, his father’s novel, translated to English, through the Embassy of India in Portugal, at Hyderabad House, in New Delhi on January 07, 2017.
कोलकाता की एक मुख्य मस्जिद के इमाम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘फतवा’ जारी करते हुए आरोप लगाया कि मोदी ने नोटबंदी के जरिए लोगों को ‘ठगा’ है। भाजपा ने इमाम की गिरफ्तारी की मांग की है। कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम सैयद मोहम्मद नुरूर रहमान बरकती ने कहा, ‘रोजाना लोग परेशान हो रहे हैं और समस्या का सामना कर रहे हैं।’ उन्होंने एक सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘मोदी समाज और निर्दोष लोगों को नोटबंदी के जरिए ठग रहे हैं और कोई भी नहीं चाहता कि वह प्रधानमंत्री पद पर बने रहें।’ उनके बयान को ‘फतवा’ करार देते हुए भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ‘‘हमारी मांग है कि ममता बनर्जी तत्काल उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दें। हमारे प्रधानमंत्री के खिलाफ फतवा बहुत निंदनीय है। जब उन्होंने फतवा जारी किया तो तृणमूल कांग्रेस के सांसद इदरीस अली उनके बगल में बैठे थे।’’-

 

साक्षी महाराज के खिलाफ एफआईआर -महाराज का विवादित बयान

मेरठ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के विवादित सांसद साक्षी महाराज ने जनसंख्या बढ़ोतरी पर बोलते हुए एक बार फिर विवादित बयान दिया है। साक्षी महाराज ने कहा कि जनसंख्या में बढ़ोतरी उस समुदाय के वजह से हो रही है, जिसमें चार पत्नियां रखी जाती हैं और 40 बच्चे पैदा किए जाते हैं। सीधे तौर पर मुस्लिमों का नाम नहीं लेते हुए उन्होंने कहा, ‘जनसंख्या में बढ़ोतरी हिंदुओं की वजह से नहीं हो रही है। यह उस समुदाय की वजह से हो रही है, जिसमें चार पत्नियां रखना और 40 बच्चे पैदा कर सकते हैं।’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘माताएं केवल बच्चे पैदा करने की मशीनें नहीं हैं, हिंदू हो या मुस्लिम सभी माताओं का सम्मान किया जाना चाहिए।’

इस मामले में साक्षी महाराज के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। आईपीसी की धारा 298 और अन्य के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने भाजपा सांसद साक्षी महाराज के विवादित बयान को लेकर मेरठ के जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के मुताबिक आयोग ने साक्षी महाराज के शुक्रवार के विवादास्पद बयान को लेकर रिपोर्ट तलब की है।

उनका यह बयान साफतौर पर सुप्रीम कोर्ट के उस नियम का उल्लंघन है, जिसमें कहा गया था कि धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगे जा जाएं। बता दें, यूपी में फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव हैं। वहां पर अभी आचार संहित लगी हुई है। सांसद साक्षी महाराज किसी रैली को संबोधित नहीं कर रहे थे और ना ही कोई चुनाव प्रचार कर रहे थे, लेकिन उन्होंने वहां इकट्ठा हुई भीड़ को संबोधित किया। उन्होंने उत्तरप्रदेश में चुनाव से पहले सांप्रदायिक बयान दिया है। अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग साक्षी महाराज के बयान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करता है या नहीं। साक्षी महाराज पहले भी ऐसे कई तरह के बयान दे चुके हैं।

साक्षी महाराज मेरठ में एक मंदिर का उद्घाटन करने आए थे। तभी उन्होंने यह बयान दिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ‘तीन तलाक’ खत्म होना चाहिए। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कहा। सीएनएन न्यूज 18 के मुताबिक महाराज ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि मैंने किसी समुदाय पर टिप्पणी नहीं की। मेरे बयान को तोड़ मोड़ कर पेश किया गया है और मैं चुनाव आयोग का सामना करने के लिए तैयार हूं।

कांग्रेस नेता केसी मित्तल ने एएनआई से कहा, ‘जाति और धर्म पर आधारित साक्षी महाराज का भाषण भड़काऊ है। यह एमसीसी और सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले का उल्लंघन है।’ साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी इसके खिलाफ चुनाव आयोग जाएगी। हालांकि, भाजपा ने साक्षी महाराज के बयान से दूरी बना ली है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इसे पार्टी का पक्ष ना समझा जाए।

बाद में अपने बयान पर सफाई देते हुए महाराज ने कहा, ‘जनसंख्या बढ़ रही है, जमीन कम है। मैंने केवल कहा था कि महिलाएं मशीन नहीं है। ऐसे में चार पत्नियां रखना, 40 बच्चे पैदा करना और तीन तलाक स्वीकार्य नहीं हैं।’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘मुझे और मेरे भाईयों को अवार्ड मिलना चाहिए। हम चारों ही अविवाहित हैं और उनके बच्चे होने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता।’

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