सीबीआई ने केजरीवाल को फंसाने के लिए ‘धमकाया’ था

पूर्व प्रधान सचिव  के आरोप सीबीआई ने खारिज किये– www.himalayauk.org (Web Media)
सीबीआई ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के इन आरोपों को गुरुवार (5 जनवरी) को सिरे से खारिज कर दिया कि जांच एजेंसी के अधिकारियों ने उन्हें आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख को फंसाने के लिए ‘धमकाया’ था। गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के एक मामले में सीबीआई कुमार के खिलाफ आरोप-पत्र दायर कर चुकी है। कुमार ने स्वैच्छिक सेवानिवृति मांगने के लिए दिल्ली के मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने सीबीआई पर आरोप भी लगाए हैं। सीबीआई ने कहा कि आरोप-पत्र दाखिल होने के बाद ‘बिल्कुल बेबुनियाद आरोप’ लगाना ‘विचाराधीन मामले को प्रभावित करने की कोशिश है।’ सीबीआई प्रवक्ता आर के गौड़ ने बताया, ‘सीबीआई मीडिया के कुछ हिस्सों में श्री राजेंद्र कुमार, आईएएस के हवाले से प्रकाशित-प्रसारित बयान या खबर को पूरी तरह नकारती है।’ गौड़ ने कहा, ‘राजेंद्र कुमार के ये आरोप, जो संयोग से आरोप-पत्र दाखिल होने के बाद सामने आए हैं, बिल्कुल बेबुनियाद हैं और नकारे जाते हैं कि इस मामले में गवाहों-आरोपियों को सीबीआई अधिकारियों की ओर से धमकाया गया ताकि वे एक राजनीतिक पदाधिकारी को फंसाएं।’
सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि यदि कथित शारीरिक हमले का कोई वाकया हुआ था तो आरोपियों के पास मौका था कि वे न्यायाधीश के सामने पेश किए जाते वक्त अदालत को इस बारे में बताएं, लेकिन ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया गया। प्रवक्ता ने कहा, ‘सही समय पर ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया गया, सिवाय एक व्यक्ति के और जिन्होंने आरोप लगाया, उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक रिट याचिका भी दाखिल की, लेकिन उन्हें तब यह वापस लेना पड़ा जब अदालत ने कहा कि वह व्यवस्था को खराब करना चाह रहे हैं और जांच एजेंसी को डराने की कोशिश कर रहा है। तीन मई 2016 को ये खबर मीडिया में प्रमुखता से आई थी।’ गौड़ ने कहा कि इस वक्त ऐसे बेबुनियाद आरोप लगाना एक विचाराधीन मामले को प्रभावित करने की कोशिश है।
सीबीआई प्रवक्ता ने यह प्रतिक्रिया तब जाहिर की जब कुमार ने यह आरोप लगाते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृति मांगी कि पूछताछ करने वाले एजेंसी अधिकारियों ने उन्हें बार-बार कहा कि वह मुख्यमंत्री केजरीवाल को फंसाएं। दिल्ली के मुख्य सचिव कुमार को लिखे पत्र में 1989 बैच के आईएएस अधिकारी कुमार ने कहा, ‘मुझे बार-बार कहा गया कि यदि मैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को फंसाता हूं तो मुझे छोड़ दिया जाएगा।’ गौड़ ने कहा कि दिल्ली सरकार के जिन-जिन विभागों में कुमार तैनात थे, उन विभागों से मेसर्स एंडेवर सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़े ठेके दिलाने में कंपनी को मदद करने का उन पर लगा आरोप जून 2015 से ही सार्वजनिक तौर पर ज्ञात था और तब उन्हें दिल्ली डायलॉग कमीशन का सचिव बना दिया गया था। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने कुमार एवं अन्य के खिलाफ दिसंबर 2015 में मामला दर्ज किया था।

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