उत्तराखंड, यूपी में चुनाव की तारीख घोषित, 10 मार्च को आएंगे नतीजे & उत्तराखंड विश्लेषण Top News 8 Jan 2022

8 JANUARY 2022; Himalayauk Newsportal & Print Media # Publish at Dehradun & Haridwar#

High Light # Election 2022 Dates Announcement # उत्तराखंड़ की 70 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को चुनाव होंगे # 10 मार्च को होगी मतगणना # उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी से 7 मार्च तक मतदान # पंजाब; वीरेश कुमार भावरा नए डीजीपी नियुक्त # Coronavirus दिल्ली में जितने टेस्ट हो रहे है, उतना कोई और नहीं कर रहा है.

 उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित कर दी गई हैं. चुनाव आयोग ने आज तारीखों का एलान करते हुए कहा कि उत्तराखंड़ की 70 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को चुनाव होंगे # 10 मार्च को होगी मतगणना : उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में 14 फरवरी को एक चरण में वोट डाले जाएंगे. मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा. सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 मार्च को होगी.

पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का एलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा है कि पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में एक चरण में जबकि उत्तर प्रदेश में सात और मणिपुर में दो चरणों में मतदान होगा। 10 मार्च को पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आएंगे।

विधानसभा चुनाव की तारीख का चुनाव आयोग ने आज ऐलान कर दिया है. उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी से 7 मार्च तक मतदान होना है. चुनाव आयोग की घोषणा के मुताबिक यूपी में 7  चरणों में चुनाव आयोजित किए जाएंगे. कोविड नियमों का पालन करते हुए इन सभी राज्यों में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे. इसी के साथ ये भी बता दें कि उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा का कार्यकाल 15 मई तक है. यूपी में 7 फेज में होंगे चुनाव 10 फरवरी को पहले चरण की वोटिंग 14 फरवरी को दूसरा चरण 20 को तीसरा 23 को चौथा चरण 27 फरवरी को पांचवा 03 मार्च को छठा फेज 07 मार्च को सातवां और आखिरी चरण 10 मार्च को नतीजे

चुनाव आयुक्त ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 7, मणिपुर में 2, पंजाब-उत्तराखंड और गोवा में 1-1 चरण में होगा मतदान, 10 मार्च को आएंगे नतीजे. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 15 जनवरी तक नुक्कड़ सभाओं पर भी रोक रहेगी. घर-घर प्रचार में भी 5 लोग ही शामिल होंगे. चुनाव आयुक्त ने एलान किया है कि 15 जनवरी तक किसी भी तरह की रैली, रोड शो, पदयात्रा पर रोक लगाई जा रही है.

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ज्यादातर राज्यों में वैक्सीनेशन की स्थिति बेहतर है. गोवा में 95 फीसदी आबादी को वैक्सीनेशन हो चुका है. उत्तराखंड में 90 फीसदी लोगों को पहली वैक्सीन लग चुकी है. 

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सभी एजेंसियों को अलर्ट पर किया गया है. सुविधा एप के जरिए हो सकेंगा ऑनलाइन नामांकन. उम्मीदवार ऑनलाइन नामांकन भी कर सकते है. पोलिंग स्टेशन में 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. 80 + पोस्टल बैलेट की सुविधा दी जाएगी.

चुनाव आयुक्त ने कहा कि पार्टियों को अपने होमपेज पर आपराधिक आरोप वाले उम्मीदवारों की जानकारी देनी होगी. हर बूथ पर 1250 मतदाता डाल सकेंगे वोट.

उत्तराखंड में पिछले पाँच साल से बीजेपी की सरकार है। तो सवाल है कि इस साल भी बीजेपी सत्ता में आएगी या फिर कांग्रेस या आम आदमी पार्टी बीजेपी को बेदखल करेंगी? 

Coronavirus दिल्ली में जितने टेस्ट हो रहे है, उतना कोई और नहीं कर रहा है.

राजधानी दिल्ली में जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से बढ़ते मौत के आंकड़े पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने बड़ा बयान दिया है. सत्येंद्र जैन ने कहा है कि पिछली बार जब 17 हजार मामले आए थे, तब 200 लोगों की मौत हुई थी. इस बार अबतक 9 लोगों की मौत हुई है. इस बार भी ज्यादातर मौत के मामले वे हैं, जो लोग को मॉर्बिड थे.

जब स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन से पूछा गया कि क्या डबल डोज वैक्सीन ले चुके लोगों की भी मौत हो रही है?  इस पर सत्येन्द्र जैन ने बताया कि दिल्ली में 100 प्रतिशत लोगों को फर्स्ट डोज वैक्सीन लग चुकी है. सेकंड डोज भी 75% लोग को लग गई है. ऐसे में ज्यादातर लोग तो वैक्सीनेटेड ही हैं.

कोरोना के बढ़ते मरीज़ों की संख्या के बीच लोगों के मन में डर इस बात का भी है कि कहीं पिछली बार की तरह अस्पतालों में बेड की कमी के कारण उन्हे इधर-उधर चक्कर ना लगाना पड़े. लोगों की इस चिंता को दूर करते हुये दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि अभी हॉस्पिटल में लगभग 10 प्रतिशत मरीज़ ही भर्ती है, 90 प्रतिशत बेड ख़ाली पड़े है. सत्येन्द्र जैन ने कहा कि एक्टिव मरीज़ अभी करीब 40 हजार हैं, पिछली बार जब इतने एक्टिव केस थे, तब अभी की तुलना में अस्पतालों में 6-7 गुना ज्यादा एडमिशन होते थे, लेकिन अभी एडमिशन काफी कम है, क्योंकि अभी की लहर में सिवियरिटी काफ़ी कम है. मरीजों में बहुत हल्के लक्षण नज़र आ रहे हैं.

सत्येन्द्र जैन ने कहा कि अभी डाटा कम्पाइल किया जा रहा है. आज करीब 20 हजार के आसपास मामले आ सकते हैं और संक्रमण दर कल की तुलना में 1-2 प्रतिशत से ज्यादा हो सकती है.

कोरोना मरीज़ों के इलाज में लगे हेल्थ वर्क्स भी अब पॉज़िटिव होने लगे है. इसपर सत्येन्द्र जैन ने बताया कि दिल्ली मेंक़रीबन 1000 हेल्थ केयर वर्कर्स अभी तक पॉजिटिव हैं. सत्येन्द्र जैन ने कहा कि जब कोरोना इतना फैल रहा है तो अस्पतालों के कर्मचारी भी पॉजिटिव हो सकते हैं, लेकिन अभी इसे अलार्मिंग सिचुएशन नहीं कह सकते हैं. दिल्ली में लाखों हेल्थ केयर वर्कर्स हैं, उनमें से अगर 1000 पॉजिटिव हैं तो यह बहुत चिंता की बात नहीं है. दिल्ली सरकार ने बड़े स्तर पर तैयारी की हुई है. अन्य बीमारियों की तुलना में कोरोना के इलाज को लेकर हॉस्पिटल में सामान्य कोरोना प्रोटोकॉल होता है इस दौरान बहुत कम स्टाफ की आवश्यकता होती है.

इस पर सत्येन्द्र जैन ने कहा कि दिल्ली में करीब 5 हजार हेल्थ असिस्टेंट/नर्सिंग असिस्टेंट तैयार हैं, उन्हें सभी बेसिक ट्रेनिंग दी गई है, जिसकी कोरोना के इलाज के दौरान जरूरत होती है. जरूरत में उनकी सेवा ली जाएगी.

सत्येन्द्र जैन ने बताया कि सोमवार को DDMA मीटिंग है, वहां पर जो भी फैसला होगा, वह मीटिंग के बाद ही बताया जा सकता है. पाबंदी को लेकर कयास लगाने की जरूरत नहीं है. हमने बहुत सारी पाबंदी लगाई है. वीकेंड कर्फ्यू शुरू है अब. बीते दो-तीन दिन से अच्छा ये हुआ है कि लोग कोविड नियमों का अच्छे से पालन कर रहे हैं. बड़ी संख्या में लोग मास्क लगा रहे हैं. सत्येन्द्र जैन ने कहा कि लॉक डाउन का दूसरा रूप यह भी है कि फेस मास्कज़रूर लगाएं, फेस को लॉक करें. अगर सौ प्रतिशत लोग मास्क लगाते हैं तो ये लॉकडाउन से ज्यादा फायदा देगा.

सत्येन्द्र जैन ने कहा कि पिछली बार की लहर में और इस बार में काफी फर्क है. पिछली बार जब 17 हज़ार मामले आए थे, तब अस्पतालों में एडमिशन ढाई हजार था, अभी एडमिशन 200-300 है. पहले की तुलना में काफी कम है. जो भर्ती हैं, उनमें भीकाफ़ी मरीज़ ऐसे हैं जो दूसरी बीमारियों का इलाज कराने के लिए अस्पताल में आए थे और पॉजिटिव हो गए.

वीकेंड कर्फ़्यू पर सत्येन्द्र जैन ने कहा कि वीकेंड कर्फ्यू में जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही छूट दी गयी है.  बिजली, पानी जैसी सेवाओं से जुड़े लोग बाहर निकल सकते हैं. इसके अलावा अगर किसी को अपना कोरोना टेस्ट कराने जाना है, तो वो भी जा सकता है. सत्येन्द्र जैन ने बताया कि दिल्ली में करीब एक लाख टेस्ट हम रोज कर रहे हैं, ऐसे लोग तो घर से निकलेंगे ही, ऐसे एक लाख लोगों के साथ एक लाख लोग उनके साथ जाने वाले भी होंगे, तो करीब दो लाख ये ही लोग हो गए.

तेज़ी से बढ़ते मामलों पर सत्येन्द्र जैन ने कहा कि नम्बर तभी बढ़ेंगे जब टेस्ट ज्यादा होगा. दिल्ली में हम करीब एक लाख टेस्ट हर दिन कर रहे हैं. इसलिए दिल्ली का नंबर ज्यादा लग रहा है. आबादी के हिसाब से दिल्ली में जितने टेस्ट हो रहे है, उतना कोई और नहीं कर रहा है. हम तो यही प्रार्थना करते हैं कि दो चार दिन में पीक आ जाए और उसके बाद केसेज कम होने शुरू हो जाएं.

पंजाब; वीरेश कुमार भावरा नए डीजीपी नियुक्त

पंजाब सरकार (Punjab Government) ने यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) से मिले पैनल के विचार के आधार पर वीरेश कुमार भावरा (VK Bhavra) को नए डीजीपी (DGP) के रूप में नियुक्त किया है. वीके भावरा 1987 बैच के आइपीएस अफसर हैं. बड़ी बात यह है कि वीके भावरा को ऐसे समय डीजीपी नियुक्त किया गया है, जब पंजाब सरकार की प्रधानमंत्री  सूरक्षा में चूक को लेकर किरकिरी हो रही है. डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक होने के कारण पद से हटाया गया है. प्रोटोकॉल के तहत राज्य के डीजीपी और मुख्य सचिव को प्रधानमंत्री के काफिले के साथ रहना जरूरी है, लेकिन दोनों अधिकारी उस वक्त काफिले में नहीं थे. इतना ही नहीं डीजीपी की ओर से रूट क्लियर होने का ग्रीन सिग्नल मिला था. उसके बाद ही प्रधानमंत्री सड़क के रास्ते रवाना हुए थे. लेकिन आगे सड़क को प्रदर्शनकारियों ने जाम कर रखा था.

राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज चुनाव आचार संहिता लागू होने से कुछ घंटे पहले ही उनके नाम पर मुहर लगाई है. चन्नी सरकार ने उनके नाम की आधिकारिक घोषणा भी कर दी है. वीरेश कुमार भावरा वर्तमान डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय (Siddharth Chattopadhyaya) की जगह लेंगे.

यूपीएससी ने डीजीपी के पद के लिए तीन अफसरों का चयन किया था, जिसमें 1987 बैच के ही दिनकर गुप्ता, वीके भावरा और 1988 बैच के प्रबोध कुमार थे.

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