अशुभ पंचक में भाजपा प्रदेश कार्य समिति की बैठक

भारतीय ज्योतिष में पंचक को अशुभ माना गया है परन्‍तु 22 अ्प्रैल को नैनीताल में भाजपा प्रदेश कार्य समिति की बैठक शुरू हो गयी हैं। जिसमे राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, केंद्रीय कपड़ा मंत्री अजय टम्टा, संसद भगत सिंह कोश्यारी, काबीना मंत्री विजय बहुगुणा, प्रकाश पंत, मदन कौशिक, सतपाल महाराज, यशपाल आर्य, धन सिंह, रेखा आर्य समेत विधायक व अन्य पदाधिकारी मौजूद हैं। बैठक में लक्ष्य अंत्योदय, किसान ऋण माफ, मिशन 2019, चकराता सड़क दुर्घटना से सबक लेते हुए परिवहन बस सुधार, मॉनिटरिंग, चिकित्सा, स्वास्थ्य व संगठन सुदृढ़ीकरण, बूथ प्रबन्धन आदि पर चर्चा होनी है।

भारतीय ज्योतिष में पंचक को अशुभ माना गया है। इसके अंतर्गत धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद, पूर्वा भाद्रपद व रेवती नक्षत्र आते हैं। पंचक के दौरान कुछ विशेष काम करने की मनाही है। इस बार शुक्रवार (21 अप्रैल) की सुबह लगभग 10.14 बजे से पंचक शुरू हो गया था, जो 25 अप्रैल, मंगलवार की रात लगभग 09.03 तक रहेगा। उज्जैन के ज्योतिषी पं. प्रफुल्ल भट्‌ट के अनुसार, शनिवार से शुरू होने के कारण ये मृत्यु पंचक कहलाएगा। पंचक कितने प्रकार का होता है और इसमें कौन से काम नहीं करने चाहिए, पंचक के दौरान दक्षिण दिशा में यात्रा नही करनी चाहिए, क्योंकि दक्षिण दिशा, यम की दिशा मानी गई है। इन नक्षत्रों में दक्षिण दिशा की यात्रा करना हानिकारक माना गया है।
उज्जैन के ज्योतिषी पं. विनय भट्ट के अनुसार, पंचक में आने वाले नक्षत्रों में शुभ कार्य हो सकते हैं। पंचक में आने वाला उत्तराभाद्रपद नक्षत्र वार के साथ मिलकर सर्वार्थसिद्धि योग बनाता है, वहीं धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद व रेवती नक्षत्र यात्रा, व्यापार, मुंडन आदि शुभ कार्यों में श्रेष्ठ माने गए हैं।
पं. भट्ट के अनुसार, पंचक को भले ही अशुभ माना जाता है, लेकिन इस दौरान सगाई, विवाह आदि शुभ कार्य भी किए जाते हैं। पंचक में आने वाले तीन नक्षत्र पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद व रेवती रविवार को होने से आनंद आदि 28 योगों में से 3 शुभ योग बनाते हैं, ये शुभ योग इस प्रकार हैं- चर, स्थिर व प्रवर्ध। इन शुभ योगों से सफलता व धन लाभ का विचार किया जाता है।
1. रोग पंचक
रविवार को शुरू होने वाला पंचक रोग पंचक कहलाता है। इसके प्रभाव से ये पांच दिन शारीरिक और मानसिक परेशानियों वाले होते हैं। इस पंचक में किसी भी तरह के शुभ काम नहीं करने चाहिए। हर तरह के मांगलिक कार्यों में ये पंचक अशुभ माना गया है।

2. राज पंचक
सोमवार को शुरू होने वाला पंचक राज पंचक कहलाता है। ये पंचक शुभ माना जाता है। इसके प्रभाव से इन पांच दिनों में सरकारी कामों में सफलता मिलती है। राज पंचक में संपत्ति से जुड़े काम करना भी शुभ रहता है।
3. अग्नि पंचक
मंगलवार को शुरू होने वाला पंचक अग्नि पंचक कहलाता है। इन पांच दिनों में कोर्ट कचहरी और विवाद आदि के फैसले, अपना हक प्राप्त करने वाले काम किए जा सकते हैं। इस पंचक में अग्नि का भय होता है। इस पंचक में किसी भी तरह का निर्माण कार्य, औजार और मशीनरी कामों की शुरुआत करना अशुभ माना गया है। इनसे नुकसान हो सकता है।

4. मृत्यु पंचक
शनिवार को शुरू होने वाला पंचक मृत्यु पंचक कहलाता है। नाम से ही पता चलता है कि अशुभ दिन से शुरू होने वाला ये पंचक मृत्यु के बराबर परेशानी देने वाला होता है। इन पांच दिनों में किसी भी तरह के जोखिम भरे काम नहीं करना चाहिए। इसके प्रभाव से विवाद, चोट, दुर्घटना आदि होने का खतरा रहता है।
5. चोर पंचक
शुक्रवार को शुरू होने वाला पंचक चोर पंचक कहलाता है। विद्वानों के अनुसार, इस पंचक में यात्रा करने की मनाही है। इस पंचक में लेन-देन, व्यापार और किसी भी तरह के सौदे भी नहीं करने चाहिए। मना किए गए कार्य करने से धन हानि हो सकती है।
6. इसके अलावा बुधवार और गुरुवार को शुरू होने वाले पंचक में ऊपर दी गई बातों का पालन करना जरूरी नहीं माना गया है। इन दो दिनों में शुरू होने वाले दिनों में पंचक के पांच कामों के अलावा किसी भी तरह के शुभ काम किए जा सकते हैं
पंचक के नक्षत्रों का शुभ फल
1. घनिष्ठा और शतभिषा नक्षत्र चल संज्ञक माने जाते हैं। इनमें चलित काम करना शुभ माना गया है जैसे- यात्रा करना, वाहन खरीदना, मशीनरी संबंधित काम शुरू करना शुभ माना गया है।
2. उत्तराभाद्रपद नक्षत्र स्थिर संज्ञक नक्षत्र माना गया है। इसमें स्थिरता वाले काम करने चाहिए जैसे- बीज बोना, गृह प्रवेश, शांति पूजन और जमीन से जुड़े स्थिर कार्य करने में सफलता मिलती है।
3. रेवती नक्षत्र मैत्री संज्ञक होने से इस नक्षत्र में कपड़े, व्यापार से संबंधित सौदे करना, किसी विवाद का निपटारा करना, गहने खरीदना आदि काम शुभ माने गए हैं।
ऐसा होता है पंचक के नक्षत्रों का अशुभ प्रभाव
1.धनिष्ठा नक्षत्र में आग लगने का भय रहता है।
2. शतभिषा नक्षत्र में वाद-विवाद होने के योग बनते हैं।
3. पूर्वाभाद्रपद रोग कारक नक्षत्र है यानी इस नक्षत्र में बीमारी होने की संभावना सबसे अधिक होती है।
4. उत्तरा भाद्रपद में धन हानि के योग बनते हैं।
5. रेवती नक्षत्र में नुकसान व मानसिक तनाव होने की संभावना होती है।

########### अन्‍य समाचार 
नैनीताल 22 अपै्रल 2017 (सूचना) -मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार सरोवर नगरी पहुंचे मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद नैनीताल को अनुपम सौगाते दी। यातायात को सुगम बनाने हेतु हल्द्वानी में 400(चार सौ) करोड की लागत से रिंग रोड का निर्माण, नैनीताल शहर में 50(पचास) करोड की लागत से 800 वाहनों की क्षमता वाला सुविधायुक्त बहुमंजिली पार्किंग का निर्माण की घोषणा की। साथ ही मैग्ना पशुआहार न्यूट्रीशन पर पशुपालको को 50 रूपये सब्सिडी( पांच किलो के बैग पर) दिये जाने की भी बात कही।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि उत्तराखण्ड के कुमायूं में प्रकृति का अनुपम सौन्दर्य सहित अनेकों पर्यटन स्थल हैं, हल्द्वानी कुमायूं का प्रवेश द्वार है। कुमायूं की जनता व पर्यटकों को हल्द्वानी से होकर गुजरना होता है, इसलिए यातायात को सुगम बनाने हेतु हल्द्वानी में 400(चार सौ) करोड की लागत से रिंग रोड का निर्माण, नैनीताल शहर में 50(पचास) करोड की लागत से 800 वाहनों की क्षमता वाला सुविधायुक्त बहुमंजिली पार्किंग का निर्माण की घोषणा की। उन्होनें कहा कि सहकारी डेरी फैडरेशन द्वारा पशुआहार में पहले प्रयोग किये जाने वाले यूरिया के स्थान पर मैग्ना प्रयोग किया जायेगा, जिससे और शुद्ध दूध मिल सकेगा। इस पशुआहार न्यूट्रीशन को 01 मई से सब्सिडी प्रदान करते हुए 50(पचास) रूपये कम पर पशुपालकों को मुहैया कराये जाने की घोषणा भी की, जिससे लगभग 01 लाख 55 हजार पशुपालकों को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने नैनी झील के गिरते जलस्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि झील के गिरते जलस्तर का परीक्षण नीरी समिति द्वारा कराया जायेगा। उन्होनें कहा कि नैनी झील को जीवित रखने के लिए सरकार हर सम्भव प्रयास करेगी।
जिला प्रशासन नैनीताल द्वारा जनता, वादकारियों एवम पर्यटकों को होने वाली असुविधा के निराकरण एवं सूचना प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में पहल करते हुये एक पेपरलैस बेबसाइट e-collectornainital.com जनपद के संसाधनो से तैयार शुरू कर दी है। जिसका शुभारम्भ प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिह रावत द्वारा किया गया।
इस बेबासाइट से प्रथम चरण में जनपद नैनीताल के परगना नैनीताल के समस्त गांवों के नक्शे, राजस्व गांवो की मूल एवं सामान्य जानकारिया, गांवों की जनसंख्या, ग्राम्य स्तरीय अधिकारियों के नाम, क्षेत्रफल गांव में उपलब्ध संसाधन चिकित्सा इत्यादि की जानकारियां, न्यायालय में गतिमान राजस्व वादो की अद्यावधिक स्थिति, जनपद के मुख्य पर्यटक स्थल के फोटोग्राफ्स एवम सामान्य जानकारी इत्यादि सूचनायें एक क्लिक के साथ उपलब्ध रहेेंगी। इसके अतिरिक्त जनपद के परगनाधिकारी से निर्गत होेने वाले आय, पारिवारिक सदस्यता, जाति,स्थायी, निवास, चरित्र प्रमाण पत्र को जनता की सुविधा के लिए पेपरलैस कर दिया है। जिससे जनता को मूल दस्तावेजों के साथ कार्यालय में नही भटकना पडेगा। इस व्यवस्था से जनता को काफी लाभ होगा।
इस अवसर पर आयुक्त कुमायू मंडल डी सेंथिल पांडियन, जिलाधिकारी दीपक रावत, डीआईजी अजय रौतेला, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी, ज्वाइंट मजिस्टेट बन्दना,एडीएम बीएल फिरमाल, प्रबन्ध निदेशक केएमवीएम धिराज सिह गब्र्याल, सामान्य प्रबन्धक त्रिलोक सिह मर्ताेलिया भी मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पेशावर कांड की वर्षगांठ पर इसके नायक वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली तथा उनके साथियों का स्मरण करते हुए देश की आजादी में उनके योगदान को अविस्मरणीय एवं अद्वितीय बताया है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने पेशावर कांड की वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में कहा कि पेशावर कांड भारत की आजादी के लिए एक महत्वपूर्ण लड़ाई थी, जिसने भविष्य के लिए एक क्रांतिकारी आधारशिला रखी। यह महत्वपूर्ण घटना भारत की आजादी के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित है

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