UTTRAKHAND TOP NEWS 1 SEP. 2017

हिमालयायूके न्‍यूज पोर्टल ब्‍यूरो-

देहरादून 01 सितम्बर, 2017(सू.ब्यूरो)
राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने सभी प्रदेशवासियों को ‘ईद-उल-जुहा’ की बधाई दी है।
राज्यपाल ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि ‘ईद-उल-जुहा’ त्याग, बलिदान व ईश्वर के प्रति समर्पण का त्यौहार है। यह मानव कल्याण व जरूरतमंदों की सहायता की प्रेरणा देता है। राज्यपाल ने कामना की है कि ‘ईद-उल-जुहा’ का पर्व सभी प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि व खुशहाली लाएगा।
उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष श्री प्रेम चन्द अग्रवाल जी ने प्रदेश की जनता को ईद की हार्दिक बधाई दी है।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों विशेष रूप से मुस्लिम भाईयों एवं बहनों को ईद-उल-जुहा के त्यौहार पर शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि ईद-उल-जुहा त्यौहार हमें नेक राह पर चलने, अमन व भाईचारे के साथ रहने तथा समाज एवं राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व समर्पित करने की सीख देता है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि उत्तराखण्ड में साम्प्रदायिक सद्भाव और पारस्परिक सौहार्द की अनूठी मिसाल रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में सभी त्यौहारों को मिलजुलकर मनाने की श्रेष्ठ परम्परा रही है, जिसे हमें आगे भी बनाये रखना है। उन्होंने इस त्यौहार को आपसी सद्भाव व भाईचारे से मनाने की जनता से अपील की है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने खटीमा एवं मसूरी गोली कांड के शहीदों को श्रद्धांजली अर्पित करते हुए उनका भाव पूर्ण स्मरण किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के लिए शहीद हुए राज्य आन्दोलनकारियों के बलिदान को प्रदेश हमेशा याद रखेगा। राज्य सरकार शहीद आन्दोलनकारियों के सपनों के अनुरूप श्रेष्ठ समृद्ध और प्रगतिशील उत्तराखंड बनाने के लिए संकल्पबद्ध है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को सचिवालय में अधिकारियों-कर्मचारियों को हिमालय बचाओ अभियान की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि 09 एवं 10 सितम्बर को हिमालय दिवस का आयोजन किया जाएगा और हिमालय के पर्यावरण पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभावों को लेकर व्यापक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि वैश्विक स्तर पर पर्यावरण को सन्तुलित करने में हिमालय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हिमालय जल, जीवन और पर्यावरण का मूल आधार है। पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए सभी को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि सभी को संकल्प लेना होगा कि हिमालय को किसी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के लिए हर दिन हिमालय दिवस है। यहाँ का आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक ताना बाना हिमालय पर पूर्ण रूप से आधारित है। हिमालय के संरक्षण और समृद्धि में ही हमारी समृद्धि है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री एस.रामास्वामी सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से शुक्रवार को सचिवालय में भारत में जर्मनी के राजदूत डाॅ.मार्टिन नी ने शिष्टाचार भेंट की। डाॅ.मार्टिन ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र को राज्य के विधानसभा चुनावों में भारी जीत प्राप्त करने पर बधाई देते हुए अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि जर्मनी द्वारा उत्तराखण्ड के लिए लगभग 125 मिलियन यूरो का निवेश लक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से वह हरिद्वार और ऋषिकेश में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और सीवरेज प्रबंधन में रुचि रख रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन दोनों शहरों के कार्य के साथ ही देहरादून के कुछ हिस्सों में भी सीवरेज प्रबंधन का कार्य किया जा सकता है। डाॅ.मार्टिन ने कहा की वह उत्तराखण्ड की विकास दर और प्रति व्यक्ति आय जो कि राष्ट्रीय औसत से अधिक है, उससे बहुत प्रभावित हैं। जर्मनी के राजदूत ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री से हुई पिछली मुलाकात में श्री मोदी ने उनको उत्तराखंड जाकर, राज्य में निवेश पर विचार करने का सुझाव दिया था।
मुख्यमंत्री ने जर्मनी के राजदूत को बताया कि उत्तराखण्ड सरकार, गुड गवर्नेंस और आखिरी व्यक्ति तक सर्विस डिलीवरी पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार, ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार लाने और किसानों की आय को दोगुना करने के लिए भी लगातार प्रयास कर रही है। सभी सरकारी योजनाएं ‘‘आउटकम, टारगेट और टाइमलाइन’’ के फ्रेम में संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड शीघ्र ही भारत के शीर्षस्थ राज्यों में से एक राज्य होगा। मुख्यमंत्री ने जर्मनी के राजदूत का स्वागत करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह के रूप में श्री केदारनाथ की अनुकृति भी भेंट की।

राजभवन देहरादून 01सितम्बर, 2017

शुक्रवार को राज्यपाल डा0 कृष्ण कान्त पाल ने राजभवन में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रसिद्ध लेखक श्री एलन सीली को सम्मानित किया। राज्यपाल ने श्री एलन सीली का स्वागत करते हुए उनकी विभिन्न कृतियों का उल्लेख किया। राज्यपाल ने कहा कि श्री एलेन सीली ने अपनी तीस वर्ष की साहित्यिक यात्रा में अनेक प्रसिद्ध पुस्तकों की रचना की। जिनमें साहित्य एकेडमी अवार्ड से सम्मानित पुस्तक ‘ट्रोटरनामा’ व बुकर पुरस्कार के लिए शार्टलिस्ट किया गया उपन्यास ‘होटल एवरेस्ट-द केलेंडर’ प्रमुख हैं। इस अवसर पर लेखक श्री एलेन सीली ने अपनी नवीनतम रचना ‘‘जलालुडिनस’ के बारे में बताया। श्री एलेन सीली का कार्यक्रम में उपस्थित बुद्धिजीवियों के साथ अनौपचारिक संवाद भी हुआ। कार्यक्रम में अनेक लेखक, बुद्धिजीवी, प्रकाशक, पत्रकार तथा देहरादून के कई प्रतिष्ठित लोग भी मौजूद थे।

देहरादून 01 सितम्बर, 2017(सू.ब्यूरो)

राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुबर्द्धन ने बताया है कि जनपद अल्मोड़ा के विकासखण्ड भिकियासैंण की नवसृजित ग्राम पंचायत, बेल्टी तथा विकास खण्ड, ताड़ीखेत की पुनर्गठित ग्राम पंचायत बधाण एवं कडाकोट में निर्वाचक नामावली के संक्षिप्त पुनरीक्षण हेतु मतदाता सूची को व्यवस्थित करना(पूर्व में गठित ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में से नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत में शामिल किये गये मतदाताओं को छोडते हुए वर्तमान पुनर्गठित/नवसृजित ग्राम पंचायत में शामिल क्षेत्र के मतदाताओं के नाम वार्डवार व्यवस्थित करते हुए क्रम संख्या व शीर्षकों में समुचित परिवर्तन करना) दिनांक 06 सितम्बर, से 11 सितम्बर 2017(09 व 10 सितम्बर को छोड़कर) तक, तैयार/व्यवस्थित की गई वार्डवार मतदाता सूची का मुद्रण दिनांक 12 सितम्बर से 18 सितम्बर 2017(17 सितम्बर को छोड़कर) तक, मतदाता सूची के आलेख्य का प्रकाशन दिनांक 19 सितम्बर 2017, मतदाता सूची का निरीक्षण एवं दावों/आपत्तियों को प्राप्त करना दिनांक 20 सितम्बर से 26 सितम्बर 2017 तक, प्राप्त दावों/आपत्तियों की सुनवाई एवं निस्तारण दिनांक 27 सितम्बर से 07 अक्टूबर 2017(दिनांक 30 सितम्बर 2017, 01, 02 व 05 अक्टूबर 2017 को छोड़कर) तक, निर्वाचक नामावलियों की पूरक सूचियों का मुद्रण 09 अक्टूबर से 12 अक्टूबर, 2017 तक एवं निर्वाचक नामावलियों के अन्तिम प्रकाशन 13 अक्टूबर 2017 की तिथियां निर्धारित की गई है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुबर्द्धन ने जनपद अल्मोड़ा के जिला मजिस्ट्रेट, जिला निर्वाचन अधिकारी(पंचायत), निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एंव सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी(पंचायत) को निर्देश दिये कि संबंधित ग्राम पंचायतों की निर्वाचक नामावलियों के संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम का स्थानीय समाचार पत्रों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करें। सार्वजनिक जानकारी हेतु ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत, तहसील कार्यालय और जिलाधिकारी कार्यालय के सूचना पटों में यह कार्यक्रम प्रसारित किये जाय।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि उपर्युक्त पुनरीक्षण हेतु निर्वाचकों की संदर्भ तिथि 01 जनवरी 2017 निर्धारित करते हुए संबंधित पंचायतों की निर्वाचक नामावलियों का संक्षिप्त पुनरीक्षण किया जायेगा। पुनरीक्षण में यथास्थिति निर्वाचक नामावलियों की प्रतिष्टियों को संशोधित, विलोपित अथवा परिवर्द्धित किया जायेगा तथा प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों के उन सभी व्यक्तियों के नाम निर्वाचक नामावलियों में सम्मिलित किये जायेंगे जिन्होंने 01 जनवरी 2017 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली हो। पुनरीक्षण के पश्चात परिवर्तित, परिवर्द्धित एवं विलोपित निर्वाचक नामावलियां ही आगामी सामान्य/उप निर्वाचन में प्रयुक्त की जायेगी।
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देहरादून 01 सितम्बर 2017, जिला समुचित प्राधिकारी पी.सी.पी.एन.डी.टी एवं गर्भाधान प्रसव एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (विनिमय एवं दुरूपयोग निवारण) अधिनियम के अन्तर्गत जिला समुचित प्राधिकारी की सहायता एवं परामर्श हेतु जिला सलाहकार समिति की बैठक जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेशन की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में आयोजित की गयी।
बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि जनपद में संचालित हो रहे अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों का नियिमत रूप निरीक्षण किया जाय एवं जो अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र संचालक नियमों का कड़ाई से पालन नही करते तथा फार्म एफ को सही तरह से कम्पाइल नही करते हैं तो उनको नोटिस जारी करने के निर्देश दिये एवं जो केन्द्र तीन बार नोटिस देने के उपरान्त भी अपनी कमियों में सुधार नही करता है तो ऐसे अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रो को सील करने की कार्रवाई सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। उन्होने घटते लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त की। जिलाधिकारी द्वारा माह जुलाई के सापेक्ष अगस्त में केन्द्रो का कम निरीक्षण करने पर भी नाराजगी जाहिर की गयी। उन्होने निर्देश दिये हैं कि तहसील स्तर पर उप जिलाधिकारियों के माध्यम से नियमित निरीक्षण कराया जाय तथा जिला मुख्यालय पर समिति एवं चिकित्सा की टीम द्वारा औचक निरीक्षण कराया जाय एवं जिन अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों में कोई कमी पाई जाती है तो उनके विरूद्ध तत्काल समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में पंजीकृत अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों एवं निरस्त किये गये केन्द्रों के पंजीकरण के सम्बन्ध में भी जानकारी चाही गयी, जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ टी.सी पंत ने अवगत कराया है कि जनपद में अब तक कुल पंजीकृत अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र 233 है तथा अब तक 119 केन्द्रों के पंजीकरण निरस्त किये गये हैं। वर्तमान में जनपद में कार्य कर रहे अल्ट्रासाउण्ड 114 हैं, जिसमें विकासनगर में 16, ऋषिकेश में 13, डोईवाला में 4, मसूरी में 2 एवं देहरादून शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में 79 अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र संचालित हो रहे हैं। उन्होने कहा कि माह जनवरी से अगस्त 2017 तक 73 अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों का निरीक्षण किया गया है, जिसमें माह जनवरी से अगस्त 2017 तक 26 केन्द्रों के पंजीकरण को नवीनीकरण की कार्यवाही की गयी है। निरीक्षण के दौरान 15 मशीनें सील की गयी हैं तथा 7 केन्द्रो ंका पंजीकरण निरस्त किया गया है, 4 केन्द्र निलंबित किये गये हैं।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये हैं कि महिला के गर्भवती होने से प्रसव तक तथा लिंगानुपात को सही मानक में बनाये रखने हेतु माता तथा बच्चों के सही आंकड़े के लिए टैपिंग सिस्टम को अपनाने तथा अपने स्तर पर, गैर सरकारी संगठनों, बाल एवं महिला स्वास्थ्य से जुड़े हुए विभागों/ऐजेंसियों के आंकड़ो का तुलनात्मक अध्य्यन करते हुए वर्षवार तथा माह वार स्पष्ट डेटा प्राप्त करने के निर्देश दिये। उन्होने जनजागरूकता हेतु शिविर, कार्यशाला में प्रचार सामग्री वितरित करने तथा सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता पोस्टर चस्पा करने के निर्देश दिये।
बैठक में संयुक्त निदेशक कानून डाॅ जे.एस बिष्ट, जिला पंचायतराज अधिकारी एम जफर खान, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास एस.के सिंह, पैथोलाॅजिस्ट डाॅ एन.के मिश्रा, वरिष्ठ बालरोग विशेषज्ञ डाॅ एन.एस खत्री, जिला समन्वय पी.सी.पी.एन.डी.टी ममता बहुगुणा सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
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देहरादून 01 सितम्बर 2017, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी देहरादून ने अवगत कराया है कि जनपद के पूर्व सैनिकों एवं सैनिक विधवाओं/आश्रितों को उत्तराखण्ड सैनिक पुनर्वास संस्था द्वारा देय वर्ष 2017-18 की छात्रवृत्ति के आवेदन पत्रों का वितरण एवं जमा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उन्होने बताया कि आवेदन पत्र लेने से पहले प्रार्थी अपने पात्र की पिछली कक्षा के अकों का प्रतिशत् सुनिश्चित कर ले जो कि कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दी है। उन्होने यह भी अवगत कराया कि इंजीनियरिंग डिग्री एवं मेडिकल डिग्री कोर्सेज के आवेदन पत्र जमा करने की अन्तिम तिथि 31 दिसम्बर है उक्त कोर्सेज के अतिरिक्त सभी आवेदन पत्र जमा करने की अन्तिम तिथि 31 अक्टूबर है। आवेदन पत्र जमा करते समय समस्त मूल दस्तावेज लाने आवश्यक है।
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देहरादून 01 सितम्बर 2017, किसानों की आय को 2022 तक दोगुनी करने के लिए बनाये जा रही कार्य योजना के सम्बन्ध में जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेशन की अध्यक्षता मंे विकासभवन में कृषि से जुड़े विभागों जिनमें, कृषि विभाग, उद्यान, पशुपालन, रेशम, मतस्य विभागों की समीक्षा की गयी। जिसमें सभी विभागों द्वारा अपने-2 विभागों से सम्बन्धित 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के सम्बन्ध में कार्य योजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया।
जिलाधिकारी ने सभी रेखीय विभागों के अधिकारिोयं को निर्देश दिये कि प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा 2022 तक जो किसानों की आय को दोगुनी करने का लक्ष्य दिया गया है। उसी के आधार पर सभी विभाग अपनी कार्ययोजना तैयार करते हुए आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होने कृषि के क्षेत्र में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हे उच्च कोटि के बीज एवं खाद तथा नई तकनीक के कृषि यंत्र उपलब्ध कराये जायें तथा क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति के अनुसार ही कार्य योजना तैयार करें तथा जिस क्षेत्र में जिस फसल की पैदावार अच्छी होती है उसी के लिए किसानों को प्रेरित करें एवं उसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी करें। उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होने कहा कि जिस क्षेत्र में जो फल तथा सब्जी की अच्छी उपज होती है उसी की पैदावार के लिए कार्य योजना बनाते हुए किसानों को प्रेरित किया जाय तथा किसानों को अच्छी किस्म के बीज एवं फलदार पौधे उपलब्ध कराये जाय। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ किसानों की पैदावार के भण्डारण के लिए कलैक्शन सेन्टर तैयार करें ताकि उनकी फसलों का उन्हे अच्छा बाजार भाव मिल सके, इसके लिए उन्होने हाॅट बाजार भी चिन्हित करने के निर्देश दिये। पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि हमें पशुपालकों की मांग के अनुसार ही अच्छी नस्ल की गाय एवं बछिया मुहैया कराई जाय, इसके लिए उन्होने चारा विकास योजना के तहत लाभान्वित करने के भी निर्देश दिये। इसी तरह मतस्य पालन को बढावा देने के लिए उन्हे लोगों को जागरूक करने के भी निर्देश दिये। उन्होने सभी विभागों को निर्देश दिये हैं कि इस योजना के तहत सभी विकासखण्डों में कलस्टर के आधार पर दो-2 ग्राम पंचायतें चयनित की गई हैं उन्होने विभाग को कलस्टर के अनुसार कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि जनपद के लिए कलस्टर की सूची तैयार की गयी है जिसमे प्रत्येक विकासखण्डों के 2-2 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। उन्होने कहा कि उनके द्वारा किसानों की पैदावार में वृद्धि के लिए अधिक पैदावार वाली किस्मों को किसानों के मध्य लोकप्रिय बनाने के सम्बन्ध में बताया तथा जल संरक्षण को बढावा देने वाली योजना, समग्र विकास योजना के लिए सामरिक प्रयास, फसल बीमा योजना के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्य उद्यान अधिकारी संजय श्रीवास्तव द्वारा अपने विभाग की कार्ययोजनाओं की प्रस्तुतीकरण करते हुए कहा कि किसानों की आय को दोगुनी करने के लिए उद्यान विभाग द्वारा किसानों को उनके क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार ही फसल के लिए प्रेरित किया जा रहा है , फलों में अनार, पपीता, अमरूद की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है तथा सब्जी में मटर , टमाटर, बन्द गोभी, आलू, नींबू, तथा मसाले में अदरक, मिर्चा, हल्दी, एवं हनी के लिए भी इसके लिए किसानों का पाॅली हाउस के तहत लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी तरह मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने अपने विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि कृत्रिम गर्भाधान के तहत 99 प्रतिशत् बछिया ही पैदा होगीं इसके लिए कसानों को सिन्धी एवं बद्री गाय, जर्सी गाय को भी किसानों की उपलब्ध कराये जाने के बारें में तथा चारा विकास योजना तथा कुकुट विकास योजना के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गयी। इसी प्रकार रेशम विभाग एवं मतस्य विभाग द्वारा अपनी योजनाओं का विस्तार से प्रस्तुतिकरण किया गया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जी.एस रावत, जिला विकास अधिकारी प्रदीप पाण्डेय सहित सभी अधिकारी उपस्थित थे।
इसके पश्चात जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेशन के द्वारा जनपद में संचालित हो रही सभी विभागों की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने सभी जनपदीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिस विभाग की जो योजनाएं संचालित हो रही हैं उनका विवरण उपलब्ध कराते हुए विभागो ंद्वारा की गयी कार्यवाही से अवगत कराने के निर्देश दिये। उन्होने सभी विभागीय अधिकारियेा को निर्देश दिये हैं कि ग्राम स्तर पर विभिन्न विभागों द्वारा जो योजनाएं संचालित की जा रही है तथा जिन योजनाओं पर कार्य पूर्ण हो चुका है या गतिमान है का पूर्ण विवरण सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। स्वजल परियोजना की समीक्षा करते हुए जिला स्वजल अधिकारी ने अवगत कराया कि ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन कार्यों हेतु भौतिक कार्य योजना। स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत वर्ष 2017-18 के लिए 54 ग्राम पंचायतों को चयनित किया गया है तथा वर्ष 2018-19 के लिए 114 ग्राम पंचायतें तथा 2019-20 के लिए 112 ग्राम पंचायतें तथा 2020-21 में 115 ग्राम पंचायतें तथा 2021-22 में 60 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है इस प्रकार 2022 तक जनपद की सभी 460 ग्राम पंचायतों को ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन योजना से जोड़ लिया जायेगा। जिलाधिकारी सभी विभागों की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित विभागीय अधिकारियो को आवश्यक निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जी.एस रावत, मुख्य चिकित्सा अधिकारी टी.सी पंत, जिला विकास अधिकारी प्रदीप पाण्डेय सहित सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

शांतिकुंज में एडवांस रोवर लीडर व स्काउट मास्टर प्रशिक्षण शुभारंभ
हरिद्वार 1 सितम्बर।
प्रादेशिक प्रशिक्षण केन्द्र शांतिकुंज में सात दिवसीय रोवर लीडर, स्काउट मास्टर एवं गाइड कैप्टन का शिविर एक साथ शुभारंभ हुआ। शिविर का शुभारंभ स्काउट ध्वज फहराने के साथ हुआ। अलग-अलग चलाई जा रही इन शिविरों में स्काउट जनपद शांतिकुंज, टिहरी, हरिद्वार व देहरादून के डेढ़ सौ से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड के स्काउट सचिव रविन्द्र मोहन काला ने कहा कि समाज के युवा वर्ग को जीवन जीने की कला में स्काउट गतिविधियों का प्रशिक्षण लीडरों की ट्रेनिंग के द्वारा ही उत्कृष्टता प्रदान करता है। कोर्स लीडर श्री शेखावत ने कहा कि स्काउट अपने जीवन में स्काउट नियम, प्रतिज्ञा का पालन करते हुए ईश्वर के कार्य में अपनी सहभागिता करते हुए जीवन आनंदपूर्वक और सुखमय व्यतीत करते हैं।
शिविर का संचालन हेतु राजस्थान प्रांत के अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक रघुवीर सिंह शेखावत, लाजपत राय, सतेन्द्र कुमार अपनी टीम मौजूद हैं। कैम्प में नरेन्द्र सिंह, सीताराम सिन्हा, बी.एस.बिष्ट, श्रीमती सोलंकी सहयोगी हैं। रोवर मंगल सिंह, नरेन्द्र, अतुल द्विवेदी, सूर्यनाथ, सूरत सिंह, शैलेन्द्र कुमार सिंह, डॉ. महीपाल सिंह, कविता माकोड़े आदि उपस्थित रहे।

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चमोली 01 सितंबर, 2017 (सू0वि0)
जनता की शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए समयबद्वता के साथ समस्याओं का निस्तारण करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश जिलाधिकारी आशीष जोशी ने विकासखण्ड गैरसैंण के दूरस्थ गांव कफलोडी में जन शिकायतों को सुनते हुए अधिकारियों को दिये। ग्रामीणों ने पेयजल, विद्युत, शिक्षा, सड़क एवं सामाजिक पेंशन से जुड़ी मूलभूत समस्याऐं जिलाधिकारी के समक्ष रखी। भारी बारिश के बावजूद गैरसण ब्लाक के कफलोडी गांव स्थित प्राइमरी स्कूल के प्रांगण में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर जिलाधिकारी ने क्षेत्र में संचालित योजनाओं के साथ-साथ मनरेगा में कार्यरत श्रमिक, पेंशन, गठित महिला स्वयं सहायता समूहों आदि की जानकारी भी ली।

स्वैप द्वारा निर्मित कफलोडी पेयजल योजना पर पानी के स्रोत धसने से पेयजल आपूर्ति न होने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने पेयजल स्रोत का मनरेगा से ट्रीटमेंन्ट कराने के निर्देश बीडीओ को दिये। गांव में विद्युत की तार पेडों के बीच आने की समस्या पर जिलाधिकारी ने पेडों की छटाई करने हेतु वन विभाग से स्वीकृति लेने को कहा। घर के पास जमीन धसने से झुके विद्युत पोल की समस्या पर पटवारी व विद्युत विभाग के लाईनमैन को मौकामुआयना कर शीघ्र विद्युत पोल को ठीक करने के निर्देश दिये।

ग्रामीणों ने राइका नंन्दासैंण में चार विषयों में रिक्त अध्यापकों के पदों पर नियुक्ति की मांग भी प्रमुखता से जिलाधिकारी के समक्ष रखी। बताया कि राइका नंन्दासैंण में लगभग 30 गांवों के तीन सौ से अधिक छात्र अध्ययनरत है, लेकिन शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों को पठन-पाठन में खासी परेशानी का सामना करना पड रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने राइका नंन्दासैंण में रिक्त अध्यापकों के पदों पर शीघ्र तैनाती करने हेतु मुख्य शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये है। रा.प्रा.वि. कफलोडी/मालई में बरसात के दौरान स्कूल भवन की छत टपकने से छात्रों को हो रही परेशानी की शिकायत पर जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय भवन का तकनीकि विभागों के माध्यम से जाॅच कराने के निर्देश उप जिलाधिकारी को दिये। साथ ही उन्होंने आपदा मद से ग्राम पंचायत को अवमुक्त धनराशि से बरसात के दौरान प्राथमिक विद्यालय भवन की छत पर तिरपाल/प्लास्टिक सीट से ढकने को कहा। ग्रामीणों की विद्यालय भवन के पास सड़क पर स्पीड ब्रैकर लगाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए ग्रामीणों से कहा कि उन्हें भी नियमों का पालन कर निर्धारित गतिसीमा में वाहन चलाने चाहिए। साथ ही उन्होंने ओबर स्पीड, ओबरलोडिंग एवं नशे की हालत में गाडी चलाने वालों के खिला सख्त कार्यवाही करने के निर्देश उपजिलाधिकारी को दिये।

सामाजिक कार्यकर्ता अरूण मैठाणी ने कोटद्वार-कर्णप्रयाग के लिए 2011 में स्वीकृत रोडवेज बस के संचालन की मांग उठायी। उन्होंने कहा कि कोटद्वार से कर्णप्रयाग यदि रोडवेज की सीधी बस सेवा संचालित होगी तो न सिर्फ फौजी बाहुल्य क्षेत्र के फौजियों व उनके परिजनों को सुविधा होगी बल्कि व्यापारियों को भी कोटद्वारा बडी मण्डी का लाभ भी मिल पायेगा। साथ ही उन्होंने पौडी जिले के पैठाणी से अवैध शराब की तस्करी के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की। जिस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी गैरसैंण को निर्देश दिये कि वह गिदोंखाल से नंन्दासैंण तक नियमित चैकिंग कर अवैध शराब का करोबार करने वाले के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें। ग्राम निवासी मेहरवान लाल द्वारा 6 माह से बृद्धावस्था पेंशन न मिलने की शिकायत बीडीओ को उनके बैंक खाते को आधारकार्ड लिंक कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी द्वारा क्षेत्र में गठित महिला स्वयं सहायता समूहों की जानकारी लेते हुए बीडीओ को न्याय पंचायत स्तर पर स्वयं सहायता समूहों के गठन के लिए प्रशिक्षण देने के निर्देश दिये। उन्होंने गांव में गठित नरसिंग स्वामी व हरियाली देवी स्वयं सहायता समूहों को भुवनेश्वर महिला आश्रम से लिंक कराने को कहा। वही मनरेगा में कार्य करने के इच्छुक मनरेगा जाॅबकार्डधारकों को काम देने को कहा। इससे पहले कार्यक्रम की दौरान कफलोडी गांव के दो लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र का मामला लम्बे समय से अटका पडा था, जिसे लेकर जिलाधिकारी ने प्रमाण पत्र चाहने वाले परिजनों से सवाल किया कि आखिर उन्हें अब मृत्यु प्रमाण पत्र की आवश्यकता क्यो पडी। उन्होंने मामले को सुलझाते हुए एसडीएम गैरसैंण को निर्देश दिये कि वे मामले की जाॅच कर शपथ-पत्र के आधार पर ही आश्रितों को प्रमाण पत्र जारी करे। उन्होंने यह भी बताया कि अब जन्म और मृत्यु का पंजीकरण करना अत्यन्त आवश्यक है।

इस अवसर पर ग्राम प्रधान बंसती देवी, एसडीएम गैरसैंण स्मृता परमार, लोनिवि गौचर के सहायक अभियंत एमएस रावत, बीडीओ सोबन लाल, जेई अनुज कुमार शर्मा, तहसीलदार बीपी जोशी, ग्राम विकास अधिकारी उमेश पवार सहित सुरेन्द्र सिंह, मोहन सिंह भण्डारी विक्रम पवार, पूरण सिंह व तहसील स्तरीय अधिकारी एवं ग्रामीण जनता मौजूद थी।
हरिद्वार।

इस वर्ष ईद-उल-जुहा (बकरीद) का त्यौहार 02 सितम्बर 2017 को मनाया जायेगा। जिलाधिकारी दीपक रावत ने सभी जनपद वासियों को शुभकामनायें देते हुए हर्ष और सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्योहार मनाने का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि ईद उल जुहा मुस्लिम समुदाय का अत्यन्त महत्वपूर्ण और हर्षोउल्लास से मनाये जाने वाले त्यौहार है, जिसमें लोग गले मिलकर एक दूसरे के सुख-समृद्धि की कामना करते हुए परस्पर बधाई देते हैं।
इस अवसर पर कानून एवं शान्ति व्यवस्था को बनाये रखने हेतु जिला मजिस्ट्रेट, हरिद्वार दीपक रावत द्वारा निर्देश भी जारी किये गये हैं। उन्होंने कहा कि जलसे-जुलूस से सार्वजनिक स्थानों व सड़कों पर आवागमन में असुविधा न हो। सार्वजनिक नमाज स्थलों पर अनियंत्रित जानवरों यथा सुअरों का स्वछन्द विचरण रोका जाये। सभी संवेदनशील स्थलों पर सम्बन्धित विभाग तथा नगरपालिका एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित किया जाये। विद्युत आपूर्ति में बाधा उत्पन्न न हो। संवेदनशील, अतिसंवेदनशील स्थानों को पूर्व से चिन्हित कर उन पर अत्यधिक सतर्कता बरती जाये। जलसों, जुलूसों आदि कार्यक्रमों में महिलाओं एवं युवतियों के साथ छेड़खानी की घटनाओं को रोका जाये। लाउडस्पीकर तेज आवाज में न बजाया जाये तथा किसी प्रकार की आपत्तिजनक टिप्पणियां न की जायें, बल्कि ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण हेतु निर्धारित मानकों का पालन किया जाये। दूसरे सम्प्रदाय के धार्मिक स्थलों के पास से गुजरते समय उत्तेजनात्मक नारे न लगाये जायें, नमाज स्थलों पर पर्याप्त साफ-सफाई, चूना छिड़काव तथा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जायें। जानवरों की कुर्बानी के बाद अवशेष हिस्से, मांस के टुकड़ों को खुले स्थानों पर न फेंका जाये आदि।
नगर पालिका एवं विद्युत विभाग से समन्वय स्थापित कर यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि मस्जिद, ईदगाहों तथा आस-पास के क्षेत्रों में पर्याप्त साफ-सफाई हो जाये तथा विद्युत एवं पेयजल की आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था की जाये। जनपद स्तर पर अभिसूचना इकाईयां समय रहते महत्वपूर्ण जानकारियां सीधे परगना मजिस्ट्रेटोंध्पुलिस क्षेत्राधिकारियों को समय रहते उपलब्ब्ध कराई जायें। साम्प्रदायिक पृष्ठभूमि गतिविधियों वाले व्यक्तियों, असामाजिक शरारती तत्वों को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित किया जाये। ऐसी कोई धार्मिक गतिविधि न होने दी जाये, जिससे नवीन परम्परा के पड़ने के कारण किसी प्रकार के विवाद की आशंका उत्पन्न होती हो।

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