फिल्म ‘ओके जानू’ गर्लफ्रेंड-ब्वॉयफ्रेंड के प्यार ;तकरार की कहानी

फिल्म “बेफिक्रे”  ##फिल्म डियर जिन्‍दगी-  रिलेशनशिप टिक नहीं पाता- हर बात को लेकर कन्फ्यूज्ड ; सिंगल होना भी अपराध # फिल्म ‘ओके जानू’ गर्लफ्रेंड-ब्वॉयफ्रेंड के प्यार ;तकरार की कहानी  (www.himalayauk.org) Leading Digital Newsportal: Presents; Top Film Story; 

शाद अली की फिल्म ‘ओके जानू’ का धमाकेदार ट्रेलर आउट हो गया है। इस फिल्म में श्रद्धा कपूर और आदित्य रॉय कपूर की जोड़ी दोबारा दिखाई देगी। ट्रेलर देखकर लग रहा है कि ये फिल्म गर्लफ्रेंड-ब्वॉयफ्रेंड के प्यार और तकरार की कहानी है।

फिल्म “बेफिक्रे”  रणवीर सिंह और वाणी कपूर के बोल्ड अंदाज

बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह और वाणी कपूर अभिनीत फिल्म “बेफिक्रे” शुक्रवार को देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज हुई. फिल्म का निर्देशन आदित्य चोपड़ा ने किया है, जिन्होंने आठ साल बाद निर्देशन में वापसी किया है.
फिल्म ‘बेफिक्रे’ में वाणी को शायरा नाम की एक लड़की और रणवीर को धरम नाम के लड़के का किरदार निभाते हुए दिखेंगे. फिल्म में रणवीर सिंह और वाणी कपूर के बोल्ड अंदाज को काफी पसंद किया जा रहा है. वहीं फिल्म के गाने रिलीज से पहले ही लोकप्रिय हो चुके हैं. फिल्म का ट्रेलर पेरिस में लॉन्च किया गया था. फिल्म को सोशल मीडिया पर बेहतरीन रिस्पांस मिल रहा है.
फिल्म समीक्षक शुभ्रा गुप्ता ने लिखा है कि फिल्म की कहानी में गहराई नहीं है. जहां एक तरफ फिल्म में लोकेशन जानदार है, वहीं कहानी में दम नहीं होने की वजह से यह दर्शकों पर छाप नहीं छोड़ पाई है. हालांकि फिल्म में रणवीर और वाणी के अभिनय को सराया गया है. दोनों के बीच फिल्माए गए फ्रेंच किसिंग सीन काफी चर्चा में रहा. फिल्म समीक्षक विशाल ठाकुर ने ‘बेफिक्रे’ को यशराज की अब तक की सबसे बोल्ड फिल्म बताया है. उन्होंने लिखा है, ”फिल्म में किरदारों और पटकथा में जान डालने और उन्हें रोचक बनाने की कोशिश ही नहीं की गई है. फिल्म का पहला सीन इस बात की गवाही देता है कि आदित्य चोपड़ा ने दर्जनों फ्रेंच किसेज के साये में केवल लबों का कारोबार करने की कोशिश की है. फिल्म को बचाने का प्रयास केवल रणवीर सिंह ने किया है. केवल वही एकमात्र वजह है, जिसकी वजह से ये फिल्म देखी जा सकती है. इस बार उनका अभिनय कम बल्कि, कॉमिक टाइमिंग ज्यादा अच्छी है.” फिल्म समीक्षक निहित भावे ने लिखा, ”फिल्म की कहानी का प्लॉट अनओरिजनल है.” लेकिन फिल्म में रणवीर और वाणी के बीच की केमेस्ट्री को सराहा गया है.
##डियर जिन्‍दगी-  रिलेशनशिप टिक नहीं पाता- हर बात को लेकर कन्फ्यूज्ड ; सिंगल होना भी अपराध
एक्टर: आलिया भट्ट, शाहरूख खान, इरा दूबे, कुनाल कपूर, अली जफर, अंगद बेदी, आदित्य रॉय कपूर  डायरेक्टर: गौरी शिंदे
रेटिंग: 2.5 स्टार
‘हम कभी-कभी सफलता पाने के लिए आसान रास्तों की जगह मुश्किल रास्तों को चुनते हैं. लेकिन ये ज़रूरी नहीं होता है कि हर बार मुश्किल रास्ता ही आपको मंजिल तक ले जाए. कभी ऐसा भी होता है कि आसान रास्ते भी हमें मंज़िल तक पहुंचा देते हैं.’ इसी लाइन के साथ दिमाग के डॉक्टर जहांगीर खान उर्फ जग (शाहरूख खान) रिलेशनशिप, करियर और परिवार को लेकर हर तरफ से कन्फ्यूज्ड कायरा (आलिया भट्ट) की उलझने सुलझाते हैं. इसे सुनकर सिर्फ कायरा की नहीं देखने वालों की भी कुछ हद तक उलझन सुलझ जाती है.
कहानी
फिल्म के फर्स्ट हाफ में दिखाया गया है कि कैसे एक कैमरावुमेन कायरा कम उम्र में ही जिंदगी में बहुत कुछ कर गुजरना चाहती है लेकिन अपने टैलेंट के दम पर ना कि हॉटनेस दिखाकर. लेकिन सबकी तरह उसकी लाइफ में भी ऐसा प्वाइंड आता है जब वो हर बात को लेकर कन्फ्यूज्ड है. वो अपनी फैमिली से दूर रहना चाहती है. किसी लड़के के साथ ज्यादा समय तक उसका रिलेशनशिप टिक नहीं पाता. उसे लगता है कि सिंगल होना भी अपराध है क्योंकि इस वजह से उसे घर खाली करने के लिए कहा जाता है. कायरा के कैरेक्टर से आज यंग जेनेरेशन पूरी तरह कनेक्ट करेगी. क्योंकि इस फिल्म में घर-परिवार, दोस्त, रिलेशनशिप, झगड़ा, ब्रेकअप सब कुछ को एक-एक करके दिखाया है और इसमें से किसी ना किसी दौर से तो आप भी जरूर गुजरे होंगे.
कायरा की हरकतों को देखकर आप उसे जज कर सकते हैं. लेकिन फिल्म के सेकेंड हाफ में जब शाहरूख खान की एंट्री होती है और वो कायरा की सभी उलझनों और परेशानियों को एक-एक कर समझाते हैं तो लगता है कि हम दूसरों की हर बात को इतनी जल्दी क्यों जज कर लेते हैं और अपनी राय बना लेते हैं.
एक बहुत ही बड़ी बात शाहरूख फिल्म में एंट्री के सीन में ही कह जाते हैं. हमारी सोच ऐसी बन गई है कि अगर किसी की किडनी फेल हो जाए तो हम सभी को बताते हैं लेकिन किसी को मानसिक रूप से कुछ परेशानी होतो हम खुसुर-फुसुर करते हैं. जबकि ये सबसे गंभीर बीमारी है और इसका इलाज भी आसानी से संभव है लेकिन हम कतराते हैं. दूसरे क्या कहेंगे इस बारे में ज्यादा सोचते हैं. कायरा के कैरेक्टर के जरिए डायरेक्टर बहुत आसानी से आपको यह समझाने में कामयाब होती है कि हमें इससे कतराना नहीं चाहिए.
एक जगह कायरा को समझाते हुए शाहरूख कहते हैं, ‘बचपन में जब रोना आता है तो बड़े कहते हैं आंसू पोछो… जब गुस्सा आता है तो बड़े कहते हैं जस्ट स्माइल, ताकि घर की शांति बनी रहे. नफरत करना चाहते हैं तो इजाज़त नहीं दी और जब हम प्यार करना चाहते हैं तो पता चलता है कि सारा इमोशनल सिस्टम ही गड़बड़ा गया है. काम नहीं कर रहा है. रोना, गुस्सा, नफरत कुछ भी खुलकर जताने नहीं करने दिया. अब प्यार कैसे जताएं?’ ये सिर्फ डायलॉग नहीं है बल्कि वो हकीकत है जिससे हम और आप हर रोज गुज़र रहे हैं. ये देखने के बाद आपको महसूस होगा कि हमने छोटी-छोटी चीजों को कितना कॉम्पलिकेटेड बना दिया है.
फिल्म में कुर्सी की भी एक बहुत ही दिलचस्प कहानी है जो आपको जरूर जाननी चाहिए. लेकिन ये कहानी आप फिल्म देखकर ही जानिए तो बेहतर होगा. क्योंकि जो मज़ा शाहरूख को देखने में है वो पढ़ने में नहीं. रोमांटिक रिलेशनशिप इतना इरिटेटिंग क्यों होता है? इस सवाल का जवाब भी शाहरूख खान इतनी गहराई से देते हैं कि कायरा के साथ-साथ आप भी सोचने लगते हैं.
इस फिल्म में शाहरूख का लुक और उनका कैरेक्टर देखकर आपको ‘चक दे इंडिया’ की याद आ जाएगी. ज़िदगी को लेकर इतने भारी-भरकम डायलॉग अपनी मंझी हुई एक्टिंग से वो इतनी आसानी से बोल जाते हैं कि आपको समझने के लिए एफर्ट लगाने की जरूरत नहीं पड़ती.
म्यूजिक
इस फिल्म की बता हो और म्यूजिक का जिक्र ना हो तो बेमानी होगी. म्यूजिक अमित त्रिवेदी ने दिया है. इस फिल्म में कुल 6 गाने हैं जिसमें एक गाना ‘तु ही है’ जिसे अरिजीत सिंह ने अपनी आवाज दी है और ये गाना आलिया और अली जफर पर फिल्माया गया है. ये गाना बहुत ही खूबसूरत है. इसके अलावा ‘लव यू ज़िदगी’, ‘जस्ट गो टु हेल दिल’ और ‘लेट्स ब्रेकअप’ पहले ही काफी पॉपुलर हो चुका है.

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