Today Top News: अध्यात्म की रक्षा के लिए आप कार्य कर रहे हैं- भागवत & AIIMS के इमरजेंसी वॉर्ड में आग & संसद सदस्यता बहाल & ‘अमृत भारत स्टेशन स्कीम’- & केष्टो मुखर्जी -7 अगस्त 98वीं बर्थ एनिवर्सरी
Dt 7 August 2023:# HIGH LIGHT #आने वाला समय भारत और सनातन धर्म का है- मोहन भागवत # दिल्ली में AIIMS के इमरजेंसी वार्ड में आग # संसद सदस्यता बहाल & ‘अमृत भारत स्टेशन स्कीम’- 508 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास & अमेरिका ने भारत के कुछ हीरा कारोबारियों की सहायक कंपनियों के करोड़ों के फंड फ्रीज कर दिए # केष्टो मुखर्जी — सात अगस्त को 98वीं बर्थ एनिवर्सरी-
By Chandra Shekhar Joshi Chief Editor www.himalayauk.org (Leading Web & Print Media) Publish at Dehradun & Haridwar. Mail; himalayauk@gmail.com Mob. 9412932030 — कलयुग तारक मन्त्र- राधे राधे
अध्यात्म की रक्षा के लिए आप लोग कार्य कर रहे हैं- मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आने वाला समय भारत और सनातन धर्म का है. उन्होंने कहा, लगातार होने वाले हमलों से खासतौर पर उत्तर भारत में वैदिक ज्ञान को बहुत नुकसान हुआ है. वेदों में ज्ञान का खजाना है. संघ प्रमुख ने रविवार (6 अगस्त) को काशी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही.
मोहन भागवत रविवार को वाराणसी पहुंचे. उन्होंने गंगा के तट पर स्थित चेत सिंह किला परिसर में चातुर्मास कर रहे कांची कामकोटि के शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया. इस दौरान दोनों के बीच बातचीत भी हुई. इसके साथ ही भागवत ने शंकराचार्य के चातुर्मास व्रत स्थल पर आयोजित अग्निहोत्र सभा के यज्ञ कार्यक्रम में भाग लिया.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कार्यक्रम में बोलते हुए भागवत ने कहा, वेद हमारे ज्ञान का भंडार हैं. इसमें सब कुछ शामिल है. खासतौर से उत्तर भारत में होने वाले लगातार आक्रमणों के चलते वैदिक ज्ञान को नुकसान उठाना पड़ा. अग्निहोत्र के अनुनायी युगों से इस ज्ञान की रक्षा कर रहे हैं. संघ प्रमुख ने कहा कि इस परंपरा को विस्तार किए जाने की जरूरत है.
अग्निहोत्र परंपरा के अनुयायियों के काम की तारीफ करते हुए आरएसएस सर संघ चालक ने कहा, आप अपना काम करिए. आपकी सुरक्षा के लिए हिंदू समाज है. ये समय सनातन धर्म और भारत के उत्थान का है. भारत को पूरी दुनिया को धर्म का ज्ञान देना है. धर्म के मूल में सत्य है. उन्होंने कहा, आज पूरा विश्व वेदों के बारे में सोच रहा है. हमारे पास जानकारी है, लेकिन पूरी तरह नहीं जानते. आज भी हमारे अध्यात्म की रक्षा के लिए आप लोग कार्य कर रहे हैं. आपके दर्शन पाकर मैं धन्य हूं.
आरएसएस प्रमुख दो दिनों के वाराणसी दौरे पर हैं. सोमवार को उनका संघ कार्यालय में कार्यक्रम है, जहां वे संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद वे दिल्ली लौट जाएंगे. इसके पहले मोहन भागवत 18 जुलाई को 5 दिनों के काशी दौरे पर आए थे.
दिल्ली AIIMS के इमरजेंसी वॉर्ड में लगी आग, भयंकर तरीके से निकल रहा धुआं
दिल्ली में AIIMS के इमरजेंसी वार्ड में आग लग गई है. दिल्ली AIIMS के इमरजेंसी वॉर्ड में लगी आग, भयंकर तरीके से निकल रहा धुआं मौके पर दमकल की 8 गाड़ियां पहुंची हैं. आग पर काबू पाने की कोशिश जारी है. बताया जा रहा है कि एंडोस्कोपी डिपार्टमेंट में आग लगी है. फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग को बुझाने की कोशिश कर रही है. लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है. आग इतनी तेज है कि उसके धुएं का गुबार ऊपर तक उठता दिखाई दे रहा है. ताजा अपडेट के मुताबिक, इमरजेंसी वार्ड के ऊपर लगी आग बुझा दी गई है. वॉर्ड से मरीज निकाल लिए गए थे. राहत की बात है कि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है.
संसद सदस्यता बहाल– लोकसभा में आज का दिन कांग्रेस और बीजेपी के लिए काफी अहम
7 August 2023 सुप्रीम कोर्ट द्वारा ‘मोदी’ सरनेम टिप्पणी मामले में उनकी(राहुल गांधी) दोषसिद्धि पर रोक लगाने के बाद लोकसभा सचिवालय ने आज राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल की। संसद पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले गांधी प्रतिमा को नमन किया.
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की संसद सदस्यता बहाल हो गई है. इससे जुड़ी अधिसूचना जारी हो गई है. लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की सदस्यता बहाली से जुड़ा नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. 136 दिन बाद राहुल गांधी फिर से वायनाड के सांसद बन गए हैं. माना जा रहा है कि अब राहुल गांधी का कद और बढ़ जाएगा. पहले भारत जोड़ो यात्रा और अब संसद सदस्यता की बहाली से उनकी ताकत और बढ़ गई है. राहुल गांधी आज संसद में पहुंच केंद्र सरकार पर निशाना साध सकते हैं. राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने से कांग्रेस (Congress) समेत पूरे I.N.D.I.A. गठबंधन में जोश देखा जा रहा है.
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होने पर कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा, ‘हम सदन में उनका दोबारा स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं. इससे हमारी रैंक मजबूत होगी. कल अविश्वास प्रस्ताव आ रहा है, इससे हमारे तर्कों को बल मिलेगा कि इस सरकार ने भारत का विश्वास क्यों खो दिया है. मुझे पूरा यकीन है कि वे(राहुल गांधी) अविश्वास प्रस्ताव में हिस्सा लेंगे.’
लोकसभा सचिवालय की ओर से आज राहुल गांधी सदस्यता बहाल करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट बायो को ‘अयोग्य सांसद’ से ‘संसद के सदस्य’ के रूप में अपडेट कर दिया है.
लोकसभा में आज का दिन कांग्रेस और बीजेपी के लिए काफी अहम है. राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल हो चुकी है. सुप्रीम कोर्ट ने बीते 4 अगस्त को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि मामले में उनकी दोषिसिद्धि पर रोक लगा दी थी, जिससे उनकी लोकसभा सदस्यता बहाल होने का रास्ता साफ हो गया था. लोकसभा सचिवालय की तरफ से राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल किए जाने के बाद दिल्ली, 10 जनपथ के बाहर कांग्रेस समर्थकों ने जश्न मनाया.
संसद सदस्यता बहाल होने से ठीक पहले राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘मंडी में मंदी क्यों? ये जानने आजादपुर मंडी में मजदूरों, व्यापारियों और किसानों से मुलाकात की. जटाशंकर एक मजदूर हैं, जो इस काम के कारण एक साल से ज्यादा से घर नहीं जा पाए हैं, अपने परिवार से नहीं मिल पाए हैं. जाएं भी तो कैसे, काम छूटा तो पैसे कट जाएंगे और इस महंगाई में गुजारा और मुश्किल हो जाएगा. एक दुकानदार ने ये भी बताया कि नुकसान के कारण हफ्ते में दो से तीन रातें भूखे ही सोना पड़ता है. देश के गरीबों की समस्याओं का समाधान करना तो दूर, सरकार उन्हें सुन तक नहीं रही है. समय बदलेगा, भारत जुड़ेगा, गरीबों के आंसू पोछे जाएंगे.
‘अमृत भारत स्टेशन स्कीम’- 508 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये रविवार को ‘अमृत भारत स्टेशन स्कीम’ (Amrit Bharat Station Scheme) की शुरुआत की. इस योजना के तहत देशभर के 508 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा. भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे व्यस्त और सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में से एक है. इस नेटवर्क के जरिये हजारों कस्बे और शहर जुड़ते हैं. यह देशभर में लाखों लोगों के आवगमन में अहम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
यात्रियों के साथ-साथ माल परिवहन की सेवा को दुरुस्त करने के लिए भी सरकार की तरफ से कदम उठाए जा रहे हैं. सरकार लगातार यात्री सेवा को सुलभ करने के लिए नवीनतम तकनीक, सुविधाओं और बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने पर काम कर रही है. इसी कड़ी में देशभर के रेलवे स्टेशनों की कायापलट करने पर काम किया जा रहा है. यह सरकार के ‘नया भारत’ मिशन का हिस्सा है. अमृत भारत स्टेशन योजना (ABSS) के तहत देश के चुनिंदा 508 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है.
अमृत भारत स्टेशन योजना’ 27 दिसंबर, 2022 को रेल मंत्रालय की तरफ से शुरू की गई एक नई योजना है. इस योजना में दीर्घकालिक दृष्टि से स्टेशनों के विकास की परिकल्पना तैयार की गई है. यह योजना लंबी अवधि के लिए मास्टर प्लानिंग और स्टेशन से स्टेशन की जरूरतों और मांग के अनुसार कार्यान्वयन पर आधारित है अमृत भारत स्टेशन योजना का मकसद न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं के अलावा आधुनिक सुविधाओं को बढ़ाना है. इसका मकसद स्टेशन पर रूफ प्लाजा और सिटी सेंटर का निर्माण करना भी है. योजना के तहत नई सुविधाओं की शुरुआत के साथ मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन पर भी काम किया जाएगा.
अमेरिका ने भारत के कुछ हीरा कारोबारियों की सहायक कंपनियों के करोड़ों के फंड फ्रीज कर दिए
अमेरिकी सरकार की संस्था ऑफिस ऑफ फॉरेन ऐसेट कंट्रोल (OFAC) ने पिछले कुछ महीनों में ऐसे करोड़ों के फंड फ्रीज कर दिए हैं जिनका संबंध विदेशों में काम करने वाले भारतीय ज्वैलर्स से है. इनके ऊपर आरोप लगाया गया है कि ये रूस में खनन किए गए रफ हीरों (कच्चे हीरों) का आयात करके उपयोग कर रहे हैं. चिंताजनक बात ये है कि OFAC ने अब तक करीब 26 मिलियन डॉलर के फंड फ्रीज कर दिए हैं. OFAC ने अब तक करीब 26 मिलियन डॉलर के फंड फ्रीज कर दिए हैं.
जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (GJEPC) के चेयरमैन विपुलभाई शाह का कहना है कि इंडस्ट्री बॉडी के तौर पर हमने ये मुद्दा वाणिज्य मंत्रालय और यूएई में भारतीय दूतावास के सामने उठाया है. ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय हीरा कंपनियों के आयात के लिए यूएई सब्सिडियरी के जरिए किया गया था. ये रकम करीब 2.6 करोड़ डॉलर है और इसके तहत कई तरह के पेमेंट फंसे हुए हैं जिनका समाधान होना जरूरी है. उन्होंने ये भी कहा कि हम OFAC को समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि कई पेमेंट्स ऐसे हैं जो कि रूस पर प्रतिबंध लगने से पहले के हैं और रूसी सहायक कंपनियों के साथ भी पहले आर्थिक प्रतिबंध लगने से पहले वाले समय के हैं. रूस से सीधा हीरों का आयात होने वाला प्रतिशत तो बेहद मामूली है..
केष्टो मुखर्जी — सात अगस्त को 98वीं बर्थ एनिवर्सरी-
केष्टो मुखर्जी — सात अगस्त को 98वीं बर्थ एनिवर्सरी— का नाम जुबां पर आते ही वह चेहरा आंखों के सामने आ जाता है, जो फिल्मी पर्दे पर हमेशा ही शराबी बनकर लहराता नजर आया। जबकि वह शराबी की एक्टिंग के लिए एक बूंद दारू तक नहीं पीते थे। फिल्मों में केष्टो मुखर्जी के बेहद छोटे किरदार रहे, लेकिन अपनी एक्टिंग से उन्होंने हर किसी का दिल जीत लिया। शराबी की एक्टिंग करने में केष्टो मुखर्जी के आगे कोई टिक नहीं पाता था। हालांकि केष्टो मुखर्जी को जिंदगी में काफी स्ट्रगल करना पड़ा। उन्हें गंदी और मैली-कुचैली जगह में रहना पड़ा। खाने को अन्न का एक दाना भी नहीं था। पर स्ट्रगल की इस ‘आग’ ने केष्टो मुखर्जी को तपाकर ‘कुंदन’ बना दिया था। वो कुंदन, जिसने कई दशकों तक फिल्मी पर्दे के साथ-साथ लाखों लोगों के दिलों पर राज किया।
यह कहानी खुद केष्टो मुखर्जी ने 1981 में ‘स्टारडस्ट’ मैगजीन को दिए इंटरव्यू में बताई थी।
केष्टो मुखर्जी का जन्म 7 अगस्त 1925 में कोलकाता में हुआ था। बचपन से ही केष्टो को रुझान एक्टिंग की तरफ रहा। इसीलिए वह नुक्कड़ नाटकों का हिस्सा बने और खूब तारीफें भी मिलीं। अपने तीस साल लंबे करियर में केष्टो ने 90 फिल्मों में काम किया था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1952 में फिल्म ‘नागरिक’ से शुरुआत की थी। ऋत्विक घटक ने केष्टो मुखर्जी को उनके करियर का पहला रोल दिया था। इसके बाद वह ‘बारी ठेके पलिए’, ‘अजांत्रिक’ और ‘जुकती तक्को और गप्पो’ जैसी बंगाली फिल्मों में नजर आए। 1957 में आई फिल्म ‘मुसाफिर’ से केष्टो मुखर्जी ने बॉलीवुड में कदम रखे। उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा, और 1996 तक काम किया।
केष्टो मुखर्जी के करियर की आखिरी फिल्म 1996 में आई ‘आतंक’ थी। वह 1981 में आई रेखा और राकेश रोशन स्टारर ‘खूबसूरत’ में भी नजर आए। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर का ‘बेस्ट परफॉर्मेंस इन कॉमिक रोल’ का अवॉर्ड मिला था।
केष्टो मुखर्जी ने फिल्मों में जो मुकाम हासिल किया, उसे पाने से पहले बहुत ही दुखदायी स्थिति से गुजरना पड़ा। इंटरव्यू में केष्टो मुखर्जी ने अपने स्ट्रगल के दिनों की स्थिति शेयर करते हुए बताया था, ‘मैं बहुत पीता हूं। मैंने तब शराब पीनी शुरू की थी, जब मैं घर छोड़कर बॉम्बे हीरो बनने आया था। मैं रेलवे क्वार्टर में बने एक गंदे और मैले-कुचैले कमरे में रहता था। वहां खाने को कुछ नहीं था, बस पीने को ही था। मैं पीता था क्योंकि मैं फ्रस्ट्रैटेड था। मेरे पास कोई काम नहीं था।’
केष्टो मुखर्जी ने आगे कहा था, ‘मैं पीता था ताकि थोड़ा सो सकूं। इसलिए पीता था ताकि आसपास जो चूहे दौड़ रहे होते थे, उनके बारे में भूल जाऊं। मेरे बराबर में ही कुत्ता सोता था। मैं टेंशन भुलाने के लिए पीता था। सिर्फ दारू ही थी, जो मेरी सच्ची दोस्त थी। और ये दारू ही थी, जिसकी वजह से मुझे लोकप्रियता मिली। आजकल अगर कोई मेरा नाम लेता है तो दिमाग में ‘बेवड़े’ की छवि उभरती है। मैं अब अपने दोस्त को धोखा नहीं दे सकता। मैं अभी भी पीता हूं। बस एक ही दिन था, जब मैंने दारू की एक बूंद को हाथ नहीं लगाया था और वह था मेरी शादी वाला दिन।’
केष्टो मुखर्जी ने उसी इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें पता है कि भूखे पेट रहना और गरीब होना क्या होता है। इसलिए वह दोबारा उसी गर्त में नहीं जाना चाहते। उन्हें संतुष्टि है कि जिस घर में वह रह रहे हैं, उसे उन्होंने खुद अपने खून-पसीने की कमाई से बनाया है, और वह उसे कभी खोना नहीं चाहेंगे। केष्टो मुखर्जी से जब पूछा गया था कि क्या वह लगातार एक रोल (शराबी का) करके थक नहीं जाते? तो एक्टर ने जवाब दिया था, ‘लोग चाहते हैं कि बेवड़ा का रोल प्ले करूं। मुझे तब तक डरने की जरूरत नहीं है, जब तक मैं लोगों को वो दे रहा हूं, जो वो चाहते हैं। मैं जानता हूं कि मेरी कोई क्लास नहीं है। ना ही मुझमें उम्दा एक्टर होने का घमंड है। मुझे पता है कि मैं करियर में ऊंचाइयां नहीं छू सकता। लेकिन मुझे क्लास नहीं चाहिए। मुझे पैसा चाहिए। क्लासी होने से मैं अपने बच्चों का पेट नहीं भर पाऊंगा। लेकिन पैसा होगा, तो मेरे पास सबकुछ होगा।’
दो मार्च 1982 को केष्टो मुखर्जी इस दुनिया को अलविदा कह गए। आज वह हमारे बीच नहीं हैं, पर उनका काम और नायाब अदाकारी हम सभी के बीच जिंदा है।