राष्ट्रपति से आशीर्वाद क्यों मांगा -किशोर उपाध्याय ने
हरीश रावत का बडा – हमारा लक्ष्य 2020 तक केदारनाथ को अपनी तरह का तीर्थ बनाने का है, ज्ञात हो कि 2017 में विधानसभा चुनाव है- हमारा प्रयास अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में गैरसैंण में विधानसभा सत्र आहूत – वही किशोर उपाध्याय ने राष्ट्रपति से आशीर्वाद क्यों मांगा महामहिम ने किया केदारनाथ धामके दर्शन #www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal)
दिनांक:- 28 सितम्बर 2016
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बुधवारको केदारनाथ जी की यात्रा की. राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल केके पॉल और मुख्यमंत्री हरीश रावत भी मौजूद थे. देश के 12 ज्योतिर्लिगों में से एक केदारनाथ शिवलिंग के दर्शन करके राष्ट्रपति बेहद खुश नजर आए.वह मंदिर के पवित्र गर्भगृह में करीब 20 मिनट रहे और उन्होंने पूजा-अर्चना की. राष्ट्रपति जी की कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के तहत भारतीय वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर से केदारनाथ मंदिर पहुंचे.
हेलिपैड से मंदिर तक जाते और आते हुएए.टि.वि में बैठेराष्ट्रपति जी को रास्ते में निम द्वाराकिएजा रहे कार्य के बारे में निम के हवालदार. देवेंदर बिष्टने जानकारी दी गई|
राष्ट्रपतिजीनेयहाँ के कार्य में लगी संस्था निम,पुजारियों और स्थानीय अधिकारियों से बातचीत की और उनसे मंदिर के जीर्णोद्धार कार्य के बारे में जानकारी ली तथायहाँ के कार्य प्रगतिदेख बेहद ख़ुशी जताई |
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की केदारनाथ यात्रा को प्रदेश के लिए गौरव की बात बताई #हमारा लक्ष्य 2020 तक केदारनाथ को अपनी तरह का तीर्थ बनाने का है
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को बीजापुर हाउस में मीडिया से अनौपचारिक वार्ता करते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की केदारनाथ यात्रा को प्रदेश के लिए गौरव की बात बताई, उन्होने कहा कि राष्ट्रपति के केदारनाथ आगमन से पुनर्निमार्ण पैकेज की राह भी खुलेगी। उन्होने कहा कि राष्ट्रपति की यह पहली केदारनाथ यात्रा थी। राष्ट्रपति के केदारनाथ यात्रा से चारधाम यात्रा को भी और अधिक ताकत मिलेगी। उन्होने कहा कि हमारा लक्ष्य 2020 तक केदारनाथ को अपनी तरह का तीर्थ बनाने का है जो देश व दुनिया के तीर्थो को आकर्षित करने वाला हो, उन्होने कहा कि केदारनाथ की तीर्थ यात्रा आस्था और साहस से भरी है, हमारे तीर्थ हमारी आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करने वाले बने, यह भी हमारा प्रयास है। उन्होने कहा कि केदारनाथ मे र्थीटियर सिक्योरिटी सिस्टम पर ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि यदि मौसम ने साथ दिया तो हमारा प्रयास अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में गैरसैंण में विधानसभा सत्र आहूत करने का है। उन्होने कहा कि राज्य का 2025 तक के विकास का रोड मैप भी तैयार किया जा रहा है इसके तैयार होते ही इसे भी विधानसभा के आगामी सत्र में रखा जायेगा। यह आधार 2017 के विकास का भी पेरामीटर होगा। उन्होने कहा कि पर्वतीय खेती व शिक्षा पर भी हमारा विशेष ध्यान है इस पर भी विधानसभा में चर्चा होगी। उन्होने कहा कि प्रदेश में नये जनपदो, तहसीलो व ब्लाको के पुनर्गठन आदि के लिये एक्सरसाइज की जा रही है। इस सम्बध में पूरी एक्सरसाइज करने के बाद ही निर्णय लिया जायेगा। उन्होने कहा कि राज्य स्थापना के बाद राज्य के विकास से सम्बंधित जितनी नीतिया बनी है राज्य के समग्र विकास के प्रति पिछले दो सालो में हमने उससे दुगनी नीतिया बनायी है।
उन्होने कहा कि पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रो में कृषि के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि यह हमारी आर्थिक विकास दर को मजबूती प्रदान करे, उन्होने कहा कि भविष्य में शहरी क्षेत्रो में बढ़ने वाली आबादी को आवश्यक नागरिक सुविधाये व संसाधन उपलब्ध कराने के लिये भी कार्ययोजना तैयार की जा रही है इसी के दृष्टिगत नगर पंचायतो, नगर निगमो को भी संसाधनो में बढ़ोतरी के प्रति भी ध्यान दिया जा रहा है।
किशोर उपाध्याय ने प्रेसीडेंट आफ इंडिया से आशीर्वाद मांगते हुए कहा- हिमालय और गंगा की रक्षा का कार्य शीघ्र शुरू हो इसके लिए आपका आशीर्वाद मिलना चाहिए
देहरादून 27 सितम्बर:
प्रदेष कांग्रेस कमेटी के 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल ने प्रदेष कंाग्रेस अध्यक्ष श्री किषोर उपाध्याय के नेतृत्व में श्री राश्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी जी से उनके निवास आषियाना में षिश्टाचार भेंट की।
श्री प्रेसीडेंट आफ इंडिया से भेंट के दौरान प्रदेश अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय ने श्री राश्ट्रपति से कहा कि उरी की आतंकवादी घटना के बारे में कांग्रेस पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी देश की सुरक्षा के सवाल पर पूरी तरह से सरकार के साथ खड़ी है। श्री राश्ट्रपति को स्मृति चिन्ह के रूप में श्रीबद्रीनाथ मंन्दिर भेंट करने के साथ-साथ गंगा जली भेंट करते हुए आग्रह किया कि हम उत्तराखड के कांग्रेसजनों का मानना है कि हिमालय और गंगा की रक्षा का कार्य शीघ्र शुरू हो इसके लिए आपका आशीर्वाद मिलना चाहिए। क्योंकि 90 के दशक में केन्द्रीय योजना आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में आपने भारत के योजना आयोग के वरिश्ठ अधिकारियों को टिहरी और उत्तरकाशी में भेज कर तब इस पर काम शुरू करने का अपना संकल्प दिखाया था और आज भी आप ही केन्द्र सरकार को इस काम के लिए दिषा निर्देष दे सकते हैं। इसके लिए यह आवष्यक है कि केन्द्र सरकार मध्य हिमालयी क्षेत्र के लिए एक सतत् विकास समावेषी नीति बनाकर इस पर जिम्मेदारी के साथ काम करे ताकि हिमालय और पतित पावनी मां गंगा जो हमारे इहलोक और परलोक को सुधारने का काम करती है, की रक्षा हो सके।
श्री राश्ट्रपति ने सभी बातांें को गम्भीरता पूर्वक सुनने के उपरान्त भरोसा दिलाया कि वे केन्द्र सरकार से इस विशय में वार्ता करने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि हिमालय और गंगा की रक्षा देषहित में आवष्यक है।
शिष्ट मण्डल में प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, एस.पी. सिंह, डाॅ0 आनन्द सुमन सिंह, श्रीमती संतोश कश्यप, श्री सुन्दर लाल मुयाल एवं श्री ताहिर अली शामिल थे।