उत्तराखंड में सोशल मीडिया- जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार में सत्त्तारूढ़ दल फिसड्डी साबित
उत्तराखंड में सोशल मीडिया के जरिये राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के सफल प्रचार प्रसार में सत्त्तारूढ़ दल फिसड्डी साबित हो रहा है
उत्तराखंड के प्रथम न्यूस्पोर्टल हिमालयायुके न्यूस्पोर्टल जो 2005 में अस्तित्त्व में आ गया था, के संपादक चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि “हिमालयायुके न्यूस्पोर्टल से द्रुतगति से खबरे सुदूरवर्ती क्षेत्रो में पहुच जाती है, वही हिमालयायुके न्यूस्पोर्टल की न्यूज़ लिंक का बल्क ब्रॉडकास्ट होता है, जो उत्तराखंड का एकमात्र अधिकृत न्यूस्पोर्टल है जिसको बल्क ब्रॉडकास्ट के लिये “ट्राई”-ने अधिकृत किया है
हिमालयायुके न्यूस्पोर्टल संपादक चंद्रशेखर जोशी ने बताया किउत्तराखंड में विधानसभा चुनाव की आहट सुनाई दे रही है, परन्तु राज्य में सत्ताधारी बीजेपी सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को नही पहुचा पा रही है, चुनाव से पूर्व ही प्रत्येक राजनीतिक दल की रणनीति चुनाव से पहले व्हाट्सएप के जरिए लाखों लोगों तक पहुंचने की होती है. इसके लिए सालभर से तैयारियां भी शुरू कर दी जाती हैं.
प्रदेश के ज्यादातर बूथों पर अपना व्हाट्सएप ग्रुप तैयार कर लिया जाता है और हर एक व्हाट्सएप ग्रुप में कम से कम 250 लोगों को जोड़ा जाता है, हिमालायूके न्यूजपोर्टल के बा्रडकास्टिंग ग्रुप द्वारा न्यूज लिंक ब्राडकास्ट करके सूबे के सूदूरवर्ती क्षेत्रो में द्रुतगति से खबरे पहुंचाई जाती है,
व्हाट्सएप के अलावा फेसबुक, ट्विटर का भी सफल उपयोग किया जाता है, इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सरकार से जुड़ी तमाम जानकारियों को प्रमोट किया जाता हैं. सरकार के कामकाज को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रमोट किया जाता है. परन्तु उत्तराखंड में सत्तारूढ़ दल सोशल मीडिया की सफल रणनीति तैयार नही कर पा रहा है
उत्तराखंड के प्रथम न्यूस्पोर्टल हिमालयायुके न्यूस्पोर्टल