12 अप्रैल 17; सत्‍ता के गलियारों से प्रमुख खबरे

देहरादून समाचार- हिमालयायूके- राजभवन देहरादून 12 अप्रैल, 2017

उत्तराखण्ड के राज्यपाल डाॅ0 कृष्ण कंात पाल ने राज्य के सभी नागरिकों, विशेष रूप से कृषि/खेती व्यवसाय से जुडे़ नागरिकों को बैशाखी पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें देते हुए अपने संदेश में कहा है-
‘‘ बैशाखी का पर्व काश्तकारोें की खुशहाली का प्र्रतीक पर्व है, जो हमारी सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था में कृषकों की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है। आइये बैसाखी के इस पर्व पर उत्तराखण्ड के किसानों के खुशहाल जीवन के लिए कामना करें।’’

देहरादून 12 अप्रैल, 2017(सू.ब्यूरो) मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ‘बैशाखी’ के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनाएं दी है। बैशाखी की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि ‘‘बैशाखी मेहनत और खुशहाली का संदेश लेकर आती है। यह लोक आस्था और समृद्धि का प्रतीक है।’’ मुख्यमंत्री श्री रावत ने प्रदेश की जनता के सुख-समृद्धि की कामना की है।
रवि बिजारनियां, सहायक निदेशक: 7055007012

देहरादून 12 अप्रैल, 2017(सू.ब्यूरो)

गौरादेवी कन्याधन योजना के गायब आवेदनों के विषय में उत्तराखण्ड सेवा का अधिकार आयोग के मुख्य आयुक्त श्री आलोक कुमार जैन ने निर्णय लिया कि लापरवाही बरतने वाले कार्मिक श्री किशन राम, सहायक समाज कल्याण अधिकारी, अल्मोड़ा तथा आयोग के समक्ष भ्रामक एवं सत्य से परे बायन दर्ज कराने वाले कार्मिक श्री रजनीश पंत, वरिष्ठ सहायक पर विभागीय कार्यवाही की जाये। निदेशक, समाज कल्याण विभाग ने सहायक समाज कल्याण अधिकारी की एक वार्षिक वेतन वृद्धि स्थायी रूप से रोकने तथा दोनों कार्मिकों के कृत्यों के कारण उन्हें भत्र्सना प्रविष्ठि दण्ड स्वरूप प्रदान की।
श्री किसन सिंह कुमैया, निवासी-ग्राम-चांदीखेत, अल्मोड़ा ने उनकी पुत्री कु.मधु कुमैया को गौरा देवी कन्यादेवी योजना के अंतर्गत वर्ष 2013 में आवेदन समय से करने पर भी जिला समाज कल्याण अधिकारी, अल्मोड़ा द्वारा उसे लाभान्वित न किये जाने के कारण आयोग में दिनांक 10 मार्च, 2016 को शिकायती पत्र दाखित किया। इस मामले में दिनांक 24 मई 2016, 18 अक्टूबर 2016, 28 दिसम्बर 2016 तथा 06 अप्रैल 2017 को आयोग ने क्रमबद्ध रूप से सुनवायी की, जिस दौरान समाज कल्याण विभाग को अपना पक्ष रखने हेतु पर्याप्त समय दिया गया। यद्यपि विभाग के प्रतिनिधि द्वारा विकासखण्ड स्तर पर आवेदिका के आवेदन-पत्र को प्राप्त किया गया परंतु यह प्रार्थना-पत्र जिला समाज कल्याण अधिकारी को प्राप्त नहीं होने के कारण आवेदिका को योजना का लाभ से वंचित रखा गया। विभाग का बड़ा ही गैर-जिम्मेदाराना रूख रहा जबकि उसके प्रतिनिधि को आवेदन समय से प्राप्त हो गया था। अतः यह उत्तराखण्ड सेवा का अधिकार अधिनियम, 2011 के अंतर्गत निर्धारित समयबद्धता का खुला उल्लंघन था। प्रकरण पर विभाग ने अपनी गलतियों को छुपाने की चेष्टता की और तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी को मृत बताकर पटाक्षेप करने का प्रयास भी किया। गहन छानबीन एवं जांच के उपरांत विभाग द्वारा की गयी लीपापोती एवं आयोग को गुमराह किये जाने के प्रयासों का पर्दाफाश हुआ।
मुख्य आयुक्त ने चार सुनवाईयों के दौरान इस प्रकरण पर यह ऐतिहासिक निर्णय पारित किया कि इस प्रकरण से संबंधित छात्रा और उसकी साथी छात्राओं के आवेदन-पत्र, जो विभागीय त्रुटियों एवं गतिविधियों के कारण गायब/खो गये है, उन्हें विभागीय कार्मिक पुनः सम्पर्क कर तैयार करायें और इसका बोझ आवेदकों पर कदापि न डाला जाये।
यद्यपि प्रकरण मात्र एक आवेदिका से सम्बंधित था परंतु मुख्य आयुक्त के गंभीर प्रयासों एवं मामले की तह तक जाने के कारण आवेदिका सहित 17 अन्य छात्राओं, जिनके आवेदन-पत्र विभाग ने गायब/खो दिये थे, के आवेदन-पत्रों को पुनः तैयार कराकर उन्हें गौरादेवी कन्याधन योजना का लाभ प्राप्त कराया गया। यह प्रकरण समाज कल्याण विभाग के लिए अपने-आप में गहन चिंतन एवं कार्यप्रणाली के सृदृढीकरण हेतु एक उदाहरण के रूप में उभरा है।

चमोली 12 अप्रैल,2017(सू.वि.) अति0 जिला सूचना अधिकारी चमोली।

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी (अ0प्रा0) ले0 कर्नल एन0के0 डबराल ने जिले के समस्त भूतपूर्व सैनिक, वीर नारी एवं उनके आश्रितों को सूचित किया है कि वे अपना समस्त विवरण केन्द्रीय सैनिक बोर्ड की वेवसाईट ूूूणेइण्हवअण्पद या ूूूण्कमेूण्हवअण्पद पर अनिवार्य रूप से अपलोड करें ताकि उनको केन्द्रीय सैनिक बोर्ड द्वारा दिये जाने वाले समस्त कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी, पेंशन आर्डर एवं अन्य शिकायतों का निवारण किया जा सके।

चमोली 12 अप्रैल,2017(सू.वि.)
जिला प्रशासन ने छूटे हुए राज्य आंन्दोलनकारियों की सूची तैयार करने की कबायत शुरू कर दी है। जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति की पहली बैठक जिला कार्यालय सभागार में सम्पन्न हुई। समिति द्वारा ऐसे आंन्दोलनकारी की सूची तैयार की जा रही है, जिनके किसी कारण से प्रमाण पत्र नहीं बन पाये है।

जिलाधिकारी ने कहा कि शासन के निर्देशों एवं स्पष्ट नीति के अनुसार छूटे हुए राज्य आंन्दोलनकारियों का चयन किया जा रहा है। कहा कि पूर्व में जो आवेदन प्राप्त हुए थे, उनमें कुछ कमियां पायी गयी थी। पुलिस, एलआईयू, जेल प्रशासन तथा अन्य साक्ष्यों के आधार पर आवेदनों की कमियों को दूर करने के लिए जिला स्तरीय समिति गठित की गयी है। उन्होंने समिति को संबोधित करते हुए कहा कि पहले चरण के तहत पुलिस से प्रमाणित विवाद रहित सुची के आधार पर राज्य आंन्दोलनकारियों को चिन्हित किया जायेगा। इसके लिए अप्रैल माह में समिति की तीन बैठकें आहूत की जायेंगी। विदित है कि विगत माह तहसील स्तर से छूटे हुए राज्य आंन्दोलनकारियों के आवेदन आमंत्रित किये गये थे।
बैठक में समिति के सदस्य कर्ण सिंह, सदस्य हरेन्द्र सिंह राणा, रमेश सती, हरीश पंत, क्रांन्ति भट्ट, धीरेन्द्र गरुढिया, शैलेन्द्र पवार सहित एसडीएम अभिषेक रूहेला, एसडीएम स्मृता परमार, सीओ धनी राम, सीएमओ विराज शाह आदि मौजूद थे।
चमोली 12 अप्रैल,2017(सू.वि.)
राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के उदेश्य से उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग के द्वारा 8 से 16 अप्रैल तक द अल्टीमेट उत्तराखण्ड हिमालयन एम0टी0बी0 चैलेंज रैली के तृतीय चरण के तहत आयोजित साईकिल रैली जनपद चमोली से आज रूद्रप्रयाग जिले में प्रवेश कर गयी। विदित है कि यह रैली 08 अप्रैल को नैनीताल से पिथौरागढ़, 09 अप्रैल को पिथौरागढ़ से बागेश्वर, 10 अप्रैल को बागेश्वर से चमोली पहुॅची थी। चमोली जनपद में 11 अप्रैल को रैली ग्वालदम, नारायणबगड़, सिमली होते हुए कर्णप्रयाग में रात्रि विश्राम के उपरान्त 12 अप्रैल को नन्दप्रयाग, चमोली, गोपेश्वर, मण्डल व चोपता होते हुए जनपद रूद्रप्रयाग में प्रवेश कर गयी। उत्तराखण्ड हिमालयन एम0टी0बी0 चैलेंज रैली गुप्तकाशी टिहरी, चिन्यालीसौढ, मंसूरी होते हुए 16 अप्रैल को देहरादून पहुॅचेगी। देहरादून में रैली का समापन समारोह का आयोजन कर पुरस्कार वितरण होगा।
चमोली 12 अप्रैल,2017(सू.वि.)
समाज कल्याण विभाग उत्तराखण्ड द्वारा अनुसूचित जाति के निर्धन छात्रों हेतु राजकीय आश्रम पद्वति विद्यालय श्रीकोट (गंगानाली) श्रीनगर पौडी गढ़वाल में वर्ष 2017-18 के लिए कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों हेतु निःशुल्क प्रवेश नवीन शिक्षा सत्र-1 अप्रैल 2017 से प्रारम्भ है। यह विद्यालय पूर्णतः आवसीय है। इसमें निःशुल्क प्रोटीन युक्त भोजन, फल, वस्त्र, पुस्तकें, लेखन सामग्री, जूते-चप्पल, मनोरंजन एवं खेलकूद सहित चिकित्सा सुविधा दी जाती है। इस विद्यालय में प्रवेश हेतु छात्र के पिता की मासिक आय का प्रमाण पत्र या बीपीएल कार्ड, अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, कक्षा दो से पाॅच तक प्रवेश के लिए मूल टीसी प्रमाण पत्र, नवीनत पासपोर्ट साइज फोटो व आधार कार्ड देना होगा। इस विद्यालय में केवल बालकों को ही प्रवेश दिया जायेगा। अनुसूचित जाति के निर्धन एवं गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले व्यक्तियों को अवगत किया जाता है कि वे अपने बालकों को इस विद्यालय में प्रवेश दिलाकर योजना का शत प्रतिशत लाभ उठा सकते है।

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