भीम महासंगम का आयोजन ;बीजेपी की तैयारी शुरू

खासतौर से बाबा साहब भीम राव अंबेडकर से जुड़े हुए स्थलों को पंचतीर्थ के तौर पर स्थापित करने और विकसित करने के मुद्दे को भी बीजेपी के एससी मोर्चा की तरफ से जोर-शोर से प्रचारित किया जा रहा है. लेकिन, बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि एससी एसटी एस्ट्रोसिटिज एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट कर मोदी सरकार की तरफ से उस कानून को सख्त बनाने के मुद्दे को भी एससी समुदाय के बीच ले जाने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है. पार्टी के एससी मोर्चा के नेताओं का मानना है कि मोदी सरकार ने इस समुदाय के लिए जितना किया है, उसे बताने के मकसद से ही पार्टी की तरफ से भीम महासंगम का आयोजन किया जा रहा है.
लोकसभा चुनाव को लेकर दिल्ली बीजेपी ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. कुछ वक्त पहले ही पूर्वांचल के लोगों को साधने के लिए दिल्ली के रामलीला मैदान में ही महाकुंभ का आयोजन किया गया था. अब लोकसभा चुनाव से पहले एससी समुदाय को साथ लेने की कवायद हो रही है.

काशीपुर, भारतीय दलित समाज पार्टी के नैशनल प्रेसीडेंट जोइल मसीह ने कहा है कि उनकी पार्टी द्वारा काशीपुर में 6 दिसम्‍बर को भारत रत्‍न डा0 भीमराव अम्‍बेडकर जी के परिनिर्माण दिवस 6 दिसम्‍बर पर अम्‍बेडकर भवन काशीपुर में विशाल कार्यक्रम किया जायेगा, जिसमें देहरादून से अतिथिगण भाग लेगे, उत्‍तराखण्‍ड एससी एसटी इम्‍प्‍लाईज फेडरेशन के प्रेसीडेंट भी इसमें भाग लेगें, जोईल मसीह ने कहा कि अम्‍बेडकर पार्क, अम्‍बेडकर भवन आदि के अलावा अनेक बडे कार्य पार्टी द्वारा किये गये है, जोईल मसीह ने कहा कि अम्‍बेडकर पार्क के लिए भूमि दिलाने की लडाई में हिमालयायूके के सम्‍पादक चन्‍द्रशेखर जोशी का भी बडा सहयोग रहा है, उनको भी इस अवसर पर निमत्रण भेजा जायेगा

खिचड़ी के लिए चावल और दाल की भीख मांगते वक्त पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरफ से एक विजय संकल्प पत्र भी लिया जाएगा, जिसमें एससी समुदाय के लोगों की तरफ से 2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाए जाने के लिए अपना वोट देने का संकल्प होगा. इस संकल्प पत्र को 30 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री मोदी को सौंपा जाएगा
दिल्ली में बीजेपी के कार्यकर्ता जल्द ही एक पखवाड़े तक लोगों के घरों पर ‘भीख’ मांगते नजर आएंगे. दिल्ली बीजेपी के एससी मोर्चा के कार्यकर्ताओं की तरफ से दिल्ली में लोगों के घर से चावल और दाल मांगा जाएगा, जिससे दिल्ली के रामलीला मैदान में खिचड़ी बनाई जाएगी. बीजेपी इसे ‘भीम समरसता खिचड़ी’ बता रही है.

दरअसल, दिल्ली बीजेपी की तरफ से दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘भीम महासंगम’ की तैयारी की जा रही है. इस महासंगम में ही भीम समरसता खिचड़ी बनाई जाएगी. खिचड़ी में लगने वाले चावल और दाल के लिए दिल्ली बीजेपी ने एक पखवाड़े तक विशेष अभियान भी चलाने का फैसला किया है. इसके लिए पार्टी के दिल्ली प्रदेश के एससी मोर्चा के कार्यकर्ताओं को विशेष तौर से तैयार किया गया है.

समरसता खिचड़ी के लिए डोर टू डोर कैंपेन चलाने और चावल-दाल मांगने के लिए पार्टी के लगभग 28 हजार एससी मोर्चा के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है. दिल्ली में बीजेपी के 280 मंडल हैं और हर मंडल स्तर पर 100 कार्यकर्ताओं की टीम बनाई गई है पार्टी की तरफ से समरसता खिचड़ी के लिए पांच से सात हजार किलोग्राम चावल और दाल जुटाने का लक्ष्य रखा गया है, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा. पार्टी के प्लान के मुताबिक, अगले 30 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में भीम महासंगम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें एक लाख से ज्यादा एससी समुदाय के लोगों के पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है. इस समागम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी शिरकत कर सकते हैं.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इसके लिए एससी समुदाय की अलग-अलग जातियों और वर्गों को इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी जा रही है और उन्हें रामलीला मैदान पहुंचने के लिए भी कहा जा रहा है. पार्टी के एक नेता ने बताया कि अबतक एससी समुदाय की जातियों खटीक, सांसी, सिकलीगर, गिहारा समेत 9 जातियों के लोगों के साथ संगोष्ठी हो चुकी है, जबकि बाकी जाति के लोगों के साथ संगोष्ठी का यह दौर चल रहा है.

पार्टी का मानना है कि दिल्ली में 21 लाख एससी समुदाय के मतदाता हैं, जिनमें से 14 लाख से हम संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए बीजेपी की तरफ से विजय संकल्प पत्र और पम्पलेट भी तैयार किया गया है. पम्पलेट में पिछले पांच साल के कार्यकाल में मोदी सरकार की तरफ से एससी समुदाय के लिए किए गए कामों का जिक्र किया गया है.

यह बताने की कोशिश की गई है कि कैसे मोदी सरकार के कार्यकाल में शुरू की गई सभी योजनाओं का लाभ एससी समुदाय को मिल रहा है. दिल्ली बीजेपी के एससी मोर्चा के महामंत्री लाजपत राय कहते हैं, ‘मोदी सरकार की तरफ से पिछले पांच साल में शुरू की गई सभी योजनाओं के केंद्र में एससी समुदाय ही रहा है.’ लाजपत राय कहते हैं, ‘मुद्रा योजना हो या फिर उज्ज्वला योजना या फिर जन-धन योजना इन सभी योजनाओं का सबसे ज्यादा फायदा एससी समुदाय को ही हुआ है. यहां तक कि स्वच्छ भारत अभियान का भी सबसे ज्यादा फायदा इसी समुदाय को हुआ है.’ उनका कहना है, ‘बाबा साहब भीम राव अंबेडकर को कांग्रेस ने एक दलित नेता ही बनाया था. लेकिन, मोदी जी के सत्ता में आने के बाद बाबा साहब को विश्व स्तर पर स्थापित किया गया है.’
दरअसल, बीजेपी की तरफ से एससी समुदाय के लोगों को यह बताने का प्रयास हो रहा है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में उनके लिए क्या -क्या किए गए हैं.

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