शक्तिशाली चक्रवाती तूफान ‘वरदा’ चेन्नई में
‘वरदा’ आया -चेन्नई के उत्तर में समुद्र तट से टकरा गया है – चक्रवर्तीय तूफ़ान वरदा का नाम पाकिस्तान ने दिया है. फ़िलहाल इस चक्रवात का असर बंगाल की खाड़ी में है. वरदा का मतलब है कि लाल गुलाब..’वरदा’ का मतलब अरबी या उर्दू में ‘गुलाब’ होता है। नॉर्थ हिंद महासागर में चक्रवाती तूफानों का नामकरण आईएमडी करता है। जब हवा की स्पीड कम से कम 63 kmph हो जाती है और यह कुछ देर बरकरार रहती है तो 3 मिनट के भीतर ये चक्रवाती तूफान का रूप ले लेती है।
(www.himalayauk.org) Leading Digital Newsportal: Presents; Top Story;
चेन्नई में अब तक 4,622 लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.
तूफान के खतरे को देखते हुए चेन्नई में चलने वाली लोकल ट्रेनों को रोक दिया गया है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर सक्रिय शक्तिशाली चक्रवाती तूफान ‘वरदा’ चेन्नई में 110/120 किलोमीटर प्रति रफ्तार से टकराया है. तूफान के कारण अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है. चेन्नई आने-जाने वाली सभी फ्लाइट्स को रद्द किया गया है. तूफान के कारण अब तक करीब डेढ़ सौ पेड़ उखड़ चुके हैं. वरदा को देखते हुए आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की कुल 15 टीमें भेजी गई हैं. मछुआरों से अगले 48 घंटे तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है. वरदा के कारण तमिलनाडु सरकार ने प्रभावित इलाकों चेन्नई, कांचीपुरम और तिरूवल्लूर में स्कूल कॉलेजों और दफ्तरों में छुट्टियां घोषित कर दी है.वरदा के कारण तमिलनाडु सरकार ने प्रभावित इलाकों चेन्नई, कांचीपुरम और तिरूवल्लूर में स्कूल कॉलेजों और दफ्तरों में छुट्टियां घोषित कर दी है.
चक्रवात ‘वरदा’ की वजह से आए तूफान के कारण तमिलनाडु में दो लोगों की मौत हो गई है। आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों में कई पेड़ उखड़ गए हैं। दोनों राज्यों के कई इलाकों में तेज हवा और बारिश हो रही है। बारिश के कारण चेन्नई के कई इलाकों में बारिश के कारण पानी भर गया है। तूफान के कारण पूरे चेन्नई में बिजली भी गुल है। चेन्नई महानगर पालिका ने नागरिकों को पेड़ों के नीचे कार न पार्क करने की हिदायत दी है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार वरदा की तीव्रता में थोड़ी कमी आई है लेकिन अभी भी ये ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा गया है। मौसम विभाग ने पहले इसे ‘बहुत गंभीर’ श्रेणी में रखा था। ‘बहुत गंभीर’ चक्रवातीय तूफान के दौरान हवा की रफ्तार 12-130 किमी प्रति घंटा तक होती है। ‘गंभीर’ चक्रवातीय तूफान की रफ्तार 80-110 किमी प्रति घंटा होती है।
वरदा तूफान के चलते तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश को हाई अलर्ट पर रखा गया है। चक्रवात की वजह से आम लोगों को घरों के अंदर रहने की सलाह दी गई है। तमिलनाडु के चार जिलों के स्कूल-कॉलेजों को सोमवार को बंद रखा गया है। ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन ने आम लोगों की मदद के लिए फोन हेल्प लाइन और व्हाट्सऐप हेल्प लाइन नंबर जारी किए हैं। कॉर्पोरेशन ने आम लोगों के लिए ईमेल हेल्प लाइन भी जारी की है।
तूफ़ान की वजह से आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों में तेज़ हवाएं चल रही हैं. भारी बारिश हो रही है और कई जगह पेड़ उखड़ गए हैं.
तमिलनाडु में इस तूफान की वजह से दो लोगों की मौत हो चुकी है. आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में वरदा के चलते आर्मी, नेवी और एयरफोर्स हाई अलर्ट पर हैं. करीब 16000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अगले 3 से 4 घंटे में यह तूफ़ान गुज़र जाएगा. चेन्नई एयरपोर्ट से 6 बजे तक सभी तरह के ऑपरेशन बंद हैं. तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में NDRF की 19 टीमें तैनात हैं. 130 से 140 किमी रफ़्तार से तेज़ हवाएं चल रही हैं.
नौसेना अपने ऑपरेशन ‘मदद’ के साथ तैयार है. नौसेना के दो युद्धपोत तैनात हैं और युद्धपोत पर मेडिकल टीमें, राहत सामग्री जैसे- कपड़े, कंबल और दवाइयां तैयार हैं. गोताखोरों की 22 टीमें तैयार हैं. सेना की 7 टुकड़ियां भी तैनात हैं.
तूफान के चलते कई इलाकों की बिजली को बंद कर दिया गया है, ताकि अनहोनी से बचा जा सके. तटीय इलाकों से लोगों को बाहर निकाला गया है. अगले 2 घंटे भारी बारिश की संभावना के चलते लोगों से घर में रहने की अपील की गई है. भारतीय मौसम विभाग की ओर से पहले यह अनुमान जताया गया था कि यह अपनी तीव्रता कम करेगा,लेकिन बाद में कहा गया कि यह तट से टकराने के बावजूद कमजोर नहीं होगा. चेन्नई, तिरूवल्लूर एवं कांचीपुरम जिलों में सुबह से भारी बारिश हो रही है और इन जिलों में तेज हवाएं भी चल रही हैं. इन इलाकों के कई हिस्सों में एहतियातन विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई है. थल सेना, नौसेना एवं वायु सेना के साथ सशस्त्र बलों को भी तैयार रहने को कहा गया है ताकि कभी भी आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तैनात किया जा सके. इसके मद्देनजर आंध्र प्रदेश के एसपीएस नेल्लोर जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है. मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने नेल्लोर जिला प्रशासन से 255 निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का निर्देश दिया है. इसी बीच जिले में आज सुबह से बारिश हो रही है. वरदा के प्रभाव के कारण नेल्लोर और चित्तूर जिलों में भारी बारिश की संभावना है. नेल्लोर जिले के सूलूरपेटा मंडल में आज सुबह 30 लोगों को राहत शिविर में भेजा गया. दक्षिण मध्य रेलवे ने चक्रवात को देखते हुए सूलूरपेटा और चेन्नई के बीच चलने वाली कुछ सवारी रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया है. विजयवाड़ा-चेन्नई-विजयवाड़ा पिनाकिनी एक्सप्रेस और कुछ अन्य एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है.