सनसनी- UK;ऊर्जा विभाग में 240 करोड़ का घोटाला-प्रूफ सहित

ANUP NAUTIYAL & PUBLICऊर्जा विभाग में 240 करोड़ का घोटाला – अनूप नौटियाल ने दिया CBI को प्रूफ सहित शिकायती पत्र।

देहरादून- आज 22 जुलाई को आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश संयोजक अनूप नौटियाल के नेतृत्व में कई कार्यकर्ताओं ने CBI के एस पी सुजीत कुमार के माध्यम से CBI डायरेक्टर अनिल कुमार सिन्हा को शिकायती पत्र सौंपा।

जैसे को आपको ज्ञात होगा कि पूर्व में अनूप नौटियाल द्वारा ऊर्जा विभाग में 240 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश किया गया था। इस घोटाले के बारे में CAG ने कड़ी टिप्पणियां की थी।इस मामले की शिकायत विजिलेंस से पूर्व में की गई थी परंतु अभी तक इसमें कुछ कार्यवाही नहीं हुयी हे।

इसी के मद्देनजर आज CBI को शिकायती पत्र सौंप कर उचित और जल्द कार्यवाही की मांग की गई। अनूप ने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो माननीय हाइकोर्ट में PIL दाखिल करेंगे। उन्होंने कहा कि भरष्टाचार के खिलाफ हमारी जंग जारी रहेगी।

इस मौके पर रणवीर चौधरी, पूजा भल्ला, हेमलता पन्त,सुनीता सिंह, मंजू शर्मा, अजय पैन्यूली, सी एम लूथरा, अब्दुल रहमान, महेश तंगवांन, गणेश काला,नवीन कोठियाल, राजीव जायसवाल, मधुसूदन, प्यारे नौटियाल,अरुण ढोंढ़ीयाल, चेतन गिरी, अमर सिंह यादव, गोविन्द बिष्ट, आशीष निराला, ओंकार भाटिया, समीर मुंडेपी आदि उपस्थित थे।

कमल देवराड़ी
9897009322

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CBI को दिया गया शिकायती पत्र

सीबीआई (CBI) से मांग: त्वरित व निर्धारित समय में हो ऊर्जा विभाग के महाघोटाले की जांच, भ्रष्टाचारी पहुंचे सलाखों के पीछे

22 जुलाई, 2016

सेवा में,
श्री अनिल कुमार सिन्हा
डाॅयरेक्टर
सेन्ट्रल ब्यूरो आॅफ इन्वेस्टीगेशन (CBI)
प्लाॅट न0 5 बी, 6वां फ्लोर, सीजीओ काॅम्पलेक्स
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम मार्ग
नई दिल्ली-110003

महोदय,

आप अवगत हैं कि उत्तराखंड में बढ़ते भ्रष्टाचार के मामलों के कारण आज प्रदेश की छवि पूरे देश के 36 राज्यों और केंद्र शासित राज्यों में सबसे निचले पायदान पर नंबर वन बन गई है। इसे विडम्बना ही कहा जा सकता है कि प्रदेश में आज तक भ्रष्टाचार के सामने आए सभी बड़े मामलों में कोई भी जांच अपने अंतिम निष्कर्ष तक नहीं पहुंची है। यदाकदा भ्रष्टाचार की शिकायतों पर हुई कार्रवाई पर अधिकांशतः चैकीदार, चपरासी, पटवारी, तहसीलदार स्तर के छोटे कर्मचारियों पर ही गाज गिरी है।

हम प्रदेशवासियों के हक से हो रहे खिलवाड़ के एक बेहद भ्रष्ट 240 करोड़ रुपये के ऊर्जा विभाग में हुए बड़े मामले को आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं। हम यह अपेक्षा करते हैं कि इस बड़े केस में जो कि साक्ष्य आधारित है पर आप त्वरित कार्रवाई करेंगे। हम आपका ध्यानाकर्षण करना चाहेंगे कि यह एक केन्द्र पोषित परियोजना है जिसके तहत उक्त टैण्डर आवंटित किया गया है।

तथ्यों पर आधारित आरोप:

अलग-अलग तारीखों में खोली गई ई-टेंडर बिड्स, कैग ने उठाई आपत्ति

a. काॅन्ट्रेक्ट नम्बर CCP-II/1&R-ARDRP-B/2013-14

b. मैमर्स एल एंड टी की प्राईस बिड 16.01.2014 को खोली गई।

c. मैमर्स फीडर लाॅयड्य की प्राईस बिड 18.01.2014 को खोली गई। (240 करोड़)

d. निविदा की प्राईस बिड अलग-अलग तारीखांे पर खोलना उत्तराखंड शासन के शासनादेश संख्या 177/XXXVII(7)/2008 दिनांक 1/5/2008 के प्राविधानों के विपरीत है।

e. ई-टेन्डिरिंग में अलग-अलग तारीखों में प्राइस बिड खोला जाना साइबर अपराध की श्रेणी में आता है।

f. कैग ने इस प्रकरण पर अपनी टिप्पणी देहरादून पुस्तक संख्या 199, लेखा परीक्षा ज्ञाप संख्या 14 में स्पष्ट की है और 240 करोड़ के इस टेंडर पर अपना विरोध दर्ज किया है।

g. कैग ने स्पष्टीकरण मांगा है कि दो अलग प्राइस बिड्स अलग-अलग तारीखों में क्यों खोली गई और किस तरीके से पहली कंपनी मैमर्स एल एंड टी की बिड को सुरक्षित रखा गया।

संलग्नक:

a. लैटर आॅफ अवार्ड मैमर्स फीडर लाॅयड्य को 240 करोड़ के आर्डर (पेज-3)

b. कैग टिप्पणी देहरादून पुस्तक संख्या 199, लेखा परीक्षा ज्ञापन संख्या 14 (पेज-4)

हमारी मांग :

एक निष्पक्ष जांच एजेंसी होने के नाते सीबीआई से हमारी मांग है कि मामले के प्रमाणिक सबूतों के आधार पर ऊर्जा विभाग, उत्तराखंड के उपरोक्त महाघोटाले की त्वरित और तय समय सीमा में जांच करवाकर भ्रष्टाचारियों को उनकी सही जगह सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए।

सादर सहित

अनूप नौटियाल
पूर्व अध्यक्ष
आम आदमी पार्टी उत्तराखंड एवं सामाजिक कार्यकर्ता
69 वसन्त विहार,
देहरादून-248006
उत्तराखण्ड

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