UK; कोविड-19 के लिए 686 करोड़ रूपए उपलब्ध &कुमांऊ के पहाड़ में अब तक कोरोना टेस्ट के लिए कोई लैब नहीं UK TOP NEWS 4 JUNE 20

4 JUNE 20 # Himalayauk Newsportal Bureau # उत्तराखंड के कोरोना संक्रमित की मृत्यु पर आश्रित को 1 लाख रूपये की सहायता राशि # विश्व पर्यावरण दिवस (05 जून) के अवसर पर प्रदेशवासियों से पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय योगदान देने की अपील # कोविड – 19 के दृष्टिगत तेज वर्षा और भूस्खलन जैसी आपदा दूरस्थ क्षेत्रों में चुनौतीपूर्ण कार्य – मुख्य सचिव # कोटद्वार जोड़ने वाला महत्वपूर्ण लिंक मार्ग को लेकर मंत्री की बैठक : देहरादून कोविड केयर सेन्टर स्थापित किये गये # देहरादून जनपद में कोरोना पाॅजिटिव संक्रमितों की संख्या 323 # चमोली – जिले से 895 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जाॅच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 561 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 25 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव आई है जबकि 309 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है # हरिद्वार # ####################

कुमांऊ के पहाड़ में अब तक कोरोना टेस्ट के लिए कोई लैब नहीं

जनचर्चा यह है कि क्‍या राज्य सरकार के पास पैसा नहीं है कि तेज़ी से कोरोना टेस्टिंग लैब स्थापित की जा सकें. यह दिक्कत समझकर निजी संस्थाएं भी आगे आ रही हैं. निजी संस्थाएं तो टेस्टिंग लैब स्थापित करने के लिए मदद कर रही हैं लेकिन ऐसे समय में जहां बेहद तेज़ी से काम करने की ज़रूरत है, अफ़सर तीन दिन से न जाने किस बात का इंतज़ार कर रहे हैं.

कुमाऊं के पहाड़ों में भी कोरोना वायरस की टेस्टिंग के लिए एक लैब तैयार हो गई है. ख़ास बात यह है कि यह लैब निजी क्षेत्र के सहयोग से बनी है. अल्मोड़ा में तैयार इस कोरोना टेस्टिंग लैब को अब तीन दिन से राज्य सरकार की हरी झंडी का इंतज़ार है ताकि यह काम शुरू कर सके. राज्य में 7000 के आस-पास कोरोना सैंपल्स टेस्टिंग के इंतज़ार में हैं. यह संख्या इसलिए नहीं बढ़ी है क्योंकि टेस्ट में देर होने के चलते ज़िलों में सैंपल भी कम ही लिए जा रहे हैं. अल्मोड़ा के ज़िलाधिकारी नितिन भदौरिया ने बताया कि अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज की टेस्टिंग लैब बनकर तैयार हो गयी है.

सभी उपकरण खरीद लिए गए हैं और इंस्टॉल किए जा चुके हैं. इसे शुरू करने की स्वीकृति शासन से ही मिलनी है. उन्होंने कहा कि शासन को सूची भेज दी है जैसे ही शासन से स्वीकृति मिल जाएगी तो कोरोना टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी. कुमांऊ के पहाड़ में अब तक कोरोना टेस्ट के लिए कोई लैब नहीं थी. एक निजी संस्था ने कोरोना टेस्टिंग के उपकरण खरीदकर बेस अस्पताल में स्थापित भी कर दिए, ताकि मरीज़ों को इसका लाभ मिल सके और पहाड़ों में भी कोरोना मरीजों की जांच हो पाए.

दरअसल डॉक्टर सैम्पल ही कम ले रहे थे क्योंकि सैम्पलों की जांच रिपोर्ट कई दिनों बाद आ रही थी. कई बार तो एक सप्ताह का इंतजार भी सिर्फ रिपोर्ट आने का ही इंतजार करना पड़ता था. राज्य में कोरोना टेस्ट के लिए पेंडिंग सैंपल्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. 21 मई को यह 1600 थे, 25 मई को 3500, 29 मई को 4700, 31 मई 6100, 2 जून को 6800 और तीन जून की दोपहर तक 7004 हो गई थी. पेंडिंग सैंपल्स की संख्या बढ़ने की वजह से अब ज़िलों से सैंपल्स भेजने भी कम कर दिए जा चुके हैं.

सवाल उठता है कि क्‍या राज्य सरकार के पास पैसा नहीं है कि तेज़ी से कोरोना टेस्टिंग लैब स्थापित की जा सकें. यह दिक्कत समझकर निजी संस्थाएं भी आगे आ रही हैं. निजी संस्थाएं तो टेस्टिंग लैब स्थापित करने के लिए मदद कर रही हैं लेकिन ऐसे समय में जहां बेहद तेज़ी से काम करने की ज़रूरत है, अफ़सर तीन दिन से न जाने किस बात का इंतज़ार कर रहे हैं.

उत्तराखंड में दूसरे राज्यों से प्रवासियों का पहुंचना लगातार जारी है और इसके साथ ही कोरोना संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है. लेकिन एक बड़ी चुनौती इतनी बड़ी संख्या में आ रहे प्रवासियों के टेस्टिंग की है. अब तक प्रदेश इसमें काफ़ी पिछड़ता रहा है लेकिन बीते कल यानी कि कल बुधवार से यह स्थिति कुछ सुधरने जा रही है. देहरादून में स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम (IIP) में बुधवार को एक कोरोना टेस्टिंग लैब का उद्घाटन किया गया. इसमें रोज़ प्रतिदिन 30 से 100 सैंपल्स की जांच की जाएगी. इस दौरान अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत और आईआईपी डायरेक्टर अंजन राय के साथ आईआईपी के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे.

वही दूसरी ओर- सचिव श्री अमित नेगी ने कहा कि कोविड-19 के लिए कुल 686 करोड़ रूपए का बजट उपलब्ध कराया जा चुका है।

देहरादून 04 जून, 2020 (सू.ब्यूरो) जागरूकता और सख्ती पर विशेष ध्यान हो : मुख्यमंत्री

  • गांवों में क्वारेंटाईन सेंटर में सुविधाओं में सुधार किया जाए।
  •  उत्तराखंड के कोरोना संक्रमित की मृत्यु पर आश्रित को 1 लाख रूपये की सहायता राशि
  • मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीडियो कांफ्रेंसिग द्वारा प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के कोरोना संक्रमित की मृत्यु पर आश्रित को 1 लाख रूपये की सहायता राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कन्टेनमेंट जोन में गाइडलाइन का कङाई से साथ पालन करवाया जाने के निर्देश दिये। कन्टेनमेंट जोन के बाहर भी फिज़िकल डिस्टेंसिंग, मास्क की अनिवार्यता के लिए लोगों को लगातार जागरूक किया जाए। जो लोग इनका पालन न करें, उन पर सख्त कार्रवाई की जाए। इसके लिए फील्ड सर्विलांस पर विशेष ध्यान दिया जाए।    

होम क्वारेंटाईन का आकस्मिक निरीक्षण – वीडियो कांफ्रेंसिग द्वारा प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारेंटाईन सेंटरो में आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। होम क्वारेंटाईन का मानकों के अनुरूप पालन हो रहा है या नहीं, इस पर लगातार चैकिंग भी की जाए। आकस्मिक निरीक्षण किए जाएं। गांवों में क्वारेंटाईन फेसिलिटी पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए ग्राम प्रधानों को निर्देशानुसार धनराशि दी जाए। कोविड केयर सेंटर में प्रशिक्षित स्टाफ व अन्य आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था हो।

इन्फ्रास्ट्रक्चर और लाजिस्टिक का गैप एनालिसिस- मुख्यमंत्री ने कहा कि डाटा फीड को पूरी गम्भीरता से लिया जाए। सभी जिलाधिकारी आने वाले समय की आवश्यकताओं का आंकलन करते हुए इन्फ्रास्ट्रक्चर और लाजिस्टिक का गैप एनालिसिस करें। इस गैप के अनुसार सुविधाएं और उपकरण जुटाना सुनिश्चित करें।

लोगों को साथ लेकर लङनी है कोरोना से लङाई-  मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से लङाई में जन सहयोग बहुत जरूरी है। हमें लोगों को साथ लेकर ये लङाई लङनी है। सख्ती और जागरूकता हमारे दो प्रमुख अस्त्र हैं।

शनिवार व रविवार दो दिन देहरादून में पूर्ण बंद कर सेनेटाइजेशन करवाया जाएगा – मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार व रविवार दो दिन देहरादून में पूर्ण बंद कर सेनेटाइजेशन करवाया जाएगा। कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए देहरादून की निरंजनपुर सब्जी मण्डी को बंद कर वैकल्पिक व्यवस्था कर ली जाए। फ्रंटलाईन वारियर्स की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए। राशन की कालाबाजारी की शिकायत नहीं आनी चाहिए। इसमें लिप्त लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। हर जरूरतमंद तक राशन पहुंचना चाहिए।त्वरित रोजगार और आजीविका के लिए कृषि व संबंधित क्षेत्रों पर फोकस –
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें त्वरित रोजगार और आजीविका सृजन के लिए खेती, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य को प्राथमिकता देनी होगी। हाल ही में किसानों के लिए केन्द्र सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, इनका लाभ किसानों तक पहुंचाने के लिए कार्ययोजना बनाई जाए। स्थानीय मांग का अध्ययन कर लिया जाए और उनकी आपूर्ति स्थानीय संसाधनों से ही पूरा कराए जाने की कोशिश की जाए। स्वयं सहायता समूहों और स्थानीय लोगों को किस प्रकार रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है, इस पर फोकस किया जाए। यह हर जिलाधिकारी का लक्ष्य होना चाहिए। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से युवाओं को लाभान्वित कराएं। किसानों के लिए क्वालिटी इनपुट और मार्केट उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए।

टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए – मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने टेस्टिंग को बढाने और कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान देने को कहा। किसी भी तरह की आवश्यकता होने पर शासन को तत्काल अवगत कराया जाए।  

कोविड-19 के लिए 686 करोड़ रूपए उपलब्ध कराए जा चुके –
सचिव श्री अमित नेगी ने कहा कि कोविड-19 के लिए कुल 686 करोड़ रूपए का बजट उपलब्ध कराया जा चुका है। इसमें एनएचएम को 160 करोङ रूपए, चिकित्सा शिक्षा को 150 करोड़, एसडीआरएफ से स्वास्थ्य को 16 करोड़ रूपए, जिला प्लान में 150 करोड़ रूपए, डीएम फंड में 70 करोड़ रूपए, सीएम राहत कोष से 50 करोड़ रूपए और एसडीआरएफ से जिलाधिकारियों को 90 करोङ रूपए उपलब्ध कराए गए हैं। बजट की कोई कमी नहीं है।

फसलों का क्लस्टर चिह्नीकरण – सचिव कृषि श्री आर मीनाक्षी सुंदरम ने जिलाधिकारियों को फसलों का क्लस्टर चिह्नीकरण जल्द करने के निर्देश दिये। कृषि और सम्बंधित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री राज्य कृषि विकास योजना, राज्य बागवानी मिशन आदि योजनाओं का उपयोग किया जा सकता है।  सभी जिलाधिकारियों ने कोविड-19 के लिए जिलों में की गई व्यवस्थाओं के बारे मे जानकारी दी। वीडियो कांफ्रेंसिग में डीजीपी श्री अनिल कुमार रतूङी, सचिव डॉ पंकज कुमार पाण्डे सहित शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और जिलाधिकारी उपस्थित थे।

विश्व पर्यावरण दिवस (05 जून) के अवसर पर प्रदेशवासियों से पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय योगदान देने की अपील

देहरादून 04 जून, 2020 (सू.ब्यूरो) Himalayauk Newsportal Bureau #
     मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विश्व पर्यावरण दिवस (05 जून) के अवसर पर प्रदेशवासियों से पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय योगदान देने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण में उत्तराखण्डवासियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। प्रदेश सरकार समृद्ध जैव संसाधनों के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्ध है। उत्तराखण्ड अपनी वन सम्पदा और नदियों के कारण पर्यावरण संरक्षण की मुहिम का ध्वज वाहक है।
     मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी प्रयासों के साथ ही जनता, जन प्रतिनिधियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं का पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन चेतना जागृत करने और इसके संवर्द्धन में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के साथ ही नदी और जल स्रोतों की साफ-सफाई के लिए भी पूरा प्रयास जरूरी है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पर्यावरण की सुरक्षा आम आदमी के जीवन से जुडा विषय है, अतः यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी भी है।

कोविड – 19 के दृष्टिगत तेज वर्षा और भूस्खलन जैसी आपदा दूरस्थ क्षेत्रों में चुनौतीपूर्ण कार्य – मुख्य सचिव

देहरादून 04 जून, 2020 (सू.ब्यूरो) Himalayauk Newsportal Bureau
     मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने गुरुवार को सचिवालय में मानसून अवधि की पूर्व तैयारियों के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जनपदों के अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्य सचिव ने कहा कि कोविड – 19 के दृष्टिगत तेज वर्षा और भूस्खलन जैसी आपदा दूरस्थ क्षेत्रों में चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। उन्होंने निर्देश दिए कि आपदा की परिस्थितियों में रेस्पॉन्स टाइम को कम से कम करते हुए राहत कार्यों को मजबूत और प्रभावशाली बनाना होगा। उन्होंने कहा कि युवा एवं महिला मंगल दलों को प्रशिक्षण देकर राहत कार्य के लिए तैयार किया जाए।
     मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मानसून अवधि में प्रायः बंद होने वाले मार्गों, वैकल्पिक मार्गों, भूस्खलन के लिए संवेदनशील क्षेत्र आदि का चिन्हीकरण एवं अधिकारियों, मशीनों एवं जेसीबी आदि की तैनाती सुनिश्चित की जाए, दूरस्थ क्षेत्रों में खाद्यान्न, पेट्रोल, डीजल आदि की उपलब्धता भी समय रहते सुनिश्चित कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि वर्षा के दौरान संक्रमण से फैलने वाली बीमारियों की संभावना का आंकलन करते हुए गांव व शहरों की सफाई सहित जल भराव रोकने के लिए अभी से तैयारियां कर ली जाएं।
     मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में कनेक्टिविटी, डीएसपीटी फोन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को उपकरणों आदि की जांच एवं जनपद कि वेबसाइट्स को लगातार अपडेट करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आपदा सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों एवं आईआरएस टीमों का गठन एवं आईआरएस सिस्टम में नामित अधिकारियों के दूरभाष नंबर की अपडेटेड सूची शीघ्र उपलब्ध कराई जाए।
     इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, सचिव श्री आर. के. सुधांशु, श्री शैलेश बगोली, श्री एस.ए. मुरुगेशन, श्री सुशील कुमार एवं अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल भी उपस्थित थीं।

कोटद्वार जोड़ने वाला महत्वपूर्ण लिंक मार्ग को लेकर मंत्री की बैठक

देहरादून   04  जून, 2020 (मी0से0) Himalayauk Newsportal Bureau                                                         प्रदेश के वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण एवं ठोस, अपशिष्ट निवारण, श्रम, सेवायोजन, प्रशिक्षण, आयुष एवं आयुष शिक्षा मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में लाल ढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग के पुनरीक्षित आंगणन विषय पर बैठक लिया।
उन्होंने कहा प्रदेश वासियों के हित के लिए इस मार्ग के सुदृढीकरण का कार्य होना अति आवश्यक है। यह कोटद्वार जोड़ने वाला महत्वपूर्ण लिंक मार्ग है। इस सम्बन्ध में उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि लाल ढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग के निर्माण हेतु व्यवहारिक प्रस्ताव एवं कार्य योजना प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि मार्ग में पड़ने वाले पुल की लम्बाई और चैड़ाई का पुनः आंकलन किया जाए। इस सम्बन्ध मंे भारत सरकार से दिशा-निर्देश लेकर शिथिलीकरण की कार्यवाही किया जाए और कार्य को तुरन्त प्रारम्भ किया जाए।
इस अवसर पर प्रमुख वन संरक्षक आर भरतरी, नोडल अधिकारी वन डी.जे.के. शर्मा, प्रमुख अभियन्ता लोनिवि हरि ओम शर्मा, वन संरक्षक पी.के.पात्रों, निदेशक राजाजी टाईगर रिजर्व अमित वर्मा एवं अधीशासी अभियन्ता लोनिवि दुगड्डा निर्भय सिंह आदि अधिकारी मौजूद थे।

देहरादून कोविड केयर सेन्टर स्थापित किये गये

देहरादून दिनांक 04 जून 2020 (जि.सू.का), Himalayauk Newsportal Bureau जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया कि जनपद में विगत दिवसों में लगातार कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति चिन्हित होने के  दृष्टिगत संक्रमित व्यक्तियों के बेहतर उपचार हेतु आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय अस्पताल, हर्रावाला, वीरांगना तीलू रौतेली महिला छात्रावास, निकट सर्वे चैक, पशुलोक चिकित्सालय, हास्टल ऋ़षिकेश, कोविड केयर सेन्टर स्थापित किये गये हैं।   इसके अतिरिक्त सीमा डेन्टल कालेज ऋषिकेश,  दून गु्रप आफ इन्सटीट्यूट निकट श्यामपुर पुलिस चैकी ऋषिकेश, बंसल होम, शिमला बाईपास देहरादून, होटल रेड फाक्स देहरादून, उत्तराखण्ड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय कैम्पस, हर्रावाला, सिगली हिल्स इन्टरनेशनल स्कूल्स, यूनिसन वल्र्ड स्कूल मसूरी रोड, उत्तरांचल डेंटल कालेज डोईवाला, इण्डियन पब्लिक स्कूल सहसपुर, हिमालयन आर्युेवदिक  योग एण्ड नेचुरल सांईस कालेज फतेहपुर टांडा, मानव भारती इन्टरनेशनल सहसपुर तथा राजीव गांधी नवोदय विद्यालय तपोवन  को कोविड केयर सेन्टर स्थापित किया जा रहा है।  जिलाधिकारी द्वारा उक्त कोविड केयर सेन्टर हेतु तैनात नोडल अधिकारियों को सभी सेन्टरों में  समस्त आवश्यक सुविधाएं, कार्मिकों की तैनाती एवं सुरक्षा उपकरण सहित जनरेटर की उपलब्धता  सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।  
जिलाधिकारी ने जनमानस से भीड़ वाले क्षेत्रों, बाजारों एवं सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का अनुरोध किया है, जिससे स्वयं के साथ ही अन्य व्यक्तियों की संक्रमण से सुरक्षा हो सकेगी। जिलाधिकारी ने समस्त नागरिकों से अपील की है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग करें, जिससे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। जिलाधिकारी ने कहा जो व्यक्ति कोविड-19 संक्रमण से उपचार कराने के पश्चात घर आ रहें हैं, उनसे सामान्य व्यवहार करते हुए उनका मनोबल बढायें। उन्होंने कहा कि जिन व्यक्तियों को होम क्वारेंटीन किया गया है यदि वे नियमों का उल्लंघन करते हुए अपने आवास से बाहर निकल  रहें हैं, तो इसकी सूचना तत्काल कन्ट्रोलरूम के नम्बरों पर दें। नियमों का उल्लंघन करने वाले के विरूद्ध सुसंगत प्राविधानों के अन्तर्गत कार्यवाही की जायेगी।  
विज्ञप्ति जारी किये जाने तक वायु सेवा के माध्यम से जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पर पंहुचे प्रवासी 224 व्यक्तियों को स्वास्थ्य जांच उपरान्त जनपद में प्रशासन द्वारा अधिग्रहित विभिन्न होटल में संस्थागत क्वारेंटीन किया गया है। इसी प्रकार जनपद के जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट से विभिन्न प्रदेशों के 305 व्यक्तियों को गंतव्यों हेतु भेजा गया।
जनपद में आज प्रभावी लाॅक डाउन के दौरान फंसे बिहार राज्य के लोगों को  देहरादून रेलवे स्टेशन से गोपालगंज एवं बरोनी के लिए श्रमिक स्पेशल टेªन के माध्यम से 889 व्यक्ति भेजे गये हैं। इसके अतिरिक्त  देहरादून रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली हेतु 308 व्यक्ति जन शताब्दी टेªन के माध्यम से गये।  
जनपद के  विभिन्न चयनित स्थानों पर प्रशासन द्वारा अधिकृत 11 मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ते  दरों पर 103.60 क्विंटल फल-सब्जियों का विक्रय किया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र में अवस्थित आशुतोष नगर/बैराज रोड ऋषिकेश में खाद्य एवं दैनिक उपयोग की आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई गयी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत आशुतोष नगर/बैराज रोड में 521 उपभोक्ताओं को खाद्यान उपलब्ध कराया गया। जिला प्रशासन द्वारा बनाये गये विभिन्न कन्टेंमेंट जोन में दुग्ध विकास विभाग द्वारा शिवाजी नगर ऋषिकेश में 15 ली0, बैराज कालोनी ए और डी ब्लाक में 30 ली0, बीस बीघा कालोनी लेन न0 9ऋषिकेश में 15 ली0, आशुतोष नगर ऋषिकेश में 15 ली0,  आदर्श नगर जौलीग्रान्ट में 10 ली0, मोतीचूर रायवाला में 15 ली0, ई डब्लू एस कालोनी एमडीडीए मेें 15 ली0, गुरूरोड पटेलनगर में 10 ली0, सेवला कला में 20 ली0, नेगी तिराहा रेसकोर्स में 5 ली0, डांडीपुर मौहल्ला में 15 ली0 संतोवाली में 15 ली0, कलिंगा कालोनी में 5 ली0, ब्रहा्रम्पुरी में 15 ली0, सर्कुलर रोड में 10 ली0   कुल 210 ली0 दूध विक्रय किया गया।
जिला प्रशासन की टीम द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से जनपद अन्तर्गत विकासखण्ड चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर व डोईवाला एवं तहसील सदर में कुल 511 निराश्रित पशुओं जिसमें 258 श्वान, 213 गौवंश एवं 40 अन्य पशुओं को चारा व पशु आहार उपलब्ध कराया गया। इन्टर एजेंसी गु्रप उत्तराखण्ड, धर्मपुर द्वारा 100 एमएल की 550 सेनिटाईजर बोतल सहयोग स्वरूप जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई गयी । जनपद में विभिन्न विकासखण्डवार मनरेगा कार्याें के अन्तर्गत आतिथि तक 1099 निर्माण कार्य प्रारम्भ किये गये, जिनमें 16185 श्रमिकों को सैनिटाईजेशन एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन करवाते हुए उक्त कार्य में योजित कर रोजगार उपलब्ध कराया गया। कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के दृष्टिगत मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ ए.के डिमरी, एवं जिला होम्योपैथिक अधिकारी जे.एल फिर्मल द्वारा विभिन्न क्वारेंटीन सेन्टर बनाये गये संस्थान एवं गेस्ट हाउस के  कार्मिकों को कोविड-19 संक्रमण से बचाव हेतु कुल 16 कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया गया जिनमें ग्राफिक एरा के 6, होस्टल गर्व के 5, जी र्माक गेस्ट  हाउस जाखन में 5 कार्मिक शामिल है। प्रधानमंत्री जनधन खाताधारकों द्वारा जनपद में विभिन्न बैंकों से 1757 लाभार्थियों द्वारा अपने जनधन खाते से धनराशि की निकासी की गयी।
जनपद में कोरोना वायरस से संक्रमण के प्रसार को रोके जाने के दृष्टिगत सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए निबन्धन कार्यालयों में आज जन सामान्य द्वारा कुल 115 लेख पत्रों का पंजीकरण (रजिस्ट्री) कराई गयी, जिससेे  122.17 ल़ाख  का राजस्व प्राप्त हुआ।  
कोविड-19 के संक्रमण के  दृष्टिगत जिला आपदा परिचालन केन्द्र देहरादून में जन सहायता हेतु स्थापित कन्ट्रोलरूम में कुल 76 काॅल प्राप्त हुई हैं, जिनमें पास हेतु 66 एवं 10 अन्य काल प्राप्त हुई।
लाॅक डाउन अवधि में सिविल सोसायटी व शासकीय विभागों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों  के दृष्टिगत आज के कोरोना वाॅरियर-
कोरोना वाॅरियर (सिविल सोसायटी से),
‘‘छोटी सी दुनिया’’, चेरिटेबल ट्रस्ट देहरादून
श्री विजय राज,
अध्यक्ष,
लाॅक डाउन अवधि में जरूरतमंत व्यक्तियों को भोजन एवं खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाकर, जिला प्रशासन का सहयोग किया।

कोरोना वाॅरियर (शासकीय विभाग से),
श्री राजीव कुमार नाथ त्रिपाटी,
अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत देहरादून
लाॅक डाउन अवधि में क्वारेंटीन सेन्टरों के सेनिटाईजेशन कार्य एवं दिये गये अन्य दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।

देहरादून जनपद में कोरोना पाॅजिटिव संक्रमितों की संख्या 323

देहरादून दिनांक 04 जून 2020 (जि.सू.का) Himalayauk Newsportal Bureau ,  जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया है कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत 62 सैम्पल जाचं हेतु भेजे गये तथा 132 जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें 36 व्यक्तियों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के फलस्वरूप जनपद में कोरोना पाॅजिटिव संक्रमितों की संख्या 323 हो गई है, जिनमें  252 व्यक्ति वर्तमान में उपचाररत् हैं। विज्ञप्ति जारी किये जाने तक अन्य राज्यों से आने वाले कुल 62 व्यक्तियों की सैम्पलिंग संकलित की गयी जिनमें, दून अस्पताल में 37, आशारोड़ी में 25 सैम्पल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 45 व्यक्तियों की रैण्डम सैम्पलिंग की गयी जिसमें महाराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज रायपुर में 22, होटल विक्टरी में 1, जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट में 22 सैम्पल शामिल हैं।
आज आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों द्वारा जनपद में 41042 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य किया गया। इसी प्रकार आंगबाड़ी एवं आशा कार्यकर्तियों द्वारा जनपद में  होम क्वारेंटीन किये गये 1328 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य किया। इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों की 17 टीमों द्वारा जनपद देहरादून अन्तर्गत बनाये गये विभिन्न  कन्टेंमेंट जोन में 399 व्यक्तियों की सामुदायिक निगरानी का कार्य किया। अन्य राज्यों से जनपद में पंहुचे कुल 1354 व्यक्तियों को स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत संस्थागत क्वारेंटाइन किया गया।
कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत लाॅक डाउन अवधि के दौरान जनपद में बनाये गये 2 राहत शिविरों में ठहरे हुए 36 व्यक्तियों का चिकित्सकों एवं परामर्शदाताओं द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त कांउसिलिंग प्रदान की गयी। कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत दिहाड़ी/मजदूरी करने आये 26 श्रमिकों जिन्हे जैन धर्मशाला देहरादून  में  बनाये गये राहत शिविर में ठहराया गया है, की साईकेट्रिक सपोर्ट टीम द्वारा रिवाइस्ड कांउसिलिंग की गयी। आज विभिन्न ड्यूटियों में तैनात कार्मिकों को 162 एन-95 मास्क,  600 ट्रिपल लेयर मास्क, 5 पीपीई किट, 40 सेनिटाइजर, 325 सर्जिकल गलब्स, 300 एक्सामिनेशन गलब्स वितरित किये गये।
कोरोना वायरस संक्रमण कोविड-19 की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु समस्त मेडिकल स्टोर पर बिना चिकित्सक के परामर्श की पर्ची के सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयों का विक्रय प्रतिबन्धित किये जाने के उपरान्त समस्त मेडिकल स्टोर स्वामियों द्वारा जनपद में कुल 73 व्यक्तियों को चिकित्सकीय पर्ची के आधार पर सर्दी, खांसी व जुकाम की दवाईयां विक्रय की गयी।

चमोली – जिले से 895 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जाॅच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 561 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 25 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव आई है जबकि 309 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है

चमोली 04 जून,2020 (सू0वि0)   Himalayauk Newsportal Bureau
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से पूरे प्रदेश में कोविड 19 की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने गांवों में क्वारेंटाइन सेंटर में सुविधाओं को बेहतर बनाने, कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा होम क्वारेंटीन का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश समस्त जिलाधिकारियों को दिए। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड 19 से लडाई में जन सहयोग बहुत जरूरी है। हमें लोगों को साथ लेकर ये लडाई लडनी है। उन्होंने कहा कि लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क की अनिवार्यता के लिए जागरूक करें और जो लोग इसका पालन नही कर रहे है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही भी अमल में लाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमित की मृत्यु होने पर उनके आश्रितों को 1 लाख रूपये की सहायता राशि दी जाएगी। उन्होंने क्वारेंटाइन सेंटरों में आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा होम क्वारेंटीन किए गए लोगों की सतत् माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए। कहा कि कोविड 19 का संक्रमण कम्यूनिटी में न फैले इसका विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हर जरूरमंद तक राशन पहुॅचाना सुनिश्चित किया जाए और राशन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कडी कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि कोविड 19 की रोकथाम में फ्रंट लाईन पर काम कर रहे स्टाॅफ का भी विशेष ध्यान रखा जाए। इस दौरान त्वरित रोजगार और आजीविका के लिए कृषि एवं संबधित क्षेत्रों पर फोकस करने के निर्देश भी दिए गए।   

जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने वीसी में अवगत कराया कि प्रत्येक गांव में आशा वर्कर, सहायक अध्यापक, ग्राम विकास अधिकारी एवं राजस्व उप निरीक्षकों के माध्यम से होम क्वारेंटाइन व्यक्तियों पर नियमित निगरानी रखी जा रही है। मेडिकल टीम द्वारा गांवों में रेग्यूलर विजिट कर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है और क्वारेंटीन अवधि पूरा करने वाले व्यक्तियों को डिस्चार्ज भी किया जा रहा है। बताया कि अभी होम क्वारेंटाइन में 11859 लोग चल रहे है। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले से 895 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जाॅच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 561 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 25 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव आई है जबकि 309 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों के इलाज के लिए भराडीसैंण में कोविड केयर सेंटर स्थापित किया जा रहा है। यहाॅ पर 710 बैड तैयार किए गए है तथा मेडिकल आॅफिसर, फेसलिटी मैनेजर, डाॅक्टर, स्टाफ नर्स, वार्ड वाॅय, स्वीपर, इत्यादि स्टाॅफ की तैनाती भी कर दी गई है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया, सीएमओ डा0 केके सिंह सहित अन्य संबधित अधिकारी मौजूद थे। 

जिले से अभी तक कुल 895 सैंपल भेजे गए। जिनमें से 561 सैपल की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 25 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव आई है। जबकि 309 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी

जनपद चमोली।
कोविड-19 की रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला प्रशासन पूरी सक्रियता के साथ दिन-रात जुटा हुआ है और इससे निपटने के लिए हर आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर प्रतिदिन संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जाॅच के लिए भेजे जा रहे है। गुरूवार को 91 सैंपल जाॅच के लिए भेजे गए और पूर्व में भेजे गए 64 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई। जिले से अभी तक कुल 895 सैंपल भेजे गए। जिनमें से 561 सैपल की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 25 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव आई है। जबकि 309 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। 
कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 518 प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में चल रहे है। जिला प्रशासन ने इन प्रवासियों को गौचर, कर्णप्रयाग, मंडल, गैरसैण, ग्वालदम, जोशीमठ भराडीसैंण, पीपलकोटी इत्यादि स्थानों पर फेसलिटी क्वारंन्टाइन किया है। मेडिकल टीम फेसलिटी क्वारंन्टीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। जबकि 12150 प्रवासियों अभी होम क्वारंन्टीन में चल रहे है। होम क्वारंन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने मंगलवार को 48 गांवों में घर-घर जाकर 507 क्वारेंटीन व्यक्तियों की स्वास्थ्य जाॅच की। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना संक्रमण की जानकारी जुटाने के लिए 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीम निरंतर कार्य कर रही है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने क्वारेंटीन किए गए सभी प्रवासियों को नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारेंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व सख्त कार्यवाही भी की जा रही है।
जिले में लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 35 एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 4, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 02, सीआरपीसी-151 के तहत 62, डीएम एक्ट के तहत गिरफ्तारियां 59, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर गिरफ्तारियां 1, पुलिस एक्ट के तहत 478 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 727 चालान और 79 वाहनों को सीज किया गया है। 
जिले में खाद्यन्न आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 2699.16 कुन्तल, चावल 5491.38 कुन्तल, मसूर दाल 670.35 कुन्तल, चना दाल 230.72 कुन्तल, चीनी 166.48 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 1460.00 कुन्तल व दाल 38.22 कुन्तल, एसएफवाई का अतिरिक्त गेहूॅ 1475.55 कुन्तल, चावल 2309.29 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 3728 गैस सिलेण्डर है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के प्रयासों से मोबाइल फिश आउटलेट वैन के माध्यम से हर रोज जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क भोजन खिलाया जा रहा है। अब तक 6694 लोगों को भोजन कराया गया है जबकि गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में अभी तक 6193 ड्राई राशन किट का वितरण कराया गया है। पुरानी गम्भीर बीमारियों का उपचार करा रहे लोगों को जिला अस्पताल के माध्यम से जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है।

कोविड-19 लाॅकडाउन के कारण कोई नीलाम बोलीदाता उपस्थित नहीं हुआ।

हरिद्वार। अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) हरिद्वार द्वारा अवगत कराया गया कि कलेक्ट्रेट रोशनाबाद में निष्प्रयोज्य सम्पत्ति टूटे फूटे वस्तु/सामग्री पुरान ट्यूब लाईट पट्टी खराब, कम्प्यूटर मानीटर, फोटो स्टेट मशीन व अन्य टूटे फूटे निष्प्रयोज्य सामग्री की सार्वजनिक नीलाम की कार्यवाही दिनांक 29.04.2020 दिनांक 20.05.2020 एवं 30.05.2020 को  पूर्वाह्न 11ः00 बजे कलेक्ट्रेट भवन रोशनाबाद नियत किया गया था परन्तु जनपद में कोविड-19 लाॅकडाउन के कारण कोई नीलाम बोलीदाता उपस्थित नहीं हुआ।
अब पुनः नीलामी कार्यवाही दिनांक दिनांक 12.06.2020 को पूर्वाह्न 11ः00 बजे कलेक्ट्रेट भवन सभागार में किया जाएगा। इच्छुक व्यक्ति नियत तिथि एवं स्थान पर उपस्थित होकर बोली दे सकता है। निष्प्रयोज्य सम्पत्ति का ब्यौरा कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा है, जिसे नीलामी पूर्व देखा/पढ़ा जा सकता है। नीलामी की शर्तें नीलामी से पूर्व पढ़कर सुनाई जाएंगी और पूर्व में भी कार्यालय दिवस में कलेक्ट्रेट के नजारत अनुभाग में देखी जा सकती हैं। प्रत्येक बोलीदाता को नीलामी से पूर्व धरोहर राशि के रूप में 5000 रूपये जमा करने होंगे। नीलामी की स्वीकृति/अस्वीकृति का पूर्ण अधिकारी जिलाधिकारी हरिद्वार को प्राप्त है तथा उनका आदेश अन्तिम होगा।

विद्युत मरम्मत कार्य का ठेका कोटेशन/निविदा आमंत्रित निरस्त

हरिद्वार # Himalayauk Newsportal Bureau # । अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) हरिद्वार ने अवगत कराया गया कि कलेक्ट्रेट भवन स्थित रोशनाबाद, जिलाधिकारी आवास/कैम्प कार्यालय रोशनाबाद, अपर जिलाधिकारी कार्यालय/आवास तथा नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय/आवास में विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित रखने (मरम्मत कार्य) के लिए वित्तीय वष्र 2020-21 में विद्युत मरम्मत कार्य का ठेका मासिक भुगतान के आधार पर दिया जाना है, जिसके लिए पंजीकृत/मान्यता प्राप्त व्यक्तियों एवं सस्था से दिनांक 29.02.2020 की अपरान्ह 01ः00 बजे तक कोटेशन/निविदा आमंत्रित किया गया था परन्तु निविदादाताओं द्वारा निविदा शर्तांे का अनुपालन न किये जाने के फलस्वरूप उक्त तिथि में प्राप्त निविदायें समिति द्वारा निरस्त करते हुए पुनः दिनांक 12.06.2020 की अपराह्न 03ः00 बजे तक कोटेशन/निविदा आमंत्रित की जाती हैं।
इच्छुक व्यक्ति/फर्म नियत दिनांक व समय तक अपनी कोटेशन/निविदा बन्द लिफाफे में सादे पेपर पर कलेक्ट्रेट हरिद्वार के नजारत अनुभाग में प्राप्त करा सकते हैं। विलम्ब से प्राप्त होने वाली कोटेशन/निविदा पर कोई विचार नहीं किया जाएगा। निविदा से सम्बन्धित पूर्ण नियम एवं शर्ते किसी भी कार्यालय दिवस में कलेक्ट्रेट हरिद्वार के नजारत अनुभाग से प्राप्त की जा सकती है व देखी जा सकती हैं।

UK TOP NEWS 4 JUNE 20

नैनीताल में समलैंगिक युवक ने पिता के ऊपर नाबालिग लड़की से शादी कराने का लगाया आरोप. युवक का यह भी आरोप है कि उसके पिता ने धमकी दी है कि अगर वह पत्नी के साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाएगा तो पिता बना लेंगे.

उत्तराखंड के नैनीताल में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां एक नाबालिग युवक ने अपने पिता के ऊपर जबरन शादी करने का आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराई है. युवक का कहना है कि जिस लड़की से उसकी शादी करवाई गई है, वह भी नाबालिग है. लॉकडाउन के चलते 20 मार्च को यूपी में हुई शादी की शिकायत वह दर्ज नहीं करवा पाया था. अब शिकायत इसलिए कर रहा है क्योंकि लड़की से शारीरिक संबंध न बनाने पर पिता उसे जान से मारने या खुद उसकी पत्नी से शारीरिक संबंध बनाने की धमकी दे रहे हैं. युवक का कहना है वह पत्नी के साथ नहीं रहना चाहता, क्योंकि वह समलैंगिक है और एक युवक के साथ रहना चाहता है.

शिकायतकर्ता का कहना है कि 20 मार्च को यूपी के टांडा बिलासपुर ले जाकर उसकी शादी करवाई गई थी. इसके बाद वह बाद नैनीताल लौटे तो उसके पिता 16 साल की उसकी पत्नी से शारीरिक संबंध बनाने का दवाब डाल रहे हैं. उसने आरोप भी लगाया कि उसके पिता यहां तक की धमकी दे रहे हैं कि अगर वह पत्नी के साथ संबंध नहीं बनाएगा तो पिता युवती के साथ शारीरिक संबंध बना लेंगे.

एफ़आईआर में हुई देरी पर नाबालिग युवक ने कहा कि लॉकडाउन के चलते वह बाहर नहीं जा सकते थे और इस दौरान डर था कि उनके परिवार उन्हें प्रताड़ित करेंगे या मार देंगे. अब वह एक सामाजिक संस्था के साथ कोतवाली में एफआईआर दर्ज करने पहुंचे हैं.

युवक ने यह भी कहा कि उसके पिता शिकायत को वापस लेने का दबाव डाल रहे हैं लेकिन ऐसा करने पर पिता व अन्य लोग उसको यूपी ले जाकर जान से मार देंगे. युवक ने कहा कि वह समलैंगिक है और अपने साथी के साथ रहना चाहता है. यही इस सारे विवाद की जड़ है.

शिकायतकर्ता के पिता ने बेटे के सभी आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि यह उनका गोद लिया बेटा है. गोद लेते समय बिना किसी जांच के इसकी जन्मतिथि लिखा दी गई थी और अब यह उसी को आधार बनाकर कोतवाली आया है. सिद्दकी ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को कोई कमी नहीं होने दी और अच्छे स्कूल में भर्ती किया था लेकिन उसकी मानसिक दशा ठीक नहीं है. इस कारण वह इस तरह का कदम उठा रहा है. उन्होंने कहा कि उनके बेटे को इलाज की ज़रूरत है, जिसके बारे में पुलिस को भी बताया गया है.

तल्लीताल पुलिस ने पहले तो इस मामले को बाप-बेटे के बीच बातचीत से सुलझवाना चाहा, लेकिन बेटा समझौते के लिए तैयार नहीं हुआ. इसके बाद युवक की तहरीर पर नैनीताल पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर टांडा बिलासपुर जांच के लिए मामले को रेफ़र कर दिया है. नैनीताल के कोतवाल अशोक कुमार के अनुसार घटनाक्रम यूपी टांडा बिलासपुर का है, इसलिए आगे कार्रवाई के लिए केस को टांडा बिलासपुर थाने के लिए भेज दिया गया है.

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