जम्मू कश्मीर, रोहतक में भूकंप के झटके, भारतीय मूल के नागरिकों का ट्रंप के लिए प्रचार,शिक्षक भर्ती घोटाला–BJP नेता पर घोषित होगा ईनाम & Top News 30 June 20
30 June 20 जुलाई का महीना विशेष है. पंचांग के अनुसार इस माह के प्रथम दिन देवशयनी एकादशी है और 5 जुलाई को चंद्र ग्रहण और गुरु पूर्णिमा का पर्व है. : जम्मू कश्मीर हरियाणा के रोहतक में भूकंप के झटके #भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के एक समूह का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए सक्रियता से प्रचार #शिक्षक भर्ती घोटाले में मोस्ट वांटेड BJP नेता पर घोषित होगा ईनाम
जुलाई का महीना विशेष है. पंचांग के अनुसार इस माह के प्रथम दिन देवशयनी एकादशी है और 5 जुलाई को चंद्र ग्रहण और गुरु पूर्णिमा का पर्व है.
जुलाई का माह कई राशियों के लिए शुभ तो कुछ राशियों के लिए अशुभ साबित होने जा रहा है. इस महीने से चार्तुमास का आरंभ होने जा रहा है. इस अतिरिक्त ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति सभी राशियों को पूरी तरह से प्रभावित कर रही हैं. इस माह मेष राशि के जातकों को धन संचय को लेकर सचेत होना पड़ेगा.
जुलाई 2020 के प्रमुख त्योहारों में आषाढ़ी एकादशी, गुरु पूर्णिमा, हरियाली तीज और नाग पंचमी के अलावा भी अन्य त्योहार हैं। वशयनी एकादशी
1 जुलाई को देवशयनी एकादशी व्रत रखा जाएगा। आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इसी दिन से चतुर्मास प्रारंभ हो जाते हैं जिसके बाद चार महीनों तक मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है।
प्रदोष व्रत (शुक्ल)
2 जुलाई को शुक्ल प्रदोष व्रत रखा जाएगा। प्रदोष व्रत भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए रखा जाता है। यह व्रत प्रति माह में दो बार त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है। एक शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी में और दूसरा कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी में।
गुरु पूर्णिमा
हर साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि के दिन गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व मनाया जाता है। इस साल यह तिथि 5 जुलाई को पड़ रही है। 5 जुलाई रविवार को गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व मनाया जाएगा। इस दिन चंद्र ग्रहण भी लग रहा है।
संकष्टी चतुर्थी
8 जुलाई को संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाएगा। संकष्टी चतुर्थी से आशय संकट को रहने वाली चतुर्थी तिथि से है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि संकष्टि के दिन गणपति की पूजा-आराधना करने से समस्त प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती हैं।
कामिका एकादशी
16 जुलाई को कामिका एकादशी व्रत रखा जाएगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु जी को समर्पित है।
मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत (कृष्ण)
18 जुलाई को मासिक शिवरात्रि में व्रत रखा जाएगा। इसी तारीख को श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि भी पड़ रही है। इसलिए इस दिन प्रदोष व्रत रखा जाएगा।
श्रावण अमावस्या
20 जुलाई को श्रावण मास की अमावस्या तिथि पड़ रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, अमावस्या तिथि पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए कर्मकांड किया जाता है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान किया जाता है।
हरियाली तीज
23 जुलाई को हरियाली तीज मनाई जाएगी। हरियाली तीज का त्योहार विशेष रूप से महिलाओं के द्वारा मनाया जाता है। इस त्योहार में महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। हर साल हरियाली तीज श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनायी जाती है।
नाग पंचमी
नाग पंचमी का पर्व इस महीने की 25 तारीख को मनाया जाएगा। हर साल नाग पंचमी का पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा का विधान है।
श्रावण पुत्रदा एकादशी
श्रावण पुत्रदा एकादशी इस बार 30 जुलाई को पड़ रही है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को श्राण पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। संतान सुख के लिए यह व्रत भगवान विष्णु जी के लिए रखा जाता है।
कोरोना महामारी के बीच देश कई आपदाओं से जूझ रहा है. अब हरियाणा के रोहतक में भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 2.4 मापी गई है. अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है.
जम्मू कश्मीर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.0 है. ये भूकंप कटरा से 84 किलोमीटर पूर्व में आया.
कोरोना महामारी के बाद से देश में कई भूकंप (Earthquake) आए हैं. हरियाणा में ऐसा कई बार हुई है. दिल्ली भी हरियाणा से सटा हुआ ही है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या दिल्ली कोरोना महामारी के बीच भूकंप के झटकों को झेल सकता है? भूकंप के झटकों को झेलने के लिए दिल्ली (Delhi) तैयार नहीं है. नॉर्थ, साउथ और ईस्ट तीनों एमसीडी ने 30 साल या इससे ज्यादा पुरानी हाई-राइज बिल्डिंगों को नोटिस जारी किया था, अब उनमें से कुछ की ऑडिट रिपोर्ट आई है और ये रिपोर्ट काफी चौंकाने वाली है. इसमें 90 प्रतिशत बिल्डिंगों के बीम और कॉलम में दरार पाई गई है. ये इमारतें भूकंप के तेज झटकों को नहीं झेल सकती हैं. साउथ और नॉर्थ एमसीडी ने अभी तक करीब 100-100 और ईस्ट एमसीडी ने 66 इमारतों को नोटिस जारी किया है.
साउथ एमसीडी ने नेहरू प्लेस में बने 16 मंजिला मोदी टावर, 17 मंजिला प्रगति देवी टावर, 15 मंजिला अंसल टावर, 17 मंजिला हेमकुंट टावर को स्ट्रक्चरल ऑडिट के लिए नोटिस जारी किया है. आश्रम चौक पर बनी नैफेड बिल्डिंग, सफदरजंग एन्क्लेव एरिया में स्थित कमल सिनेमा और जनकपुरी के भारती कॉलेज को भी नोटिस जारी किया गया है.
कुल मिलाकर साउथ एमसीडी एरिया में करीब 100 बिल्डिंगों को नोटिस जारी किया गया है, जिनमें ग्रुप हाउसिंग सोसायटी, स्कूल और कॉमर्शियल बिल्डिंग्स हैं. नॉर्थ एमसीडी ने भी 6 जोन में करीब 100 ऐसी बिल्डिंगों को नोटिस जारी किया है. इसके अलावा ईस्ट एमसीडी द्वारा 66 बिल्डिंगों को नोटिस जारी किया गया है.
दिल्ली में कुछ इलाके तो ऐसे हैं जहां बनी इमारतों को देखकर आप डर जाएंगे. कॉलोनी में आपको कोई एक घर ऐसा नजर नहीं आएगा जिसमें दरारें ना हों. आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर भूकंप के तेज झटके आते हैं तो इन इमारतों और इसमें रहने वाले लोगों का क्या हाल होगा.
भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के एक समूह का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए सक्रियता से प्रचार
वाशिंगटन: भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के एक समूह ने एक राजनीतिक कार्य समिति का गठन किया गया है, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए सक्रियता से प्रचार करेगी. इन लोगों का मानना है कि आतंकवाद को हराने और आव्रजन को नियमित करने समेत कई मौजूदा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्थितियों के मद्देनजर ट्रंप ही अमेरिका के लिए सबसे बेहतर हैं.
समूह के संस्थापक ए.डी अमर ने कहा कि ‘ट्रंप के लिए भारतीय-अमेरिकी’ (इंडियन अमेरिेन्स फॉर ट्रंप) का गठन केवल एक मकसद से किया गया है. ट्रंप को फिर से राष्ट्रपति बनाने के लिए सभी अमेरिकियों खासकर भारतीय उपमहाद्वीप मूल के अमेरिकियों का समर्थन जुटाया जा सके.
समूह की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से उनकी उपलब्धियों को देखते हुए, ‘ट्रंप के लिए भारतीय-अमेरिकी’ ने महसूस किया कि उनका पहला कार्यकाल बेशक अमेरिकी अर्थव्यवस्था को ऊपर उठाने, वैश्विक मंच पर अमेरिका की सकारात्मक छवि बनाने, आतंकवाद को हराने, आव्रजन को नियमित करने और ताकत से शांति स्थापित करने पर केंद्रित रहा है.
इसके अलावा समिति के सदस्यों का यह भी मानना है कि अगले चार साल के लिए अमेरिका को इस राह पर अग्रसर रखने के लिए ट्रंप ही बेहतर हैं. यह दूसरी बार है जब अमर ने ट्रंप के समर्थन के लिए किसी राजनीतिक कार्य समिति का गठन किया है. उन्होंने 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में ‘ट्रंप के लिए भारतीय-अमेरिकी’ समूह का गठन किया था और इसकी अगुवाई की थी.
शिक्षक भर्ती घोटाले में मोस्ट वांटेड BJP नेता पर घोषित होगा ईनाम
प्रयागराज (मोहम्मद मोइन). यूपी में उनहत्तर हज़ार शिक्षक भर्ती घोटाले के मास्टर माइंड बीजेपी नेता चन्द्रमा सिंह यादव अब भी जांच एजेंसी एसटीएफ की पकड़ से दूर हैं. शातिर किस्म का चन्द्रमा फरारी के दौरान न तो मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा है और न ही अपने बैंक खातों से कोई लेन-देन कर रहा है. पिछले तीन हफ़्तों से नाकामी झेल रही एसटीएफ अब इस बीजेपी नेता पर ईनाम घोषित कर उसके पोस्टर जारी करने की तैयारी में है. इतना ही नहीं ईनाम घोषित करने के बाद एसटीएफ उसे भगोड़ा भी घोषित करेगी. वैसे प्रयागराज पुलिस से जांच मिलने के बाद एसटीएफ अब तक एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी है. न तो वह किसी भी आरोपी को गिरफ्तार कर सकी है और न ही कोई नए तथ्य सामने ला सकी है. ऐसे में तेज़ तर्रार और पेपर लीक जैसे मामलों की एक्सपर्ट मानी जाने वाली एसटीएफ की कार्यप्रणाली अब सवालों के घेरे में है.
गौरतलब है कि यूपी के प्राइमरी स्कूलों में उनहत्तर हज़ार शिक्षक भर्ती मामले में पैसे लेकर पास कराने के आरोप में प्रयागराज पुलिस ने प्रतापगढ़ के अभ्यर्थी राहुल सिंह की शिकायत पर केस दर्ज जांच शुरू की थी. प्रयागराज पुलिस ने इस मामले में मास्टरमाइंड डा० केएल पटेल और दो टॉपर्स समेत ग्यारह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इतना ही नहीं पुलिस ने यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के प्रतिनिधि रहे बीजेपी नेता चन्द्रमा सिंह यादव को भी इस मामले में आरोपी बनाया था. प्रयागराज पुलिस ने यह सारी कार्रवाई चार दिन में कर ली थी. भर्ती घोटाले का मामला सियासी गलियारों में गूंजने के बाद यूपी सरकार ने नौ जून को जांच प्रयागराज पुलिस से वापस लेकर एसटीएफ को सौंप दी थी. इसके साथ ही हफ्ते भर में तत्कालीन एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को हटाने पर भी खूब कोहराम मचा था.
बीजेपी नेता चन्दमा सिंह यादव सूबे के कैबिनेट मंत्री और सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ का प्रतिनिधि रह चुका है. उसकी गिनती प्रयागराज में बीजेपी के रसूखदार नेताओं में होती है. चन्द्रमा यादव बीजेपी में महानगर उपाध्यक्ष के साथ ही किसान मोर्चे की प्रदेश कार्य समिति का सदस्य भी रह चुका है. वह एक इंटर कालेज का प्रबंधक भी है.
अपने कालेज पंचमलाल आश्रम इंटर कालेज को वह रसूख का इस्तेमाल कर तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं का सेंटर बनवाता था और वहीं से पेपर लीक कराकर अपने गिरोह को देता था. टीईटी पेपर लीक मामले में वह पांच महीने तक जेल में रह चुका है. वैसे एसटीएफ को जांच सौंपने और चन्द्रमा को गिरफ्तार नहीं किये जाने पर विपक्षी पार्टियां लगातार सवाल उठा रही हैं. वह एसटीएफ पर सरकार के दबाव में काम करते हुए मामले की लीपापोती का आरोप भी लगा रही है. साभार